देहरादून, उत्तराखंड़ के सबसे बड़े महाविद्यालय के 14 छात्रों को सीबीआई की तलाश है, इस खबर के बाद से महाविद्यालय में हड़कंप मच गया, मामला सोलर एनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इंडिया में हुए करोड़ों के घपले से जुड़ा है, जिसकी सीबीआई ने जांच शुरू की है। इसमें डीएवी पीजी कॉलेज के 14 छात्रों की तलाश है जो किसी तरह से इस घोटाले से जुड़े हो सकते हैं। सीबीआई ने कॉलेज प्राचार्य से छात्रों के दस्तावेज और उनकी जानकारी को लेकर पत्र भेजा है।
इस मामले में सीबीआई को मिली जानकारी के अनुसार, सोलर एनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इंडिया ने फर्जी तरीके से कर्मचारी रखने का कांट्रेक्ट किया था, जिसके बदले में एक करोड़ रुपए का भुगतान किया गया, लेकिन ये कर्मचारी केवल कागजों में मौजूद थे और वास्तविकता में उनका कोई अस्तित्व नहीं था। इससे संबंधित जांच की जा रही है और डीएवी पीजी कॉलेज के छात्रों को इसके बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए सीबीआई ने पत्र भेजा है।
इस मामले में, सूत्रों के अनुसार, सीबीआई ने डीएवी पीजी कॉलेज के 14 छात्रों की तलाश शुरू की है जो सोलर एनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इंडिया में हुए करोड़ों के घपले की जांच में जुड़े हो सकते हैं। सीबीआई ने कॉलेज प्राचार्य को पत्र भेजकर इन छात्रों के दस्तावेज और उनकी जानकारी मांगी है। जांच के तहत, सीबीआई ने डीएवी पीजी कॉलेज के छात्रों की पहचान करना शुरू किया है और उनसे जुड़े शैक्षिक और अन्य दस्तावेज मांगे हैं।
इस मामले में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसके सिंह को भी सीबीआई के तरफ से पत्र भेजा गया है जिसमें इन छात्रों से जुड़े दस्तावेजों की मांग की गई है। इस मामले में जांच की जा रही है कि क्या ये छात्र वास्तविकता में कॉलेज के छात्र थे या उनके दस्तावेज़ केवल फर्जीवाड़े के लिए इस्तेमाल किए गए थे। इस मामले में सीबीआई ने नोएडा की एक कंपनी, सोलर एनर्जी कार्पोरेशन के अधिकारी और कुछ निजी लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है जिसमें इन 14 छात्रों का भी नाम शामिल है।
“मुझे सीबीआई से एक पत्र मिला है, जिसमें 14 छात्रों के बारे में पूछा गया है कि ये छात्र डीएवी कॉलेज के हैं या नहीं, इसका सत्यापन किया जा रहा है. सत्यापन तक यह नहीं कहा जा सकता कि ये छात्र डीएवी के हैं या नहीं।
-डॉ. एस.के. सिंह, प्राचार्य डीएवी पीजी कॉलेज”
क्या है मामला :
सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में फर्जी तरीके से कर्मचारियों को कॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी पर रखने के मामले में 2021 में सीबीआई दिल्ली ने एफआईआर दर्ज की थी | जिसमें खुलासा हुआ कि 30 से 40 संविदा कर्मचारियों की आपूर्ति के बदले एक निजी कंपनी को 1 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था,म जबकि ये कर्मचारी केवल कागजों पर ही रखे गए थे। दरअसल किसी कर्मचारी को काम पर नहीं रखा गया था |
सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान सीबीआई को पता चला कि इनमें से 14 कर्मचारी डीएवी पीजी कॉलेज, देहरादून के छात्र थे, जिसके दस्तावेज वहां रखे हुए थे | इसके बाद अब सीबीआई इन 14 छात्रों की तलाश में जुट गई है | सीबीआई ने कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एस. के. सिंह को पत्र भेजकर इन छात्रों से जुड़े शैक्षणिक व अन्य दस्तावेज मांगे हैं और इसके साथ ही उनके बारे जानकारी भी मांगी।
इस बात की भी जांच शुरू हो गई है कि क्या ये कॉलेज के छात्र थे या इनके दस्तावेजों का ही इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए किया गया है। इस मामले में सीबीआई ने नोएडा की एक कंपनी, सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन के अधिकारियों और कुछ निजी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिसमें इन 14 छात्रों के नाम भी हैं |
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