ऋषिकेश। ऋषिकेश से पहाड़ के लोकल रूटों पर बसों की कमी लगातार बनी हुई है। पहाड़ की सवारियों को बसों के लिए भटकना पड़ रहा है। मंगलवार को श्रीनगर लोकल रूट और टिहरी उत्तरकाशी लोकल रूट के प्लेटफार्म पर एक भी बस नहीं थी। बसों की जगह प्लेटफार्म पर टैक्सी खड़ी नजर आईं। बसें नहीं होने से सवारियों को टिकट देने वाले कर्मचारी भी टिकट काउंटर बंद कर चलते बने। मंगलवार को सुबह ही श्रीनगर लोकल रूट के साथ टिहरी और उत्तरकाशी रूट पर परिवहन व्यवस्था चरमरा गई। बसें नहीं होने से सवारियां सामान के बोझ के साथ भटकती रहीं। संयुक्त यात्रा बस अड्डा से देहरादून रोड पर नटराज चौक तक सवारियां बसों के लिए भटकती नजर आईं। हालात यह रहे कि सामान्य दिनों में संयुक्त यात्रा बस अड्डा परिसर में सवारियों का इंतजार करने वाली कतार से खड़ी बसों की जगह टैक्सियां खड़ी नजर आईं। गंतव्य तक पहुंचने के लिए कई सवारियों ने टैक्सी से सफर तय किया। घनसाली जाने वाली अनिता, पूनम ने बताया कि वह दिल्ली से सुबह 7 बजे संयुक्त यात्रा बस अड्डे पर पहुंचे, लेकिन सुबह 10 बजे तक बस नहीं मिली। बताया कि टिकट काउंटर से कर्मचारी भी गायब मिले। आखिरकार टैक्सी हायर कर घनसाली का सफर तय कर रहे हैं। यही हाल श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, लंबगांव, चंबा, गजा आदि क्षेत्रों में जाने वाली सवारियों का रहा, जो बसों के लिए भटकते रहे। एआरटीओ प्रवर्तन मोहित कोठारी ने बताया कि अब चारधाम पर गई बसों के लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है। दोपहर में यात्रा से करीब 15 बसें लौटी हैं, इन्हें प्राथमिकता के आधार पर लोकल रूट पर संचालित करने के निर्देश परिवहन कंपनियों को दिए हैं। इससे लोकल सवारियों को काफी राहत मिलेगी।
पंजीकरण न होने से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री लौटे
केदारनाथ धाम, यमुनोत्री धाम में तीर्थयात्रियों की भीड़ बढ़ने पर ऋषिकेश में फोटो पंजीकरण की व्यवस्था स्लॉट के आधार पर कर दी गई है। पंजीकरण केंद्र के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रेमअनंत ने बताया कि मंगलवार से स्लॉट के आधार पर पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। प्रतिदिन एक निश्चित आंकड़े का स्लॉट खोला जाएगा। उससे अधिक फोटो पंजीकरण नहीं होंगे। नई व्यवस्था के तहत अब तीर्थयात्रियों को पंजीकरण के लिए स्लॉट बुक कराना होगा। बताया कि मंगलवार को स्लॉट पैक होने पर एक हजार से अधिक यात्रियों को लौटाया गया।
Recent Comments