“पंडितवाड़ी और कौलागढ़ में इससे पहले आयोजित किया जा चुका है जागरूकता मार्च”
देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), नशा विरोधी जन अभियान के तहत रविवार को अपर नेहरूग्राम में नशा विरोधी जन जागरूकता मार्च का आयोजन किया गया। इस मार्च में अभियान टीम के सदस्यों के साथ ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों और नेहरू ग्राम व्यापार मंडल के सदस्यों ने भी हिस्सा लिया। टीम की ओर से आगामी 8 सितंबर में सेलाकुई में मार्च निकालने का ऐलान किया गया।
नशा विरोधी जन अभियान टीम के सदस्य सुबह नेहरू ग्राम के पीपल चौक पर एकत्रित हुए। यहां एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया।
सभा में राज्य आंदोलनकारी कमला पंत और एक्टिविस्ट त्रिलोचन भट्ट ने इस अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से युवाओं में नशे की लत तेजी से बढ़ रही है, वह बेहद खतरनाक है। नशे के तस्करों की नजर हमारे घरों के एक-एक बच्चे पर है। इसलिए सभी को सतर्क रहने और नशा विरोधी जन अभियान को आगे बढ़ाने में सहयोग की जरूरत है, ताकि नशे पर निर्णायक चोट की जा सके।
पीपल चौक से जन जागरूकता मार्च शुरू किया गया। नशा विरोधी नारे लगाते और जनगीत गाते सैकड़ों लोग एसजीआरआर इंटर कॉलेज और अपर नेहरू ग्राम के कई रिहायशी इलाकों से होते हुए डोभालवाला चौक पहुंचे। यहां समापन सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में राज्य आंदोलनकारी ऊषा भट्ट और विमला कोली ने अभियान को तेज करने की जरूरत पर जोर दिया। नेहरू ग्राम व्यापार मंडल की ओर से विपिन ने अभियान को हर तरह से सहयोग करने और भविष्य में नेहरू ग्राम में नशे के विरोध में बड़ी सभा करने का आश्वासन दिया।
*यह लोग भी थे मौजूद:
जागरूकता मार्च में मुख्य रूप से नंद नन्दन पांडेय, तुषार रावत, निर्मला बिष्ट, नीलम पालीवाल, राखी, आशा सुन्दरियाल, ज्योतिका पांडेय, पूजा बुडायोकी, राजमती चौहान, रेखा सजवाण, विनीता बंदूनी, रूपा खत्री, रेनू कोहली, अनुज उपाध्याय, अरुण श्रीवास्तव, दिनेश यादव, पवन बड़थ्वाल, प्रदीप पटवाल, राजू यादव, प्रवीन राणा, मोबिन खान, तुलसी थापा, कुमारी थापा, बबीता, अनुराधा, लक्ष्मी थापा, पद्मा गुप्ता, विजय नैथानी, मातेश्वरी रजवार, यशोदा नेगी, शांता नेगी, कृष्णा सकलानी, करुणा आदि मौजूद थे।
70 वर्ष की उम्र में नशे के खिलाफ जंग :
नशे के खिलाफ इस लड़ाई में उम्र के 70वें पड़ाव पर पहुंच चुके उत्तराखंड के पूर्व शिक्षा निदेशक नन्द नन्दन पांडेय भी शामिल हैं। वे अब तक के तीनों मार्च में शामिल हुए हैं।
जागरूकता मार्च के रास्ते में और सभा स्थल के पास श्री पांडे दुकानों पर, आते-जाते लोगों को और आने-जाने वाले वाहन चालकों को नशे के खिलाफ पर्चा बांटते हुए नजर आ जाते हैं। पूछने पर कहते हैं कि पहले तो हम लोग सिर्फ शराब से ही परेशान थे, अब तो सूखे नशे के रूप से हमारे बच्चों को जहर दिया जा रहा है। इससे पहले कि हमारे बच्चे इस जहर के शिकार हों, हमें मिलकर इस जहर को रोकना होगा। वे नौजवानों का आह्वान करते हैं कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस अभियान से जुड़ना चाहिए।
मूल निवास और सशक्त भू कानून को लेकर स्वाभिमान महारैली में जुटे हजारों लोग
चमोली, रविवार को गैरसैंण में मूल निवास भू कानून समन्वय संघर्ष समिति के बैनर तले स्वाभिमान महारैली में हजारों लोग जुटे । समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि राज्य बने 24 वर्ष हो गए लेकिन उत्तराखंडियों को सत्ताधारी पार्टियों द्वारा उनके अधिकार से वंचित रखा गया, उनके जल, जल, जंगल, संसाधनों और रोजगार पर आज दूसरे प्रदेश के लोगों का कब्जा हो गया, अब समय आ गया है कि राज्य की जनता मूल निवास 1950, सशक्त भू कानून और स्थाई राजधानी गैरसैंण के लिए एकजुट हो ।
जनसमूह को संबोधित करते हुए समिति के सह संयोजक लुशून टोडरिया ने कहा कि गैरसैंण में जुटे हजारों लोगों ने बता दिया है अगर उत्तराखंड में मूल निवास 1950, सशक्त भू कानून लागू नहीं होता और स्थाई राजधानी गैरसैंण नही बनती तो उत्तराखंड की जनता सड़कों पर उतरकर सत्ता के विरोध में सड़कों पर उतरेगी, लुशून ने कहा भाजपा और कांग्रेस बताएं आजतक उन्होंने मूल निवास, भू कानून और गैरसैंण राजधानी की बात सदन में क्यों नहीं उठाई ।
महारैली में हजारों की संख्या में महिलाएं जुटी और आस पास के क्षेत्रों से महिला मंगल दलों ने महारैली में सहभागिता करी ।
महारैली में मंच का संचालन समिति के प्रांजल नौड़ीयाल ने किया, जनसमूह को गैरसैंण संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट, गैरसैंण संयोजक जसवंत बिष्ट, बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बोबी पंवार, समिति के गढ़वाल संयोजक अरुण नेगी, समिति के कुमाऊं संयोजक राकेश बिष्ट, पहाड़ी स्वाभिमान सेना के पंकज उनियाल, मेहलचौरी व्यापार सभा अध्यक्ष मोहन सिंह नेगी, गैरसैंण व्यापार सभा अध्यक्ष सुरेंद्र बिष्ट, अनोदलंकारी हरेंद्र कंडारी, गैरसैंण के युवा नेता दान सिंह, युवा नेता मोहन भंडारी आदि ने संबोधित किया ।
इन संगठनों ने निभाई भागीदारी :
महारैली में गैरसैंण महिला सशक्तिकर, महिला मंगल दल, गौरव सेनानी, उत्तराखंड अनोदलंकारी संगठन, उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन, उत्तराखंड समानता पार्टी, टैक्सी यूनियन, पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति, प्राउड पहाड़ी सोसायटी, मल्ला ग्वाड फ्रेंड्स क्लब, माध्यमिक अथिति शिक्षक संघ, राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी, व्यापार सभा गैरसैंण, व्यापार सभा मेहलचौरी, व्यापार सभा मायथान, हिमालयन क्रांति पार्टी, श्री नंदा देवी राजराजेश्वरी जन कल्याण समिति के कार्यकर्ताओं ने भारी संख्या में भागीदारी निभाई ।
आगे की रणनीति :
गैरसैंण मे हुई रैली के बाद मूल निवास आंदोलन को व्यापक बनाने के लिए जल्द ही अगले कार्यक्रमों की घोषणा की जाएगी। समन्वय समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने बताया कि प्रदेश में मूल निवास की सीमा 1950 और मजबूत भू-कानून लागू करने को लेकर चल रहे आंदोलन को प्रदेशभर में ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ठोस कार्यक्रम बनाकर पूरे प्रदेश में जन जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा। डिमरी ने बताया कि चरणबद्ध तरीके से समिति विभिन्न कार्यक्रम करेगी, जिसके तहत गांव-गांव जाने से लेकर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में जाकर युवाओं से संवाद किया जाएगा। इस बाबत जल्द ही कार्यक्रम का ऐलान किया जाएगा।
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*ये हैं प्रमुख मांगें :
-मूल निवास की कट ऑफ डेट 1950 लागू की जाए।
-प्रदेश में ठोस भू-कानून लागू हो।-
-गैरसैंण को प्रदेश की स्थाई राजधानी घोषित किया जाए |
-प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगे।
-शहरी क्षेत्रों में 250 मीटर भूमि
खरीदने की सीमा लागू हो।
-गैर कृषक द्वारा कृषि भूमि
खरीदने पर रोक लगे।
-पर्वतीय क्षेत्र में गैर पर्वतीय मूल के निवासियों के भूमि खरीदने पर तत्काल रोक लगे।
-राज्य गठन के बाद से वर्तमान तिथि तक सरकार की ओर से विभिन्न व्यक्तियों, संस्थानों, कंपनियों आदि को दान या लीज पर दी गई भूमि का ब्यौरा सार्वजनिक किया जाए।
-प्रदेश में विशेषकर पर्वतीय क्षेत्र में लगने वाले उद्यमों, परियोजनाओं में भूमि अधिग्रहण या खरीदने की अनिवार्यता है या भविष्य में होगी, उन सभी में स्थानीय निवासी का 25 प्रतिशत और जिले के मूल निवासी का 25 प्रतिशत हिस्सा सुनिश्चित किया जाए।
-ऐसे सभी उद्यमों में 80 प्रतिशत रोजगार स्थानीय व्यक्ति को दिया जाना सुनिश्चित किया जाए।
सैलून का काम करने वाले युवक ने नाबालिग से की छेड़छाड़, घटना के बाद फरार हुआ आरोपी युवक
“आक्रोशित जनता ने किया सीएम का पुतला दहन, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने धामी सरकार के खिलाफ की जमकर नारेबाजी”
चमोली, जनपद के चमोली जिले के नंदानगर से एक शर्मसार करने वाला मामला प्रकाश में आया है। यहां एक सैलून का काम करने वाले मुस्लिम युवक द्वारा नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ की घटना सामने आई है।
लड़की के द्वारा परिजनों को घटना की जानकारी दी गई। जिसके बाद लड़की के पिता द्वारा नंदानगर थाने में आरोपित के खिलाफ तहरीर दी गई है। बताया जा रहा है कि आरोपित घटना के बाद से दुकान बंद कर फरार चल रहा है। वहीं नगर में आक्रोशित जनता ने दुकान बंद कर विरोध प्रदर्शन किया।
उत्तराखंड में महिलाओं पर बढ़ते अपराध व अत्याचार के खिलाफ ब्लाक कांग्रेस कमेटी ने जुलूस प्रर्दशन कर मुख्यमंत्री धामी का पुतला दहन किया। कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष रवींद्र नेगी के नेतृत्व में बस स्टेशन से लेकर विनायकधार चौक तक प्रदर्शन करते हुए धामी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
उसके बाद जुलूस-प्रर्दशन एक सभा में तब्दील हो गया। सभा को एडवोकेट श्रवण सती ने संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड में भाजपा सरकार के राज में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला अभी तक नहीं सुलझा और मामले में संलिप्त वीआईपी नाम खोलने में सरकार असफल चल रही है।
उन्होंने कहा कि एक भाजपा नेता ने एक नाबालिग युवती के साथ दुराचार किया। उत्तराखंड में इस प्रकार तमाम घिनौनी हरकतों के चलते मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। जुलूस-प्रर्दशन में अवसर पर कुंवर सिंह चौधरी, वेद प्रकाश बुटोला, विकेन्द्र सिंह नेगी, विलोचन बुटोला, जयपाल सिंह रावत, एडवोकेट देवेन्द्र राणा सहित कई कांग्रेसी मौजूद थे।
कांग्रेस के प्रदेश व्यापी आंदोलन में प्रदेश भर में फूंके गए सरकार के पुतले, धस्माना के नेतृत्व में गांधी पार्क में बापू की प्रतिमा के आगे धरना
रुड़की में माहरा, हरीश रावत व आर्य के नेतृत्व में एडीएम दफ्तर पर प्रदर्शन
देहरादून, राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के राज में लगातार महिलाओं के खिलाफ हत्या बलात्कार दहेज हत्या घरेलू हिंसा के मामलों में लगातार हो रही वृद्धि और पुलिस के लापरवाह रविय्ये व अनेक मामलों में सत्ता धारी दल के संरक्षण के खिलाफ आज लोगों का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा के आह्वाहन पर प्रदेश भर में ब्लॉक स्तर पर सरकार के पुतले जलाए गए व अनेक स्थानों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन धरने किए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत नेता प्रतिपश यशपाल आर्य व हरिद्वार के पार्टी विधायकों के नेतृत्व में हरिद्वार के शांतरशाह में नाबालिग बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या मामले में आरोपों भाजपा नेता की गिरफ्तारी न होने के विरोध में कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया तो वहीं देहरादून में सरकार का पुतला दहन करने के साथ ही प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में बापू की प्रतिमा के सामने धरना दे कर राज्य सरकार पर हमला बोला।
गांधी पार्क में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से पंगु हो गई है और राज्य में महिलाओं दलितों व अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के मामलों में जिस तरह से इजाफा हुआ है उससे यह साफ पता चल रहा है कि प्रदेश की सरकार जान बूझ कर इन वर्गों पर जुल्म ज्यादतियां करवा रही है। धस्माना ने कहा कि अंकिता भंडारी कांड से लेकर जून में हरिद्वार के शांतरशाह में दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म ,रुद्रपुर में नर्स के साथ दुष्कर्म और हत्या और बीती १३ अगस्त को राजधानी देहरादून के आईएसबीटी में नाबालिग बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म इस राज्य में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को कहानी बताने के लिए पर्याप्त है। धस्माना ने कहा कि आज जब हम पूरे प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे जघन्य अपराधों और हिंसा के मुद्दे पर राज्य सरकार का पुतला फूंक रहे हैं और सड़कों पर आंदोलन के लिए उतर रहे है तो आज के हो समाचार पत्रों में सल्ट में एक नाबालिग बच्ची के साथ भाजपा के मंडल अध्यक्ष द्वारा छेड़खानी व जबरदस्ती करने का मामला सुर्खियों में है, उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी कांड में वीआईपी कौन है आज तक उसका खुलासा नहीं हुआ, इस कांड में लिप्त परिवार का सत्ता धारी दल से संबंध और उनको बचाने के लिए किए गए सारे प्रपंच जनता को पता हैं।
इसी प्रकार हरिद्वार में नाबालिग दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या में भाजपा के ओबीसी प्रकोष्ठ के पदाधिकारी की संलिप्तता भी जग जाहिर है और रुद्रपुर में नर्स का बलात्कार और हत्या तथा आईएसबीटी में बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना की रिपोर्ट तीन दिन बाद दर्ज होना पुलिस की महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा के प्रति संवेदनशीलता दर्शाता है। धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड राज्य देवभूमि कहलाता है और महिला हमारे राज्य व समाज की धुरी व रीड़ है और आज जब उसी पर इतनी बड़ी आफत आई है तो कांग्रेस पार्टी खामोश कैसे बैठ सकती है।
धस्माना ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए आज तो केवल आंदोलन की शुरुआत है जिसे पूरे प्रदेश में पार्ट गली गली घर घर तक ले जायेगी और सरकार को महिलाओं की सुरक्षा की गारंटी देने के लिए मजबूर करेगी। इस अवसर पर महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डाक्टर जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि आज उत्तराखंड सरकार व उत्तराखंड पुलिस के उदासीन रवैए के कारण राज्य में महिला सुरक्षा खतरे में पड़ गई है और पूरे महिला समाज में एक दहशत व असुरक्षा की भावना फैली हुई है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ जिस तरह से लगातार अपराध बड़ रहे हैं वो दिन दूर नहीं कि जब हम देश के अग्रणी राज्यों में होंगे महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले में जिसमें हम अभी हिमालई राज्यों में तो सबसे ऊपर आ ही गए हैं। धरने में बैठे हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर के सभी कार्यकर्ताओं से संकल्प करवाया कि वे राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए संघर्ष करेंगे और अगर राज्य के किसी भी कोने में महिलाओं के खिलाफ कोई भी हिंसा की घटना होती है तो उसके खिलाफ एकजुट हो कर संघर्ष करेंगे।
कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री नवीन जोशी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी सोशल मीडिया के अध्यक्ष विकास नेगी, महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव सुशीला शर्मा, मंजू त्रिपाठी, पार्षद संगीता गुप्ता, पार्षद इलियास अंसारी, पार्षद मुकीम भूरा,पार्षद जितेंद्र तनेजा,,राजेश पुंडीर, ललित भद्री, उदय सिंह पुंडीर, अवधेश कथिरिया, इजहार, शुभम सैनी,संजय भारती,रवीश जमाल, इकराम, आदर्श सूद, निहाल सिंह, फारुख समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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