देहरादून, द हैरिटेज स्कूल, नॉर्थ कैंपस सहस्त्रधारा रोड में आज श्रमिकों के सम्मान में श्रमिक दिवस का शानदार आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्कूल के कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यार्थियों द्वारा श्रमिक वर्ग के सम्मान में पढ़ी गई कविता तथा भाषण के साथ किया और इस अवसर पर श्रमिक वर्ग के लिए कई मनोरंजक खेल भी आयोजित किए गए य जिसमें विजयी कर्मचारियों को चयनित विद्यालय परिषद के विद्यार्थियों द्वारा मेडल पहनाकर पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या दीपाली सिंह ने विद्यालय के श्रमिक वर्ग को धन्यवाद देते हुए कहा कि किसी भी विद्यालय की विकास यात्रा में श्रमिक वर्ग के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता बस उसके पीछे छिपी हुई भावना महान होती है।
उन्होंने श्रमिक वर्ग के कर्मचारियों के योगदान की सराहना करते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी सुरक्षा व खुशहाली का सदैव ध्यान रखा जाएगा। इस अवसर पर कार्यक्रम के अंत में सभी कर्मचारियों को उपहार देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन चौधरी अवधेश कुमार, निदेशक उमा चौधरी, सिद्धार्थ चौधरी, चंद्रिका चौधरी, स्कूल की प्रधानाचार्या दीपाली सिंह, वरिष्ठ स्कूल समन्वयक शुभि थापा, शिक्षक शिक्षिकायें आदि उपस्थित रहे। वहीं दूसरी ओर न्यू रोड स्थित द हैरिटेज स्कूल में भी श्रमिक दिवस धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया गया।
कर्मचारियों को सम्मानित कर मनाया गया श्रमिक दिवस
आईपीएल में ऑनलाइन सट्टा खिला रहे गिरोह के 6 लोग गिरफ्तार
देहरादून, पुलिस ने अन्तर्राष्ट्रीय ऑनलाइन सट्टा खिला रहे छह लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से दो लैपटॉप, 17 मोबाइल फोन पांच लाख 33 हजार रूपये नगद बरामद कर लिये। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह को गोपनीय माध्यम से वर्तमान में चल रहे आईपीएल मैचो में ऑनलाइन सटृा लगाने वाले अर्न्तराष्ट्रीय गिरोह के सम्बंध में जानकारी प्राप्त हुई, जिस पर एसएसपी द्वारा तत्काल क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व में थाना राजपुर पर अलग—अलग पुलिस टीमों का गठित की गई, गठित टीमों द्वारा राजपुर क्षेत्रान्तर्गत कोजी नेस्ट होम स्टे निकट जीआरडी कॉलेज राजपुर रोड के किनारे स्थित एक फ्लैट में दबिश देते हुए आईपीएल मैचो में ऑनलाईन सटृा लगा रहे 06 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उनके द्वारा अपना नाम चेतन शर्मा पुत्र स्वर्गीय लब्बा राम शर्मा, शक्ति सिंह पुत्र कौशल सिंह चौहान, धीरज शर्मा पुत्र स्वर्गीय अशोक शर्मा, निशांत पुत्र राजकुमार, करण पुत्र अनिल कुमार, सोहन सिंह पुत्र पुष्कर सिंह बताया, मौके पर पुलिस टीम द्वारा उनके कब्जे से आनलाईन सटृा लगाने में इस्तेमाल किये जा रहे कुल 02 लैपटॉप, 17 मोबाइल फोन, 5,33,500 रुपए नगद एवं अन्य इलैक्ट्रॉनिक उपकरण व अन्य सामग्री हुई बरामद हुई। जिनके खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पूछताछ में उनकें द्वारा बताया गया कि ऑनलाइन सटृे का पूरा नेटवर्क दुबई से संचालित किया जाता है तथा वे लोग आनलाइन सटृा खिलाने दिल्ली से देहरादून आये थे, उनके द्वारा आईपीएल के चेन्नई सुपर किग्ंस तथा पंजाब किंग्स की टीमों के बीच चल रहे मैच में सटटा खिलाया जा रहा था। वह मोबाईल फोन के जरिये ऑनलाइन सटृे की प्रतिबन्धित साइट सुपरस्ट्रीम ऑनलाइन व लाइन गुरु पर जाकर आँनलाईन सटृा खिलवाते है तथा लोगो से पैसे लेकर बुकी का काम करते है। सटटे की सारी धनराशि ऑनलाईन गूगल पे व नगद रुपए के माध्यम से ली जाती है। आज भी उनके द्वारा आईपीएल मैच में ऑनलाइन सटृा लगाकर लगभग 05 लाख 33 हजार रुपए का क्लैक्शन किया था तथा पूरे मैच में उनके द्वारा लगभग 01 करोड का क्लैक्शन किया जाना था, परन्तु मैच समाप्त होने से पूर्व ही पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। वर्तमान में चल रहे आईपीएल मैचो के दौरान पिछले एक माह में उनके खातों मे करोडो रूपये के ट्राजेक्शन की पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई है। जिसके सम्बंध में विस्तृत जानकारी की जा रही है।
पुलिस महानिदेशक पहुंचे केदारधाम, सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा कर दिये गये आवश्यक दिशा निर्देश
रुद्रप्रयाग, पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड़ दीपम सेठ एवं अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था वी. मुरुगेशन आज केदारनाथ धाम पहुंचे। जहंा उन्होने सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये।इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग अक्षय प्रल्हाद कोंडे ने डीजीपी का स्वागत कर केदारनाथ धाम में सुरक्षा के दृष्टिगत की गयी पुलिस व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी।
पुलिस महानिदेशक ने केदारनाथ धाम परिसर सहित लाइन व्यवस्थाओं हेतु बनाये गये स्थलों का भ्रमण कर प्रभावी पुलिस प्रबन्धन करने के निर्देश दिये गये। उनके द्वारा जनपद पुलिस के ड्यूटी चार्ट एवं पुलिस प्रबन्धन की समीक्षा कर भीड़ नियंत्रण एवं भीड़ प्रबन्धन हेतु प्रभावी कार्ययोजना बनाये जाने के निर्देश दिये गये। पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग द्वारा अवगत कराया गया कि इस वर्ष की यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु मन्दिर दर्शन के लिए टोकन व्यवस्था प्रारम्भ की जा रही है तथा इस व्यवस्था को पहले दिवस से ही लागू किया जायेगा। पुलिस महानिदेशक द्वारा इस व्यवस्था को सही ढंग से लागू किये जाने हेतु टोकन काउंटरों की संख्या बढ़ाये जाने तथा इस सम्बन्ध में श्रद्धालुओं को निरन्तर जागरुक करने तथा आस्था पथ पर आने वाले श्रद्धालुओं को पीए सिस्टम के माध्यम से जानकारी दिये जाने हेतु निर्देशित किया गया। धाम तक पहुंच रहे सभी श्रद्धालुओं को उनके टोकन नम्बर, स्लॉट एवं अन्य आवश्यक जानकारी को प्रशासन के स्तर से लगायी गयी स्क्रीन पर प्रदर्शित कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया। उनके द्वारा श्री केदारनाथ धाम सहित यात्रा मार्ग की प्रभावी सुरक्षा सुनिश्चित किये जाने के दृष्टिगत उपलब्ध कराये गये पुलिस बल, एटीएस तथा आगामी समय में उपलब्ध कराये जा रहे पैरामिलिट्री फोर्स का उचित व्यवस्थापन करने के निर्देश दिये गये।पुलिस महानिदेशक ने बताया कि राज्य में चारधाम यात्रा की हमारी तैयारियां पूर्ण हो गयी हैं, तथा पूरा फोकस सुरक्षित और सुगम चारधाम यात्रा पर रहेगा। कल केदारनाथ धाम के कपाट खुलने हैं, आज यहां पर सुरक्षा व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्थाओं का अन्तिम रूप से रिव्यू किया गया है। सभी व्यवस्थायें पूर्ण कर ली गयी हैं। जिला प्रशासन सहित सभी विभागों के मध्य उचित समन्वय से यात्रा व्यवस्थाओं की तैयारियां की गयी हैं। सड़क मार्ग पर यात्रियों हेतु प्रभावी यातायात प्लान तैयार किया गया है। यहां पर ड्यूटी हेतु उपस्थित सभी जवानों का मनोबल उच्च है तथा सभी की ब्रीफिंग एवं उनकी ड्यूटियों के प्रति सेंसेटाइज किया गया है। इस अवसर पर पुलिस उपाधीक्षक केदारनाथ यात्रा अभिनय चौधरी, चौकी प्रभारी केदारनाथ राजीव चौहान, प्रभारी एसडीआरएफ केदारनाथ राजबर सिंह राणा सहित केदारनाथ में नियुक्त पुलिस बल, आईटीबीपी, एसडीआरएफ. कार्मिक नियुक्त रहे।
ट्रक खाई में गिरा, चालक की तलाश जारी
चमोली, तपोवन क्षेत्र में ट्रक खाई में गिरा चालक की तलाश जारी है। गुरूवार प्रातः लगभग तीन बजे कोतवाली जोशीमठ से सूचना प्राप्त हुई कि तपोवन क्षेत्र के पास एक ट्रक दुर्घटनाग्रस्त होकर खाई में गिर गया है।
सूचना प्राप्त होते ही एसडीआरएफ पोस्ट जोशीमठ से उपनिरीक्षक दीपक सावंत के नेतृत्व में टीम रवाना हुई। एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम को घटनास्थल पर पहुंचकर ज्ञात हुआ कि एक निर्माण सामग्री से भरा ट्रक, जो बैक करते समय अनियंत्रित होकर ऋषिगंगा नदी में जा गिरा। उक्त ट्रक एनटीपीसी तपोवन परियोजना में कार्यरत था तथा उसके चालक की पहचान उस्मान फैजी, निवासी झारखंड के रूप में की गई। एसडीआरएफ टीम द्वारा त्वरित सर्च ऑपरेशन प्रारंभ किया गया। सर्चिंग के दौरान उक्त चालक का मोबाइल फोन, एक हजार रूपये नगद राशि, व एक जोड़ी जूते बरामद कर कोतवाली जोशीमठ को सुपुर्द किए गए। एसडीआरएफ टीम द्वारा घटनास्थल पर उक्त व्यक्ति की खोजबीन हेतु गहन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है
नगर निगम, एमडीडीए 3 दिन के भीतर लैण्ड बैंक विवरण प्रस्तुत करें : जिलाधिकारी
देहरादून, जिलाधिकारी सविन बसंल ने नगर निगम एवं एमडीडीए को भूमि के लैण्ड बैंक सम्बन्धी रिपोर्ट 03 दिन के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।आज यहां जिलाधिकारी सविन बंसल ने ऋषिपर्णा सभागार में देहरादून शहर की प्रस्तावित एलिवेटेड कॉरिडोर परियोजना के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा—निर्देेश दिए। इस दौरान कार्यदायी संस्था निर्माण निगम लोनिवि द्वारा परियोजना की प्रजेंन्टेशन के माध्यम से प्रस्तुति दी गई। जिलाधिकारी ने कहा कि रिस्पना—बिंदाल एलिवेटेड कारिडोर परियोजना व्यापक जनहित तथा मुख्यमंत्री प्राथमिकता का प्राजेक्ट है तथा इसकी मॉनिटिरिंग की जा रही है। डीएम का इस प्राजेक्ट पर विशेष फोकस है, उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि एसडीएम एवं परियोजना से जुड़े नोडल अधिकारी उनके सामने एक ही छत के नीचे बैठकर कार्य करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को आपसी समन्वय से इस प्राजेक्ट को धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि राजस्व, एमडीडीए, नगर निगम, यूपीसीएल आदि सम्बन्धित विभागों के नामित अधिकारी एवं कार्मिक जो एलिवेटेड कॉरिडोर परियोजना के अन्तर्गत कार्य कर रहे हैं वे सभी एक अलग स्थान चयन करते हुए एक ही जगह निर्धारित स्थान पर परियोजना से सम्बन्धित बैठक एवं अन्य अभिलेखीय कार्यवाही, निर्धारित समयनुसार संयुक्त फील्ड विजिट कर कार्यवाही के निर्देश दिए। फील्ड में अधिकारियों को सैक्टर, जोनवार आंविटत करतेे हुए फील्ड सम्बन्धी कार्यों मौका मुआवना अन्य फील्ड सम्बन्धी कार्यवाही संम्पादित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने एसएलओ भूमि अधिग्रण सम्बन्धी कार्यवाही तेजी लाने तथा नगर निगम एवं एमडीडीए को भूमि के लैण्ड बैंक सम्बन्धी रिपोर्ट 03 दिन के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। ज्ञातब्य है कि एलिवेटेड कॉरिडोर रिस्पना नदी पर 2500 करोड़ की लागत से 11 किमी, एवं बिंदाल नदी पर 3750 करोड़ की लागत से 15 किमी लम्बे चार लेन एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण कार्य प्रस्तावित है। जिसके लिए इन नदियों के भीतर विघुत लाईन, हाईटेंशन लाईन, सीवर लाईन इत्यादि का नदी से बाहर विस्थापन किया जाना है। एलिवेटेड रोड के साथ नदी के दोनो किनारों पर रिटेनिंग वॉल निर्माण, एवं बाढ सुरक्षा कार्य के साथ ही नदी के पर्यावरणीय स्वास्थ्य सुधार एवं सौन्दर्यीकरण आदि कार्य किये जाने है। रिस्पना एलिवेटेड कोरिडोर में प्रभावित कुल भूमि क्षेत्रफल 44.6421 हेक्टेयर है सरकारी भूमि 43.5427 हे0 निजी भूमि 1.099 हे., जिसमें 1120 संरचनाएं प्रभावित हो रही हैं जिनमें स्थायी 771, अस्थायी 349 हैं। बिन्दाल ऐलिवेेटेड कोरिडोर कुल 43.9151 हेक्टयर क्षेत्र प्रभावित हो रहा है, जिनमें सरकारी भूमि 26.1926, निजी भूमि 17.7225 हेक्टेयर, प्रभावित वन भूमि 2.25 हेक्टेयर हैं तथा कुल 1494 संरचनाएं प्रभावित हो रही हैं जिनमें स्थायी संरचनाएं 934, प्रभावित अस्थायी 560 है। बैठक में उप जिलाधिकारी सदर हरिगिरि, उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल, एसएलओ स्मृता परमार, उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, अधीक्षण अभियंता मुकेश परमार , अधि.अभि लोनिवि जितेन्द्र कुमार त्रिपाठी, यूपीसीएल आदि सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
रोशनी जन सेवा संस्था महिलाओं को दे रही ब्यूटीशियन का प्रशिक्षण
देहरादून, उत्तराखंड़ बहुउद्देशीय वित्त एवं विकास निगम द्वारा अनूसूचित जाति जीविका योजना (पीएम अजय) के अन्तर्गत रोशनी जन सेवा संस्था ने डी एल रोड अम्बेडकर धर्मशाला में ब्यूटीशियन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। रोशनी जन सेवा संस्था संस्थापक अध्यक्ष गीताराम जायसवाल केंद्र प्रभारी/ ट्रेनर मास्टर गुरजीत कोर ने बताया कि यह प्रशिक्षण गुरुवार 1 मई से चार माह तक चलेगा, जिसमें प्रतिभागियों को हेयर स्टाइल, ब्राइडल मेकअप, , थ्रेडिंग, कटिंग, फेशियल आदि विधाओं में निपुण बनाया जाएगा।
संस्था के द्वारा प्रतिभागियों प्रशिक्षण सामग्री निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। निगम के सहायक प्रबन्धक अब्दुल वाहब ने बताया गया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों के कौशल विकास कर उन्हें रोजगार अथवा स्वयं का रोजगार करने में सक्षम बनाकर आत्मनिर्भर बनाना है।
प्रशिक्षण सफलता पूर्वक करने वाली प्रतिभागियों को स्व रोजगार करने हेतु निगम की और से अधिकतम 50000 रूपए का अनुदान दिया जाएगा ।सहायक प्रबंधक के द्वारा संस्था को गुणवत्ता युक्त एवं मानकों के अनुरूप प्रशिक्षण दिए जाने के निर्देश दिए गए ।
कार्यक्रम के शुभारंभ में डॉ. अरविन्द चौहदरी, अशोक कुमार, महिला प्रदेश अध्यक्ष अनीता शर्मा, संस्था की कोषाध्यक्ष रीना जायसवाल, पूजा देवी, योगीता, अर्चना देवी, तन्नू, आयुषी जायसवाल, सृष्टि, गुरप्रीत, दिशिका घाघट, श्रुति, आदि भी उपस्थित थे।
लौंगा में विधायक निधि से निर्मित सामुदायिक भवन का लोकार्पण
रुद्रप्रयाग- जखोली विकासखंड में ग्राम पंचायत लौंगा के अंतर्गत सतनीखील में विधायक निधि से ₹ 4 लाख की लागत से निर्मित सामुदायिक भवन का लोकार्पण आज छैत्रीय विधायक भरत सिंह चौधरी ने किया।
बता दें कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान स्थानीय महिलाओं द्वारा गांव में सार्वजनिक कार्यों के एवं सामग्री रखने के लिए विधायक भरत सिंह चौधरी से समुदायिक भवन निर्माण की मांग की थी। जनता की माँग पर विधायक भरत सिंह चौधरी द्वारा ₹4 लाख की लागत विधायक निधि स्वीकृत की गयी एवं महिला मंगलदल की द्वारा स्वयं कार्य कर बने सामुदायिक भवन का आज विधायक ने लोकार्पण कर जनता को समर्पित किया। लोकार्पण के अवसर पर महिलाओं द्वारा विधायक भरत सिंह चौधरी का फूल-मालाओं के साथ स्वागत करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। वही कार्यक्रम में उपस्थित विधायक भरत सिंह चौधरी ने भवन के निर्माण के लिए उन्होंने महिला मंगलदल को बधाई देते हुये कहा कि सभी महिलाओं ने स्वयं कार्य कर इसका निर्माण किया है। जो कि एक अच्छी पहल है। उन्होंने कहा आगे भी गांव के जनहित के कार्य होंगे उनको पूरा किया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याण कारी योजनाओं की जानकारी से उनको अवगत कराया। इस अवसर पर भाजपा मंडल महामंत्री भगवान सिंह रावत, श्री भूपेंद्र भण्डारी, शांति देवी, सुनीता देवी, दिनेश्वरी देवी, ममता देवी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
पुलिस महानिदेशक ने केदारनाथ धाम सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये
“पुलिस महानिदेशक ने आज केदारनाथ धाम पहुँचकर सुरक्षा ब्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होने ड्यूटी पर नियुक्त पुलिस बल से संवाद स्थापित कर स्वयं के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए सही ढंग से कर्तव्य निर्वहन करने के निर्देश दिये।
रुद्रप्रमाग- आज पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड दीपम सेठ एवं अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखण्ड वी0 मुरुगेशन केदारनाथ धाम पहुंचे।
इस दौरान उन्होने धाम में सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। तथा ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल का हौसला बढाया। केदारनाथ धाम पहुँचने पर पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग अक्षय प्रल्हाद कोंडे ने डी.जी.पी. का स्वागत कर केदारनाथ धाम में सुरक्षा के दृष्टिगत की गयी पुलिस व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी गयी।
पुलिस महानिदेशक ने केदारनाथ धाम परिसर सहित लाइन व्यवस्थाओं हेतु बनाये गये स्थलों का भ्रमण कर प्रभावी पुलिस प्रबन्धन करने के निर्देश दिये गये। उनके द्वारा जनपद पुलिस के ड्यूटी चार्ट एवं पुलिस प्रबन्धन की समीक्षा कर भीड़ नियंत्रण एवं भीड़ प्रबन्धन हेतु प्रभावी कार्ययोजना बनाये जाने के निर्देश दिये गये। पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग द्वारा अवगत कराया गया कि इस वर्ष की यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु मन्दिर दर्शन के लिए टोकन व्यवस्था प्रारम्भ की जा रही है तथा इस व्यवस्था को पहले दिवस से ही लागू किया जायेगा। पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा इस व्यवस्था को सही ढंग से लागू किये जाने हेतु टोकन काउंटरों की संख्या बढ़ाये जाने तथा इस सम्बन्ध में श्रद्धालुओं को निरन्तर जागरुक करने तथा आस्था पथ पर आने वाले श्रद्धालुओं को पी.ए. सिस्टम के माध्यम से जानकारी दिये जाने हेतु निर्देशित किया गया। धाम तक पहुंच रहे सभी श्रद्धालुओं को उनके टोकन नम्बर, स्लॉट एवं अन्य आवश्यक जानकारी को प्रशासन के स्तर से लगायी गयी स्क्रीन पर प्रदर्शित कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया। उनके द्वारा श्री केदारनाथ धाम सहित यात्रा मार्ग की प्रभावी सुरक्षा सुनिश्चित किये जाने के दृष्टिगत उपलब्ध कराये गये पुलिस बल, ए.टी.एस. तथा आगामी समय में उपलब्ध कराये जा रहे पैरामिलिट्री फोर्स का उचित व्यवस्थापन करने के निर्देश दिये गये।
इस दौरान उन्होने पुलिस बल के साथ संवाद कर उपस्थित पुलिस जवानों, एस.डी.आर.एफ. कार्मिकों उनके स्वयं का स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए कर्तव्य निर्वहन करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने निर्देशित किया कि यहां पर नियुक्त होने वाला हरेक पुलिस कार्मिक श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सेवा भाव के लिए है। श्रद्धालुओं के साथ सौम्य एवं मृदु व्यवहार किये जाने के निर्देश दिये गये।
पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड महोदय ने बताया कि पुलिस द्वारा राज्य में चारधाम यात्रा की तैयारियां पूर्ण हो गयी हैं, तथा पुलिस का पूरा फोकस सुरक्षित और सुगम चारधाम यात्रा पर रहेगा। कल केदारनाथ धाम के कपाट खुलने हैं, आज यहां पर सुरक्षा व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्थाओं का अन्तिम रूप से रिव्यू किया गया है। सभी व्यवस्थायें पूर्ण कर ली गयी हैं। जिला प्रशासन सहित सभी विभागों के मध्य उचित समन्वय से यात्रा व्यवस्थाओं की तैयारियां की गयी हैं। सड़क मार्ग पर यात्रियों हेतु प्रभावी यातायात प्लान तैयार किया गया है। यहां पर ड्यूटी हेतु उपस्थित सभी जवानों का मनोबल उच्च है तथा सभी की ब्रीफिंग एवं उनकी ड्यूटियों के प्रति सेंसेटाइज किया गया है।
इस अवसर पर पुलिस उपाधीक्षक केदारनाथ यात्रा अभिनय चौधरी, चौकी प्रभारी केदारनाथ राजीव चौहान, प्रभारी एस.डी.आर.एफ. एट केदारनाथ राजबर सिंह राणा सहित केदारनाथ में नियुक्त पुलिस बल, आई.टी.बी.पी, एस.डी.आर.एफ. कार्मिक नियुक्त रहे।
बेटियां फिर से नंबर वन, आईसीएसई और आईएससी का रिजल्ट जारी
10 वीं क्लास में ब्राइटलैंड्स के प्रत्युंजय कोहली ने प्राप्त किए 99.4 प्रतिशत अंक
12 वीं में ब्राइटलैंड्स के सारांश मित्तल व एन मैरी की एकांक्षी मित्तल ने 99.5 प्रतिशत अंक प्राप्त किए
देहरादून: काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीई) के 10वीं (आइसीएसई) और 12वीं (आइएससी) के परीक्षा परिणाम में उत्तराखंड के छात्रों का दबदबा रहा है। 10वीं कक्षा में 99.13 प्रतिशत छात्र और 12वीं कक्षा में 99.38 प्रतिशत छात्रों ने परीक्षा उत्तीर्ण की।
दोनों ही कक्षाओं में इस बार भी लड़कियों का परीक्षा परिणाम लड़कों से बेहतर रहा है। 12 वीं में ब्राइटलैंड्स के सारांश मित्तल व एन मैरी की एकांक्षी मित्तल ने 99.5 प्रतिशत अंक प्राप्त किए है। जबकि दसवीं में ब्राइटलैंड्स के प्रत्युंजय कोहली के 99.4 प्रतिशत अंक हैं।
12वीं कक्षा में छात्राओं का दबदबा बरकरार
उत्तराखंड में सीआइएससीई के 12वीं के 88 विद्यालय हैं। इस बार प्रदेश में 5441 छात्र-छात्राओं ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा दी थी, इनमें 2779 छात्र व 2662 छात्राएं शामिल थी। 5407 परीक्षार्थी पास हुए हैं, जिसमें 99.10 प्रतिशत छात्र व 99.66 प्रतिशत छात्राएं हैं। यानी कि छात्रों की अपेक्षा छात्राओं के पास होने का प्रतिशत अधिक रहा है।
10वीं में 7577 परीक्षार्थी हुए थे शामिल
उत्तराखंड में सीआइएससीई के 10वीं तक के 113 स्कूल हैं। यहां कुल 7577 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। जिसमें 4024 छात्र व 3553 छात्राएं शामिल थी। 10वीं में कुल 7511 परीक्षार्थी पास हुए। इनमें 98.88 प्रतिशत छात्र और 99.41 प्रतिशत छात्राएं शामिल हैं। 10वीं में भी पास प्रतिशत में छात्राएं ही आगे रही हैं।
चलती रोडवेज बस में ड्राइवर को आया हार्ट अटैक, यात्रियों में मदद को मची चीख-पुकार
रुद्रपुर(आरएनएस)। उत्तराखंड के उधमसिंहनगर जिले में रुद्रपुर के पास रोडवेज बस का हादसा हुआ है। यात्रियों से भरी बस के ड्राइवर को बस चलाते हुए अचानक हार्ट अटैक आ गया, जिसके बाद बस बेकाबू होकर खेत में घुस गई। बस में सवार 28 यात्रियों के बीच मदद को चीख पुकार मच गई। इसी के बीच बस में ही सवार एक नर्स ने ड्राइवर को सीपीआर देकर उसकी जान बचाई। हालांकि, राहत की बात रही कि बस हादसे में किसी की भी जान नहीं गई।
बस ड्राइवर को अचानक दिल का दौरा पड़ने से रोडवेज की बस नेशनल हाईवे 74 पर खेत के किनारे खेती में घुस गयी। इससे बस में सवार यात्रियों में चीख-पुकार मच गयी। गनीमत रही कि बस में सवार 28 यात्रियों में कोई हादसे में गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ।
वहीं बस में सवार एक निजी अस्पताल की नर्स ने चालक को कॉडियोपल्मोनरी रिससिटेशन यानी सीपीआर देकर उसकी आपात हालत में जान बचाई। वहीं इसके बाद मौके पर पहुंची 108 एंबुलेंस से उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जानकारी के अनुसार, रुद्रपुर डिपो की बस संख्या यूके 08 पीए 2369 बुधवार सुबह हरिद्वार से रुद्रपुर आ रही थी। बताया जा रहा है कि जैसे ही बस एनएच 74 पर जाफरपुर में कंटोपा के पास पहुंची तो बस चालक गुरुविंदर सिंह को अचानक हार्ट अटैक आ गया और बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खेत की खंती में जा घुसी।
वहीं हादसा होता देख आसपास के लोग एकत्र हुए और बस चालक को बाहर निकाला। जबकि सवारियों को आपातकालीन द्वार खोलकर बाहर निकाला गया। हालांकि, राहत की बात रही कि बस हादसे में किसी भी यात्री की जान नहीं गई।
नर्स ने बचाई बस ड्राइवर की जान
बस में सवार नर्स दिव्या कंबोज तुरंत समझ गयी कि चालक को हार्ट अटैक आया है। इस पर उन्होंने तत्काल चालक को सीपीआर दिया और आपात स्थिति में उसकी जान बचाई। इसके बाद 108 एंबुलेंस को बुलाया गया और चालक को जिला अस्पताल उपचार के लिए ले जाया गया। वहीं बस में सवार यात्री विभिन्न माध्यमों से अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए।
01 मई, 2025 से विभागों में अनिवार्य रूप से बायोमैट्रिक उपस्थिति सुनिश्चित करें अधिकारी: मुख्य सचिव
देहरादून(आरएनएस)। सभी अधिकारीगण 01 मई, 2025 से स्वयं एवं अपने अधीनस्थ विभागों में अनिवार्य रूप से बायोमैट्रिक उपस्थिति दर्ज कराना सुनिश्चित करें। प्रत्येक विभाग अपने विभाग के 05 से 10 महत्वपूर्ण आउटकम निर्धारित करें एवं योजना के अनुरूप कार्य करें। यह निर्देश मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सचिव समिति के दौरान सभी अधिकारियों को दिए।
जनहित एवं राज्यहित में 10-10 प्रस्तावों की सूची की जाए तैयार
मुख्य सचिव ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि जनहित एवं राज्यहित में आवश्यक, महत्त्वपूर्ण
एवं प्राथमिकता वाले लगभग 10-10 प्रस्तावों/योजनाओं/कार्यों की सूची(परियोजनाओं की सूची)
तैयार किए जाएं। उन्होंने कहा कि प्लिंथ क्षेत्र दरें के आधार पर उनकी अनुमानित लागत
का विवरण देते हुए, नियोजन विभाग को तथा उसकी प्रतिलिपि मुख्य सचिव कार्यालय को उपलब्ध करायी जाए।उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव स्तर पर बैठक तभी प्रस्तावित की जाय, जब प्रकरण नीतिगत हों अथवा अन्तर्विभागीय हो अथवा प्रस्ताव व्यवसाय के नियमों के अनुसार हो अथवा कई विभागों से सम्बन्धित हो या इसका प्रभाव कई विभागों पर पड़ने की सम्भावना हो। उन्होंने कहा कि सामान्य प्रकरणों पर विभाग के स्तर से ही निर्णय लिया जाय। मुख्य सचिव स्तर पर पत्रावली प्रेषित करते समय किन-किन बिन्दुओं पर निर्णय होना है तथा इनके विकल्प क्या-क्या हैं, आदि का भी अनिवार्य रूप से उल्लेख किया जाय। उन्होंने सभी विभागों को अपनी-अपनी विभागीय परिसम्पत्तियों की सूची सरकारी परिसंपत्तियों की सूची पोर्टल पर अपलोड किये जाने के भी निर्देश दिए।
सचिव, अपर सचिव, विभागाध्यक्ष अनिवार्य रूप से क्षेत्रीय भ्रमण पर जाएं
मुख्य सचिव ने सभी सचिवों, अपर सचिवों तथा वरिष्ठ अधिकारियों को अनिवार्य रूप से क्षेत्रीय भ्रमण पर जाने एवं अपने भ्रमण कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी भ्रमण के दौरान जनपदों में गतिमान विभिन्न कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी करें। भ्रमण कार्यक्रम पर जाते समय यह ध्यान रखा जाय कि सचिव एवं अपर सचिव में से तथा सचिव एवं विभागाध्यक्ष में से एक बार में केवल एक ही अधिकारी एक समय पर भ्रमण पर जाए तथा अन्य अधिकारी अपने मुख्यालय में उपस्थित रहे, ताकि राजकीय कार्यों के निर्वहन में असुविधा से बचा जा सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने अधीनस्थ विभागों का Annual Work Calendar बनाये जाने के भी निर्देश दिए, ताकि सभी कार्यों को समयबद्ध तरीके से बिना विलम्ब किये संपन्न कराया जाना सम्भव हो सके।
सभी कार्यालयों में ई-ऑफिस किया जाए लागू
मुख्य सचिव ने सभी सचिवों को निर्देश दिए कि जिन विभागों में ई-ऑफिस के माध्यम से अभी तक कार्य आरम्भ नहीं किया गया है, उन सभी विभागों को शीघ्र ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। सभी सचिव एवं विभागाध्यक्ष स्वयं इसकी समीक्षा करते हुए अपने अधीनस्थ कार्यालयों में शीघ्र ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य लागू कराएं। कहा कि ई-ऑफिस के माध्यम से सक्षम स्तर से किसी भी शासनादेश पर अनुमति के उपरान्त सम्बन्धित पोर्टल पर उस शासनादेश को अपलोड किये जाने हेतु व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।
इस अवसर पर सचिव, सूचना प्रौद्योगिकी द्वारा डिजिटल उत्तराखंड पोर्टल के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण किया गया। उन्होंने बताया कि इसके माध्यम से अधिकारियों को विभिन्न पोर्टल/अनुप्रयोग के लिए एकल साइन-इन की सुविधा प्राप्त हो सकेगी तथा नागरिकों को एक ही पोर्टल के माध्यम से विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न नागरिक सेवाओं के लिये लॉग इन की सुविधा प्राप्त हो सकेगी। यह पहल राज्य को डिजिटल रूप से सक्षम बनाकर समावेशी एवं प्रभावी सेवा वितरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
इसके उपरान्त निदेशक, आई0टी0डी0ए0 द्वारा राज्य में डिजिटल परियोजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और निगरानी हेतु विकसित किये गये पी0एम0 गतिशक्ति पोर्टल की प्रस्तुति की गयी है, जिसमें निदेशक, आई0टी0डी0ए0 द्वारा बताया गया कि वर्तमान में पी0एम0 गतिशक्ति पोर्टल के द्वारा राज्य में 01.00 करोड़ रूपये से अधिक की लागत की सभी परियोजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की वास्तविक समय की मॉनिटिरिंग की जा रही है। भविष्य में आई0टी0डी0ए0 द्वारा पी0एम0 गतिशक्ति, भारत सरकार, ई-डी0पी0आर0, यूकेजीएएमएस पोर्टल को आईएफएमएस एवं ई-ऑफिस के साथ एकीकृत करते हुए राज्य के समस्त परियोजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति का अवलोकन किया जा सकता है।
निदेशक, आई0टी0डी0ए0 ने कहा कि इसमें शासकीय कार्यों को मॉनिटिरिंग करने के उद्देश्य से आधिकारिक लॉग-इन की सुविधा प्रदान की गयी है जिसके द्वारा सचिवगण एवं विभागाध्यक्ष अपने विभाग से सम्बन्धित विभिन्न ई-सेवाओं की रियल टाईम मॉनिटिरिंग कर सकते हैं। वर्तमान मेंडिजिटल उत्तराखंड पोर्टल के अन्तर्गत अपणी सरकार पोर्टल, आईएफएमएस, ई-ऑफिस, मुख्यमंत्री घोषणा, ई-मंत्रिमण्डल, सी0एम0 हैल्पलाईन, पी0एम0 गतिशक्ति, कोर्ट केस, ई-डी0पी0आर0, सी0एम0 डैशबोर्ड(दर्पण) आदि को एकीकृत किया गया है। उन्होंने कहा कि डिजिटल उत्तराखंड पोर्टल द्वारा सचिवगण एवं विभागाध्यक्ष अपने विभाग से सम्बन्धित वित्तीय आय-व्यय का वित्तीय वर्षवार मॉनिटिरिंग, स्वयं तथा अधीनस्थ अधिकारियों के स्तर पर लम्बित ई-ऑफिस फाईलों/निस्तारित फाईलों का विवरण, सी0एम0 हैल्पलाईन पोर्टल के स्वयं के स्तर पर लम्बित शिकायतों/निस्तारित शिकायतों एवं अपने अधीनस्थ कार्यरत अधिकारी/कर्मचारियों की लम्बित/निस्तारित शिकायतों का विवरण रियल टाईम पर मॉनिटर कर सकते है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर. के. सुधांश, एल. फैनई, प्रदीप पन्त, विशेष प्रमुख सचिव अमित कुमार सिन्हा, सचिव नितेश कुमार झा, रविनाथ रमन, डॉ0 पंकज कुमार पाण्डेय, डॉ0 रंजीत कुमार सिन्हा, डॉ0 वी0 षणमुगम, डॉ0 आर0 राजेश कुमार, डॉ0 नीरज खैरवाल, दीपेन्द्र कुमार चौधरी, विनोद कुमार सुमन, दीपक कुमार, सी0 रविशंकर, युगल किशोर पंत, रणवीर सिंह चौहान, धीराज सिंह गर्ब्याल, अपर सचिव विजय कुमार जोगदण्डे उपस्थित थे।
नकली पनीर के कारोबार पर पुलिस का एक्शन, नकली पनीर फैक्ट्री को किया सीज
देहरादून, नकली पनीर की सप्लाई होने की गुप्त सूचना पर रायपुर थाने की पुलिस ने बड़ा एक्शन किया है। उक्त सूचना पर एसएसपी देहरादून अजय सिंह द्वारा थाना रायपुर तथा एसओजी की संयुक्त टीम गठित कर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये गये। गठित टीम द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर रायपुर क्षेत्र के अपर ईश्वर विहार में स्थित एक दुकान में दबिश दी गई तो उक्त दुकान के बाहर एक पिकअप वैन के माध्यम से लाई गयी पनीर की खेप उतरती हुई दिखाई दी। मौके पर पुलिस द्वारा उक्त दुकान में बने गोदाम से लगभग 6 क्विंटल नकली पनीर तथा पिकअप वैन से लगभग 01 क्विंटल 20 किलो नकली पनीर बरामद किया गया। मौके पर फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम व उनकी टेस्टिंग वैन को बुलाया गया, जिनके द्वारा उक्त पनीर का परीक्षण करने के उपरान्त उसका नकली होना बताया गया, जिस पर पुलिस टीम द्वारा उक्त दुकान स्वामी अब्दुल मन्नान तथा वाहन चालक आरिफ को हिरासत में लेते हुए नकली पनीर को नष्ट करने की कार्रवाई की गई।
दोनों अभियुक्तों को आवश्यक पूछताछ हेतु थाना रायपुर लाया गया, जिनसे पूछताछ में उनके द्वारा बताया गया कि उक्त नकली पनीर को मनोज, नरेन्द्र चौधरी तथा शाहरूख नाम के व्यक्तियों द्वारा उन्हें देहरादून में सप्लाई करने हेतु दिया गया था, जिन्हें उनके द्वारा सहारनपुर में बसेबाग से आगे कासमपुर में जंगलों के बीच स्थित एक प्लाट में बनी फैक्ट्री/गोदाम से लाया गया था। उक्त फैक्ट्री मनोज, नरेन्द्र चौधरी तथा शाहरूख द्वारा पार्टनरशिप में चलाई जा रही है, जिस पर तत्काल थाना रायपुर पर अभियुक्त मनोज, नरेन्द्र चौधरी, शाहरूख तथा उक्त दोनो व्यक्तियों के विरूद्ध बीएनएस की धारा: 123/125 के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। जांच में पुलिस द्वारा दोनो आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए प्रकाश में आये 3 मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु टीमों को सम्भावित स्थानों पर रवाना किया गया।
सहारनपुर स्थित फैक्ट्री से उक्त नकली पनीर के सप्लाई होने की सूचना पर तत्काल एसएसपी देहरादून द्वारा सहारनपुर में मण्डलायुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग से सम्पर्क कर उक्त नकली पनीर फैक्ट्री के सम्बन्ध में उन्हें जानकारी दी गई। प्राप्त सूचना पर मण्डलायुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग के नेतृत्व में सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग, उप जिलाधिकारी बेहट, खाद्य सुरक्षा अधिकारी सहारनपुर द्वारा मय टीम के उक्त नकली पनीर फैक्ट्री में छापेमारी की कार्रवाई की गई तो मौके से टीम को 16 क्विंटल नकली पनीर तथा नकली पनीर बनाने में प्रयोग किये जा रहे कैमिकल व अन्य उपकरण बरामद हुए। टीम द्वारा नकली पनीर को नष्ट करते हुए नकली पनीर फैक्ट्री को सीज किया गया।
इस मामले में देहरादून के रायपुर रोड के ईश्वर विहार निवासी अब्दुल मन्नान व सहसपुर के बैरागीवाला गांव निवासी आरिफ को गिरफ्तार किया गया है।
इसके अलावा देहरादून के ही विकासनगर के हरबर्टपुर के वार्ड नंबर 5 निवासी मनोज कुमार, कुंजाग्रांट निवासी शाहरूख, और विकासनगर के ही बादामावाला पंचायत के छोटू वाला ग्राम निवासी नरेन्द्र सिंह अभी फरार हैं।
पुलिस टीम में रायपुर के थानाध्यक्ष प्रदीप नेगी,रायपुर के एसएसआई भरत रावत, बालावाला के चौकी प्रभारी संजय रावत, उप निरीक्षक ज्योति प्रसाद उनियाल, हवलदार महावीर,व रमेश के अलावा एसओजी के प्रभारी मुकेश त्यागी,एसआई कुंदन राम, विनोद राणा, कांस्टेबल आशीष शर्मा, पंकज, अमित, राहुल व विपिन राणा शामिल थे।
पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय आईएमए में जोश एवं उल्लास के साथ हुआ जल पखवाड़े का आयोजन
देहरादून, पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय, भारतीय सैन्य अकादमी में दिनांक 16 अप्रैल 2025 से 30 अप्रैल 2025 तक “जल पखवाडे” का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस विशेष पखवाड़े का उद्देश्य विद्यार्थियों एवं स्थानीय समुदाय में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना तथा जल संकट की गंभीरता को समझाना था। पूरे कार्यक्रम के दौरान विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिससे छात्रों में जल के महत्त्व को लेकर गहन समझ और संवेदनशीलता विकसित हुई। पखवाड़े की शुरुआत प्रातःकालीन सभा में ‘जल शपथ’ के साथ हुई, जिसमें सभी छात्रों, शिक्षकों,मुख्याध्यापक,उप-प्राचार्य तथा प्राचार्य जी ने जल संरक्षण हेतु प्रतिज्ञा ली। विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों को जल संकट, जल स्रोतों के संरक्षण और जल जनित बीमारियों से बचाव के उपायों पर जानकारी प्रदान की गई। प्रार्थना सभा में विशेष वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें ‘जल संकट और प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण की आवश्यकता’ के बारे में छात्रों को बताया गया। विद्यालय की दसवीं कक्षा की छात्रा गार्गी द्वारा ‘जलजनित रोग एवं उनसे बचाव के उपायों’ पर एक प्रभावशाली वक्तव्य प्रस्तुत किया गया| दिनांक 22 अप्रैल 2025 को विद्यालय के स्काउट और गाइड के विद्यार्थियों ने स्थानीय समुदाय में जाकर जल संरक्षण के महत्त्व को समझाने हेतु जन-जागरूकता अभियान चलाया।
छात्रों ने विद्यालय के आस-पास के इलाके में जाकर लोगों को जागरूक किया और जल बचत के छोटे-छोटे उपायों की जानकारी दी। दिनांक 23 से 25 अप्रैल 2025 के बीच विद्यालय में क्षेत्रीय खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस अवसर पर प्रतिभागियों को जल संरक्षण संबंधी ऑडियो-वीडियो दिखाकर प्रेरित किया गया। साथ ही जल बचाने के सरल उपायों की जानकारी दी गई। कक्षा बारहवीं ‘द’ के छात्रों द्वारा प्रार्थना सभा के दौरान जल संरक्षण पर आधारित एक प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस गतिविधि के माध्यम से छात्रों की जल संरक्षण संबंधी जानकारी को मज़बूती मिली।
जल पखवाड़े के अंतर्गत विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया जैसे कक्षा छठीं से आठवीं के छात्रों के लिए नारा लेखन प्रतियोगिता करवाई गयी, जिसमें विद्यार्थियों ने “बूँद-बूँद से सागर बनता है, जल बचाना सबका धर्म बनता है” जैसे रचनात्मक और प्रेरणादायक नारों की रचना की| कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के छात्रों के लिए पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने आकर्षक और संदेशपरक चित्रों के माध्यम से जल संरक्षण के महत्त्व को प्रदर्शित किया। प्राथमिक विभाग के नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा “जल है तो कल है” विषय पर एक शिक्षाप्रद लघु नाटिका प्रस्तुत की गई, जिसने उपस्थित सभी दर्शकों को जल बचाने के लिए प्रेरित किया। बच्चों की सराहनीय प्रस्तुति जल संरक्षण का गहन संदेश छोड़ने में सफल रही l
विद्यालय के प्राचार्य श्री माम चंद जी ने भी इस जल पखवाडे के समापन के अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा :“जल प्रकृति का अमूल्य उपहार है, जिसका संरक्षण हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। यदि हम आज जागरूक नहीं हुए, तो आने वाली पीढ़ियों को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। हमें अपनी जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव लाकर जल की हर बूँद को संजोना होगा।
इस जल पखवाड़ा में छात्रों ने जिस जागरूकता और उत्साह के साथ भाग लिया, वह अत्यंत सराहनीय है। मुझे विश्वास है कि हमारे विद्यार्थी न केवल जल संरक्षण के दूत बनेंगे, बल्कि समाज में भी परिवर्तन की अलख जगाएँगे।” इस प्रकार विभिन्न रचनात्मक, शैक्षिक एवं सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से विद्यालय में “जल पखवाड़ा” का आयोजन अत्यंत उत्साह एवं जोश के साथ संपन्न हुआ।