(“मनखी” की कलम से)
यमकेश्वर, अभी पंचायती राज विभाग के द्वारा पंचायत चुनाव की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन कयास लगाये जा रहे हैं कि माह मई के तपती गर्मी में पंचायत सरकार के प्रत्याशियों के पसीने खूब बहाने का अवसर मिल सकता है। इसी बीच यमकेश्वर ब्लॉक की तीन जिला पंचायत सीटों में से भादसी और गुमाल गॉव वाले तो अभी घाम तापते हुए दिख रहे हैं, और सोच रहें है कि जब चुनाव और सीटों का आरक्षण फाईनल हो जायेगा तभी जाकर कमर कसेंगे।
लेकिन उमरोली सीट पर दो प्रत्याशियों ने अपना दावा ठोक ही नहीं दिया है, बल्कि उमरोली सीट का तापमान बढ़ा दिया है।
विगत पंचायती चुनाओं की बात की जाय तो आज तक यमकेश्वर ब्लॉक के तीनों सीटें आरक्षित नहीं हुई हैं, वहीं ब्लॉक प्रमुख सीट भी कभी आरक्षित नहीं हुई हैं। पिछले पंचायत चुनाव में उमरोली महिला सीट और भादसी और गुमाल गॉव सामान्य सीट रही है। यमकेश्वर ब्लॉक में ओबीसी श्रेणी में जामल और कुनाउ गॉव आता है। सीटों के आरक्षित होने पर सीटों का समीकरण तय होगें।
वहीं राजनीतिकारों का मानना है कि इस बार गुमालगॉव सीट महिला होने के अधिक संभावना दिखाई देती है, क्योंकि पिछली बार सामान्य सीट थी और उससे पूर्व महिला सीट रही है। इसलिए गुमाल गॉव से कांग्रेस से कविता डबराल और भाजपा से पल्लवी लखेड़ा प्रत्याशी हो सकती हैं। वहीं गुमाल गॉव में अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। स्थानीय निवासियों का मानना है कि भादसी सीट हॉट सीट बन सकती है, क्योंकि उक्त सीट का समीकरण हाईकमान से निर्धारित हो सकता है, क्योंकि उक्त सीट पर व्यक्ति विशेष के लिए सीट सामान्य करवाये जाने का भरसक प्रयास हो सकता है।
वहीं उमरोली सीट का समीकरण सामान्य होने के ज्यादा संभावना बताई जा रही है, जिसको देखते हुए उमरोली से जिला पंचायत सीट से दो दावेदारांं द्वारा प्रत्यक्ष रूप से अपनी दावेदारी कर ली है, और चुनाव प्रचार एवं जनता से सीधे संवाद शुरू हो गया है। ग्राम प्रधान मल्ला बनास के बचन बिष्ट दूसरी बार इस सीट से दावेदारी कर रहे हैं। इस बार स्थानीय होने का लाभ उनको मिल सकता है। वहीं राजनीति में उनका काफी लंबा अनुभव रहा है। जनता के बीच सीधा संवाद उनको लाभ दे सकता है। बचन बिष्ट स्थानीय मुद्दों को प्रमुखता से उठाते आये हैं, समय समय पर उनके द्वारा उचित माध्यम से क्षेत्र की समस्या को शासन-प्रशासन- और सरकार तक अपने पत्रों के माध्यम से पहुॅचाने का प्रयास किया जाता रहा है। अपनी ग्राम सभा को अपने कार्यकाल में आदर्श ग्राम सभा बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिसका सीधा लाभ उनको जिला पंचायत में मिल सकता है।
वहीं दूसरी ओर जनता के प्रत्याशी, निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य बूंगा और पूर्व सैनिक सुदेश भट्ट ने भी अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर दी है। वह भी उमरोली जिला पंचायत क्षेत्र में जनता से संवाद करते हुए दिखाई दे रहे हैं और लोगों से अपने पक्ष में वोट करते हुए दिखाई दे रहे हैं,। सुदेश भट्ट की युवाओं मेंं पकड़ अच्छी मानी जाती है। वहीं उनको राजनीति मेंं क्षेत्रीय मुद्दों को प्रबलता से उठाने और जनता के बीच. चर्चित होने में कुशल माने जाते हैं।
लॉकडाउन के समय वह जान जोखिम में डालकर क्षेत्र भ्रमण पर रहे और जरूरतमंदों को दवाई, राशन आदि का वितरण करने में आगे रहे हैं। वहीं क्षेत्र में होने वाले सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी देखने को मिल जाती है, जिससे कि उनको इसका सीधा लाभ मिल सकता है।
वहीं सुदेश जोशी पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य नौंगाव भी इस बार भी दावेदरी प्रस्तुत कर सकते हैं, आप भी स्थानीय मुद्दों को लेकर हमेशा मुखर रहते हैं, और क्षेत्र में लोकप्रिय हैं। इसके अलावा अभी सीटों के समीकरण के बाद ही भाजपा और कांग्रेस अपना प्रत्याशी घोषित करेगी जिसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगा। माना जा रहा है कि बीजेपी से मुकेश देवरानी पूर्व विधायक प्रतिनिधि उम्मीदवार हो सकते हैं, वहीं नीरज कुकेरती भी भाजपा से टिकट के दौड़ में बताये जा रहे हैं। कांग्रेस से पूर्व जिला पंचायत सदस्य हरिसिंह भण्डारी भी इस चुनाव में मैदान मे उतर सकते हैं। अतः उमरोली सीट के वर्तमान समीकरण काफी रोचक और जनता के बीच चर्चा के विषय बन चुके हैं।
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