Monday, December 23, 2024
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उद्यान घोटाले में सीबीआई की कार्रवाई से मचा हड़कंप : तीन कर्मचारियों को सीबीआई ने उठाया, की जा रही पूछताछ

“हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई को सौंपी गई थी मामले की जांच, फलदार पौधों की खरीद में गड़बड़ी का लगा था आरोप, एक ही दिन में वर्क आर्डर जारी कर उसी दिन जम्मू-कश्मीर से दिखाई थी खरीद”

देहरादून, उद्यान घोटाला मामले में सीबीआई की बड़ी कार्रवाई से हड़कंप मच गया। इस मामले में गुरुवार को तीन कर्मचारियों को सीबीआई अपने वसंत विहार स्थित आफिस ले गई, जहां उनसे पूछताछ चल रही है। पिछले साल अक्तूबर से सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई को मामले की जांच सौंपी गई थी।
उद्यान विभाग में फालदार पौधों की ख़रीद में गड़बड़ी में हुई थी। हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने सीबीसीआईडी से इस जांच से संबंधित दस्तावेज हासिल कर लिए थे। अल्मोड़ा निवासी दीपक करगेती, गोपाल उप्रेती व अन्य ने जनहित याचिका दाखिल कर उद्यान विभाग में घोटाले का आरोप लगाया था। याचिकाओं में कहा गया है कि उद्यान विभाग में करोड़ों का घोटाला किया गया है। फलदार पौध की खरीद में गड़बड़ियां की गई है। विभाग ने एक ही दिन में वर्कऑर्डर जारी कर उसी दिन जम्मू कश्मीर से पौधे लाना दिखाया है, जिसका भुगतान भी कर दिया गया है। यही नहीं जिस कंपनी से पौधे खरीदवाना दिखाया उसे लाइसेंस ही उसी दिन मिला था। जिस दिन खरीद हुई। इन याचिकाओं के आधार पर हाईकोर्ट ने इसकी जांच के आदेश दिए थे।
शासन के निर्देश पर सीबीसीआईडी को यह जांच सौंपी गई। लेकिन, याचिकाकर्ता इस जांच से संतुष्ट नहीं हुए। ऐसे में उन्होंने फिर से हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
अक्तूबर में हाईकोर्ट ने इस जांच को सीबीआई के हवाले करने के आदेश दिए थे। इस मामले में उद्यान विभाग के डायरेक्टर को सस्पेंड भी किया जा चुका है। मुख्य उद्यान अधिकारी के साथ मिलकर निदेशक ने एक फर्जी आवंटन जम्मू कश्मीर की नर्सरी बरकत एग्रो फार्म को कर दिया। बरकत एग्रो को इनवाइस बिल आने से पहले ही भुगतान कर दिया गया। यही नहीं बिना लेखाकार के हस्ताक्षर के ही करोड़ों के बिल ठिकाने लगा दिए गए।

 

कैम्पटी और ग्लोगी में चल रहे भूस्खलन ट्रीटमेंट की सही तकनीक से रूबरू हुए इंजीनियर

-कैम्पटी तथा ग्लोगी में एनडीएमए द्वारा प्रायोजित परियोजनाओं को मौके पर देखा 

-उत्तराखंड में भूस्खलन न्यूनीकरण तथा जोखिम प्रबंधन पर कार्यशाला का दूसरा दिन 

नैनबाग (राजीव डोभाल), उत्तराखण्ड़ राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की ओर से राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा प्रायोजित भू-स्खलन जोखिम न्यूनीकरण योजना के तहत उत्तराखण्ड में भू-स्खलन न्यूनीकरण तथा जोखिम प्रबन्धन पर आयोजित कार्यशाला के दूसरे दिन आपदा प्रबन्धन विभाग के विशेषज्ञों के साथ लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग तथा अन्य विभागों के अधिकारियों ने मसूरी स्थित कैम्पटी तथा ग्लोगी में चल रहे भूस्खलन ट्रीटमेंट के कार्यों को मौके पर जाकर देखा। कैम्पटी और ग्लोगी में एनडीएमए द्वारा प्रायोजित भू-स्खलन जोखिम न्यूनीकरण परियोजना के अन्तर्गत कार्य किया जा रहा है।
इस दौरान लोकेश सारस्वत, अधिशासी अभियन्ता, लोक निर्माण विभाग, थत्यूड़ ने कैम्प्टी में चल रहे भूस्खलन ट्रीटमेंट संबंधी कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यहां पहाड़ी ढाल पर पानी के प्रवाह को व्यवस्थित करने के लिए सीढ़ीदार नालियां बनाई गई हैं तथा ढलान पर तार की जाली लगाकर भूस्खलन क्षेत्र का स्थायी समाधान किया गया है।
उन्होंने बताया कि यहां भूस्खलन ट्रीटमेंट के परिणाम बेहद कारगर और सफल रहे हैं। विभिन्न विभाग जिनकी भूस्खलन प्रबंधन में अहम भूमिका रहती है, उन्हें इन दोनों साइटों में इस्तेमाल हो रही तकनीक की जानकारी दी गई। सेल्फ ड्रिलिंग एंकर किस तरीके से इंस्टॉल किए जाते हैं, इसके बारे में बताया गया। ग्राउटिंग करने की सही तकनीक से भी प्रतिभागी रूबरू हुए। इस दौरान विशेषज्ञों और विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने इन दोनों साइटों में प्रयोग की गई तकनीक तथा अनुभवों को साझा किया ताकि राज्य के अन्य भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में इसका लाभ मिल सके।
इस दौरान सिंचाई विभाग एई सुरेश तिवारी, दीपक जोशी, आर0डब्ल्यू0डी0 के एई उत्तम सिंह, सहायक अभियन्ता, यूएसडीएमए के विशेषज्ञ तंद्रीला सरकार, भूवैज्ञानिक, जेसिका टेरॉन, उत्तराखंड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र के सहायक अभियन्ता श्री सार्थक चौधरी, अमित गैरोला, सुखचैन, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से दीपाली जिन्दल तथा  बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन के कर्नल प्रदीप शर्मा आदि भी मौजूद रहे।

 

 

सिंचाई व्यवस्था दुरुस्त होने पर किसानों ने मोर्चा अध्यक्ष का किया अभिनंदन

# नलकूपों (ट्यूबवेल्स) पर आश्रित किसानों को हो रही थी दिक्कत

विकासनगर, ग्राम कुंजा ग्रांट- कुंजा- कुल्हाल- मटक माजरी एवं आसपास के किसानों को सिंचाई समस्या से निजात दिलाने पर जन संघर्ष जन मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी एवं मोर्चा महासचिव आकाश पंवार का वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी मोहम्मद आरिफ एवं क्षेत्र के किसानों ने फूल मालाओं से स्वागत किया।
नेगी ने कहा कि सिंचाई (नलकूप) विभाग द्वारा प्रत्येक ट्यूबवेल पर मोटर फुंक जाने की संभावना से एसपीपी (सिंगल फेस प्रीवेंटर) स्थापित की गई थी, जिसमें 360 एवं इससे अधिक वोल्ट आने पर ही ट्यूबवेल्स काम करते थे, जिस पर नलकूप एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों का मौके पर निरीक्षण करवाकर हल निकाला गया।
नेगी ने कहा कि लो- वोल्टेज की समस्या हेतु विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा मेदिनीपुर, बुलाकी वाला, तिपरपुर ,हसनपुर, जाटोवाला आदि नलकूपों पर वोल्टेज का परीक्षण किया गया। मोर्चा हर वक्त किसानों की समस्या में उनके साथ खड़ा है।
ग्रामीणों में मोहम्मद इदरीश, इमरान उप प्रधान, उस्मान उप प्रधान, नूर आलम, राकिब, नसीम, मुंतज़िर, इसरार, सुरेश कुमार, राम प्रकाश, साबिर, रिजवान, फूल सिंह, सत्तार, हुसैन, इरशाद गफ्फार आदि शामिल थे।

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