Saturday, November 23, 2024
HomeStatesUttarakhandअंकिता भंडारी हत्या कांड से गजा में भी आक्रोश , रैली निकालकर...

अंकिता भंडारी हत्या कांड से गजा में भी आक्रोश , रैली निकालकर दिया ज्ञापन

टिहरी, नरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र के गजा बाजार में अंकिता भंडारी हत्या कांड को लेकर जनता में भारी आक्रोश देखा गया , नगर पंचायत गजा में सभी व्यापारियों, नागरिकों, समाजसेवियों ने 11 बजे शहीद बेलमति चौक स्मारक में एकत्रित हो कर हाथों में अंकिता भंडारी के हत्यारों को फांसी दो के नारों से लिखी तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए गजा बेलमति चौक से तहसील गजा तक नारेबाजी करते हुए रैली निकाली तथा तहसीलदार गजा प्रभारी भजन सिंह कैंतुरा के माध्यम से राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा , उत्तराखंड आंदोलन में शहीद बेलमति चौहान स्मारक में शोक सभा का आयोजन किया गया तथा श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया । श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में नगर पंचायत गजा अध्यक्ष श्रीमति मीना खाती, भा ज पा नेता राजेंद्र सिंह खाती, गजेन्द्र सिंह खाती, व्यापार सभा गजा अध्यक्ष विनोद सिंह चौहान, कांग्रेस नेता कुंवर सिंह चौहान, प्रगतिशील जन विकास संगठन गजा अध्यक्ष दिनेश प्रसाद उनियाल , व्यापार सभा के विजय सिंह तडियाल, यशपाल सिंह चौहान, सोबत सिंह, राजेन्द्र सिंह राणा, जय प्रकाश कोठियाल, बिरेंद्र सिंह, रिशु नेगी , मान सिंह चौहान, मदन सिंह, मंगल सिंह खडवाल, मकान सिंह सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे। आक्रोशित जन समुदाय ‘ अंकिता के हत्यारों को फांसी दो फांसी दो’ परिजनों को न्याय दो, मात्र शक्ति जिंदाबाद , के नारे लगा रहे थे ।

 

 

संवेदनशील मुद्दे पर बयानबाजी नही जांच एजेंसियों का सहयोग करे विपक्ष : चौहान

देहरादून, भाजपा ने कहा की अंकिता की हत्या की एसआईटी जांच चल रही है और कातिलों को उनके गुनाह की सजा दिलाने के लिए सरकार हर मुमकिन कोशिश कर रही है।
पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर इस तरह की राजनीति गैर जिम्मेदाराना कदम है। उन्होंने कहा की कानून अपना कार्य कर रहा है और आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य एकत्र करने मे एसआईटी लगी हुई है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामला हाथ मे लेते ही 12 घंटे के भीतर हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया और 24 घंटे में अंकिता के शव को भी बरामद किया।
उन्होंने कहा की सुबूत से छेड़छाड़ का आरोप भी बेबुनियाद है, क्योंकि घटना स्थल पुलिस और एसआईटी के हवाले है और जब होटल मे तोड़फोड़ हुई उससे पहले पुलिस ने सबूत एकत्रित कर लिए थे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खुद मामले पर नजर बनाये हुए हैं और इसमे किसी को भी लाभ दिलाने की अब तक गुंजाइश नही रही। मामले मे नाम आने के बाद आरोपी के भाई और पिता को पार्टी से निष्काषित कर दिया गया।
चौहान ने कहा कि दोषियों को हर हाल मे कानून के दायरे मे लेकर सजा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री पहले ही आश्वस्त कर चुके हैं और भविष्य मे इस तरह घटना घटित न हो इसके लिए भी कार्य किया जा रहा है। राज्य मे संचालित बिना मानकों के होटलों पर कार्यवाही चल रही है। वहीं सत्यापन की कार्यवाही भी चल रही है। मामले मे वैधानिक रूप से कार्यवाही चल रही है और अंकिता को न्याय दिलाना भाजपा की प्राथमिकता मे है और विपक्ष को जांच एजेंसियों की मदद करने को आगे आने की जरूरत है। जिससे अंकिता के गुनहगारो को कड़ी सजा दिलाई जा सके ।

 

एम्स में विश्व बधिरता दिवस : विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मूक बधिरों की जन्मजात समस्याओं एवं निराकरण के संबंध में रखे विचार

ॠषिकेश, विश्व बधिरता दिवस सप्ताह के उपलक्ष्य में एम्स ऋषिकेश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान विभाग द्वारा मूक बधिरों के कारण व लक्षण सहित उनके समुचित उपचार के लिए मूक बधिर रजिस्ट्री बेबसाईट भी लान्च की गई।

एम्स ऋषिकेश के ईएनटी (कर्ण, नासा एवं कंठ) शल्योपचार विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मूक बधिरों की जन्मजात समस्याओं, कारण और उनके निराकरण के संबंध में विचार रखे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मूक एवं बधिर समुदाय के बारे में लोगों को जागरूक करना तथा उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए सहयोग देना था। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने कहा कि मूक बधिर लोगों को इलाज से पहले भावनात्मक केयर की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक चिकित्सक को ऐसे मरीजों के साथ मधुर व्यवहार अपनाना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान मूक बधिर रजिस्ट्री (यूडीएमआर) वेबसाइट का भी प्रक्षेपण किया गया। संस्थान की कार्यकारी निदेशक डॉ.मीनू सिंह ने इस वेबसाइट को देश में अपनी तरह का पहला रजिस्ट्री का माध्यम बताया और कहा कि यह रजिस्ट्री मूक बधिरता के कारणों, लक्षणों को जानने और उनके उपचार के लिए विशेष लाभकारी सिद्ध होगी।

कार्यक्रम में डॉ. एम. के. तनेजा (एडिटर इन चीफ ऑफ़ इंडियन जर्नल ऑटोलॉजी एंड एसोसिएशन ऑफ़ ओटोरहिनोलारिंजोलॉजी इन इंडिया के पूर्व अध्यक्ष) एवं उत्तराखंड काउन्सिल ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के डॉ. आशुतोष मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल थे। डीन एकेडेमिक प्रो. जया चतुर्वेदी ने कहा कि ईएनटी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मनु मल्होत्रा के नेतृत्व में विभागीय टीम द्वारा रजिस्ट्री सिस्टम की इस योजना से मूक बधिरों का डाटा एकत्र करने में विशेष मदद मिलेगी। चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने कहा कि विश्व बधिर संघ (डब्ल्यूएफडी) ने वर्ष 1958 से विश्व बधिर दिवस की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि मूूक बधिरों के सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक अधिकारों के प्रति लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने के साथ-साथ समाज और देश में उनकी उपयोगिता के बारे में भी बताए जाने की आवश्यकता है।

ईएनटी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मनु मल्होत्रा ने बेबसाइट के बारे में बताया कि वेबसाइट को भविष्य में राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रक्षेपण करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर इस वेबसाइट के अंतर्गत उत्तराखंड के अन्य मेडिकल कॉलेजों को भी सम्मिलित किया गया है। इस दौरान मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। विजेता प्रतिभागियों को ईएनटी विभाग के सहायक आचार्य डॉ. अमित कुमार त्यागी एवं सह-आचार्य डॉ. भियांराम ने पुरस्कार वितरित किए।

विभाग की अपर आचार्य डॉ. मधु प्रिया के संचालन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विभाग के सहायक-आचार्य डॉ. अभिषेक भारद्वाज और डाटा एंट्री ऑपेरटर विजय सिंह सहित राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के ईएनटी विभाग की एचओडी प्रो. भावना पंत व डॉ. विकास सिकरवार, उत्तराखंड स्टेट एसोसिएशन ऑफ़ इ.एन. टी. के प्रेसिडेन्ट डॉ. आलोक जैन, हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस देहरादून के हेड प्रो. एस.एस. बिष्ट, श्रीगुरुराम राय इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज) देहरादून के ईएनटी विभाग के प्रो. अरविंद वर्मा, एडिशनल एमएस डा. अंशुमन दरबारी सहित कई अन्य फेकल्टी सदस्य और रेसिडेंट्स शामिल थे।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments