Thursday, December 26, 2024
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अंकिता भंडारी को मौत के दो साल बाद भी न्याय का इंतजार : गोदियाल

देहरादून, उत्तराखंड़ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने बुधवार को कांग्रेस मुख्यालय देहरादून में चर्चा के दौरान अंकिता भंडारी की दूसरी पुण्यतिथि पर उसको श्रद्धा सुमन और भावपूर्ण स्मरण करने के साथ ही साथ न्याय न मिल पाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
गोदियाल ने कहा कि एक तरफ उत्तराखंड की गूंगी बहरी सरकार है और दूसरी तरफ अंकिता भंडारी के माता-पिता और समूचा उत्तराखंड है जिसे आज 2 साल बाद भी न्याय का इंतजार है। गोदियाल ने कहा की इन 2 सालों में लगातार भाजपा की सरकार द्वारा अंकिता भंडारी हत्याकांड में लीपा पोती का प्रयास किया गया, दो बार रिसोर्ट में आगजनी हो गई, साक्ष्य और सबूत मिटाने के लिए वनंतरा रिजॉर्ट में बुलडोजर चला दिया गया, उत्तराखंड की जनता सीबीआई जांच की मांग करती रही लेकिन मामला आज तक फास्ट्रेक कोर्ट में तक नहीं है।
गोदियाल ने कहा कि शायद यही वजह है कि आज प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध में बाढ़ सी आ गई है क्योंकि अपराधियों को यह संदेश जा चुका है कि धामी सरकार में अपराधियों पर कठोर कार्रवाई की सिर्फ बात की जाती है पर असल में तो उनको संरक्षण दिया जाता है। गोदियाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड में अपराधों की बाढ़ सी आ गई है। चोरी डकैती लूटमार इत्यादि तो आम बात थी परंतु अब दिनदहाड़े हत्याएं और महिला अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है। महिला अपराध में भी दुखद पहलू यह है की नाबालिगों के साथ दुष्कर्म किया जा रहा है जिसमें सत्ता रूढ़ दल के लोग संलिप्त पाए जा रहे हैं।

रुद्रपुर में एक महिला नर्स के साथ गैंगरेप और हत्या, देहरादून के आईएसबीटी में 16 वर्षीय किशोरी के पांच लोगों के द्वारा बारी-बारी से दुष्कर्म, सल्ट से भाजपा मंडल अध्यक्ष भगत बोरा ,लालकुआं दुग्ध संघ अध्यक्ष भाजपा नेता मुकेश बोरा द्वारा नाबालिगों से दुष्कर्म इसके अलावा हल्द्वानी में सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती किशोरी के साथ यौन उत्पीड़न की कोशिश, पिथौरागढ़ में एक छात्रा के साथ चौकीदार द्वारा छेड़छाड़ के मामले शर्मसार करने वाले हैं।
गोदियाल ने कहा कि आज 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी अंकिता भंडारी को न्याय न मिलना बताता है की हमारे प्रदेश की कानून व्यवस्था बिना रीड के चल रही है।

 

राहुल गांधी पर अपमानजनक बयानबाजी से कांग्रेस में उबाल, फूंका भाजपा सरकार का पुतला

देहरादून, केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू, यूपी के मंत्री रघुराज सिंह, तरविंदर सिंह मारवाह और भाजपा के सहयोगी दल के नेता संजय गायकवाड़ द्वारा राहुल गांधी के विरुद्ध अपमानजनक और हिंसक बयानबाजी के विरोध में महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एश्ले हॉल चौक पर भाजपा सरकार का पुतला फूंका और नारेबाजी की।
गोगी ने कहा कि भाजपा के नेताओं की अपने शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर राहुल गांधी के खिलाफ ऐसी अनर्गल और अपमानजनक बातें करना सामान्य बात हो गई है। केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू और उत्तर प्रदेश के एक मंत्री रघुराज सिंह द्वारा हाल में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी को आतंकवादी और देश का दुश्मन बताया गया। अब भाजपा और उसके सहयोगी एक कदम आगे बढ़कर राहुल जी के विरुद्ध हिंसक बयान भी देने लगे हैं। महाराष्ट्र के शिवसेना के बागी विधायक और भाजपा के सहयोगी संजय गायकवाड़ ने राहुल गांधी की जीभ काटने पर 11 लाख के इनाम की बात की है। यह भाजपा की कुत्सित और हिंसक मानसिकता को उजागर करता है। ये लोग भारत के नेता प्रतिपक्ष जैसे गरिमापूर्ण पद पर आसीन नेता के लिए अपमानजनक और हिंसक शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। भाजपा नेताओं की इन सब बयानबाजियों पर भाजपा सरकार ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है जिससे जाहिर होता है कि ये भाजपा नेता अपने शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।
गोगी ने कहा कि भाजपा नेताओं के इस तरह के बयान भाजपा कैडर को हिंसा के लिए सीधे सीधे उकसावा है। अब देश की जनता के सामने ये साफ है कि मोदी और अमित शाह का राजनीतिक मॉडल घृणा और हिंसा पर आधारित है। लोकतंत्र में भाजपा के वर्तमान नेतृत्व का कोई भरोसा नहीं है। जनता समझ गई है कि ये लोग तभी तक केवल दिखावे के लिए संविधान की बात करते रहेंगे जब तक ये संविधान और लोकतांत्रिक परिपाटी को बदल नहीं देते। उसके बाद हिंसा के बल पर पूर्ण तानाशाही स्थापित करना चाहते हैं। कांग्रेस ने इस देश के संविधान और लोकतंत्र को अपने खून पसीने से सींचा है, हम भाजपा के वर्तमान नेतृत्व के मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने देंगे। गोगी ने कहा कि हम तो भाजपा के उन सदस्यों का भी आह्वान करते हैं कि जो लोकतांत्रिक मूल्यों में पूरी आस्था रखते हैं कि अपने नेतृत्व की लोकतंत्र विरोधी और विपक्ष का हिंसक दमन करने की नीति का विरोध करे।
इस दौरान प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से प्रदेश उपाध्यक्ष पूरन सिंह रावत , प्रदेश महासचिव मनीष नागपाल ,महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष उर्मिला थापा ,डॉ प्रतिमा ,आलोक मेहता, पूनम कडारी, गौरव शर्मा, मोहम्मद फ़ारुख़, वीरेंद्र पवार, अभिषेक तिवारी, शकील मंसूरी, उदय सिंह, मरगब आलम, संदीप जैन, इस्तवर, अनिफ, परवेज अंसारी, अरविंद गुरुंग, सुरेंद्र मेहरा, राजू, प्रतिमा सिंह, भूपेन्द्र यादव, सहजाद अंसारी, मुस्तकीम, रविहसन इस्लाम अंसारी, अशोक कुमार, ताफिक खान, अनिकेत सिंह, आयुष सेमवाल, महेंद्र सिंह नेगी, सुनील थपलियाल, मरगूब आलम आदि सम्मिलित थे।

 

यूपीएल के फाइनल में स्थानीय कलाकारों न बुलाया तो स्टेडियम में करेंगे प्रदर्शन

“मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति ने की सीएयू के अधिकारियों से मुलाकात”

देहरादून, मूल-निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति ने क्रिकेट एसोसिएशन उत्तराखंड के कार्यालय में एसोसिएशन के पदाधिकारियों से मुलाकात कर क्रिकेट लीग के उद्घाटन समारोह में उत्तराखंड़ के स्थानीय कलाकारों और गायकों की उपेक्षा किये जाने पर क्रिकेट एसोसिएशन से जवाब मांगा। इस मौके पर समिति ने क्रिकेट प्रतियोगिताओं में स्थानीय खिलाड़ियों को वरीयता देने की मांग भी जोर-शोर से उठाई। समिति की ओर से क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड़ के अध्यक्ष गिरीश गोयल और सचिव महिम वर्मा को पत्र भी दिया गया।
मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के पदाधिकारियों को क्रिकेट लीग (UCL) के उद्घाटन समारोह में उत्तराखंड के लोक कलाकारों और गायकों को ना बुलाने पर उत्तराखंड की जनता से लिखित में माफ़ी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि क्रिकेट लीग के समापन अवसर पर स्थानीय लोक कलाकारों को ससम्मान आमंत्रित किया जाय। जिससे उत्तराखंड की संस्कृति से देश-दुनिया परिचित हो सके। ऐसा न होने उत्तराखंड के लोग स्टेडियम में प्रदर्शन के लिये मजबूर हो जायेंगे।
संघर्ष समिति के सह संयोजक लुशुन टोडरिया, सचिव प्रांजल नौडियाल ने कहा कि उत्तराखंड क्रिकेट लीग मैचों में शामिल टीमों में दूसरे प्रदेश के खिलाडियों की संख्या सीमित हो, जैसे इंडियन प्रीमियर लीग मैचों में शामिल टीमों में विदेशी खिलाड़ियों की सीमित संख्या होती है। इसी तरह बाहर के खिलाड़ियों की संख्या भी सीमित होनी चाहिए।
संघर्ष समिति के गढ़वाल सह संयोजक विपिन नेगी, पहाड़ी स्वाभिमान सेना अध्यक्ष मंडल के सदस्य पंकज उनियाल, राकेश नेगी, कपिल रावत, अंकित नौनी ने कहा कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान को खत्म करने का षड्यंत्र चल रहा है। बाहर के कलाकारों को मंच देकर उन्हें लाखों रुपए दिए जा रहे हैं। अपने ही राज्य में स्थानीय कलाकारों का अपमान किया जा रहा है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
देवभूमि युवा संगठन के अध्यक्ष आशीष नौटियाल, श्रेय नौटियाल ने कहा कि उत्तराखंड प्रीमियर लीग में पर्वतीय जनपदों की टीमों को शामिल नहीं किया गया है। पहाड़ी जनपदों की उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य कई लोगों के बलिदान से बना है और यहां के हर संसाधनों पर मूल निवासियों का पहला अधिकार है ।

 

जिला सम्मेलन को लेकर आम आदमी पार्टी की बैठक

देहरादून, आम आदमी पार्टी उत्तराखण्ड के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर की अध्यक्षता में प्रदेश व जिला पदाधिकारियों के साथ महत्त्वपूर्ण बैठक राज्य अतिथि गृह बीजापुर में सम्पन्न हुई जिसमें पार्टी के संगठन विस्तार व आगामी जिला सम्मेलन को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
इस अवसर पर बैठक की अध्यक्षता कर रहे एसएस कलेर ने संगठन विस्तार व आम आदमी पार्टी की सदस्यता लेने के लिए उमड़ रहे जन मानस को व्यवस्थित तरीके से विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से पार्टी की मुख्यधारा से जोड़ने की बात को प्रमुखता से उठाया तथा प्रादेशिक संगठन को और ऊर्जावान होकर कार्य करने तथा जनता की मूलभूत जरूरतों के मुद्दों को लेकर सड़क से लेकर सचिवालय तक आवाज उठाने का आह्वान किया।
बैठक में संगठन मंत्री डीके पाल, प्रदेश सचिव डा0 शोएब अंसारी, संयुक्त सचिव श्यामलाल नाथ, जसबीर सिंह, महानगर अध्यक्ष शरद जैन, परवादून अध्यक्ष अशोक सेमवाल, सचिन थपलियाल, जितेन पंत, रविन्द्र चौधरी, पास्चर थाॅमस, सूरज गुँसाई आदि उपस्थित रहे।

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