देहरादून, केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में आयोजित एक भारत श्रेष्ठ भारत दो दिवसीय राष्ट्रीय एकता पर्व एवं कला उत्सव का आज रंगारंग समापन्न विजेताओं की घोषणा के साथ किया गया ! संभाग स्तरीय एक भारत श्रेष्ठ भारत, कला उत्सव प्रतियोगिता में देहरादून संभाग के 06 संकुल स्कूलों के लगभग 218 प्रतिभागियों और 30 अध्यापकों ने “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की भावना को बढ़ावा देना और सांस्कृतिक समन्वय को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया !
विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती बसंती खाम्पा ने अपने प्रेरणादायक शब्दों से प्रतिभागियों को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने एकता और सांस्कृतिक विविधता के महत्व पर जोर देते हुए सभी प्रतिभागियों के उज्ववल भविष्य की कामना की ।
इस आयोजन में विभिन्न सांस्कृतिक और कला प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें प्रतिभागियों ने अपनी रचनात्मकता एवं कला कौशल का प्रदर्शन किया।
विभिन्न विधाओं में आयोजित इस प्रतियोगिता सभी 06 संकुल स्कूलों के 45 विद्यालयों के प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में जो प्रतिभागी स्कूल विजेता रहे वो इस प्रकार
समूह नृत्य :- केंद्रीय विद्यालय नम्बर एक
समूह गान: आईटीबीपी
कला कृतियों का प्रदर्शन :-एफ आर आई
तट स्थलीय चित्रकला :- बीरपुर
संगीत (गायन) एकल एवं समूह एफ आर आई
संगीत (वादन )एकल एवं समूह :- बीरपुर
एकल नृत्य :-ओएनजीसी
थिएटर :-रायवाला
पारंपरिक कहानी वाचन :- ओएलएफ !
क्षेत्रीय स्तर पर आयोजित
राष्ट्रीय एकता पर्व के विजेता प्रतिभागी एवं स्कूल नवम्बर में आयोजित राष्ट्रीय कला उत्सव में देहरादून संभाग का प्रतिनिधित्व करेंगे ! इस कार्यक्रम का उद्देश्य
बच्चों की रचनात्मकता और सांस्कृतिक प्रतिभा को उजागर करके एक उचित मंच प्रदान किया जाना और एक भारत श्रेष्ठ भारत की कल्पना को साकार करना है ! कार्यक्रम में न केवल प्रतिभागियों को अपने कौशल दिखाने का अवसर दिया, बल्कि विभिन्न स्कूलों के बीच एकता और सहयोग की भावना को भी मजबूत किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में भारती सुरियन, कुसुम पन्त, नितिन , अनिरुद्ध मिश्रा एवं अविनाश मिश्रा ,डॉ ओ पी मिश्रा, सुनील कुमार जोशी, विपुल शर्मा एवं मोईन खान द्वारा विजेताओं का चयन किया गया!
कला उत्सव को सफल बनाने में प्रिंसिपल बसन्ती खम्पा, वाइस प्रिंसिपल मनीषा मखीजा, मुख्य अध्यापिका आरती उनियाल, शिक्षक देवेंद्र सिंह , अरविंद कुमार , दीपमाला, एस एम जव्वाद, ऋचामहेंद्रू, पल्लवी गुरंग, रिकी,डी एम लखेड़ा , राना कादिर,विनोद कुमार,अन्नू थपलियाल एवं गोरवकान्त आदि शिक्षकों ने अपना भरपूर सहयोग दिया!
Recent Comments