Tuesday, September 17, 2024
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विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी ने महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को किया सम्मानित

“समारोह में 119 स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित कर उन्हें आर्थिक सहायता के चेक भी प्रदान किये”

कोटद्वार, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने बुधवार को कोटद्वार के नगर निगम स्थित सभागार में महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश की महिलाओं की सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में उठाए गए कदमों की सराहना की। उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष एवम् क्षेत्रीय विधायक ऋतु खण्डूडी भूषण ने समारोह में 119 स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित कर उन्हें आर्थिक सहायता के चेक वितरण किए।
समारोह में विधानसभा अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा, “स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं समाज की रीढ़ हैं। उनकी मेहनत और समर्पण ने न केवल अपने परिवारों की स्थिति को बेहतर बनाया है, बल्कि समाज के अन्य वर्गों के लिए भी प्रेरणा का कार्य किया है। इन समूहों के माध्यम से महिलाएं न केवल अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर रही हैं, बल्कि समाज में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभा रही हैं।”
खण्डूडी ने कहा कि हमारी प्रदेश की महिलाएं आज आत्मनिर्भर बनने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रही हैं। ‘स्वयं सहायता समूहों’ के माध्यम से उन्होंने न केवल अपने परिवारों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ किया है, बल्कि समाज में भी एक नई दिशा प्रदान की है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उत्तराखंड सरकार महिलाओं के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही है, जो उन्हें समाज में मजबूत भूमिका निभाने में सक्षम बना रही हैं। इन योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक सहायता, शिक्षा और स्वावलंबन के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए और इस समर्थन के लिए विधानसभा अध्यक्ष के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि आर्थिक सहायता के माध्यम से उन्हें व्यवसाय शुरू करने और अपनी आजीविका को बेहतर बनाने में काफी मदद मिलेगी। यह वितरण कार्यक्रम महिलाओं की उद्यमिता को बढ़ावा देने और उन्हें समाज में अपने योगदान को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
समारोह की समाप्ति पर विधानसभा अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि इन समूहों की सफलता अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करेगी और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सकारात्मक कदम साबित होगी।
इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष जंग बहादुर रावत, मण्डल अध्यक्ष पंकज भाटिया, हरि सिंह पुंडीर, प्रेमा खंतवाल, मानेश्वरी बिष्ट, आशा, रजनी बिष्ट, पार्षद कमल नेगी ,मनीष भट्ट, सौरव नौडियाल, राजेंद्र बिष्ट, ज्योति सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।

 

दून पुस्तकालय में तीन वृत्तचित्र फिल्मों का हुआ प्रदर्शन

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से संगीत और इसे रचने वाले लोगों पर केंद्रित तीन वृत्तचित्रों का प्रदर्शन आज सायं सभागार में किया गया।
पीएसबीटी के सहयोग से प्राप्त इन फिल्मों को पर्दे पर निकोलस हॉफलैण्ड ने प्रदर्शित किया। पहली फिल्म’सो हेडन सो हॉडन’ थी। इसका निर्देशन,अंजलि मोंटेइरो और केपी जयशंकर ने किया है। इसकी अवधि ,52 मिनट है और इसका निमार्ण 2011 में हुआ। फिल्म अंग्रेजी, हिंदुस्तानी में है। दूसरी फिल्म ’मैश अप’ थी। इसका निर्देशन,पंकज बुटालिया, ने किया और 27 मिनट अवधि की यह फिल्म हिंदी में बनी हुई है।’ओर्माजीविकल (मेमोरी बीइंग्स)’ तीसरी फिल्म रही। इस फिल्म का निर्देशन, निर्देशन,सुधा पद्मजा फ्रासिंस ने किया है और यह 26 मिनट अवधि की है। यह फिल्म ,मलयालम में है।
‘सो हेडन सो हॉडन’ भारत और पाकिस्तान को अलग करने वाले गुजरात के कच्छ के महान रण के किनारे रहने वाले देहाती मुस्लिम समुदायों के संगीत और रोजमर्रा के जीवन की यात्रा का बेहतरीन चित्रण करती है।वहीं ’मैश अप’ फिल्म में शैल और नदीम दो युवा किरदार उभरते हैं। ये दोनों नई दिल्ली के निज़ामुद्दीन की बस्ती में रहते हैं। दोनों गरीब परिवारों से हैं, वे अपने संगीत के माध्यम से, रूढ़िवादिता से बाहर निकलने का सपना देखते हैं। वे ’पेनफुल रॉकस्टार’ नाम से एक संगीत समूह बनाते हैं,जो प्यार और टूटते दिल के गीत गाते हैं। यह फिल्म उनके सपने को प्रदर्शित करती है।
आखिर में दिखायी गई तीसरी फिल्म ’ओरमाजीविकल (मेमोरी बीइंग्स)’ एक प्रभाववादी फिल्म है जो उत्तरी केरल के कोझिकोड और उसके साधारण शहरवासियों के संगीत में आध्यात्मिक विसर्जन की तस्वीर पेश करती है। एक चिंतनशील निबंध जो एक संगीत संस्कृति को दर्शाता है जो महानगरीय है, इसमें स्थानीय और वैश्विक प्रभाव मजबूत हैं, यह शहर और उसके लोगों के संगीत और यादों की खोज करता है।
कार्यक्रम के आरम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया और अन्त में निकोस ने सभी उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर नूतन डिमरी गैरोला, अरुण कुमार असफल, देवेंद्र कांडपाल, सुंदर बिष्ट,बिजू नेगी,मनोज कुमार, डॉ. लालता प्रसाद, मेघा विलसन, शैलेन्द्र नौटियाल, हिमांशु नौटियाल, इरा चौहान सहित शहर के अनेक फिल्म प्रेमी, रंगकर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक साहित्यकार सहित दून पुस्तकालय के अधिसंख्य युवा पाठक उपस्थित रहे।

 

पंचायत संगठन ने गोरल मंदिर में लगायी अर्जी

चम्पावत : पंचायत संगठन ने गोल्ज्यू के दरवार में लगाई अर्जी, 2511 सदस्य  भेजेंगे सीएम को मांग के समर्थन में पोस्टकार्ड - चम्पावत ख़बर
-आश्वासत: दो वर्ष कार्यकाल को धामी ही बढ़ाएंगे
-संगठन को पूरा भरोसा, चम्पावत विधान सभा के पंचायत प्रतिनिधि निभाएंगे मुख्य भूमिका निभाए
-2511 सदस्य भेजेंगे सीएम को मांग के समर्थन में पोस्टकार्ड

पिथौरागढ़, उत्तराखंड़ त्रिस्तरीय पंचायत संगठन की संवाद यात्रा बुधवार को मुख्यमंत्री की विधानसभा चंपावत पहुंची। संगठन ने न्याय के देवता गोरल मंदिर में अपनी मनोकामना पूर्ण होने के लिए एक अर्जी भी लगाई। कहा कि मनोकामनापूर्ण होने पर पूजा अर्चना के साथ भंडारा होगा। जिसका उद्घाटन भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ही करेंगे।
संगठन ने कहा कि उसे पूर्ण भरोसा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री उनकी मांग को अवश्य पूरा करेंगे। क्योंकि मांग को पूर्ण करने के लिए संवैधानिक मार्ग पहले से तैयार हैं।
विधानसभा चम्पावत के पंचायत के प्रतिनिधियों से भी अपील की गई थी वह मुख्यमंत्री से रोज एक-एक फोन करके तथा जिले के 2511 सदस्य एक पोस्टकार्ड भेज कर इस मांग पर पंचायत सदस्यों के पक्ष में फैसला लेने का अनुरोध भी करेंगे।
आज से 13 दिन पूर्व रुद्रप्रयाग जनपद के मुख्यमंत्री ऊखीमठ ब्लॉक के ओंकारेश्वर मंदिर से बाबा केदार का आशीर्वाद लेकर शुरू हुई।
संगठन के सदस्यों ने गोरल मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की ओर संगठन की ओर से अपनी मनोकामना को पूर्ण करने के लिए गोलू के दरबार में एक मनोकामनापूर्ण करने की अर्जी दाखिल की।
जिला पंचायत सभागार में आयोजित कार्यक्रम में जिला मनोज सिंह अध्यक्ष ने संवाद यात्रा की सदस्यों का जोरदार स्वागत किया संगठन की मोहन सिंह तड़ागी ने यात्रा दल का स्वागत किया।
संगठन के प्रदेश संयोजक जगत मर्तोलिया ने कहा कि जब- जब भी मुख्यमंत्री से मिले, मुख्यमंत्री इस मांग को पूर्ण करने के लिए हमेशा संवेदनशील दिखे है।
इसलिए मुख्यमंत्री ने एक माह की समय अवधि में परीक्षण करने के लिए तय किया था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के इस मांग के संवैधानिक होने के समस्त दस्तावेज सौंप गए है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जो भी सुलभ मार्ग हो सकता है, उसे अपनाया जाएगा। इसलिए संगठन को भरोसा है कि मुख्यमंत्री इस मांग पर ऐतिहासिक फैसला लेंगे।
ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष भास्कर सम्मल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को भारत की राजनीति में धाकड़ धामी के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि नकल विरोधी कानून, नागरिक संहिता जैसे कानून लाकर राज्य के मुख्यमंत्री देश भर में कड़े फैसले लेने की छवि बनाई है।उन्होंने कहा कि चंपावत विधानसभा का एक-एक त्रिस्तरीय पंचायत के सदस्य को मुख्यमंत्री से सम्पर्क कर कर इस मांग को पूर्ण करने के लिए मुख्य भूमिका निभाएगें।
जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि प्रकाश राय ने कहा कि जिला पंचायत भी इस आंदोलन के साथ है। कहा कि संगठन का जो फैसला होगा, चम्पावत के त्रिस्तरीय पंचायतों के सदस्य संगठन के साथ खड़े रहेंगे। तीन साल तक जिला योजना समिति का गठन नहीं हो पाया है। इससे जिला पंचायतों को भारी नुकसान हुआ है।
ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष सरोज अधिकारी, बाराकोट के ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र अधिकारी,पिथौरागढ के जिलाध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह सौन, रुद्रप्रयाग के जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह नेगी, सितारगंज के अमरजीत, खटीमा से पौड़ी गढ़वाल के एकेश्वर ब्लॉक के अध्यक्ष पंकज पोखरियाल, ऊखीमठ के ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष सिंह रावत, खटीमा के कुलवीनदर कौर, प्रदेश उपाध्यक्ष खीमानंद बिनवाल, नारायण सिंह फर्त्याल, खट जगत सिंह, देव प्रकाश चंद्र, लालमणी भट्ट, अनिल चंद्र, पूजा जोशी, भीम दत्त, रोहित भट्ट, बालम सिंह, तुलसी देवी, सुनीता देवी, रोहित भट्ट, मदन बोरा, चंद्र शेखर गडकोटी, युगल किशोर धोनी, कमल किशोर आदि उपस्थित रहे। संचालन भुवन चौबे ने किया।

 

योगेश डिमरी पर शराब तस्कर द्वारा किये गए जानलेवा हमले को लेकर महापंचायत, बड़े प्रदर्शन की दी चेतावनी

देहरादून, ऋषिकेश में डिजिटल पत्रकार योगेश डिमरी पर शराब तस्कर द्वारा किये गए जानलेवा हमले के खिलाफ हरिद्वार रोड स्थित नीलकंठ वेडिंग पॉइंट में स्थानीय नागरिकों द्वारा एक बड़ी महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों की तादात में लोगों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर एक स्वर में इस घटना की निंदा की गई। वहां पहुंचे लोगों में कांग्रेस, बीजेपी, यूकेडी, आम् आदमी पार्टी समेत कई राजनीतिक दलों के लोग तथा सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल थे ।
सभी लोगों ने इन तस्करों और अपराधियों के बुलंद हौसलों एवं उन्हें मिल रहे राजनीतिक संरक्षण पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए, कुछ बिंदुओं पर सरकार से मांग कर डाली तथा मांग पूरी करने हेतु सरकार को एक हफ्ते का समय दिया, मांगे पूरी न होने पर सभी ने एक
स्वर में बड़े प्रदर्शन की चेतावनी दी है ।

महापंचायत में सरकार के सन्मुख निम्न मांगों को रखा गया :
-श्रीमती विमलेश पत्नी श्री सुनील वालिया द्वारा लिखाई गई एफआईआर झूठी है, जिसे तुरंत
खारिज किया जाए ।
-यह अपराध संगठित होकर प्लान बनाकर कारित किया गया है, जो कि भारतीय न्याय संहिता
की धारा 111 तथा गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत कार्यवाही की जाए ।
-उक्त शराब तस्कर तथा इनके रिश्तेदारों द्वारा अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति को राज्य सरकार तुरंत जब्त करे ।
-उक्त शराब माफिया और उसके साथियों की एक साल की कल डिटेल्स निकालकर, राजनीतिक
एवं पुलिस के संरक्षण तथा मिलीभगत का पर्दापाश किया जाए ।
-बाकी खुले घूम रहे हमलावरों की तुरंत गिरफ़्तारी की जाए ।
-संगठित अपराधी सिंडिकेटर के घर से पुलिस द्वारा जब्त किये गए डिवीआर की घटना वाले पूरे दिन की रिकॉर्डिंग को सुरक्षित रखा जाए एवं इसको सार्वजनिक भी किया जाए ताकि पारदर्शिता रहे ।
-ऋषिकेश क्षेत्र के अन्य मागफियाओं को जिलबदर किया जाए ।
-सम्पूर्ण ऋषिकेश कोतवाली में कार्यरत कर्मियों को निलंबित किया जाए ।

महापंचायत में सरकार से बात करने के लिए बनाया गया डेलीगेशन :
महापंचायत में सरकार तथा पुलिस के आला अधिकारियों से वार्ता करने के लिए एक डेलीगेशन बनाया गया जिसमें विकास सेमवाल, रामरतन रतुड़ी, जिलाध्यक्ष भाजपा किसान मोर्चा नरेंद्र रावत, शिक्षाविद हिमांशु रावत, प्रमोद शर्मा, आशुतोष शर्मा, एडवोकेट ललमनी रतुड़ी, राजीव थपलियाल, विनोद चौहान, हर्ष ग्वाडी, संजीव चौहान, मानवेंद्र कंडारी, सतीश रावत, विजय बिष्ट, पार्षद विपिन पंत, विजय बडोनी, निर्मल उनियाल, दीपिका व्यास, प्रभाकर पैन्यूली, पवन पांडे आदि मुख्य रूप से नामित किये गए हैं।

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