लखनऊ, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राज्य प्रशासनिक सेवा (पीसीएस) की चयन प्रक्रिया मात्र 10 माह में पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से पूर्ण कर रिकॉर्ड बनाया है, शुक्रवार को यूपीपीएससी की पीसीएस मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी हो गया है, टॉप-10 में आगरा की दो बेटियों ने जगह बनाई है | वहीं शीर्ष स्थान पर आगरा की दिव्या सिकरवार हैं, तो वहीं लखनऊ की प्रतीक्षा पांडे ने दूसरी पोजीशन हासिल की है, इसके अलावा बुलंदशहर की नम्रता सिंह ने तीसरा स्थान हासिल किया है | इसके अलावा 9वें स्थान पर एश्वर्या दुबे ने जगह बनाई है |
कुल सफल 364 अभ्यर्थियों में यूपी के 67 जिलों में से कुल 334 युवाओं ने सफलता प्राप्त करके अपने जिले का और अपने परिवार का गौरव बढ़ाया | बाकी 30 अभ्यर्थी अन्य राज्यों से ताल्लुक रखते हैं. मुख्य परीक्षा में कुल 1071 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए थे, कुल 39 एसडीएम के पदों में से 19 लड़कियां एसडीएम बनेंगी. वहीं कुल 364 अभ्यर्थियों में 110 लड़कियां अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की है |
टॉप-10 में इन अभ्यर्थियों ने बनाई जगह :
आगरा की दिव्या सिकरवार ने पीसीएस परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त किया है
लखनऊ की प्रतीक्षा पांडे ने पीसीएस परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त किया है
बुलंदशहर की नम्रता सिंह ने पीसीएस परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल किया है
उत्तरांचल की आकांक्षा गुप्ता ने पीसीएस परीक्षा में चौथा स्थान प्राप्त कर लिया है
अम्बेडकरनगर के कुमार गौरव ने पीसीएस परीक्षा में पांचवा स्थान हासिल किया है
लखनऊ की सल्तनत परवीन ने पीसीएस परीक्षा में छठा स्थान प्राप्त किया है
मध्य प्रदेश की मोहसिना बानो ने पीसीएस परीक्षा में सातवां स्थान हासिल किया है
प्रयागराज की पराजकता त्रिपाठी ने पीसीएस परीक्षा में आठवां स्थान प्राप्त किया है
आगरा की एश्वर्या दुबे ने पीसीएस परीक्षा में नौंवा स्थान हासिल किया है
गोंडा के संदीप कुमार तिवारी ने पीसीएस परीक्षा में दसवा स्थान प्राप्त किया है
देवभूमि की बेटी आकांक्षा ने हासिल किया चौथा स्थान
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएस 2022 का रिजल्ट शुक्रवार देर शाम जारी कर दिया था। जिसमें उत्तराखण्ड़ की बेटी आकांक्षा गुप्ता ने टॉप टेन सूची में जगह बनाते हुए चौथी रैंक हासिल की।
चौथी रैंक हासिल करने पर
आकांक्षा का कहना है कि वह पिछले छह सालों से वह सिविल सेवा की तैयारी कर रही थीं और पांचवें प्रयास में उन्हें यूपीपीएससी में सफलता मिली है। इससे वह बेहद खुश हैं और परिवार में खुशी का माहौल छाया है, साथ ही आकांक्षा ने कहा कि बचपन से ही उनका सपना सिविल सेवा में जाने का था, यह सब उनके माता-पिता के सहयोग के कारण ही पूरा हुआ है। इससे पहले आकांक्षा ने उत्तराखंड पीसीएस का मेंस भी क्वालीफाई किया था, लेकिन वह इंटरव्यू क्लीयर नहीं कर पाईं। यूपीपीएससी में इंटरव्यू के करीब पहुंच कर ही रह गईं थीं |
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