Sunday, May 5, 2024
HomeTrending Nowगीता का अनुसरण कर व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है

गीता का अनुसरण कर व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है

हरिद्वार 3 अप्रैल (कुलभूषण) गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय हरिद्वार के भेषज विज्ञान विभाग में चल रहे औषधीय पादप महाकुम्भ में बोलते हुए डा0 मौहर सिंह मीणा ने कहा कि आज के जीवन को काम की भागदौड़ के लिए व्यक्ति को रोज नयी.नयी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सत्कर्मो की प्रधानता का हमारे वैदिक ग्रन्थों में भी विस्तार से वर्णन किया गया है।
वह गीता में निष्काम कर्म योग का वर्णन विषय पर आयोजित व्याख्यानमाला को सम्बोधित कर रहे थे।  उन्होने    कहा कि हमारे वैदिक ग्रन्थों में निष्काम कर्म पर विस्तार से वर्णन किया गया हैए जिनका अध्ययन करने से वर्तमान दौर में भी व्यक्ति उनका अपने जीवन में पालन कर अपने उद्देश्य की प्राप्ति को सहजता से प्राप्त कर सकता है। डा0 मीणा ने कहा कि यज्ञमय जीवन जीने के लिए हमारे द्वारा किये जाने वाले उत्कृष्ठ कर्मो को विस्तार से बताया।
भेषज विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 सत्येन्द्र राजपूत ने जीवन में स्वस्थ रहने के लिए कर्मो के गुणों की महत्ता को विस्तार से बताते हुए निष्काम कर्मयोग की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि योगीराज कृष्ण ने भगवद्गीता में कर्म की महत्ता को विस्तार से वर्णित किया है।
सत्र के अन्त में बनारस हिन्दु विश्वविद्यालय बनारस की डा0 वैशाली रघुवंशी ने पोस्टर प्रस्तुति के माध्यम से जीवन को स्वस्थ रखने के लिए काम आने वाले अनुसंधानों के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर डा0 रविप्रताप डा0 विपिन शर्मा डा0 नरेश रांगड़ा राजेन्द्र यादव राहुल हरेन्द्र मलिक रोहित भारद्वाज आशीष पाण्डेय डा0 अभिषेक बंसल डा0 रोशन लाल पीयुष सिंघल कमल सिंह बिजेन्द्र सिंह आदि उपस्थित रहे।
RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments