-आउट ऑफ टर्न जॉब के लिए निकली विज्ञप्ति, अंतिम तिथि 18 दिसम्बर
-आउट ऑफ टर्न जॉब होगी प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए होगी मील का पत्थर साबित : रेखा आर्या
-खेल और खिलाड़ियो के लिए सरकार व विभाग लगातार कर रहा काम,नही किया जाएगा समझौता
-खेल नीति- 2021 “आउट ऑफ टर्न” सरकार की है अभूतपूर्व उपलब्धि : रेखा आर्या
देहरादून, उत्तराखंड के समस्त खिलाड़ियों के लिए यह बेहद खुशी का दिन है कि आज हमारे खिलाडी जिन्होंने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक हासिल किए है उन्हें हम सरकारी नौकरी में स्थान दे। ऐसे में यह कहते हुए बड़ी खुशी हो रही है कि हमारे खिलाड़ी देश व प्रदेश का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर रहे हैं। हम अपने ऐसे खिलाड़ियो को नौकरी देने के लिए प्रतिबद्ध हैं और आज जारी हुई विज्ञप्ति के माध्यम से वह सभी अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।
वहीं खेल मंत्री ने बताया कि आउट ऑफ टर्न जॉब का जिओ जारी होने पर कहा कि निश्चित ही राज्य के ऐसे खिलाड़ी जो राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पदक ला रहे हैं उन्हें आउट ऑफ टर्न जॉब के माध्यम से नौकरी मिलेगी।कहा कि राज्य सरकार लगातार खेल को बढ़ावा देने व खिलाड़ियो को प्रोत्साहन के लिए काम कर रही है।हमारी कोशिश है कि हम खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करे।खेल और खिलाड़ियों के हितों के लिए कई निर्णय लिए जा रहे है।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने जानकारी देते हुए बताया कि खेल नीति, 2021 के अन्तर्गत, अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय खेलों में पदक विजेता खिलाड़ियों को उत्तराखण्ड में राजपत्रित/ अराजपत्रित पदों पर आउट ऑफ टर्न सेवायोजन प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में निर्णय लिया गया था जिसका की सरकार द्वारा सहर्ष स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है।
आपको बता दें कि वर्तमान में उत्तराखण्ड राज्य के खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न सेवायोजन की अभी तक कोई व्यवस्था निर्धारित नहीं थी, जबकि वर्तमान में कई राज्यों द्वारा खिलाड़ियों को विभिन्न प्रतियोगिताओं में पदक जीतने पर सीधे सेवायोजित किया जा रहा है। जिसके फलस्वरूप उत्तराखण्ड के प्रतिभावान खिलाड़ी, जिन्होने पूर्व में पदक प्राप्त किये है अथवा वर्तमान में पदक प्राप्त कर रहे है व अपना भविष्य सुरक्षित करने के लिये अन्य राज्यों में सेवायोजन प्राप्त कर रहे है और उन्हीं राज्य का विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिनिधित्व भी कर रहे है। जिसके कारण उत्तराखण्ड राज्य खेल प्रतिभाओं के होने के बावजूद, अन्य राज्यों से पिछड़ गया था।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा राज्य के सभी प्रतिभावान खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर अहम फैसला लिया गया है जो कि अपने आप मे एक अभूतपूर्व उपलब्धि है।
वहीं खेलमंत्री रेखा आर्य ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए धन्यवाद प्रकट करते हुए आभार जताया है, और सभी खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी |
डा० शैलेन्द्र प्रकाश मघवाल को सेन्ट्रल अमेरिका विश्वविद्यालय ने डॉक्टर ऑफ साइन्स की उपाधि से नवाजा
देहरादून, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल (लैन्सडाउन) में रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत प्रो० (डा०) शैलेन्द्र प्रकाश मधवाल को रसायन विज्ञान में उत्कृष्ट शोध हेतु सेन्ट्रल अमेरिका विश्वविद्यालय अमेरिका ने अपने सर्वोच्च सम्मान ऑनरेरी डाक्टर ऑफ साइन्स (डीएससी) की उपाधि प्रदान की है। इससे पूर्व डा० शैलेन्द्र प्रकाश मधवाल को साउथ अमेरिका विश्वविद्यालय अमेरिका द्वारा वर्ष 2016 में ऑनरेरी डॉक्टर ऑफ लैटर्स (डी० लिट0) की उपाधि प्रदान की थी।
इससे पूर्व डा० मधवाल को ऐशिया पेसिफिक इन्टरनेशनल आवर्ड ज्वैल ऑफ इंडिया अवार्ड, विद्या स्त्न गोल्ड मेडल अवार्ड, राष्ट्रीय विद्या सरस्वती पुरस्कार, गोल्ड स्टार ऐशिया इन्टरनेशनल अवार्ड, लाइफ टाइम अचीवमेन्ट अवार्ड, भूतपूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत सरकार मे०ज० (सेवा निवृत) भुवन चंद्र खन्डूरी द्वारा प्राईड ऑफ उत्तराखण्ड भी दिया जा चुका है एवं अभी हाल ही में श्रीमति रितु भूषण खन्डूरी विधानसभा अध्यक्षा उत्तराखण्ड शासन द्वारा डिस्कवर उत्तराखण्ड 24 के बैनर तले उत्तराखण्ड गौरव रत्न अवार्ड 2022 भी प्राप्त हुआ है। मधवाल ने अपनी डॉक्टरेट रसायन विज्ञान में आरएसडी शोध/ड्रग्स में की है। डा० मधवाल के कई शोध पत्र राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं।
डा० मघवाल ने ऐसे यौगिकों का शोध किया, जो पोटेंशियल बॉयोलॉजिकल एक्टिविटी के साथ एंटीमाइक्रोबियल, एंटीफंगल एवं ऐंटी ट्यूमर इनहिबिटरी एक्टिविटी रखते हैं। कामवाल कई राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय विज्ञान-एजेन्सी के फैलो मेम्बर है।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को दिए निर्देश, राजस्व बकायेदारों के नाम अखबारों में छपवाएं
हरिद्वार, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राजस्व के बड़े बकायेदारों के नाम अखबारों में छपवाए जाएं तथा राजस्व के लंबित प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए। जिलाधिकारी ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में राजस्व सहित अन्य विभागों की समीक्षा बैठक ली।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि एसडीएम व तहसीलदार कोर्ट आदि में राजस्व से सम्बन्धित लम्बित प्रकरणों को देखते हुये यह प्रतीत हो रहा है कि संबंधित कार्मिक कोर्ट को समय कम दे रहे हैं। उन्होंने कहा जो प्रकरण लम्बित हैं, अधिक से अधिक समय देते हुये उनका निस्तारण तेजी से करना सुनिश्चित करें। रूटीन के जो काम हैं, वे नियमित रूप से हों तथा आवश्यक बैठकें अपराह्न 3.00 बजे के बाद की जाएं।
बैठक में चकबन्दी से जुड़े हुए कुछ अधिकारियों के अनुपस्थित पाये जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट की तथा उनका स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये। बैठक में वसूली का विवरण लेते हुये उन्होंने निर्देश दिये कि जो बड़े 10 बकायेदार हैं, उनका पूरा विवरण एक डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से प्रदर्शित किया जाये तथा उस विवरण को समाचार पत्रों आदि में भी प्रकाशित कराया जाये।
वार्षिक खतौनी के बारे में सन्तोषजनक उत्तर न मिलने पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि रोस्टर बनाकर 15 दिन के भीतर खतौनी तैयार की जाएं तथा जब तक खतौनी बन नहीं जाती है, तब तक लेखपालों का वेतन आहरण न किया जाये।
बैठक में जिलाधिकारी ने गुण्डा ऐक्ट, सीनियर सिटीजन के प्रकरण, भरण-पोषण के मामले, शत्रु सम्पत्ति, आडिट आपत्ति, भगवानपुर में तहसील भवन का निर्माण, विभागीय कार्रवाई, पदोन्नति, पेंशन, सेवा का अधिकार, मजिस्ट्रियल जांच आदि की समीक्षा की।
खास खबर : प्रदेश के सूचना अधिकारियों के हुए तबादले
देहरादून, राज्य सरकार ने सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग उत्तराखण्ड के अधीन जिला सूचना कार्यालयों में कार्यरत कार्मिकों के तबादले कर दिए गए है।
जिला सूचना अधिकारी गोविंद सिंह को बागेश्वर से जिला सूचना कार्यालय पिथौरागढ़, जिला सूचना अधिकारी जानकी को पिथौरागढ़ से सूचना निदेशालय देहरादून, अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी कृपाल लाल टम्टा को नैनीताल से जिला सूचना कार्यालय पिथौरागढ़, अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी सुरेश कुमार को उत्तरकाशी से जिला सूचना कार्यालय बागेश्वर और कनिष्ठ सहायक सुरेंद्र कुमार को पिथौरागढ़ से जिला सूचना कार्यालय नैनीताल भेजा गया है।
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