देहरादून, प्रदेश में बेरोजगार युवा सरकार के खिलाफ एकजुट होकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, इसी क्रम में सहायक अध्यापक (एलटी) भर्ती में चयनित युवाओं ने सोमवार को नियुक्ति को लेकर सीएम आवास कूच किया। परेड ग्राउंड से शुरू हुई रैली कनक चौक, सुभाष रोड, ग्लोब चौक, राजपुर रोड और दिलाराम चौक होते हुए हाथीबड़कला पहुंची, जहां पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान पुलिस और अभ्यर्थियों में थोड़ी नोकझोंक भी देखने को मिली।
प्रदर्शनकारी युवाओं ने बताया कि वे पांच सितंबर से नियुक्ति की मांग को लेकर 1431 चयनित अभ्यर्थी ननूरखेड़ा स्थित शिक्षा निदेशालय में धरने पर बैठे हैं। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग नौ महीने पहले एलटी का परिणाम घोषित कर चुका है, लेकिन नियुक्ति प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ रही है। एक तरफ स्कूलों में शिक्षकों की कमी है, दूसरी तरफ सरकार चयनितों को नौकरी नहीं दे रही है। नियुक्ति प्रक्रिया तक आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान पुलिस के साथ युवाओं की नोकझोंक हुई। सड़क पर ही धरने पर बैठे युवाओं को शाम को पुलिस ने जबरन उठाया। इस दौरान अंकित डंगवाल, हरीश बंगवाल, नवीन कुनियाल, महावीर सिंह, प्रीतम सिंह, विनय जमलोकी आदि मौजूद रहे। आशुलिपिक चयनित युवाओं और एलटी चयनित अभयर्थियों ने सोमवार को परेड ग्राउंड से सीएम आवास कूच किया।
एलटी चयनित अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन में शामिल महिलाओं से बदसलूकी का आरोप लगाया। उनका आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को जबरन उठाकर वाहनों में डाला। महिला अभ्यर्थियों के साथ मारपीट का भी आरोप लगाया। पुलिस के साथ धक्का-मुक्की के बीच एक महिला को चोट भी आई। अभ्यर्थियों का आरोप है कि नियुक्ति की मांग पर सुनवाई की बजाय सरकार उनके आंदोलन को बलपूर्वक दबाना चाहती है। परेड ग्राउंड में सोमवार सुबह नौ बजे से ही युवा एकत्रित होने लगे थे। यहां एलटी और आशुलिपिक भर्ती के चयनित युवा शामिल थे। यहां से जैसे ही युवाओं की रैली सीएम आवास जाने लगी तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस का कहना था कि सीएम आवास कूच की अनुमति नहीं है। इसे लेकर सीओ नीरज सेमवाल के साथ युवाओं की नोकझोंक हुई। पुलिस के रोकने पर भी युवा आगे बढ़े।
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