(देवेन्द्र चमोली)
” भारी बारिश व बर्फबारी के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिहं रावत सहित कई गणमान्य ब्यक्ति बने कपाट बंद होने के साक्षी”
रूद्रप्रयाग-भगवान आशुतोष के ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदार के कपाट पूजा अर्चना व विधि विधान के साथ आज शीत काल के लिये बंद कर दिये गये है। भारी वारिस व वर्फवारी के बीच आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवन्द्र सिंह रावत सहित कई गणमान्य लोग कपाट बंद होने के साक्षी बने । सैकड़ो भक्तों के जयकारे के साथ प्रातः 8.30 बजे बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्तव डोली केदारनाथ धाम से शीतकालीन गद्दी स्थल ऊखीमठ के लिये प्रस्थान हो गई।
आज भय्यादूज के अवसर पर प्रातः 8.30 बजे भगवान आशुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंगों मे एक ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिये बंद कर दिये गये है। मंदिर को ब्रह्म मुहूर्त में 3 बजे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोला गया मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग द्वारा बाबा की समाधि पूजा संम्पन्न की गई । प्रातः 6.30 बजे भैरवनाथ को साक्षी मानकर गर्भगृह को बंद किया गया व 8.30 बजे सभा मंडप व मुख्य द्वार बंद होने के पश्चात डोली ने शीतकालीन गद्दी स्थल ऊखीमठ के लिये प्रस्थान किया अब अगले छः महीनो तक बाबा की पूजा अर्चना शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में सम्पन्न होगी।
डोली आज प्रथम पड़ाव रामपुर पहुंचेगी कल 17 नवंबर श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी व 18 नवंबर को उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी।
इस यात्रा वर्ष एक लाख पैतीस हजार से अधिक श्रद्धालु भगवान केदारनाथ धाम के दर्शनो को पहुंचे।
इस अवसर पर उत्तर पदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत,शहरी विकास मंत्री श्री मदन कौशिक, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वतंत्र देव सिंह, उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव श्री अवनीश अवस्थी, मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के औद्योगिक सलाहकार डॉ के.एस. पंवार, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग मनुज गोयल, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह, एसपी रूद्रप्रयाग नवनीत भुल्लर, प्रशासनिक/ मंदिर अधिकारी युद्धवीर पुष्पवान, भैरवनाथ जी के पश्वा अरविंद शुक्ला, सुभाष सेमवाल सहित तीर्थ पुरोहित एवं सैकड़ो श्रद्धालु मौजूद रहे ।
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि इस यात्रा वर्ष 135023 एक लाख पैंतीस हजार तेईस श्रद्धालुओं ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किये। बाबा के जय घोष के साथ डोली ने प्रथम पड़ाव रामपुर हेतु प्रस्थान किया जहां देवस्थानम बोर्ड के कार्याधिकारी एन.पी.जमलोकी, कोषाध्यक्ष आर सी तिवारी एवं वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल उत्सव डोली की अगवानी करेंगे।
बतादें कि श्री गंगोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर शीतकाल के लिए बंद हो गये। श्री यमुनोत्री धाम के कपाट अपराह्न 12 बजकर 15 मिनट पर बंद हो रहे । श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को शायं 3 बजकर 35 मिनट पर बंद होंगे। द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी के कपाट भी 19 नवंबर सुबह 7 बजे बंद हो रहे है। मद्महेश्वर मेला 22 नवंबर को आयोजित हो रहा है । तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट 4 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो गये हैं।
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