हल्द्वानी, पैन कार्ड अपडेट करा रहे हैं तो सावधान रहें। भारतीय स्टेट बैंक के योनो एप से पैन कार्ड अपडेट करने के नाम पर साइबर ठग लोगों को टारगेट कर रहे हैं। साइबर क्राइम पुलिस ने लोगों को जागरूक किया है। चेताया कि पैन कार्ड अपडेट के नाम पर कोई भी लिंक आए तो क्लिक न करें। साइबर अपराध को रोकने के लिए सभी जिलों में साइबर सेल बनाए गए हैं। इसके अलावा रुद्रपुर में साइबर क्राइम पुलिस का थाना है। जहां पर शिकायतें पंजीकृत की जाती हैं। पुलिस ने अपने फेसबुक पेज पर मैसेज कर बताया है कि भारतीय स्टेट बैंक के योनो एप से पैन कार्ड अपडेट किए जाते हैं। साइबर ठगों ने इसे अपने निशाने पर लिया है।
पैन कार्ड अपडेट करने के नाम पर लोगों के फोन पर लिंक आ रहे हैं। लिंक को खोलते ही ठगी हो रही है। इसलिए इससे बचने के लिए जागरूकता जरूरी है। साथ ही ठगी होने पर साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 को डायल करें या नजदीकी साइबर सेल में जाएं। जागरूकता ही साइबर अपराध से बचने का एकमात्र तरीका है। अधूरी जानकारी के मोबाइल में कोई लिंक को ओपन न करें। योनो एप से पैन कार्ड अपडेट करने के नाम पर ठगी हो सकती है। आयकर विभाग ने पैन कार्ड पर नाम बदलने की प्रक्रिया को आसान कर दिया है। अब पैन कार्ड यूजर्स घर बैठे ऑनलाइन ये कर सकते हैं। कई वजहों से कुछ लोग पैन कार्ड में अपना नाम बदलना चाहते हैं।
यूटीआईआईटीएसएल (यूटीआई इंफ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी एंड सर्विसेज लिमिटेड) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
अब पैन कार्ड सेवाओं और फिर पैन कार्ड में बदलाव/सुधार का चयन करें।
अगले स्टेप में ड्रॉप-डाउन मेनू से पैन कार्ड डिटेल में बदलाव/सुधार के लिए आवेदन करें चुनें।
अब आपको पैन डेटा पेज में परिवर्तन/सुधार के लिए आवेदन पर ले जाया जाएगा।
फिर आपको दो विकल्पों के बीच चयन करना होगा।
फिजिकल (फिजिकल दस्तावेजों के साथ आगे आवेदन) और डिजिटल (डिजिटल दस्तावेजों के साथ फॉरवर्ड एप्लीकेशन) (पेपरलेस)।
बाद का विकल्प यानी डिजिटल (पेपरलेस) चुनें।
अब ड्रॉप-डाउन मेनू से आधार-बेस्ड ई-केवाईसी विकल्प चुनें (निवासी का विवरण आधार संख्या के आधार पर यूआईडीएआई सर्वर से लिया जाता है)।
यह आधार-बेस्ड ई-साइन का उपयोग करके ऑटोमैटिक साइन इन करें का विकल्प का चयन करता है।
अब आप अपना पैन नंबर एंटर करें।
अब यह चुनना होगा कि क्या आप फिजिकल पैन कार्ड के साथ-साथ एक अपडेटेड पैन कार्ड (दोनों फिजिकल और ई-पैन) चाहते हैं) या सिर्फ एक ई-पैन चाहते हैं।
इसके बाद सबमिट बटन दबाएं।
अपनी सभी जरूरी जानकारी के साथ आवेदन पत्र भरें और आवश्यक भुगतान करें।
आधार ऑथेंटिकेशन यूआईडीएआई सर्वर से रीयल-टाइम बेसिस पर होगा, जिसके बाद आवेदन आगे प्रोसेस किया जाएगा।
ईकेवाईसी सर्विसेज के लिए आपके यूआईडीएआई रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा।
ओटीपी और सहमति देने के बाद जरूरी बॉक्स में यूआईडीएआई डेटाबेस से आपके पैन फॉर्म में पता भरा जाएगा।
इसके बाद आपको आवेदन डेटा को वेरिफाई करने के साथ-साथ दूसरे डिटेल देकर सबमिट करना होगा।
आपको ई-साइन के लिए एक और ओटीपी मिलेगा और ओटीपी दर्ज करने के बाद एप्लिकेशन पर आधार बेस्ड ई-सिग्नेचर किए जाएंगे।
आधार का उपयोग करके पैन कार्ड नाम परिवर्तन के लिए यूटीआईआईटीएसएल द्वारा आवेदन को सेव और प्रोसेस किया जाएगा।
श्रीदेव सुमन विवि की नई कार्य परिषद गठित, 13 सदस्यों को किया गया शामिल, 2 साल तक होगा कार्यकाल
टिहरी (चंबा), श्रीदेव सुमन विवि की नई कार्य परिषद अस्तित्व में आ गई है। कुलाधिपति राज्यपाल ने कार्य परिषद (ईसी) के चार सदस्य नामित कर दिए हैं। कुलाधिपति की ओर से नामित ईसी के सदस्यों का कार्यकाल ये साल का होगा कार्य परिषद विवि का सर्वोच्च सदन होता है। इसी की मुहर लगने के बाद ही विवि कार्यक्रमों की रूपरेखा निर्धारित करता है।
पूर्व में गठित श्रीदेव सुमन विवि की कार्य परिषद के सदस्यों का कार्यकाल बीते 7 जनवरी को समाप्त हो गया था। विवि ने 13 सदस्यीय नई कार्य परिषद का गठन किया है। कुलाधिपति / राज्यपाल की ओर से श्रदेव सुमन विवि के लिए उत्तराखंड हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति बीसी कांडपाल, एचबी टैक्नीकल विवि कानपुर के डॉ. अरुण मैठाणी, पंजाब विधि चंडीगढ़ के प्रो. राजीव के.पुरी, एचएनबी गढ़वाल विवि राजनीतिशास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो. एमएम सेमवाल को नामित किया गया है। जबकि उच्च शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए राज्य सरकार की ओर से प्रो. केडी पुरोहित को इसी का सदस्य नामित किया है।
राज्यपाल ने कार्य परिषद में चार सदस्य नामित किए
विवि के कुलपति प्रो. एमएस रावत ने बताया कि इसी में एक वरिष्ठ संकायध्यक्ष को नामित किया गया है। विवि की ओर से ऋषिकेश परिसर के विज्ञान संकायध्यक्ष प्रो. गुलशन कुमार डोंगरा को नामित किया गया है। जिनका एक वर्ष का कार्यकाल होगा। ऋषिकेश कैंपस के प्रो. आनंद प्रकश सिंह, डॉ भरत इक्षसह, डोईवाल महाविद्यालय के डॉ अनिल भट्ट को ईसी सदस्य बनाया गया है। जिनका कार्यकाल आगामी 9 जून तक होगा। इसके अलावा राजकीय महाविद्यालय नागनाथ पोखरी के प्राचार्य प्रो. पंकज पंत, राजकीय महाविद्यालय जयहरीखाल के प्राचार्य प्रो. एल राजवंशी, कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर एलाइड साइंस देहरादून के प्राचार्य प्रो. आरआर द्विवेदी आदि को इसी नामित किया गया है।
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