(दीपिका गौड़)
‘आशा फैसिलिलेटर संगठन 26 अप्रैल को जिला मुख्याल पर करेगा विशाल विरोध प्रदर्शन’
देहरादून, बारिश हो या तपती दोपहरी, आंधी आए या ओले पड़े या फिर महामारी ही क्यों न फैली हो, महिलाओं का एक समूह तमाम मुश्किलों व चुनौती भरे हालातों के बावजूद ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ बन लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराता है। हम बात कर रहे हैं आशा फैसिलिलेटरों कर्मियों की। इनका मेहनताना भले कम हो लेकिन मेहनत में कोई कोर-कसर नहीं रखतीं, अधिकतर काम की चर्चा भी नहीं होती। इतना सब कुछ करने के बाद भी सरकारों के द्वारा उनके मांगों पर विचार नहीं किया जा रहा है। आशा फैसिलिलेटर एवं कार्यकर्ता संगठन की जिला अध्यक्ष लक्ष्मी शर्मा ने बताया कि दवाएं, टीके, प्राथमिक चिकित्सा देने के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थ्य सलाह देने के अलावा कई अन्य सेवाएं भी देती हैं। लेकिन कम भुगतान, सुविधाओं की कमी और अनियमित काम के समय के खिलाफ उनका संघर्ष जारी है। और क्योंकि वे महिलाएं हैं ऐसे में घर और नौकरी दोनों के बीच संतुलन साधना भी उनके लिये अहम है। उन्होने बताया कि इसी मांगों को लेकर आगामी 26 अप्रैल को पंडित दीन दयाल उपाध्याय पाक्र से रैली निकाल कर जिला मुख्याल पर विशाल विरोध प्रदर्शन किया जायेगा और जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्य मंत्री को ज्ञापन भेजा जायेगा।
इस मौके पर आशा फैसिलिलेटर संघ उत्तराखंड की प्रदेश महामंत्री रेनू नेगी ने कहा कि आशा फैसिलिटेटरों को 20 दिन का मोबिलिटी के स्थान पर 30 दिन का मोबिलिटी दी जाये, जबकि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 30 दिन का मोबिलिटी दी जा रही है। उत्तराखंड में आशा फैसिलिटेटर राज्य सरकार के अधीन स्वास्थ्य विभाग में आशा एवं आशा फैसिलिटेटरों के रूप में वर्ष 2005 से अपनी लगातार सेवाएं दे रही है। जबकि प्रदेश में 11086 आशाओं का मार्ग दर्शन आशा फैसिलिटेटरों द्वारा हि किया जा रहा है। प्रदेश में वर्तमान समय में 12,315 आशा कार्यकर्ती है जिनके उपर आशा फैसिलिटेटर उनके कार्य से सुचारू रूप से संचालित करने में सहयोग/निरीक्षण करती है। महोदय जी आपको अवगत करान है कि क्षेत्रीय जना एंव महिलाओं को स्वास्थ्य एवं प्रसव के सम्बन्ध में जागरूक करना, स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी प्रदान करना, टीकारण कराना तथा केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर संचालित स्वास्थ्य सम्बन्धी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का कार्य भी आशा फैसिलिटेटरों द्वारा किया ही किया जाता है।उन्होंने सरकार से मांग रखी कि 5 नियत न्यूनतम मानदेय आशा फैसिलिटेटर का निर्धारित किया जाए आशा फैसिलिटेटरो हेतु 24000 प्रतिमाह नियत की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर रैली निकालने के बाद भी उनके मांगों पर सरकार के द्वारा विचार नहीं किया गया तो वह धरना प्रदर्शन, भूख हलडता और वडे आंदोलन के लिए विवश हो जाएंगे।
पत्रकार वार्ता में जिला महामंत्री संगीता रानी ने कहा कि कम वेतन मिलने तथा इतना सारा कार्य करने के बाद भी सरकार के द्वारा हमारे भविष्य के वारे में कभी भी विचार नहीं किया गया है। जबकि आशा एवं आशा फैसिलिटेटर एक गरीब परिवार से आती हे जिनके ऊपर पूरा परिवार आश्रित है। कम वेतन मिलने के बाद वह अपने परिवार का पालन पोषण करने में लगातार असमर्थ हो रहे है।
संत निरंकारी मिशन ने मानव एकता दिवस के उपलक्ष पर आयोजित किया रक्तदान शिविर
देहरादून, संत निरंकारी मिशन द्वारा मानव एकता दिवस के उपलक्ष पर संत निरंकारी चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वधान में निरंकारी सत्संग भवन रेस्ट कैंप त्यागी रोड ब्रांच देहरादून जोन मसूरी पर विशाल रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। रक्तदान शिविर का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी द्वारा किया गया। मसूरी जॉन के जोनल इंचार्ज संत हरभजन सिंह व नरेश विरमानी ने मिशन की ओर से उनका स्वागत किया।
काबीना मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि जिस प्रकार से संत निरंकारी मिशन देश दुनिया में आध्यात्मिकता के साथ-साथ सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में भी नर सेवा नारायण सेवा को चरितार्थ करते हुए बढ़चढ़ कर योगदान दे रहा है वह निश्चित रूप से सराहनीय कदम है चाहे वैश्विक महामारी कोरोना काल रहा हो चाहे कोई अन्य प्राकृतिक आपदाएं आप ही लगातार रक्तदान शिविर आयोजित कर संत निरंकारी मिशन ने अपना नाम गिनेस बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में अंकित करवाने का काम किया जो बड़ी उपलब्धि है।
वरिष्ठ आईएएस हरीश सेमवाल भी शिविर में पहुंचे और निरंकारी मिशन द्वारा सामाजिक कल्याण हेतु किए जा रहे कार्यों को रक्तदान के लिए भूरी भूरी प्रशंसा की।
इस अवसर पर संत गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज, जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह, संयोजक नरेश विरमानी, दयाल सिंह, संचालक मंजीत, दिलबर सिंह पंवार सहित कई लोग उपस्थित रहे।
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने वर्चुअल माध्यम से पीएमएफएमई स्टोर, नैनीताल एवं चारधाम यात्रा मार्गों के लिए 12 वितरण केंद्रों का किया उद्घाटन
देहरादून, प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सोमवार को वर्चुअल माध्यम से पीएमएफएमई स्टोर, नैनीताल सहित चारधाम यात्रा मार्गों पर स्थापित 12 वितरण केंद्रों का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने चारधाम यात्रा मार्गों पर आउटलेट उद्घाटन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार प्रकट किया।
उन्होंने कहा उत्तराखण्ड राज्य में औद्यानिक का समग्र विकास करते हुए कास्तकारों की आय में गुणात्मक वृद्धि हेतु महत्वपूर्ण कार्यक्रम संचालित करने के साथ-साथ वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को औद्यानिक प्रदेश के रूप में विकसित करने हेतु निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। मंत्री गणेश जोशी ने ने कहा लघु/ सीमान्त कृषकों, स्वयं सहायता समूहों, सहकारिता समूहों, किसान उत्पादक संगठनों इत्यादि के विभिन्न औद्यानिक व प्रसंस्कृत उत्पादों की बिक्री के लिए आज जनपद नैनीताल में पीएमएफएमइ स्टोर का उद्घाटन किया गया है। इसके अतिरिक्त चार धाम यात्रा मार्गों में तीर्थयात्रियों को उत्तराखण्ड के प्रसंस्कृत उत्पादों के साथ-साथ मशरूम व शहद उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चार धाम यात्रा के सभी जनपदों में कुल 12 आउटलेट (देहरादून-2, टिहरी -2, रूद्रप्रयाग-2, चमोली-2, उत्तरकाशी-2, पौड़ी-1, हरिद्वार- 1) खोले गए।
मंत्री गणेश जोशी ने कहा इन वितरण केन्द्रों / आउटलेट के माध्यम से जहाँ एक ओर प्रदेश के लघु / सीमान्त कृषकों, स्वयं सहायता समूहों, सहकारिता समूहों, किसान उत्पादक संगठनों इत्यादि के उच्च गुणवत्तायुक्त विभिन्न औद्यानिक प्रसंस्कृत, मशरूम व शहद उत्पादों की बिक्री स्थानीय स्तर पर उचित मूल्य पर हो सकेगी वहीं दूसरी ओर तीर्थयात्रियों को भी सुगमतापूर्वक उत्तराखण्ड के उत्पाद प्राप्त हो सकेंगे । मंत्री ने भरोसा जताते हुए कहा कि पीएमएफएमआई स्टोर एवं चार धाम यात्रा मार्गों में स्थापित वितरण केन्द्र / आउटलेट के माध्यम से कृषकों की आय वृद्धि एवं राज्य की आर्थिकी में विशेष योगदान मिलेगा, जो कि पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन रोकने में भी सहायक होगा।
इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से नैनताल विधायक सरिता आर्या, कृषि सचिव बी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम, निदेशक उद्यान डॉ एच.एस बवेजा, संयुक्त सचिव कुमाऊं मंडल बृजेश गुप्ता, सुरेश राम, डॉ रतन कुमार, उपनिदेशक नरेंद्र कुमार यादव सहित कई लोग उपस्थित रहे।
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