नई दिल्ली, । वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि देशभर में चिकित्सा सहायता पहुंचाने के लिए वायुसेना ने अपनी सभी बेड़ों को चौबीसों घंटे उड़ान भरने के लिए तैयार रहने का निर्देश दे दिया है। कोरोना चिकित्सा सहायता के लिए वायुसेना ने बड़ी संख्या में अपने बड़े और मध्यम ट्रांसपोर्ट विमानों को तैनात कर रखा है। वहीं, कोरोना मरीजों के लिए आक्सीजन की कमी दूर करने और दूसरी आवश्यक चिकित्सा सामग्री को देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायुसेना से अपने आपरेशंस की गति और आकार दोनों बढ़ाने के लिए कहा है।
कोरोना की चुनौतियों से निपटने में वायुसेना की अब तक की भूमिका और आगे की तैयारियों पर वायुसेना प्रमुख ने बुधवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात कर उनसे चर्चा की। समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर भी बल दिया कि कोरोना राहत सामाग्री के परिवहन आपरेशन में लगे वायुसेना कर्मियों का कोरोना संक्रमण से बचाव भी सुनिश्चित किया जाए। प्रधानमंत्री ने वायुसेना के सभी कोरोना आपरेशंस के दौरान भी कोरोना से सुरक्षा का ख्याल रखे जाने की बात कही।
वायुसेना प्रमुख ने प्रधानमंत्री को बताया कि देश की अलग-अलग भौगोलिक परिस्थितियों के मद्देनजर बड़े और मध्यम आकार के विमानों को आपरेशंस में लगाया गया है। वायुसेना की ओर से एक विशेष कोरोना एयर सपोर्ट सेल बनाया गया है ताकि अलग-अलग मंत्रालयों और एजेंसियों के साथ सहयोग व समन्वय में दिक्कत न हो।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान वायुसेना कर्मियों और उनके स्वजन के स्वास्थ्य की जानकारी भी ली और वायुसेना प्रमुख ने बताया कि वायुसेना के लगभग सभी कर्मियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। कोरोना के मद्देनजर वायुसेना के अस्पतालों में सुविधाओं व संसाधनों में इजाफा किया गया है और जहां भी संभव है, आम नागरिकों को भी इलाज की सुविधा दी जा रही है।
वायुसेना के विमानों से टैंकरों की ढुलाई ने पकड़ी रफ्तार
देश में क्रायोजेनिक आक्सीजन टैंकरों की भारी कमी को दूर करने के लिए रात दिन आपरेशंस में जुटी भारतीय वायुसेना ने बुधवार को देश-विदेश से टैंकरों को जुटाने और उन्हें अलग-अलग जगहों पर पहुंचाने की गति थमने नहीं दी। बैंकाक से एक सी-17 एयरक्राफ्ट तीन आक्सीजन टैंकर लेकर बुधवार को गुजरात के जामनगर पहुंचा। इसी तरह दूसरे सी-17 विमानों ने देश के अलग-अलग हिस्सों से टैंकरों को वहां पहुंचाया जहां इसकी जरूरत थी। एक आक्सीजन टैंकर आगरा से रांची और एक टैंकर चंडीगढ से रांची पहुंचाया गया। जबकि दो-दो टैंकरों को इंदौर से रायपुर और भोपाल से सूरत भेजा गया। गाजियाबाद के हिंडन से एक आक्सीजन टैंकर रांची और भोपाल से एक टैंकर रांची भेजा जाएगा। इसके अलावा सिंगापुर की वायुसेना का एक विमान भी 256 आक्सीजन सिलेंडर लेकर बुधवार को पानागढ़ पहुंचा।(जेएनएन)
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