नई दिल्ली । अमेरिका और यूरोप में बैंकिंग संकट, बढ़ती महंगाई और मंदी की आशंका के बीच भारत के लिए एक अच्छी खबर आई है। वैश्विक एजेंसी फिच रेटिंग्स ने स्टेबल आउटलुक के साथ भारत को दीर्घकालिक विदेशी मुद्रा जारीकर्ता डिफ़ॉल्ट रेटिंग ‘बीबीबी‘की पुष्टि की है।
न्यूयॉर्क स्थित इस रेटिंग एजेंसी ने कहा कि भारत की रेटिंग दूसरे देशों की तुलना में एक मजबूत ग्रोथ और लचीले बाहरी वित्त से ताकत को दर्शाती है। इसने पिछले एक साल में बड़े बाहरी झटकों को दूर करने में सफलता हासिल की है।
इसके अलावा रेटिंग एजेंसी ने भारत को मार्च 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में विश्व स्तर पर 6 फीसद की दर से सबसे तेजी से बढऩे वाली फिच-रेटेड सॉवरेन में से एक होने का अनुमान लगाया है। रेटिंग एजेंसी के अनुसार हेडलाइन मुद्रास्फीति में गिरावट आएगी, लेकिन भारतीय रिज़र्व बैंक के 2 से 6 फीसद लक्ष्य बैंड के ऊपर बनी रहेगी, जो पिछले वर्ष के 6.7 फीसद से वित्त वर्ष 24 में 5.8 फीसद औसत है। कोर मुद्रास्फीति का दबाव कम होता दिख रहा है, जो मार्च में गिरकर 5.7 फीसद हो गया। यह जुलाई 2021 के बाद सबसे कम है।
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