Sunday, December 22, 2024
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गोलीकांड में शहीद हुए प्रत्येक राज्य आंदोलनकारी की शहीद स्थल रामपुर में लगाई जाएगी प्रतिमा : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने शहीद स्थल के लिये भूमि दान करने वाले दिवंगत महावीर शर्मा की प्रतिमा का भी शिलान्यास किया

हरिद्वार (रामपुर), प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को शहीद स्थल रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर, (उ.प्र.) में उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी शहीदों की पुण्य स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए शहीद स्मारक में पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रामपुर तिराहा गोलीकांड में शहीद हुए प्रत्येक राज्य आंदोलनकारी की याद में शहीद स्थल रामपुर में उनकी प्रतिमा लगाए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने शहीद स्थल के लिये भूमि दान करने वाले दिवंगत महावीर शर्मा की प्रतिमा का भी शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शहीदों के बलिदान एवं परिश्रम से हमें उत्तराखंड राज्य प्राप्त हुआ है। पृथक उत्तराखंड राज्य के लिए चलाए गए आंदोलन के दौरान आंदोलनकारियों को अनेकों यातनाओं और अत्याचारों को सहना पड़ा था। 2 अक्टूबर 1994 को रामपुर तिराहे पर घटित हुए गोली कांड राज्य आंदोलन का सबसे क्रूर और गहरा जख्म देने वाला अध्याय रहा। शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने जा रहे आंदोलनकारियों पर हुए अत्याचारों से मिले घावों को कोई भी उत्तराखंडवासी भुला नहीं सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के निर्माण और बेहतर भविष्य के लिए आंदोलनकारियों ने अपना वर्तमान बलिदान कर दिया था। उत्तराखण्ड की जनता सदैव इन वीरों की ऋणी रहेगी। उन्होंने कहा राज्य निर्माण आंदोलन में राज्य की महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग किया, राज्य की महिलाएं कभी अत्याचारों के आगे नहीं झुकी। जिस राज्य के निर्माण के लिए हमारे आंदोलनकारियों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर दिए। राज्य सरकार उस उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना हेतु रात दिन कार्यरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शहीद आंदोलनकारियों के आदर्शों और उनके सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।विकल्प रहित संकल्प के मूलमंत्र पर चलते हुए उत्तराखंड में विभिन्न योजनाओं के जरिए राज्य के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास की धारा पहुंचाने के प्रयास जारी हैं। राज्य सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों के लिए सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण लागू किया है । शहीद आंदोलनकारियों के परिवारों को पेंशन देने के साथ ही, आंदोलन के दौरान जेल जाने वाले और घायल हुए सभी सक्रिय आंदोलनकारियों को प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है। राज्य आंदोलनकारियों को बसों में निःशुल्क यात्रा सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक राज्य की परिकल्पना में हमारे प्रदेश की डेमोग्राफी को संरक्षित रखने की चिंता भी शामिल थी। राज्य सरकार देवभूमि उत्तराखंड की डेमोग्राफी को संरक्षित रखने हेतु प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। डेमोग्राफी को संरक्षित करने का का दायित्व हर किसी ने निभाना है। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में सख्त धर्मांतरण रोधी कानून लागू किया गया है। सरकारी भूमि से अतिक्रमण को हटाने का कार्य जारी है। अब तक 5000 एकड़ से अधिक सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करवाया गया है। राज्य में देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून और दंगा रोधी कानून भी लागू किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर नागरिक को समान अधिकार देने उद्देश से समान नागरिक संहिता का अधिनियम पास किया गया है। उन्होंने कहा राज्य सरकार बहुत जल्द उत्तराखंड में सख्त भू-कानून को लाने की तैयारी कर रही है। जिसके लिए सभी स्टेकहोल्डर, विशेषज्ञों, आंदोलनकारियों से विचार विमर्श किया जा रहा है। उन्होंने कहा नीति आयोग द्वारा जारी किए गए सतत् विकास लक्ष्यों की रैंकिंग में उत्तराखंड को पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। उत्तराखंड, निवेशकों की पहली पसंद बन रहा है जिसकी वजह से हमारे राज्य में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित होने शुरु हो गए हैं। राज्य GDP की तर्ज पर GEP की गणना करने वाला देश का प्रथम राज्य बन गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और सहयोग से हम उत्तराखंड को श्रेष्ठ उत्तराखंड बनाने के लिए प्रतिबद्ध होकर निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा जब तक हम आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड नहीं बना लेते, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक ने शहीद राज्य आंदोलनकारियो को नमन करते हुए कहा कि वीर सपूतों की बदौलत हमें राज्य मिला है। उन्होंने कहा रामपुर तिराहा कांड सत्य और अहिंसा की कड़ियों से जुड़ा हुआ है। उत्तराखंड की महिलाओं ने इस आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने कहा सन 2000 में तीन राज्यों का गठन हुआ था। जिसमें उत्तराखंड राज्य विकास के क्षेत्र में सबसे आगे है। केंद्र एवं राज्य सरकार के प्रयासों से राज्य निरंतर नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
इस अवसर पर राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव , उपाध्यक्ष आपदा प्रबंधन समिति विनय रौहेला, विधायक प्रदीप बत्रा, जिला अध्यक्ष भाजपा ( मुजफ्फरनगर) सुधीर सैनी, श्रीमती मीनाक्षी स्वरूप, सचिव हरिचंद्र सेमवाल, जिलाधिकारी हरिद्वार कर्मेंद्र सिंह एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

 

राज्य आन्दोलनकारी शहीदों को सीएम धामी ने अर्पित किये श्रद्धा सुमनUttarakhand:-राज्य आन्दोलनकारी शहीदों की पुण्य स्मृति में सीएम धामी ने उनके  चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर दी श्रद्धांजलि - संवाद जान्हवी

देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को शहीद स्थल कचहरी, देहरादून में उत्तराखण्ड़ राज्य आन्दोलनकारी शहीदों की पुण्य स्मृति में उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड राज्य प्राप्ति के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले सभी राज्य आन्दोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने नये राज्य के लिए अनेक सपने देखे थे। उनके सपनों के अनुरूप उत्तराखंड राज्य बनाने की दिशा में राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है। उत्तराखण्ड को देश का आदर्श राज्य बनाने की दिशा में हर क्षेत्र में तेजी से कार्य हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। जन अपेक्षाओं के अनरूप उत्तराखण्ड का विकास किया जा रहा है।

 

गांधी जयंती पर खराखेत से लाए गए पवित्र जल को बापू की प्रतिमा पर किया अर्पित

देहरादून, गांधी जयंती के अवसर पर दून के स्वतंत्रता सेनानी परिजनों, पूर्व सैन्य अधिकारियों, सेवानिवृत्त राज्य सरकार के अधिकारियों, पर्यावरण प्रेमियों ने बापू की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस मौके पर नमक सत्याग्रह आंदोलन के प्रतीक दून के खराखेत से लाए गए पवित्र जल कलश को गांधी जी की प्रतिमा पर अर्पित करने के बाद, संयुक्त नागरिक संगठन के प्रेरणास्त्रोत पद्यश्री कल्याण सिंह रावत मैती ने कहा आजादी के संघर्ष में खाराखेत का महत्वपूर्ण स्थान है। जहां देशभक्तों ने खारे पानी से नमक बनाकर अंग्रेजी कानून को तोड़ा था और दंड स्वरूप जेल में रहे थे। वक्ताओं का कहना था कि खारा खेत के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए इस स्थान के सौंदर्यकरण को लेकर विकास की योजनाएं बनानी चाहिए जिससे नयी पीढ़ी को अपनने स्वतंत्र्य वीरों के बारे में जानकारी मिल सके । इस अवसर पर वक्ताओं ने गांधीजी तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के व्यक्तित्व, नैतिकता, आदर्श और देश प्रेम के जज्बे का उल्लेख करते हुए जन प्रतिनिधियों और नौकरशाही को इनसे सीख लेने का आह्वान किया। वक्ताओं ने कहा देश में व्याप्त भ्रष्टाचार, अनैतिकता, स्वार्थ की बहती गंगा को स्वच्छ पवित्र बनाने के लिए सभी सामाजिक संगठनों को संघर्ष करने की जरूरत है।
कार्यक्रम में ठा.शेरसिंह, पीसी खंतवाल, ब्रिगेडियर केजी बहल, लेफ्टिनेंट कर्नल बीएम थापा, लेफ्टिनेंट कर्नल जीएस गंभीर, रामचंद्र जोशी, जगदीश बावला, मनोज ध्यानी, प्रकाश नागिया, जगमोहन मेहंदीरत्ता, डॉक्टर रवि चोपड़ा, राकेश उपाध्याय,चंद्र सिंह नेगी, आशा टम्टा, जयपाल सिंह, परमजीत कक्कड़, कुसुम धस्माना, अवधेश पंत,एसपी चौहान, उपेंद्र बिजलवान, देवेंद्र सैनी, उषा कोठारी, सुशील सैनी, अवधेश शर्मा,जितेंद्र डडोना, डॉ. मुकुल शर्मा आदि शामिल थे।

 

स्वच्छ भारत अभियान के 10 साल पूरे : केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने लिया सफाई अभियान में हिस्सा, बापू को किया याद

देहरादून, केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू आज उत्तराखंड दौरे पर आए हुए हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर आज उन्होंने स्थानीय गांधी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन समर्पित किये तथा झाड़ू लगाकर स्वच्छता अभियान में भी भाग लिया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज से 10 साल पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी। जिसको आज 10 साल का समय पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत का यह स्वच्छता अभियान अब तक जन जागरण अभियान का रूप ले चुका है पूरे देश में स्वच्छता को लेकर जो जागृति आई है उससे देश में कई बदलाव आए हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का हमारे जीवन में क्या महत्व है लोगों ने अब इसे समझ लिया है यही कारण है कि यह अभियान गांवों तक पहुंच चुका है।
उन्होंने कहा कि मुझे उत्तराखंड से हमेशा ही बड़ा लगाव रहा है यहां आकर मुझे लगता है कि जैसे मैं अपने घर आ गया हूं। उन्होंने कहा कि मैं खुद भी पहाड़ का रहने वाला हूं। उन्होंने कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास के लिए अत्यंत ही महत्व का दिन है। आज महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती भी है तथा आज ही स्वच्छ भारत अभियान के 10 साल भी पूरे हो रहे हैं तथा आज उत्तराखंड राज्य के शहीदों का शहीदी दिवस भी है। इस अवसर पर उनके साथ मंत्री धन सिंह रावत तथा संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल सहित अनेक लोग मौजूद रहे।

 

गांधी जयन्ती पर छात्राओं को मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन ने वितरण किये वस्त्र

देहरादून, मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन द्वारा गांधी जयन्ती महावीर जैन कन्या इंटर कॉलेज की छात्राओं को वस्त्र वितरित किए। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. रिचा गौर जी सदस्य, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग रहीं।
कार्यक्रम की शुरुआत महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर की गई। राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन जैन ने इस अवसर पर कहा कि 2 अक्टूबर भारत के लिए एक विशेष तिथि है, क्योंकि इस दिन महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री का जन्म हुआ था। बापू ने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया, वहीं शास्त्री जी ने सादगी और त्याग की मिसाल पेश की।
राष्ट्रीय सलाहकार नरेश चंद जैन ने महात्मा गांधी के जन्मदिन को गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिन को शास्त्री जयंती के रूप में मनाने का उल्लेख करते हुए कहा कि इन दोनों महान हस्तियों के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन ने स्वच्छता कार्यक्रम के अंतर्गत छात्र एवं छात्राओं को जागरूक किया, और इस मौके पर रामपुर तिराहा कांड में शहीद हुए बलिदानियों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय सलाहकार नरेश चंद जैन, प्रबंधक ममलेश जैन, प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन, प्रदीप नागलिया, स्कूल प्रधानाध्यापिका कु. श्वेता सिंह, कविता जैन, नीलम बुडाकोटि, संगीता, बीना देवी, नीलिमा मनी, बबिता बहुगुणा, मंजु रावत सहित अन्य स्कूल स्टाफ उपस्थित रहे।

 

महात्मा गाँधी व पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री को एसएसपी ने भी दी श्रद्धांजलि

देहरादून, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर जनपद के सभी थानों/चौकियों, कार्यालयों एवं पुलिस लाइन में उनके चित्रों पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह द्वारा पुलिस लाइन में दोनों पुण्यात्माओं के चित्रों पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। एसएसपी द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के जीवन मूल्यों के बारे में उपस्थित अधिकारी/कर्मचारियों को बताते हुए उनसे प्रेरणा लेने की सीख दी तथा अपने कर्तव्यों के दौरान अहिंसा व शांति को बढ़ावा देते हुए सदभावना व सौहार्द बनाये रखने, सभी धर्मों के लोगो का आदर करते हुए बिना किसी पक्षपात, हिंसा व असहिष्णुता के अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने तथा विश्व मे शांति, सौहार्द व एकता स्थापित करने के लिए अपना पूरा प्रयास करने की शपथ दिलाई। इस दौरान एसएसपी अजय सिंह द्वारा पुलिस लाइन में नियुक्त पर्यावरण मित्रों को ट्रैकसूट वितरित करते हुए उनका मनोबल बढ़ाया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिकारी/ कर्मचारी गणों द्वारा भी दोनों महानुभावों के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।

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