देहरादून, मसूरी देहरा विकास प्राधिकरण की ढुलमुल नीति के चलते पहले लोगों को भवन मानचित्र को पास कराने कई चक्कर काटने पड़ते थे, लेकिन अब मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) से आवासीय नक्शा पास करने की व्यवस्था को सुगम बनाकर आमजन को बड़ी राहत देने की ओर एक कदम आगे बढ़ाया है | अब विशेषकर आवासीय श्रेणी (सिंगल यूनिट) के नक्शे महज तीन चरण में पास होंगे। इसका सर्वाधिक लाभ वन टाइम सेटेलमेंट स्कीम (ओटीएस) में अवैध भवन को वैध कराने वालों को मिलेगा, क्योंकि ओटीएस में नक्शे पास करने में आमजन को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही थी।
एमडीडीए उपाध्यक्ष बीके संत की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, आवासीय नक्शे अब अवर अभियंता (जेई), सहायक अभियंता (एई) से होते हुए संयुक्त सचिव तक जाएंगे। पहले इस चरण में फाइल अधिशासी अभियंता (ईई) को भी भेजी जाती थी। तमाम नागरिकों की शिकायत रहती थी कि अधिशासी अभियंता स्तर पर नक्शे अनावश्यक लंबित रखे जाते हैं। इसी तरह कमर्शियल श्रेणी के नक्शे अवर अभियंता, अधीक्षण अभियंता से होते हुए सचिव व उपाध्यक्ष तक भेजे जाएंगे। पूर्व की व्यवस्था में नक्शे की फाइल सहायक अभियंता व अधिशासी अभियंता को भी भेजी जाती थी।
उत्तराखंड इंजीनियर्स एंड आर्किटेक्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डीएस राणा ने इस व्यवस्था को बेहतर बताते हुए कहा कि कम चरण की व्यवस्था लागू होने के चलते अब नक्शे जल्द पास होंगे। एमडीडीए में नए उपाध्यक्ष की तैनाती के बाद अभियंताओं के क्षेत्र भी बदल दिए जाते हैं। नए उपाध्यक्ष बीके संत ने भी तैनाती के कुछ समय बाद ही अधिशासी व सहायक अभियंताओं के क्षेत्र में बदलाव किया है।
गुरुवार को जारी आदेश के मुताबिक अधिशासी अभियंता श्याम मोहन शर्मा को ऋषिकेश, जीसी भट्ट को सेक्टर एक से छह, परवादून व अजय माथुर को सेक्टर सात 12 व मसूरी क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, सहायक अभियंता अभिषेक भारद्वाज, सुधीर गुप्ता, अतुल गुप्ता, मनोज कुमार जोशी के कार्य क्षेत्र भी बदले गए। इसके अलावा अवर अभियंता गोविंद सिंह व प्रमोद मेहरा को कामर्शियल मानचित्र के सभी प्रकार के कार्य सौंपे गए हैं।
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