कलकत्ता, पश्चिम बंगाल के गिरफ्तार मंत्री पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को प्रवर्तन निदेशालय की एक दिन की हिरासत में भेज दिया गया है। उन्हें सोमवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे पहले अर्पिता मुखर्जी को कोलकाता में ईडी मुख्यालय से बाहर चिकित्सा जांच के लिए ले जाया गया। उसे बंगाल कोर्ट में पेश किया गया, लेकिन आदेश सुरक्षित रख लिया गया।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार 23 जुलाई को पश्चिम बंगाल में कथित स्कूल नौकरी घोटाले की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। पूर्व शिक्षा मंत्री की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के कोलकाता स्थित घर से 21 करोड़ रुपये नकद बरामद होने के बाद पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी हुई। एजेंसी ने शनिवार को अर्पिता मुखर्जी को भी गिरफ्तार किया था।
कोलकाता की एक अदालत ने शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में शनिवार को पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को दो दिन के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया। प्रवर्तन निदेशालय ने तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चटर्जी को पहले दिन में गिरफ्तार किया था और उन्हें बैंकशाल अदालत में एक न्यायाधीश के सामने पेश किया। न्यायाधीश ने चटर्जी को दो दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया। धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) अदालत ने मामले की सुनवाई नहीं की, क्योंकि आज शनिवार का दिन है। चटर्जी को उनके आवास पर करीब 26 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के तहत केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह-सी और डी कर्मचारियों के साथ-साथ शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है। ईडी घोटाले में राशि कहां से आयी और कहां गई इसकी पड़ताल कर रही है। ईडी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में दो मंत्रियों सहित करीब 12 व्यक्तियों के घरों पर एकसाथ छापेमारी की थी और करीब 20 करोड़ रुपये नकद जब्त किये थे।
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