Friday, May 9, 2025
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चंडीगढ़, अमृतसर समेत ये 27 एयरपोर्ट्स 10 मई तक रहेंगे बंद, ‘ऑपरेशन सिंदूर के बाद 430 उड़ानें हुईं रद्द

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नई दिल्ली , (आरएनएस)। भारत की ओर से ‘ऑपरेशन सिंदूरÓ सफलतापूर्वक किए जाने के बाद गुरुवार को करीब 430 नागरिक उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। यह देश की कुल शेड्यूल उड़ानों का करीब 3 प्रतिशत है। इसके साथ ही 27 एयरपोर्ट्स 10 मई तक बंद रहेंगे।
फ्लाइटराडर24 प्लेटफॉर्म के फ्लाइट ट्रैकिंग डेटा के मुताबिक, पाकिस्तान और भारत के पश्चिमी गलियारे का एयरस्पेस का ज्यादातर हिस्सा नागरिक विमानों से फ्री था। फ्लाइट को ट्रैक करने वाले पोर्टल के मुताबिक, पाकिस्तान के ऊपर हवाई क्षेत्र और जम्मू-कश्मीर एवं गुजरात के बीच भारत के पश्चिमी क्षेत्र में नागरिक हवाई यातायात नहीं था। इसकी वजह एयरलाइनों द्वारा संवेदनशील क्षेत्र से दूरी बनाए रखना है।
जिन एयरपोर्ट्स को बंद रखा गया है, उनमें श्रीनगर, जम्मू, लेह, चंडीगढ़, अमृतसर, लुधियाना, पटियाला, बठिंडा, हलवारा, पठानकोट, भुंतर, शिमला, गग्गल, धर्मशाला, किशनगढ़, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, मुंद्रा, जामनगर, राजकोट, पोरबंदर, कांडला, केशोद, भुज, ग्वालियर और हिंडन शामिल हैं।
बुधवार को 300 से अधिक उड़ानों को रद्द कर दिया गया था। इस दौरान उत्तर और पश्चिमी भारत के 21 एयरपोर्ट्स बंद थे।एयर इंडिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उसके संपर्क केंद्रों पर वर्तमान में बहुत अधिक कॉल आ रही हैं। एयरलाइन ने कहा, “हमारे सभी प्रतिनिधि सक्रिय रूप से ग्राहकों की सहायता कर रहे हैं, कुछ मामलों में संपर्क होने में अपेक्षा से अधिक समय लग सकता है। कृपया निश्चिंत रहें, हम आपकी सहायता के लिए यहां हैं।” एयरलाइन ने कहा, “जिन ग्राहकों की उड़ानें वर्तमान व्यवधानों से प्रभावित हैं, उनके लिए एयर इंडिया कैसिंलेशन पर फुल रिफंड और रीशेड्यूलिंग पर वन-टाइम छूट की पेशकश कर रही है। यह 10 मई, 2025 तक प्रभावित उड़ानों पर बुक की गई टिकटों के लिए मान्य है।” एयर इंडिया ने कहा कि हम हमारे सैन्य और रक्षा कर्मियों की निस्वार्थ सेवा और समर्पण के लिए आभारी है।
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आयुक्त निधि पाण्डे एवं संयुक्त आयुक्त सोमित श्रीवास्तव ने केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में पीएम श्री गतिविधियों का निरीक्षण किया

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पीएम.श्री केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में आज केंद्रीय विद्यालय संगठन की आयुक्त श्रीमती निधि पाण्डे एवं संयुक्त आयुक्त सोमित श्रीवास्तव ने दौरा कर विद्यालय की पीएम श्री गतिविधियों का अवलोकन किया। आयुक्त महोदया के विद्यालय आगमन पर विद्यालय की बैंड पार्टी ने जोरदार स्वागत किया इस अवसर पर NCC केडेट्स द्वारा अतिथियों को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया । विद्यालय भ्रमण के दौरान उन्होंने बच्चों द्वारा पीएम श्री गतिविधियों के तहत किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की ।
इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्य बसंती खम्पा ने आयुक्त निधि पाण्डे, संयुक्त आयुक्त सोमित श्रीवास्तव, उपायुक्त देहरादून संभाग डॉ सुकृति रेवानी का स्वागत करते हुए विद्यालय द्वारा नई शिक्षा नीति के तहत किए जा रहे शैक्षणिक कार्यों के बारे में निरीक्षण दल को बताया।
विद्यालय के हैड ब्वॉय प्रदीप एवं हैड गर्ल अदिति से बातचीत करते हुए आयुक्त महोदया ने शैक्षिक भ्रमण एवं बालिका स्वयं सुरक्षा से लाभ के बारे में पूछा, उन्होंने प्राथमिक विभाग के बच्चों द्वारा प्रस्तुत कठपुतली शो का भी आनंद लिया।
इस अवसर पर मुख्य अध्यापिका आरती उनियाल, पी एम श्री गतिविधि प्रभारी देवेंद्र सिंह , सीमा श्रीवास्तव, राना कादिर , डी एम लखेड़ा सहित विद्यालय के समस्त शिक्षकों ने आयुक्त महोदया का विद्यालय आगमन पर आभार प्रकट किया।

बदरी-केदार व अधीनस्थ मंदिरों में यात्री सुविधाओं के लिए होंगे ठोस प्रयास- कप्रवाण

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रुद्रप्रयाग- श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के नव नियुक्त उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण का आज भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाओं से जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश सरकार, संगठन और मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विजय कप्रवाण ने कहा कि, उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसका बखूबी निर्वहन करेंगे।
मंदिर समिति के उपाध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार जिला मुख्यालय पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय कप्रवाण ने कहा कि श्री बद्रीनाथ व केदारनाथ सहित अन्य अधीनस्थ मंदिरों के प्रचार-प्रसार के साथ ही वहां यात्री सुविधाओं की बेहतरी के लिए प्राथमिकता से कार्य किया जाएगा। बदरी-केदार की ग्रीष्मकाल के साथ ही शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने के साथ स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए ठोस प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों से यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है, जिसे ध्यान में रखते हुए दोनों धाम में सरल व सुलभ यात्रा व्यवस्था बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में एक-एक यात्री का ध्यान रखा जा रहा है और ज्यादा से ज्यादा भक्त दर्शन कर सके, इसके लिए कर्मचारी कृतसंकल्प हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर समिति के कर्मचारियों के हितों को सर्वोपरी रखते हुए ही काम किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन जिला मंत्री ओमप्रकाश बहुगुणा ने किया।इस मौके पर बाल आयोग की उपाध्यक्ष ऐश्वर्या रावत, पूर्व जिलाध्यक्ष महवीार पंवार, वाचस्पति सेमवाल, जिला उपाध्यक्ष अरूण चमोली, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सविता भंडारी, मीडिया प्रभारी संतेंद्र बर्त्वाल, निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य शीला रावत, चंद्रमोहन सेमवाल, युवा मोर्चा के गढ़वाल संयोजक विकास डिमरी, नगर मंडल अध्यक्ष व सभासद सुरेंद्र रावत, घनश्याम पुरोहित, विक्रम नेगी, पार्वती गोस्वामी, शालिनी गोस्वामी, विक्रांत खन्ना आदि थे।

पशुपालन मंत्री ने सोनप्रयाग पहुंच कर पशु प्रबंधन व्यवस्थाओं एवं यात्रा व्यवस्थाओं का किया धरातलीय निरीक्षण

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रुद्रप्रयाग- उत्तराखंड सरकार में पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बृहस्पतिवार को सोनप्रयाग पहुंचकर चारधाम यात्रा से जुड़ी पशु प्रबंधन व्यवस्थाओं एवं यात्रियों की सुविधाओं का धरातलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में फैले इक्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस की रोकथाम और घोड़े-खच्चरों के स्वास्थ्य प्रबंधन की तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा बैठक की।
रामपुर स्थित जीएमवीएन अतिथि गृह में आयोजित बैठक में पशुपालन मंत्री बहुगुणा ने संबंधित विभागीय अधिकारियों से वायरस की रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग पर तैनात सभी घोड़े-खच्चरों की नियमित जांच सुनिश्चित की जाए और संक्रमण के किसी भी संकेत मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
इस महत्वपूर्ण बैठक में
केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल, भारत सरकार के एनिमल हसबैंड्री कमिश्नर डॉ. अभिजीत मित्रा, सचिव पशुपालन डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम, पशुपालन निदेशक डॉ. नीरज सिंघल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। मंत्री बहुगुणा ने विशेषज्ञों से बीमारी की रोकथाम के उपायों पर सुझाव लेकर उन्हें अमल में लाने के निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान मंत्री बहुगुणा ने यात्री शेड, फुटपाथ, शौचालय, पेयजल व्यवस्था और घोड़े-खच्चरों के लिए की गई व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने तीर्थयात्रियों, व्यापारियों और खच्चर मालिकों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और यात्रा को और अधिक सुगम एवं सुरक्षित बनाने हेतु सुझाव आमंत्रित किए।

मंत्री सौरभ बहुगुणा ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यात्रा से जुड़ी सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह दुरुस्त रखी जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वायरस की स्क्रीनिंग में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संबंधित अधिकारी व कर्मचारी इसके लिए जिम्मेदार होंगे। उन्होंने बताया कि गौरीकुंड से बाबा केदारनाथ तक चार पशु चिकित्सा केंद्र खोले जाएंगे, जिनमें प्रत्येक केंद्र पर एक एमआरपी के अंतर्गत 15 सदस्यीय टीम तैनात की जाएगी। इस टीम में डॉक्टर, पुलिसकर्मी और अन्य कर्मचारी शामिल होंगे, जो यात्रा मार्ग पर मूवमेंट कर रहे घोड़े-खच्चरों की सतत जांच करेंगे। यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ जिला पुलिस अधीक्षक को एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। समीक्षा के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि क्वारंटीन सेंटर में उपचाराधीन घोड़े-खच्चरों का इलाज पशुपालन विभाग द्वारा नि:शुल्क किया जाएगा। साथ ही, जो पशुपालक अपने पशुओं को घर ले जाना चाहते हैं, उनके लिए भी मुफ्त इलाज एवं चारे आदि की व्यवस्था विभाग द्वारा 50 प्रतिशत सब्सिडी पर की जाएगी।
मंत्री सौरभ बहुगुणा ने यह भी घोषणा की कि यात्रा के दौरान यदि किसी घोड़े या खच्चर की मृत्यु होती है, तो उसके स्वामी को सरकार की ओर से 32 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा में सम्मिलित होने वाले सभी घोड़े-खच्चरों का बीमा भी सरकार द्वारा किया जाएगा।यह भी निर्णय लिया गया कि गौरीकुंड में स्वस्थ घोषित किए गए घोड़े-खच्चरों का पूर्ण परीक्षण करने के उपरांत आगामी शुक्रवार से रसद सामग्री को खच्चरों के माध्यम से केदारनाथ पहुंचाने का कार्य शुरू किया जाएगा। यदि ट्रायल के दौरान सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई जाती हैं, तो सीतापुर, रामपुर और त्रिजुगीनारायण से भी खच्चरों को यात्रा में सम्मिलित किया जाएगा। स्थिति के पूर्ण रूप से सामान्य होने पर घोड़े-खच्चरों को डॉक्टरों की निगरानी में यात्रा की अनुमति दी जाएगी। मंत्री बहुगुणा ने बताया कि सरकार की प्राथमिकता पशुधन की सुरक्षा, यात्रा की निरंतरता एवं यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि हिसार और पंतनगर से विशेषज्ञ टीमें लगातार घोड़े-खच्चरों के इलाज में जुटी हैं और अब तक लगभग 16,000 घोड़े-खच्चरों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य की सीमाओं से आने वाले किसी भी घोड़े-खच्चर को बिना स्वास्थ्य परीक्षण के यात्रा मार्ग पर न भेजा जाए। सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए तथा दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता और स्वास्थ्य परीक्षण की सुविधाएं हर पड़ाव पर सुलभ हों।
समीक्षा के दौरान मंत्री बहुगुणा ने सचिव पशुपालन डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम को इस संबंध में एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) तत्काल जारी करने के निर्देश भी दिए।इस अवसर पर पंतनगर विश्वविद्यालय के वेटरनरी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. जे.एल. सिंह ने सलाह दी कि घोड़ों को यात्रा पर भेजने से पहले उन्हें पर्याप्त आराम, समय पर दवा, गर्म पानी एवं डॉक्टर की सलाह के अनुसार 15 दिन का क्वारंटीन अवश्य दिया जाए।
वहीं जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने मंत्री बहुगुणा को यात्रा की व्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए बताया कि यात्रियों के लिए सभी जरूरी सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं और व्यवस्था पूरी तरह चाक-चौबंद है।
इस दौरान बैठक में एडीएम श्याम सिंह राणा, मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती, व्यापार संघ के अध्यक्ष अंकित गर्ग, घोड़ा खच्चर एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं अन्य स्थानीय लोग मौजूद रहे।

विकल्प संस्था ने किया दिव्यांग बच्चों की शिक्षा विषय पर संभाषण प्रतियोगिता का आयोजन

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देहरादून, निःशक्तजन प्रशिक्षण एवं पुनर्वास केन्द्र (विकल्प)द्वारा 17वां स्थापना दिवस पर आयोजित संभाषण प्रतियोगिता का आयोजन दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के सभागार में हुआ, कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सुश्री मीनाक्षी गण्डोत्रा, सविता मोहन, संस्था की संरक्षक डॉ. कमला पंत व विशिष्ट अतिथि गिरीश चंद्र पाण्डेय, भारती पाण्डे ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया l
अध्यक्ष भारती पाण्डे ने केंद्र के विषय में जानकारी दी. प्रति वर्ष 10से 15-स्कूल प्रतिभाग करते हैं, इस बार संभाषण में दस स्कूलों की बीस छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया, यह स्कूल एस जी आर आर बसंत विहार,जी जीआई सी राजपुर रोड, हिल फाउंडेशन स्कूल, पौंधा गुरुकुल, एम के पी,जसवंत मार्डन स्कूल, आई टी चिल्ड्रन एकेडमी, यूपीएस जाखन,श्री गोवर्धन सरस्वती विद्या मंदिर, सर सीनियर स्कूल, एसजीआरआर नेहरू ग्राम व यूपीएस स्कूल थे l
संभाषण प्रतियोगिता का विषय था, मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण दिव्यांगों के विकास हेतु क्या, और कैसे तथा कितना पाठ्यक्रम हो l सभी प्रतिभागियों ने बढ़चढ़ अपने महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किये, संभाषण प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में चंद्रशेखर तिवारी, किरन जोशी, अनामिका चौधरी की भूमिका रही l
मुख्य अतिथि सुश्री मीनक्षी गंडोत्रा ने कहा कि चुनौती पूर्ण बच्चों के लिये शाब्दिक शिक्षा के साथ सद्भावना की महती आवश्यकता है, शिक्षा नीति में कौशल का समावेश इन बच्चों के स्तरानुसार हो l कार्यक्रम अध्यक्ष सविता मोहन ने बच्चों की रुचि अनुसार पाठ्यक्रम में विषय रखने की आवश्यकता पर जोर देकर इसके लिये गहन शोध करने की जरूरत बतायी, संरक्षक कमला पंत ने चुनौती पूर्ण बच्चों के अभिभावकों के श्रम को सराहा. वहीं विशिष्ट अतिथि गिरीश चन्द्र पाण्डेय ने बच्चों की भावना को समझने की बात पर जोर दिया l
इस संभाषण में प्रथम स्थान पर जसवंत मार्डन स्कूल के अदिति सिंह, ऋषभ कुमार रहे l द्वितीय स्थान पर जीजी आईसी कीशाफिया और तमन्ना बिन्नी और तृतीय स्थान पर एसजीआर आर, बसंत विहार की सौम्या चौधरी, अवनि रहीं. चलवैजंती जसवंत मार्डन स्कूल के नाम पर रही, कार्यक्रम का संचालन अनिल वर्मा ने किया वहीं आभार संयोजक सुभाषिणी डिमरी ने दिया l
कार्यक्रम में सचिव मीनाक्षी लोहानी,महेश पाण्डे, आर के बहुगुणा, विजय लक्ष्मी अग्रवाल,सरिता बोरा, सुन्दर बिष्ट, जगदीश,राजश्री कपूर, प्रेमलता वर्मा, प्रकाश बिष्ट, जामवंती पुष्पवान,शोभा पाण्डेय, भारती पाण्डे, अवतार सिंह, राकेश कुमार आदि उपस्थित रहे l

पूरन चंद नेलवाल पहुंचे काशीपुर, स्थानीय लोगों ने किया स्वागत

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काशीपुर, सरकार की योजनाओं को जनजन तक पहुँचाने के उद्देश्य को लेकर उपाध्यक्ष प्रवासी परिषद् उत्तराखंड़ राज्य मंत्री एवं पूर्व प्रमुख जनसम्पर्क अधिकारी मुख्यमंत्री उत्तराखंड पूरन चंद नेलवाल ने गुरूवार को पर्वतीय क्षेत्रों के क्रम में काशीपुर में स्थानीय लोगों द्वारा भव्य स्वागत किया गया, इसके पश्चात कुंडेश्वरी क्षेत्र में भ्रमण किया गया, इसी क्रम में धनौरी पट्टी प्रतापपुर में पर्वतीय कॉलोनी में वहां के निवासियों ने उनका पुष्प गुच्छ से स्वागत किया l इस मौके पर स्थानीय निवासियों का कहना था कि ऐसा सरल व्यक्तित्व और जनता के हर एक सुख दुःख में साथ देने वालों के साथ जनता हमेशा खड़ी रहेगी, सरल स्वाभाव के कारण पुनः दूसरी बार उत्तराखंड शासन में जगह मिली जिसका लोगों द्वारा की भूरी भूरी प्रशंशा की गयी l इस मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे l

गंगनानी के पास हैलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, पांच की मौत

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उत्तरकाशी, जनपद से गुरुवार की सुबह एक हैलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर है। यह दुर्घटना सुबह नौ बजे के करीब गंगनानी के पास हुई। इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई है जबकि दो गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। उधर उत्तराखंड पुलिस ने ‘एक्स’ पर छह की मौत की पुष्टि की है।

गढ़वाल के डिविजनल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने हादसे की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रशासन और बचाव टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। सेना, पुलिस, आपदा प्रबंधन टीम, एंबुलेंस और रेवेन्यू टीमें मौके पर पहुंच रही हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि उत्तरकाशी के गंगनानी के समीप हेलीकॉप्टर क्रैश में कुछ लोगों के हताहत होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। राहत एवं बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीमें तत्काल घटनास्थल पर पहुंच गई हैं।

प्रशासन को घायलों को हर संभव सहायता पहुंचाने एवं हादसे की जांच के निर्देश दिए हैं। जिला प्रशासन लगातार वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क है और हर स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है।

प्रथम नरेन्द्र जुनेजा मेमोरियल इंटर स्कूल जीके क्विज़ का आयोजन

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देहरादून,  देहरादून स्थित ‘ एंड्रॉइट प्रोग्रेसिव स्कूल ‘ में प्रथम नरेन्द्र जुनेजा मेमोरियल इंटर स्कूल जीके क्विज़ का आयोजन किया गया । इस प्रतियोगिता में १९ ( 19 ) विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने भाग लिया और अपने ज्ञान का आदान – प्रदान किया ।
प्रतियोगिता में सभी विद्यालयों ने अपनी प्रतिभा का सुंदर प्रदर्शन किया ।
प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में ‘ डॉ . अनुज एस. सिंह को आमंत्रित किया गया । उन्होंने प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन किया ।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यालय का नाम है – ‘ समर वैली स्कूल ” ध टॉन्स ब्रीज स्कूल, ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया और ‘एड्रॉइट प्रोग्रेसिव स्कूल ‘ ने तृतीय स्थान प्राप्त किया ।
विजेताओं को पुरस्कृत किया गया और उनकी उपलब्धियो की सराहना की गई । स्कूल ने सभी प्रतिभागियों एवम आयोजकों को धन्यवाद दिया।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मॉक ड्रिल की निगरानी

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-सचिव गृह शैलेश बगौली, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन पहुंचे एसईओसी
-मॉक ड्रिल के संचालन को लेकर विस्तारपूर्वक ली जानकारी, जरूरी निर्देश दिए
देहरादून(आरएनएस)।  गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देश पर बुधवार को देहरादून जनपद में नागरिकों की सुरक्षा के दृष्टिगत आयोजित सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल की निगरानी यूएसडीएमए स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र तथा जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र से की गई। सचिव गृह शैलेश बगौली, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ तथा सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मॉक ड्रिल की मॉनीटरिंग की। जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र से जिलाधिकारी सविन बंसल और आईआरएस तंत्र के तहत उनकी पूरी टीम राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से वर्चुअली जुड़ी रही।

बुधवार को सायरन बजने के निर्धारित समय से पूर्व सचिव गृह शैलेश बगौली तथा पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे। इस दौरान राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से घटनास्थलों, स्टेजिंग एरिया, इंसीडेंट कमांड पोस्ट तथा रिलीफ सेंटरों को भी जोड़ा गया। सचिव शैलेश बगौली ने मॉक ड्रिल के दौरान विभिन्न घटनाओं के बारे में जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र में उपस्थित जिलाधिकारी सविन बंसल से विस्तारपूर्वक जानकारी ली। उन्होंने पूछा कि किस प्रकार घटना की सूचना प्राप्त होने पर फोर्सेज को रवाना किया गया, किन-किन टीमों को भेजा गया, शेल्टर कहां बनाए गए तथा उनकी क्षमता क्या है, स्टेजिंग एरिया में क्या-क्या व्यवस्थाएं हैं तथा कौन-कौन से संसाधन हैं, आईआरएस को कैसे एक्टिवेट किया गया।

इंसिडेंट कमाण्ड पोस्ट की व्यवस्थाओं के बारे में भी उन्होंने विस्तार से पूछा। इस दौरान उन्होंने आईआरएस यानी घटना प्रतिक्रिया प्रणाली के तहत किस अधिकारी की तथा किस विभाग की क्या जिम्मेदारी है, इसके बारे में भी संबंधित अधिकारियों से ही जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आईआरएस एक सशक्त प्रणाली है, जिसके माध्यम से आपदाओं का प्रभावी तरीके से सामना किया जा सकता है, इसलिए यह आवश्यक है कि राज्य स्तर से लेकर जनपद स्तर तथा तहसील स्तर तक आईआरएस के तहत किस विभाग की तथा किस अधिकारी की क्या भूमिका है, इसकी जानकारी सभी को होनी चाहिए।

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने इस दौरान फील्ड पर मौजूद अधिकारियों से रिजर्व संसाधनों तथा उपकरणों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि जब भी एंबुलेंस तथा राहत और बचाव दलों के वाहनों का मूवमेंट हो, उस समय ट्रैफिक की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने निर्देश दिए कि मॉक अभ्यास के दौरान जो भी गैप्स तथा लूपहोल्स रहे हैं, उनको चिन्हित किया जाए तथा डीब्रीफिंग कर उनके बारे में चर्चा कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि यह कोशिश की जाएगी कि भविष्य में होने वाले मॉक अभ्यासों में इन्हें दूर किया जा सके।

इस दौरान राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से यह भी लगातार सुनिश्चित किया जाता रहा कि घटनास्थल के लिए जिन भी संसाधनों, उपकरणों अथवा सहायता की मांग की जा रही है, वह समय पर पहुंच रही हैं अथवा नहीं। बैठक में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी, यूएलएमएमसी के निदेशक शांतनु सरकार, मनीष कुमार भगत, रोहित कुमार, डॉ. वेदिका पन्त, डॉ. पूजा राणा, हेमंत बिष्ट, सुश्री तंद्रिला सरकार आदि मौजूद थे।

निःशुल्क चिकित्सा शिविर में की गयी बालिकाओं एवं बाह्य रोगियों की जांच

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देहरादून, स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन एवं पीएम श्री विद्यालय राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, राजपुर रोड द्वारा विशाल निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का शुभारंभ राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।
इस शिविर में वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. स्तुति त्यागी (एमबीबीएस, एमएस, एमसीएच) ने लगभग 1000 बालिकाओं एवं बाह्य रोगियों की निःशुल्क जांच की। डॉ. त्यागी ने कहा कि बढ़ती उम्र में बालिकाओं के हार्मोन निरंतर रूप से बदलते हैं, इसलिए यदि मासिक धर्म के दौरान कोई समस्या उत्पन्न होती है, तो बालिकाओं को तुरंत अपने नजदीकी स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। साथ ही, शिविर में निःशुल्क रक्त जांच भी की गई।
विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी सचिन गुप्ता ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि “स्वस्थ शरीर के बिना शिक्षा असंभव है, इसलिए हमें अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। यह आयोजन स्वास्थ्य एवं जनसेवा की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल रहा, जिसमें छात्राओं के साथ-साथ समाज के अन्य लोगों को भी लाभ प्राप्त हुआ।
इस मौके पर प्रधानाचार्या श्रीमती प्रेमलता बौड़ाई, संदीप पठानी, सागर, दीपक जोशी, एवं अभय शिवहरे सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।