देहरादून, सेंट्रल गवर्नमेंट लाइब्रेरी एसोसिएशन मुख्यालय की वार्षिक आम सभा रविवार को दून स्थित माजरा के निकट होटल सुंदर पैलेस में सफलतापूर्वक आयोजित की गई। इस अवसर पर देश भर से पुस्तकालय और सूचना विज्ञान क्षेत्र से जुड़े सदस्य, प्रतिष्ठित एवं गणमान्य व्यक्तियों ने ऑफलाइन एवं ऑनलाइन माध्यम से उत्साहपूर्वक भाग लिया।
बैठक की शुरुआत पूर्व महासचिव डी. के. पांडे के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने गत वर्ष के दौरान संघ द्वारा किए गए प्रमुख कार्यों और पहलों का सारगर्भित विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने व्यावसायिक विकास, क्षेत्रीय सहभागिता और रणनीतिक साझेदारियों पर बल दिया, जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर पुस्तकालय पेशेवरों की आवाज और उपस्थिति को सशक्त किया है। राजन गुप्ता, कोषाध्यक्ष ने पिछले वित्तीय वर्ष का वित्तीय विवरण प्रस्तुत किया। सभा ने लेखांकन में पारदर्शिता और स्पष्टता के लिए उनकी सराहना की।
पूर्व अध्यक्ष श्री रमेश गोयल ने सदस्यों को संबोधित करते हुए उनके निरंतर सहयोग के लिए धन्यवाद व्यक्त किया और नवगठित कार्यकारिणी को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने आश्वस्त किया कि वे भविष्य में भी संघ के सभी कार्यों में पूर्ण सहयोग देते रहेंगे।
संघ के संविधान के अनुरूप, बैठक के दौरान नई कार्यकारिणी के चुनाव संपन्न किए गए। श्री जे.बी. गोयल ने चुनाव अधिकारी की भूमिका निभाते हुए निर्वाचित नामित पदाधिकारियों की घोषणा की l नव-निर्वाचित अध्यक्ष डॉ. ए. के. सुमन ने सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें जो विश्वास सौंपा गया है, वह उसके अनुरूप कार्य करने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने नवाचार, डिजिटल उन्नयन एवं पेशेवर विकास को प्राथमिकता देने की बात कही।
नव-नियुक्त महासचिव मनीष शर्मा ने कार्यकारिणी के सभी सदस्यों एवं उपस्थित प्रतिनिधियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने पूर्व और वर्तमान सभी पदाधिकारियों के योगदान को सराहा और संघ के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
अंत में, बैठक का समापन सामूहिक भोज (फेलोशिप लंच) के साथ हुआ, जो संघ के लिए नवीन नेतृत्व और साझा दृष्टिकोण के साथ एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक रहा।
निर्वाचित पदाधिकारी :
-अध्यक्षः डॉ. ए.के. सुमन
-उपाध्यक्ष : डॉ. (प्रो.) एस.एन. पांडे
-उपाध्यक्ष : श्री वी. के. सक्सेना
-महासचिवः श्री मनीष शर्मा
-संयुक्त सचिव : श्रीमती सुनीता अग्रवाल
-संयुक्त सचिव : श्री राम राज
-कोषाध्यक्षः श्री आर. के. सूद
-समन्वय अधिकारीः श्री जागृति गोयल
-पुस्तकालयाध्यक्षः श्री जे. बी. गोयल
-कानूनी सलाहकारः श्री अमिताभ सारण
-कार्यकारिणी सदस्यगणः श्री राम निवास, श्री ओम प्रकाश, श्री एस. एस. भंडारी, श्री राजन गुप्ता, श्री मनोहर पाठक एवं सुश्री सी. के. मामिक
उत्तराखंड़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने चलाया स्वच्छता अभियान
“सामाजिक संगठनों, व्यापारियों के साथ सरकारी विभागों और स्कूली छात्र छात्राओं ने किया प्रतिभाग”
देहरादून, उत्तराखंड़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल के कार्यकारिणी अध्यक्ष न्यायमूर्ति मनोज तिवारी के दिशा-निर्देशन में रविवार प्रातः 7:00 बजे से तीन घंटे के लिये स्वच्छता अभियान एवं रैली का आयोजन नवनिर्मित जिला न्यायालय भवन, देहरादून से किया गया।
स्वच्छता अभियान रैली का शुभारंभ प्रभारी जनपद न्यायाधीश, देहरादून मदन राम द्वारा शपथ के साथ किया गया, जिसके उपरांत सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देहरादून श्रीमती सीमा डुँगराकोटी एवं अन्य सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण तथा उपजिलाधिकारी सदर, हरि गिरी, मुख्य चिकित्साधिकारी, मनोज शर्मा, स्वास्थ्य नगर अधिकारी अविनाश खन्ना, बार अध्यक्ष मनमोहन कण्डवाल, व्यापार मण्डल के अध्यक्ष पंकज मैसुन द्वारा स्वच्छता अभियान एवं रैली को अग्रसारित किया गया।
स्वच्छता अभियान / रैली का शुभारंभ नवनिर्मित जिला न्यायालय भवन से किया गया तथा रैली प्रिंस चौक, तहसील चौक, घंटाघर, पलटन बाजार होते हुए कोतवाली नगर थाने तक गयी। अभियान के दौरान व्यापार मंडल संघ द्वारा कई जगह डस्टबिन / कूड़ादान वितरित किये गए। रैली में जीजीआईसी राजपुर रोड, देहरादून की एनसीसी छात्राओं द्वारा तथा उत्तरांचल यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।
उक्त अभियान में समस्त न्यायिक अधिकारीगण व कर्मचारीगण, प्रशासनिक अधिकारीगण, बार एसोसियेशन, व्यापार मंडल संगठन, विभिन्न एनजीओ, किसान यूनियन, महाकाल सेवा समिति, अंतरमन परिवार सोसाइटी, वेस्ट वॉरियर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैनल अधिवक्तागण, पराविधिक कार्यकर्तागण और कर्मचारीगण आदि द्वारा सहयोग किया गया। सभी प्रतिभागियों द्वारा स्वच्छता अभियान और रैली में उत्साहपूर्वक सहयोग कर बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया तथा रास्ते में पाये गए समस्त कूड़ा-करकट व प्लास्टिक आदि को साफ कर इस अभियान को सफल बनाया गया। नगर निगम की टीम द्वारा एकत्रित कूडे को वाहनों में रखा गया।
रववार को यह वृहद सफाई अभियान / श्रम दान अभियान व्यापक रूप से समस्त प्रदेश में विभिन्न विभागों द्वारा अपने स्तर से जिला देहरादून के मुख्यालय, तहसील, ग्राम पंचायत, नगर पंचायत, ग्रामसभा, नगर पालिका, नगर निगम आदि प्रत्येक सार्वजनिक स्थलों पर आम जनता के साथ मिलकर चलाया गया।
अभियान के अंत में प्रभारी अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मदन राम व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती सीमा डुँगराकोटी इस अभियान में जुडे समस्त सरकारी व गैर सरकारी संगठनों का आभार जताया व धन्यवाद ज्ञापित किया तथा इस अभियान के माध्यम से “स्वच्छ दून सुंदर दून” के संकल्प को इसी प्रकार भविष्य में भी सार्थक बनाने हेतु अपना सहयोग प्रदान करने के लिये प्रोत्साहित किया गया। इस प्रकार उक्त अभियान सभी के सहयोग से सफल रहा।
सुभाष पंत, विजय गौड़, कांति मोहन और गजेंद्र मोहन बहुगुणा को किया याद
देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र तथा ‘ संवेदना’ संस्था की ओर से रविवार को पुस्तकालय के सभागार में साहित्यकार कांतिमोहन, सुभाष पंत, विजय गौड़ तथा विज्ञान चिंतक गजेंद्र मोहन बहुगुणा की स्मृति में गोष्ठी आयोजित की गयी।
इस मौके पर सुभाष पंत पर व्यक्तव्य देते हुए वरिष्ठ कवि राजेश सकलानी ने कहा कि एक समय देहरादून को सुभाष पंत के नाम से जाना जाता था। उनकी कहानियां सहज संप्रेषणीय है़ जिनके केंद्र में आम आदमी रहता है। पंत जी निरंतर सृजनशील रहे और सांप्रदायिकता का मुखालफत करते रहे। पत्रकार अरविंद शेखर ने विजय गौड़ को याद करते हुए कहा कि विजय की कथनी और करनी में कोई फ़र्क नहीं रहता था। उनकी रचनाओं में अन्यायपूर्ण दुनिया बदलने की कसक सा साफ दिखती है। अरविंद ने कहा कि बहुत से मामलों में वह अपने मित्रों से भी टकराते थे। किसी से भी असहमति जताने में उन्हें जरा भी संकोच नहीं होता था।
अरविंद शेखर ने उनके साहित्यकर्म के अलावा रंगमंच में योगदान का भी स्मरण किया। विज्ञान चिंतक गजेंद्र मोहन बहुगुणा को याद करते हुए उनके घनिष्ठ मित्र विजय भट्ट भावुक हो उठे। उन्होंने बताया कि गजेंद्र बहुगुणा की प्रमुख चिंता वैज्ञानिक चेतना और पर्यावरण के प्रति जागरुकता के प्रसार को लेकर थी। वह हर किसी को ब्रह्मांड की उत्पत्ति की वैज्ञानिक व्याख्या करने को आतुर रहते थे। विजय भट्ट ने उन्हें बचपन से ही पढ़ाकू और जिज्ञासु प्रवृत्ति का बताया।
अरुण कुमार असफल ने कांतिमोहन जी को एक बेहतरीन गज़लकार बताते हुए कहा कि उनकी गज़लें दुष्यंत कुमार की हिंदी गज़ल की परंपरा से अलग विशुद्ध उर्दू गज़ल परंपरा की हैं। अरुण ने कांतिमोहन जी के संपादकीय कौशल की प्रशंसा करते हुए संपादन के क्षेत्र में उनके योगदान की चर्चा की। गोष्ठी में नवीन कुमार नैथानी, राजेश पाल और जितेंद्र भारती ने भी अपनी स्मृतियां साझा की। गोष्ठी का संचालन ‘ संवेदना’ के संयोजक समदर्शी बड़थ्वाल ने किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार गुरुदीप खुराना, जितेन्द्र भारती, दिनेश, जोशी, कांता घिल्डियाल, डॉ. नूतन गैरोला, बिजू नेगी, संजीव घिल्डियाल, नवीन नौटियाल, कमलेश खन्तवाल, रंगकर्मी वीके डोभाल, भारती मिश्रा, आलोक कुमार, केन्द्र के प्रोग्राम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी, प्रेम साहिल, सतीश धौलाखण्डी, सुन्दर सिंह बिष्ट, राकेश कुमार, अवतार सिंह सहित शहर के प्रबुद्घ लेखक, साहित्यकार व अन्य लोग उपस्थित थे।