Wednesday, June 25, 2025
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पंचायत चुनाव करवाना ही नहीं चाहती थी भाजपा : धस्माना

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-रोस्टर से छेड़ छाड़ और प्रदेश में नौकरशाही ने बना दिया चुनी हुई सरकार को पंगु

-पंचायती राज अधिनियम की नियमावली का अता पता प्रदेश में किसी को नहीं : धस्माना

देहरादून, प्रदेश में 25 जून से शुरू होने वाली पंचायत चुनावों की प्रक्रिया को राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में रद्द करने पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि असलियत तो यह है कि प्रदेश की भाजपा सरकार राज्य में पंचायत चुनाव करवाना ही नहीं चाहती थी। उन्होंने कहा कि शुरू से ही सरकार चुनाव से भाग रही थी और हाई कोर्ट की लताड़ के बाद जब सरकार ने चुनाव करवाने की शुरुआत की तो उसमें जानबूझ कर एससी एसटी और ओबीसी आरक्षण का रोस्टर ही शून्य कर दिया जिसके कारण लोग कोर्ट गए और आज यह नौबत आई कि सरकार को चुनाव ही स्थगित करने पड़े।
उत्तराखंड में पंचायती राज मंत्री कौन है और पंचायती राज अधिनियम की नियमावली कहां और क्या है यह सवाल आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने राज्य की धामी सरकार से करते हुए प्रदेश सरकार पर जोरदार हमला बोला। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की नौकरशाही ने प्रदेश सरकार चला रहे राजनैतिक नेतृत्व को पंगु बना छोड़ा है जिसके कारण आए दिन सरकार की छीछालेदर होती है जिसे राज्य के पंचायती चुनावों को लेकर हो रही है। धस्माना ने कहा कि पहले तो सरकार ने पंचायत चुनाव समय पर ना करवा कर अपनी किरकिरी की फिर एक अजूबा किया कि जिला पंचायत अध्यक्षों ब्लॉक प्रमुखों व ग्राम प्रधानों को ही प्रशासक नियुक्त कर दिया और फिर दूसरी बार जब प्रशासकों का कार्यकाल खत्म हुआ तो पंचायतों को कई दिनों तक लावारिस छोड़ कर अधिकारियों को प्रशासक बनाया और अब जब माननीय उच्च न्यायालय की लताड़ के बाद चुनाव करने का निर्णय लिया तो आरक्षण का रोस्टर ही शून्य करवा दिया जिससे पूरे प्रदेश में असंतोष और आक्रोश फैल गया जिसे कोर्ट में चुनौती दी गई। धस्माना ने कहा कि सोमवार को जब उच्च न्यायालय ने सरकार से सवाल किया कि पंचायत चुनाव की नियमावली कहां है तो सरकार ने हास्यास्पद जवाब देते हुए कहा कि नियमावली नोटिफाई हो गई किन्तु प्रेस वालों ने छापी नहीं। धस्माना ने कहा कि सरकार के जवाब से असंतुष्ट न्यायालय ने चुनाव पर रोक लगा दी। धस्माना ने कहा कि यह सरकार का दिमागी दिवालियापन है कि पूरे प्रदेश के लोगों को कोर्ट के स्टे के बाद अब जब नामांकन के लिए चौदह घंटे मात्र बचे हैं तब पता चल रहा है कि राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव रद्द कर दिए हैं।

आमजन की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई हो- सचिव गृह शैलेश बगौली

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-सचिव गृह शैलेश बगौली ने लंबित प्रकरणों पर जताई चिंता

देहरादून, सचिव गृह शैलेश बगौली ने अपने कार्यालय सभागार में सतर्कता अधिष्ठान की समीक्षा की। सचिव बगोली ने निर्देश दिए कि आमजन की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई की जाए।
विजिलेंस के कतिपय मामले अधिक समय से लम्बित होने पर सचिव शैलेश बगौली ने चिंता व्यक्त करते हुए इन प्रकरणों के निस्तारण में तेजी लाए जाने के लिए प्रणाली में सुधार लाए जाने की बात कही। उन्होंने प्रकरणों को तेजी से निस्तारित करने के लिए आधुनिक तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स का प्रयोग करते हुए नवाचारी तरीके अपनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर लंबित प्रकरणों को भी शीघ्र निस्तारित करने हेतु सम्बन्धित विभागों को रिमाइंडर भेजे जाएं। प्रकरणों में 2 माह में प्रगति न होने पर कार्यालय सचिव गृह के संज्ञान में लाया जाए।
सचिव बगौली ने कहा कि वेबसाईट एवं 1064 से प्राप्त ऐसी शिकायतें जो विजिलेंस से सम्बन्धित नहीं हैं, को 1905 के माध्यम से सम्बन्धित विभागों को भेजे जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विजिलेंस से सम्बन्धित प्रकरणों को प्रभावी तरीके से निस्तारण के लिए नवाचारी तरीके अपनाएं जाएं।
सचिव बगौली ने विजिलेंस विभाग में अधिकारियों की कमी के सम्बन्ध में पुलिस महानिदेशक के साथ पृथक से बैठक किए जाने की बात कही।
इस अवसर पर निदेशक विजिलेंस डॉ. वी. मुरूगेशन एवं पुलिस अधीक्षक विजिलेंस श्रीमती रचिता जुयाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने दिए सारकोट की तर्ज पर प्रत्येक जिले में दो-दो आदर्श गांव बनाने के निर्देश

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देहरादून, मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम सारकोट की तर्ज पर राज्य के प्रत्येक जिले में दो-दो आदर्श गांव बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में आयोजित बैठक में उच्चाधिकारियों को इस संबंध में निर्देश देते हुए कहा है कि इन गांवों में समग्र विकास एवं आजीविका संवर्द्धन की योजनाओं को प्रभावी तरीके से क्रियान्वित करने पर विशेष ध्यान दिया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘विकसित भारत‘ विजन के अनुरूप ‘विकसित उत्तराखंड‘ की दिशा में तेजी से कार्य करने के लिए सभी अधिकारी पूरी तत्परता व प्रतिबद्धता से जुटे रहें।
बैठक में मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा मार्गों पर कानून-व्यवस्था का सख्ती से अनुपालन कराए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि धामों व यात्रा मार्गों पर अशांति पैदा करने वाले एवं अवांछित गतिविधियों में संलिप्त तत्वों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाय। मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर घोषित दो स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन की स्थापना के लिए उपयुक्त स्थानों का शीघ्र चिन्हांकन कर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि साहसिक पर्यटन को और अधिक बढ़ावा देने हेतु नए डेस्टिनेशन विकसित करने पर भी प्राथमिकता से कार्य किया जाय। ताकि क्षेत्रीय युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पर्यटन ढांचे को मजबूती प्रदान करने और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन हेतु अल्पकालिक, मध्यकालिक और दीर्घकालिक योजनाएं तैयार की जाय। उन्होंने हनोल एवं जागेश्वर के मास्टर प्लान तथा हरिपुर कालसी घाट निर्माण की योजना पर तेजी से कार्य करने के साथ ही यात्रा मार्ग से जुड़े गांवों को होमस्टे योजना से लाभान्वित करने पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक में उच्चाधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक जिले में बनाए जाने वाले दो-दो आदर्श ग्रामों में कृषि, बागवानी, पशुपालन, मौनपालन, डेयरी विकास, मशरूम उत्पादन जैसे संभावनाशील क्षेत्रों को प्रोत्साहित करने के साथ ही इन गांवों के समग्र सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए इंटीग्रेेटेड एप्रोच अपनाकर प्रभावी कदम उठाए जांय। स्थानीय शैली एवं संस्कृति का पूर्ण ध्यान रखते हुए इन गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल जैसी सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय स्तर पर उत्पादित सौर ऊर्जा के माध्यम से इन गांवों को रोशन करने की व्यवस्था की जाय। इन गांवों में स्थानीय उत्पादों के विपणन की व्यवस्था करने और स्वयं सहायता समूहों को पर्याप्त प्रोत्साहन देकर आजीविका के अवसरों में वृद्धि तथा आर्थिक विकास को गति देने वाली गतिविधियों को भी प्राथमिकता दी जाय।
बैठक में सचिव शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, धीराज गर्ब्याल, अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमान, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी उपस्थित रहे।

धोखाधड़ी में हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार, 25 हजार का था ईनाम, हत्या सहित दो दर्जन से अधिक मुकदमें है दर्ज

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उधमसिंहनगर, इंडसइंड बैंक, रुद्रपुर से 29.5 करोड़ की धोखाधड़ी, फर्जी चेक और हस्ताक्षर का खेल का पुलिस ने खुलासा करते हुए 25 हजार रूपये के ईनामी हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी शातिर किस्म का बदमाश है। जिस पर हत्या सहित दो दर्जन अपराधों के मुकदमें दर्ज है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उधमसिंह नगर मणिकांत मिश्रा ने बताया कि इंडसइंड बैंक, रुद्रपुर शाखा से 29 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मुख्य आरोपी रामकुमार उर्फ चेयरमैन को हरियाणा के सोनीपत जिले से गिरफ्तार किया है। रामकुमार ने अपने संगठित अपराधी गिरोह के साथ मिलकर फर्जी चेकों का उपयोग कर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और भूमि अधिग्रहण अधिकारी के बैंक खातों से विभिन्न राज्यों में 29 करोड़ से अधिक रुपये की अवैध निकासी की। इस गिरोह की योजना लगभग 300 करोड़ रुपये की और धोखाधड़ी करने की थी, किंतु उधमसिंह नगर पुलिस की त्वरित और सजग कार्रवाई ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी में अहम कड़ी यह रही कि पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी सरोगेसी के माध्यम से पिता बनने की योजना बना रहा है, जिसके आधार पर उसकी लोकेशन का पता लगाकर उसे गिरफ्तार किया गया।
बताया कि आरोपी रामकुमार कोई सामान्य अपराधी नहीं है। वह दिल्ली और हरियाणा में हत्या, लूट, धोखाधड़ी आदि के 18 से अधिक मामलों में फरार चल रहा था। वह पूर्व में अपने गांव की सहकारी समिति का चेयरमैन रह चुका है और एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी है। बताया कि रामकुमार लगातार पुलिस से बचने के लिए अपना ठिकाना बदल रहा था। पुलिस को जब यह जानकारी मिली कि वह सरोगेसी के जरिए पिता बनने का प्रयास कर रहा है, तो इसी सूचना के आधार पर जाँच को आगे बढ़ाया गया। अंततः पुलिस ने उसे हरियाणा के सोनीपत क्षेत्र से सटीक और योजनाबद्ध कार्रवाई के तहत गिरफ्तार कर लिया है।

यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग पर भूस्खलन, पिता पुत्री सहित दो की मौत, एक घायल दो लापता

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उत्तरकाशी, यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग पर भैरव मन्दिर के निकट नौ कैंची पर बीती शाम अचानक भूस्खलन हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ ने मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू अभियान चलाया जो देर रात तक चला। जिसमें एक बच्ची सहित दो लोगों के शव बरामद हुए जबकि एक व्यक्ति घायल अवस्था में मिला। बताया जा रहा है कि दो लोग अभी भी लापता है। जिनकी तलाश में आज सुबह से एक बार फिर रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। वहीं दोनो मृतक पिता—पुत्री बताये जा रहे है।
जानकारी के अनुसार यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग पर भैरव मन्दिर के निकट नौ कैंची पर बीती शाम हुये लैंड—स्लाइड स्थल पर कल देर रात्रि तक चलाये गये रेस्क्यू अभियान को आज प्रातः पुनः शुरू किया गया है। पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, फायर व अन्य आपदा दल राहत एवं बचाव कार्यों मे जुटे हैं। पुलिस उपाधीक्षक उत्तरकाशी, जनक सिंह पंवार मौके पर रेस्क्यू को लीड कर रहे हैं। आम जनमानस से अनुरोध है कि सभी पुलिस—प्रशासन की गाइडलाइन्स का पालन करें, व्यवस्था बनाने मे सहयोग दें। कल 23 जून 2025 की सायं को यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग पर भैरव मन्दिर के निकट नौ कैंची पर हुये लैंड—स्लाइडिंग स्थल पर रेस्क्यू कार्य जारी है, कल देर रात्रि तक चलाए गये रेस्क्यू अभियान को आज प्रातः में पुनः प्रारम्भ किया गया है।
जिलाधिकारी उत्तरकाशी प्रशान्त कुमार आर्या एवं पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी श्रीमती सरिता डोबाल द्वारा मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का भौतिक निरीक्षण कर रेस्क्यू टीमों को राहत एवं बचाव कार्य के सम्बन्ध में जरुरी दिशा—निर्देश दिये गये हैं। कल देर रात्रि तक चलाये गये रेस्क्यू अभियान के दौरान पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, फायर व अन्य आपदा दलों द्वारा घटनास्थल से 1 घायल तथा 2 शव बरामद किये गये हैं। इसके अतिरिक्त 2 लोग अभी मिसिंग चल रहे हैं, जिनकी तलाश हेतु सर्च अभियान जारी है। घायल व्यक्ति का नाम रशिक पुत्र बसराम निवासी मुम्बई, महाराष्ट्र बताया जा रहा है। जबकि मृतकों में हरिशंकर पुत्र ओमप्रकाश व कु. ख्याति (9) पुत्री हरिशंकर निवासी जौनपुर उत्तर प्रदेश है। जो पिता, पुत्री बताये जा रहे है। वहीं गुमशुदा लोगों के नाम कमलेश जेठवा पुत्र कांतिबाई निवासी मुम्बई, महाराष्ट्र व कु. भविका शर्मा (11)पुत्री जय शर्मा निवासी बी—58 कृष्ण विहार नई दिल्ली बताये जा रहे है।

सुरक्षित पेयजल आपूर्ति हेतु संजीदगी से कार्य करना सुनिश्चित करें : जिलाधिकारी

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जिलाधिकारी ने ली, जल एवं स्वच्छता मिशन कार्यों समीक्षा बैठक

हरिद्वार, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने आज जिला कार्यालय सभागार में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन कार्यों समीक्षा बैठक लेते हुए सम्बन्धित अभियन्ताओं को निर्देश दिये।
समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत चल रहे कार्यों की प्रगति पर असन्तोष व्यक्त करते हुए स्पष्ट निर्देश दिये कि अपनी कार्यश्ौली में सुधार लाते हुए जनपद की प्रोग्रेस अच्छी करना सुनिश्चित करें अन्यथा किसी दूसरे जिले में स्थानान्तरण करा लें। उन्होंने निर्देश दिये कि कार्यों में लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। उन्होने सभी सहायक विकास अधिकारी पंचायत को तीन दिन के भीतर ग्राम सभा की खुली बैठकें आयोजित करते हुए हर घर जल प्रमाणिकरण करने तथा योजनाओं में लीकेज की जानकारी लेने के निर्देश दिये। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि जिस योजना में पेयजल आपूर्ति सुचारू न हो या कार्य पूर्ण न हो, उनका प्रमाणिकरण किसी भी दशा में न किया जाये। जिलाधिकारी ने प्रमाणिकरण एवं लीकेज की मॉनीटरिंग हेतु सहायक जिला पंचायतराज अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया। उन्होंने निर्देश दिये कि यदि 27 जून तक प्रमाणिरण कार्याे में प्रोग्रेस प्राप्त नहीं होती है तो सम्बन्धित विकास खण्डों के सहायक विकास अधिकारियों का माह जून का वेतन रोक दिया जाये। जिलाधिकारी ने जेजेएम के अन्तर्गत चल रहे कार्यों में तेजी लाकर अतिशीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश सभी अभियन्ताओं को दिये।
बैठक में नगर निगम रूड़की की मतलबपुर पेयजल योजना, रूड़की के सुनहरा पम्पिंग पेयजल योजना (वार्ड नम्बर 24 एवं 39) का निर्माण कार्य, रूड़की पेयजल योजना, पाडली गुज्जर पेयजल योजना, ईमलीखेड़ा पेयजल योजना, रामपुर पेयजल योजना, नगर निगम हरिद्वार में हरिद्वार के (वार्ड नम्बर 30) पम्पिंग पेयजल योजना का निर्माण कार्य, हरिद्वार नगर निगम (वार्ड संख्या 59) में सीतापुर पेयजल योजना, ग्रामीण क्षेत्रान्तर्गत दौलतपुर पेयजल योजना, किशनपुर जमालपुर पेयजल योजनों को अनुमोदन हेतु प्रस्तुत किया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने अनुमोदन हेतु प्रस्तावित सभी 10 पेयजल योजनाओं का अनुमोदन देने से इंकार करते हुए निर्देश दिये कि योजनाओं की आवश्यकता, महत्ता तथा योजना में सभी सम्बन्धित क्षेत्रों के शामिल होने से सम्बन्धित जानकारियां उपलब्ध कराई जायें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, नगर आयुक्त रुड़की राकेश चंद्र तिवारी, परियोजना निर्देशक केएन तिवारी, अधीक्षण अभियंता जल संस्थान यशवीर, अधीक्षण अभियंता पेयजल निगम एम. मुस्तफा, अधिशासी अभियंता(यां) पेयजल चारु अग्रवाल, अधिशासी अभियंता लोनिवि दीपक कुमार, अधिशासी अभियंता यूपीसीएल दीपक सैनी आदि अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

बाघ के पिंजरे में फंसने के बाद ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

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कोटद्वार।  रविवार देर शाम को द्वारीखाल ब्लॉक के ग्राम पंचायत जवाड़ के हलसी गांव में महिला को मारने वाला बाघ पिंजरे में कैद हो गया। घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत बनी हुई थी। बाघ के पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। हालांकि वन विभाग की टीम अगले कुछ दिनों तक क्षेत्र में गश्त करती रहेगी। बता दें कि रविवार शाम को द्वारीखाल ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत जवाड़ के हलसी गांव में 34 वर्षीय लता देवी पत्नी जयवीर सिंह अपने घर के पास खेत में बकरियां चरा रही थीं। इसी दौरान अचानक झाड़ियों में छिपे गुलदार ने लता देवी पर हमला कर दिया।  उनके चीखने की आवाज सुनकर परिजन घटनास्थल की ओर दौड़े। लेकिन जब तक परिजन पहुंचे तब तक महिला ने दम तोड़ दिया था। उनकी गर्दन पर गहरे घाव के निशान बने हुए थे। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा था और वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सूचना पर वन विभाग के अधिकारी और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई थी। वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए रात को ही पिंजरा लगाने के साथ ही टीम भी लगाई। घटना के बाद से ही आसपास के गांव जवाड़, बिस्ताना, कांडाखाल, बनाली, पल्ला, बिरमोली, बड़ेथ, सुंडल, उडियारी, दीवा मे भय का माहौल बन गया था। डीएफओ आकाश गंगवार ने बताया कि घटना के कुछ देर बाद ही वन कर्मी और वे स्वयं मौके पर पहुंच गए थे। पिंजरा लगाने के बाद देर रात को बाघ पिंजरे में कैद हो गया था। बताया कि पीड़ित परिवार को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा और क्षेत्र में वनकर्मियों द्वारा अगले कुछ दिनों तक लगातार गश्त करते हुए निगरानी की जाएगी

सीएम धामी ने किया अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के अवसर पर परेड ग्राउंड देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग

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देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के अवसर पर परेड ग्राउंड देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया एवं खिलाड़ियों को खेल भावना की शपथ भी दिलाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दिन खेल भावना, एकता और शांति के मूल्यों को समर्पित है। ओलंपिक केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि समर्पण, साधना और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य हुए है। भारत अब खेलों में केवल भागीदार नहीं, बल्कि विजेता के रूप में उभर रहा है। वर्ष 2023 के एशियाई खेलों में भारत ने 107 पदकों के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, वहीं ओलंपिक 2020 के लिए भारत के 126 खिलाड़ियों ने क्वालिफाई किया, जो देश में खेल पारिस्थितिकी तंत्र की मजबूती को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड को ’खेलभूमि’ के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हाल ही में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने 103 पदक जीतकर राज्य को गौरवान्वित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के आठ प्रमुख शहरों में 23 खेल अकादमियों, खेल विश्वविद्यालय हल्द्वानी तथा महिला स्पोर्ट्स कॉलेज लोहाघाट की स्थापना की दिशा में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल नीति के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा पदक विजेता खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न सरकारी नौकरी, खेल भत्ता, तथा उत्तराखंड खेल रत्न और हिमालय खेल रत्न पुरस्कार जैसी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। राजकीय सेवाओं में खिलाड़ियों के लिए 4 प्रतिशत खेल कोटा लागू किया गया है। मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के अंतर्गत 3900 तथा मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 2155 खिलाड़ियों को डीबीटी के माध्यम से प्रोत्साहन राशि हस्तांतरित की जा रही है।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में नई खेल नीति में खिलाड़ियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कई प्राविधान किये गये हैं। राज्य में खेल इन्फ्रास्टक्चर का तेजी से विकास हुआ है। 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी का अवसर उत्तराखण्ड को मिला, जिसमें उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों का सराहनीय प्रदर्शन रहा है।
इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा, अपर निदेशक खेल अजय अग्रवाल और खेल विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

सुरक्षित, सुगम और व्यवस्थित कांवड़ मेला संपादन हेतु दुरुस्त करें तैयारी : मुख्य सचिव

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देहरादून, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने सभी विभागों और कार्यदाई संस्थाओं को कांवड़ मेले के संचालन से संबंधित सभी तैयारियां को समय से पूरा करने के निर्देश दिए। आज यहां मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में कांवड़ मेला की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
मुख्य सचिव ने सभी विभागों और कार्यदाई संस्थाओं को कांवड़ मेले के संचालन से संबंधित सभी तैयारियां को समय से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि व्यवस्थित कांवड़ मेले में बाधक बनने वालों (नशे में लिप्त, उत्पात मचाने वालों, हिंसक प्रवृति को बढ़ावा देने वालों) पर सख्ती की जाए तथा मेले के दौरान बड़े डीजे साउंड पर प्रतिबंध लगाया जाए।
उन्होंने नगर निकायों को नियमित साफ— सफाई, शौचालय व पार्किंग, जल संस्थान को पेयजल की निर्बाध सप्लाई, फूड सेफ्टी विभाग को खानपान की चीजों की नियमित देख— रेख, और पूर्ति विभाग को किसी भी तरह की ओवर रेटिंग पर लगाम लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि साफ— सफाई, पेयजल व्यवस्था, पार्किंग इत्यादि में यदि किसी भी तरह की लापरवाही सामने आती है तो संबंधित विभाग और संबंधित कार्यदाई संस्था पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्य सचिव ने समय रहते संबंधित कार्यदाई संस्थाओं की बैठक करते हुए उनको आवश्यक दिशा निर्देश जारी करने को कहा। उन्होंने सिंचाई विभाग को विभिन्न स्नान घाटों और पुलों पर बेहतर साफ— सफाई और जरूरी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कांवड़ मेला की अवधि 11 जुलाई से 23 जुलाई तक रहेगी। पंचक अवधि 13 से 17 जुलाई तक, डाक कावड़ 20 से 23 जुलाई तक तथा जलाभिषेक (श्रावण शिवरात्रि) 23 जुलाई को होगा। बैठक में जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार द्वारा कांवड़ मेले के केंद्र बिंदु हरिद्वार कांवड़ के सफल संचालन हेतु की गई तैयारियों, यातायात व्यवस्था, पार्किंग, भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था इत्यादि का विवरण प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया। यातायात के प्रबंधन के लिए विभिन्न रूट, स्थाई — स्थाई पार्किंग, जनपद में आने वाले तथा अन्य जगह जाने वाले वाहनों के अनुरूप रूट डाइवर्जन प्लान इत्यादि से अवगत कराया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार ने अवगत कराया कि कांवड़ मेले के प्रबंधन हेतु इसको 16 सुपर जोन, 37 जोन और 134 सेक्टर में विभाजित किया गया है। कांवड मेले के संचालन से संबंधित चुनौतियों तथा उनसे निपटने के लिए किए जाने वाले स्थाई— अस्थाई निर्माण कार्यों की आवश्यकता और उससे संबंधित बजटीय प्रावधानों से भी अवगत कराया गया। देहरादून, पौड़ी और टिहरी जनपदों द्वारा भी अपनी तैयारी और बजटीय आवश्यकताओं से अवगत कराया। बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक वी मुरुगेशन, आयुक्त गढ़वाल मण्डल विनय शंकर पांडेय, महानिरीक्षक के एस नग्नयाल सहित जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार, देहरादून, पौढ़ी व टिहरी तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

जन समस्याओं का त्वरित निराकरण होगी पहली प्राथमिकता

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“नवनियुक्त जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने पत्रकार वार्ता में अपनी प्रार्थमिकता साझा करते हुये बताया कि केदारनाथ यात्रा, आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एवं आपदा प्रबंधन पर विशेष जोर दिया जायेगा”।
रुद्रप्रयाग(देवेंन्द्र चमोली)- जनता की समस्याओं को सुनना व समय पर समस्याओं का निराकरण के लिये सम्बन्धित अधिकारियों से जबाबदेही से कार्य करना होगा। जनपद की शिक्षा, स्वास्थ्य व सडको की स्थिति में ओर अधिक सुधार करने का प्रयास किया जायेगा। केदारनाथ यात्रा ब्यवस्था व आपदा की चुनौतियों से निबटना प्रार्थमिकता रहेगी। यह बात जनपद के नव नियुक्त जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने जनपद में कार्यभार ग्रहण करने के बाद पत्रकारों से मुखातिब होकर बताई।
जनपद के नव नियुक्त जिलाधिकारी ने आज कलैक्ट्रैट स्थित एनआईसी कक्ष में पत्रकार वार्ता कर जनपद के विकास का खाका सामने रखा। पत्रकार वार्ता से पहले जिलाधिकारी ने जिलाधिकारी अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी अधिकारी, जनता तक पहुंच बनाएँ जनसेवा सभी अधिकारियों का लक्ष्य रहे।
उन्होंने सभी अधिकारियों को आमजन मानस के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखने के महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता की समस्याओं को समझने और उनका त्वरित निवारण करने के लिए यह संपर्क अत्यंत आवश्यक है।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि वे अपने निर्धारित कार्यालय समय के अतिरिक्त भी जनता से जुड़ने के लिए समय निकलेंगे, तथा वह फील्ड विजिट, जन चौपाल, और ग्राम सभाओं में जाकर सक्रिय भागीदारी के माध्यम से सीधे लोगों से मिलकर उनकी वास्तविक समस्याओं से अवगत होंगे।
पत्रकार वार्ता के दौरान जिलाधिकारी ने केदारनाथ यात्रा की व्यवस्थाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए यात्रा मार्ग, ठहरने की व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधा, साफ-सफाई, पेयजल एवं यात्रियों से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त बनाए रखने की बात कही।
उन्होने प्रेस प्रतिनिधियों से प्रशासन के साथ जन समस्याओं के निदान व सरकार की योजनाओं को आम जन तक पहुँचाने की बात कही ताकि जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले।
आपदा प्रबंधन के मद्देनजर जिलाधिकारी ने सभी विभागों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए। उन्होंने संभावित आपदाओं से निपटने हेतु राहत एवं बचाव सामग्री की उपलब्धता, त्वरित संचार व्यवस्था, आपातकालीन नियंत्रण कक्ष की सक्रियता तथा आपदा से पूर्व अभ्यास किये जाने पर विशेष बल दिया।
पत्रकार वार्ता में वरिष्ठ पत्रकार लक्ष्मी प्रसाद डिमरी, श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के जिलाध्यक्ष देवेंन्द्र चमोली,वरिष्ठ पत्रकार हरेन्द्र नेगी, बद्री नौटियाल, अनुसुईया प्रसाद मलासी, रवीन्द्र कप्रवाण, भूपेन्द्र भंडारी, प्रदीप सेमवाल, हरीश गुसाँई, सत्यपाल नेगी, नरेश भट्ट , कालिका कांडपाल, जिला सूचना अधिकारी बीरेश्वर तोमर, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा सहित आदि उपस्थित थे।