देहरादून, भर्ती के मामले में तोहमत झेल रही सरकार की ओर सबसे बड़ी खबर आ रही है। उत्तराखंड विधानसभा सचिवालय में की नियुक्तियों में अनिमितता के मामले में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी ने बड़ा फैसला लेते हुए 228 नियुक्तियां रद्द कर दी है।विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल को भी निलंबित कर दिया है।
विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने प्रेस वार्ता करते हुए सभी तदर्थ की भर्तियों को निरस्त करने की घोषणा की है। देर शाम ही समिति ने विधानसभा अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी।विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने आज शुक्रवार को समिति की जांच रिपोर्ट की जानकारी दी। उन्होंने 480 में से 228 नियुक्तियां रद कर दी हैं। उन्होंने सचिव मुकेश सिंंघल को भी निलंबित कर दिया है। वर्ष 2016 से 228 तदर्थ नियुक्तियों में पूर्व विस अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल के कार्यकाल की 150 और प्रेमचंद अग्रवाल के कार्यकाल की 78 नियुक्तियां शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन विस अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल की भूमिका की जांच की जाएगी। वहीं 2012 से पहले हुई नियुक्ति पर विधिक जांच होगी। विधानसभा अध्यक्ष ने समिति के सदस्यों की तारीफ करते हुए कहा समिति ने सराहनीय कार्य किया हैं। समिति ने पाया की जो तमाम तदर्थ नियुक्तियां की थी उसमे अनियमितता की गई हैं। समिति ने तमाम नियुक्तियों को निरस्त करने की सिफारिश की गई है। विधानसभा अध्यक्ष ने साफ कहा कि नियुक्ति के लिए ना परीक्षा आयोजित की गई और ना ही किसी तरह की विज्ञप्ति जारी की गई थी।
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