Tuesday, November 26, 2024
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चारधाम यात्रा : जो कुछ दावे सरकार द्वारा किए जा रहे हैं वैसा धरातल पर कुछ भी देखने को नहीं मिल रहा : करन माहरा

ऋषिकेश, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि चारधाम यात्रा तैयारियों को लेकर जो कुछ दावे प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा किए जा रहे हैं वैसा धरातल पर कुछ भी देखने को नहीं मिल रहा है। कांग्रेस इसे मुददा बनाएगी और राज्य की लाइफ लाइन कही जाने वाली चारधाम यात्रा के साथ संस्थागत मजाक नहीं होने देगी।
उत्तरकाशी और टिहरी दौरे से तीर्थनगरी ऋषिकेश पहुंचे माहरा ने मीडिया से विभिन्न मुददों पर खुलकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि बिजली किल्लत किसी से छिपी नहीं है। सड़कों का बुरा हाल है।

यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ावों पर पेयजल की कमी है। लोग परेशान हैं। ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि चारधाम यात्रा के लिए सरकार ने कैसी व्यवस्थाएं की है। चारधाम के अलावा राज्य की तमाम व्यवस्थाएं पटरी से उतरी हुई हैं।

रोजगार मांग रहे युवाओं को सरकार पुलिस से प्रताड़ित करवा रही है। हर स्तर पर मनमानी चरम पर है। कांग्रेस आम लोगों के मुददों को सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेगी और आवाज बनेगी।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने दो टूक कहा कि पार्टी में गुटबाजी करने वालों के खैर नहीं। गुटबाजी को मन, बचन और कर्म से प्रश्रय देने वाले बड़े नेताओं पर भी एक्शन से नहीं हिचकिचाएंगे। उन्होंने साफ किया कि कार्यकर्ताओं को प्रमोट किया जाएगा। कार्यकर्ताओं की सुनी जाएगी और उनके सुझावों पर अमल होगा।

उन्होंने संगठन की मजबूती का रोडमैप भी मीडिया से साझा किया। कहा कि न्याय पंचायत स्तर पर प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किए जाएंगे। विचारों को प्रमोट करने के साथ ही आगे बढ़ाने के प्रयास होंगे।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भाजपा को कांग्रेस मुक्त भारत का सपना कभी पूरा नहीं होगा। कहा कि भाजपा कांग्रेस युक्त हो चुकी है। कांग्रेस के संस्कारों में पल बड़े, सीखे-पढ़े लोग भाजपा सरकार में मंत्री हैं। इससे पूर्व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने ढालवाला और ऋषिकेश में पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद किया। कार्यकर्ताओं से जानने का प्रयास किया कि आखिर चूक कहां हो रही है। साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं की हौसलाफजाई की पिछली बातों से सीखते हुए आगे बढ़ना है।

इस अवसर पर जयेंद्र रमोला, महंत विनय सारस्वत, सुधीर राय, राजपाल खरोला, दीप शर्मा, चंदन सिंह पंवार, डा. केएस राणा, मदन मोहन शर्मा, विमला रावत, मधु जोशी, मनीष शर्मा, राहुल रावत, देवेंद्र प्रजापति, राधा रमोला, जगत सिंह नेगी, सोहन लाल रतूड़ी आदि मौजूद थे।

 

23वीं श्री विश्वनाथ जगदीशिला डोली रथ यात्रा 11मई को हरिद्वार से होगी शुरूचुनाव तो देवप्रयाग से ही लड़ूंगा- मंत्री प्रसाद नैथानी | Khabar Uttarakhand  News

देहरादून, 23वीं श्री विश्वनाथ जगदीशिला डोली रथ यात्रा 11 मई को हरिद्वार से शुरू होगी। दून में आयोजित पत्रकार वार्ता में संयोजक मंत्री प्रसाद नैथानी ने बताया कि 30 दिवसीय यह देव दर्शन यात्रा विभिन्न जिलों में 141 देवालय से होते हुए निकलेगी। 10 हजार पांच सौ किलोमीटर की यह यात्रा विश्व शांति, संस्कृत भाषा के उन्नयन, हजार धाम चिह्निकरण, पर्यावरण संरक्षण, उद्यानीकरण, पवित्र धामों से प्लास्टिक एवं पालीथिन प्रतिबंध के लिए जागरूकता अभियान के लिए निकाली जा रही है, पत्रकार वार्ता में मंत्री प्रसाद नैथानी ने बताया कि हर वर्ष श्री विश्वनाथ जगदीशिला तीर्थाटन समिति की ओर से यात्रा निकाली जाती है। उन्होंने बताया कि कोरोनाकाल के दो वर्षों में सांकेतिक यात्रा निकाली गई थी। इस बार 10 मई को टिहरी विशोन पर्वत से रायवाला आएगी। 11 को यात्रा की शुरुआत हरिद्वार से होगी। पहली बार हरिद्वार में यात्रा रात्रि विश्राम करेगी। यहां गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं को दर्शन देगी। देहरादून में डोली यात्रा 12 को पहुंचेगी, इसके साथ ही विभिन्न जिलों में देवालयों का भ्रमण कर यात्रा का समापन नौ जून को गंगा दशहरा के दिन होगा। उन्होंने बताया कि अन्य वर्षों में देहरादून के बाद टिहरी जाती थी, लेकिन इस बार इसका रूट देहरादून के बाद जौनसार, उत्तरकाशी और टिहरी रहेगा। उन्होंने बताया कि कुमाऊं मंडल में यात्रा को लेकर चार मई को हल्द्वानी में अंतिम बैठक होगी।

तीर्थाटन प्रदेश बनाने को मुख्यमंत्री से मिलेंगे

इस दौरान मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि जिन देवालयों से यात्रा निकलती है इसे सरकार को तीर्थाटन सर्किट में रखना चाहिए। यात्रा के बाद वह इस संबंध में वह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात करेंगे। मंत्री प्रसाद नैथानी ने चारधाम यात्रा को लेकर कहा कि यदि सरकार यात्रा सीजन शुरू होने से छह महीने पहले तैयारी करती तो ज्यादा अच्छा रहता। हालांकि, इन दिनों पर्यटन मंत्री खासतौर पर बेहतर प्रयास कर रहे हैं, लेकिन ये सब पहले किया होता तो और बेहतर होता।

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