Sunday, June 22, 2025
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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 पर यूकॉस्ट में विशेष आयोजन: स्वयं और समाज के लिए” “योग” इस थीम के साथ मनाया 

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देहरादून । उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (UCOST) में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 , गहन अध्यात्मिक ऊर्जा के साथ मनाया गया । इस अवसर पर योग प्रशिक्षिका श्रीमती सीमा ताक एवं उनकी टीम ने प्रतिभागियों को विभिन्न योगासनों व ध्यान क्रियाओं का अभ्यास कराया। इस आयोजन में यूकॉस्ट और आंचलिक विज्ञान केंद्र (RSC) के अधिकारियों व कर्मचारियों तथा कई अन्य संस्थाओं के लोगों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। इस दिवस का उद्देश्य समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देना और दैनिक जीवन में योग की महत्ता को रेखांकित करना था, जो इस वर्ष की थीम “योग : स्वयं और समाज के लिए” के अनुरूप था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध फिल्म एवं टेलीविजन अभिनेता श्री हेमंत पांडे जी ने भी योग सत्र में प्रतिभाग किया। उन्होंने उपस्थिति लोगों योग को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने की प्रेरणा दी और कहा की एक सफल जीवन शैली के लिए, सकारात्मक ऊर्जा, मानसिक सजगता और आंतरिक संतुलन बहुत आवश्यक है। यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए , प्रतिभागियों को योगाभ्यास के लिए प्रेरित किया और कहा कि योग जैसे पारंपरिक ज्ञान प्रणाली को विज्ञान-आधारित जन कल्याणकारी पहलों में शामिल करना स्थायी स्वास्थ्य और विकास की दिशा में एक प्रभावी कदम है। कार्यक्रम का समापन सामूहिक ध्यान-अभ्यास और दैनिक जीवन में योग को समाहित करने के संकल्प के साथ हुआ।

डा. रमेश पोखरियाल “निशंक” ने की द्रौपदी मुर्मू से शिष्टाचार भेंट

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कुछ क्षण केवल व्यक्तिगत नहीं होते वे विचारों, संस्कारों और संकल्पों के संगम बन जाते हैं।

देहरादून,  राष्ट्रपति निकेतन, देहरादून में माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी से डा. रमेश पोखरियाल “निशंक” ने शिष्टाचार भेंट की. यह एक प्रकार का एक आत्मीय और ऐतिहासिक अवसर रहा, जिसमें संवाद ने दर्शन का रूप ले लिया।

इस अवसर पर डा. निशंक का माननीय राष्ट्रपति जी से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025( Yoga for One Earth, One Health | एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग) के विविध पक्षों, उनके उत्तराखंड प्रवास, वैदिक परंपरा की समकालीन प्रासंगिकता, विश्वशांति, भारतीय ज्ञान परंपरा और वर्तमान वैश्विक संदर्भ में भारत की भूमिका जैसे गूढ़ और दूरदृष्टिपूर्ण विषयों पर भी सारगर्भित चर्चा हुई।

माननीय राष्ट्रपति जी का चिंतन न केवल विद्वतापूर्ण था, बल्कि उसमें भारतीय आत्मा की गूंज स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो रही थी। उनकी विनम्रता, सहजता और राष्ट्र के प्रति समर्पित दृष्टिकोण अत्यंत प्रेरणादायक है।

चर्चा के इस सारगर्भित क्रम में डा. निशंक ने माननीय राष्ट्रपति जी को हिमालय की गोद में स्थित भारतवर्ष के प्रथम ‘लेखक गांव’ (थानों, देहरादून) में आने का निमंत्रण भी दिया, जो साहित्य, संस्कृति एवं भारतीय मनीषा के संरक्षण और संवर्धन हेतु समर्पित एक दिव्य प्रयास है।
इस अवसर पर लेखक गाँव की निदेशक विदुषी “निशंक” व आर्यन देव उनियाल भी उपस्थित रहे.

मुख्यमंत्री ने भराड़ीसैंण से दिया “हर घर योग, हर जन निरोग’’ का संदेश

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 – मुख्यमंत्री ने राज्य में योग नीति का किया औपचारिक शुभारंभ
 – गैरसैंण की धरती से मुख्यमंत्री का उदघोष : उत्तराखंड को बनाएंगे योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी
 – गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन की होगी स्थापना
देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को भराड़ीसैंण, गैरसैंण स्थित विधानसभा परिसर में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण एवं 8 देशों के डेलिगेट्स के साथ योग किया। योग कार्यक्रम का शुभारंभ शंखनाद एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुरू हुआ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने योग नीति पर आधारित पुस्तिका का विमोचन करते हुए राज्य में योग नीति का औपचारिक शुभारंभ भी किया। उन्होंने “एक वृक्ष, योग के नाम” कार्यक्रम के अंतर्गत विधानसभा परिसर में सेब का पौधा भी लगाया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य सरकार शीघ्र ही प्रदेश में आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा, योग और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन की स्थापना करेगी। उन्होंने कहा हम राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में  दो नए  नगर बसाने जा रहे हैं, जो योग, आयुर्वेद और अध्यात्म के केंद्र बनकर वैश्विक मानचित्र पर राज्य की विशेष पहचान स्थापित करेंगे। जिसमें सम्पूर्ण विश्व से वेलनेस के क्षेत्र में काम करने वाले बड़े ग्रुप्स, आध्यात्मिक गुरुओं, संस्थानों को यहाँ आमंत्रित किया जायेगा।

सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य का केंद्र है भराड़ीसैंण
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी विदेशी मेहमानों के सान्निध्य ने इस आयोजन को वैश्विक पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा भराड़ीसैंण, गीष्मकालीन राजधानी होने के साथ समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य का केंद्र भी है। उन्होंने कहा 8 मित्र राष्ट्रों के प्रतिनिधियों के साथ किया गया सामूहिक योगा- अभ्यास, देवभूमि उत्तराखंड को योग और अध्यात्म की वैश्विक राजधानी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा।

उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी बनाएगी योग नीति
मुख्यमंत्री ने कहा उत्तराखंड देवभूमि के साथ योग और अध्यात्म की भूमि भी है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से राज्य सरकार ने देश की पहली योग नीति 2025 को राज्य में लागू किया है। योग नीति उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। जिसके तहत प्रदेश में योग एवं ध्यान केंद्र विकसित करने पर अधिकतम 20 लाख रुपए तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है।  प्रदेश में योग, ध्यान और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देने हेतु 10 लाख रुपए तक के अनुदान का प्रावधान भी किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार का संकल्प है कि 2030 तक राज्य में पाँच नए योग हब की स्थापना की जाए और मार्च 2026 तक राज्य के सभी आयुष हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में योग सेवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी।

योग करता है एकाग्रता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार
मुख्यमंत्री ने कहा कि योग हमारे मन, आत्मा और शरीर के बीच पूर्ण सामंजस्य स्थापित करता है। योग हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के साथ मानव जीवन को आंतरिक शांति, मानसिक संतुलन और आध्यात्मिक स्थिरता प्रदान करता है।  योग के विभिन्न आसनों और प्राणायाम  से शरीर और मन को तनाव से मुक्त कर सकते हैं। योग मन की एकाग्रता बढ़ाने के साथ जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार होता है।

योग ने किया विश्व को एक सूत्र में पिरोने का कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरा विश्व, योग को जीवन दर्शन के रूप में भी अपना रहा है। योग ने पूरे विश्व में जाति, भाषा, धर्म और भौगोलिक सीमाओं को पार कर मानव समाज को जोड़ने का काम किया है। योग वैश्विक एकता, समरसता और बंधुत्व का सेतु बनकर समस्त विश्व को एक सूत्र में पिरोने का कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच और प्रेरणादायक नेतृत्व ने योग को ग्लोबल कनेक्टिविटी और मानवता की सेहत का मंत्र बनाकर विश्वपटल पर एक नई पहचान दिलाई है।

पलायन की समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है राज्य सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य में रोजगार सृजन और पलायन की समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य में स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार ने स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के अधिक से अधिक साधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य में स्ट्रैटेजिक एडवाइजरी कमेटी का भी गठन किया है। ये कमेटी प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए नवाचार को बढ़ावा देने का कार्य करेगी।  हम युवाओं को उनके कौशल के अनुरूप पहाड़ में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में भी कार्य कर रहे हैं।

विद्यार्थियों से मिलने उनके बीच पहुंचे मुख्यमंत्री
भराड़ीसैंण में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होने से पहले मुख्यमंत्री विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों के बीच  पहुंचे। उन्होंने लोगों से संवाद कर उनका हालचाल जाना और छात्रों से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर छात्रों में विशेष उत्साह और उमंग देखने को मिला । मुख्यमंत्री ने सभी को योग के महत्व से अवगत कराया और स्वस्थ जीवन के लिए योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का संदेश दिया।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत, भारत में मैक्सिको के राजदूत श्री फेडेरिको सालास, मेक्सिको दूतावास में आर्थिक मामलों के प्रमुख श्री रिकार्डो डेनियल डेलगाडो, भारत में फिजी उच्चायोग के हाई कमिश्नर श्री जगन्नाथ सामी, भारत में नेपाल के राजदूत डॉ शंकर प्रसाद शर्मा, भारत में सूरिनाम के राजदूत श्री अरुणकोमर हार्डियन, भारत में मंगोलिया के राजदूत श्री डंबाजाविन गैंबोल्ड, भारत में लातविया दूतावास में डिप्टी हेड ऑफ मिशन श्री मार्क्स डीतॉन्स, भारत के श्रीलंका उच्चायोग के मिनिस्टर काउंसलर श्री लक्ष्मेंद्र गेशन डिसनायके, रूसी दूतावास में प्रथम सचिव सुश्री क्रिस्टिना अनानीना एवं तृतीय सचिव सुश्री कैटरीना लज़ारेवा, विधायक श्री अनिल नौटियाल, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. विनय रुहेला,  सचिव श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी, गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पांडे,  सूचना महानिदेशक श्री बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

मंत्री जोशी की बर्खास्तगी को लेकर जन संघर्ष मोर्चा ने किया प्रदर्शन

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-आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में हाईकोर्ट ने लिया है संज्ञान
-प्रदेश में पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

देहरादून (विकासनगर), राज्य के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी आय से अधिक सम्पत्ति, उद्यान, सैन्य धाम, तराई बीज विकास निगम व कृषि मेले के टेंडर घोटाले को लेकर चर्चाओं में हैं, अब तो भाजपा के कैबिनेट मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में अधिवक्ता विकेश नेगी की याचिका पर हाईकोर्ट ने 23 जुलाई की तारीख तय की है।
वहीं जन संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने तहसील विकासनगर में प्रदर्शन कर कृषि मंत्री गणेश जोशी की मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी की मांग की। मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार असवाल को सौंपा गया।

नेगी ने आरोप लगाया कि मंत्री के कार्यकाल में विभिन्न विभागीय योजनाओं में अनियमितताएं सामने आई हैं, जिससे शासन की साख प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि मंत्री पर उद्यान विभाग में पूर्व निदेशक से जुड़े मामले में हस्तक्षेप, कृषि मेलों में वित्तीय अनियमितताएं, तराई बीज विकास निगम की परिसंपत्तियों की बिक्री और जैविक खेती व बागवानी योजनाओं में संभावित गड़बड़ियों जैसे गंभीर आरोप हैं।

नेगी ने यह भी कहा कि विगत वर्षों में मंत्री से जुड़े व्यक्तियों द्वारा बड़ी मात्रा में संपत्ति अर्जित की गई है, जिसकी निष्पक्ष जांच आवश्यक है। उन्होंने दावा किया कि उच्च न्यायालय द्वारा भी इन मामलों में नोटिस जारी किया गया है, जिसे देखते हुए सरकार को इस पर त्वरित निर्णय लेना चाहिए।

उन्होंने मांग की कि मंत्री से संबंधित वित्तीय और संपत्ति मामलों की जांच कराई जाए तथा पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु उचित कार्रवाई की जाए।

प्रदर्शन में आकाश पंवार, विजयराम शर्मा, दिलबाग सिंह, महिपाल सिंह रावत, राम सिंह तोमर, हाजी असद, अनिल आर्य, सरोज गांधी, मोहम्मद इस्लाम, परवीन, नरेंद्र तोमर, मान चंद्र राणा, यूनुस, जयकृत नेगी, बिल्लू गिल्बर्ट, विक्रम पाल, कुंवर सिंह नेगी, मुकेश पसपोला, सुशील भारद्वाज, विनय गुप्ता, भीम सिंह बिष्ट, अरविंद साहनी, दीपांशु अग्रवाल, अंकुर वर्मा, निशा खातून, गफूर, दीपक अग्रवाल, नाहिद खान, मोहम्मद शफी, नरेश ठाकुर, सायरा बानो, मेहंदी हसन, विनोद जैन, भगत सिंह, सलीम मिर्जा, मनीष नेगी, जाबिर हसन, मनीष भटनागर, भूरा, क्रिस्टीना, सुनील कुमार समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

कांग्रेसजन पंचायत चुनाव को संगठन विस्तार के उत्सव के रूप में लें : महर्षि

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देहरादून, उत्तराखंड़ राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदेश में हरिद्वार को छोड़कर शेष 12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराए जाने के निर्णय का स्वागत करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से इसे संगठन विस्तार के उत्सव की तरह लेने का आह्वान किया है। प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी एव मुख्य मीडिया समन्वयक राजीव महर्षि ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा तथा नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने इस चुनाव को पूरी गंभीरता से लड़ कर पार्टी की विचारधारा को जन जन तक पहुंचाने का एक बेहतर अवसर बताया है और इसके लिए पार्टी के सभी समर्पित कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है।
महर्षि ने कहा कि प्रदेश में लंबे समय से पंचायती राज व्यवस्था को राज्य सरकार द्वारा स्थगित रखा गया है। ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक सब कुछ जनप्रतिनिधित्व विहीन हो गया था। जिला सरकार नाम की यह व्यवस्था कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद पहले प्रशासनिक अधिकारियों को तैनात किया गया, फिर इसे प्रयोगशाला बनाते हुए जनप्रतिनिधियों को ही प्रशासक बनाया गया और इसी माह एक बार फिर पंचायतों को नौकरशाही के अधीन कर दिया गया था। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सरकार अब पंचायत चुनाव के लिए तैयार हुई है, इसलिए इस अवसर का पार्टीजनों द्वारा लाभ उठाया जाना चाहिए। महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज और राजीव गांधी जी द्वारा पंचायती राज कानून लागू किए जाने से एक बड़ा स्वप्न साकार हुआ था। ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक सभी पदों पर पार्टी कार्यकर्ताओं को बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग करने की जरूरत है, ताकि प्रदेश में कांग्रेस द्बारा फिर एक बार जनादेश प्राप्त किया जाए।
महर्षि ने कहा कि पंचायत चुनाव वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव का पूर्वाभ्यास है, इसलिए इसे बहुत संजीदगी से लेने की जरूरत है। पंचायत चुनाव की पृष्ठभूमि ही अगले चुनाव में कांग्रेस को वापस सत्तारूढ़ करने का आधार बनेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष करण महरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य स्वयं पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों को आशीर्वाद प्रदान करने के लिए जिलों का दौरा करेंगे। ग्राम पंचायत स्तर पर भी पार्टी कार्यकर्ताओं को विचारधारा की दृष्टि से अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करने का यह बेहतर अवसर है, इसमें कोई कोरकसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए।

उत्तराखंड़ भारत के योग, चेतना और विरासत का केंद्र : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

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योग भारत की प्राचीनतम सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपरा का हिस्साः राज्यपाल

देहरादून, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देहरादून में आज 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का शुभारंभ करते हुए योग को भारत की चेतना और विरासत का केंद्र कहा तथा इसे भारत की सॉफ्ट पावर का भी सशक्त उदाहरण बताया।
इस मौके पर राष्ट्रपति ने कहा कि योग एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से, एक समुदाय को दूसरे समुदाय से तथा एक देश को दूसरे देश से जोड़ने का काम करता है। दुनिया भर के लोग इससे लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब व्यक्ति स्वस्थ रहता है, तो परिवार स्वस्थ रहता है और जब परिवार स्वस्थ रहता है, तो देश स्वस्थ रहता है। उन्होंने सभी को योग को जीवन जीने का माध्यम बनाने की प्रेरणा दी तथा सभी संस्थाओं से अपील की कि योग को जनसुलभ बनाया जाए।
वहीं राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (से. नि.) ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए योग के महत्व पर प्रकाश डाला।
राज्यपाल ने कहा कि योग भारत की प्राचीनतम सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपरा का हिस्सा है जिसने संपूर्ण विश्व को जोड़ने का कार्य किया है। प्रसन्नता की बात है कि आज यह दिवस न केवल भारत के लिए अपितु संपूर्ण विश्व के लिए स्वास्थ्य, शांति और समरसता का प्रतीक बन चुका है। राज्यपाल ने कहा कि योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि यह शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करने की प्रक्रिया है। यह आत्मानुशासन, संयम, और मानसिक शांति का मार्ग है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से आज योग एक वैश्विक अभियान बन चुका है, और यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि दुनिया भारत की इस विरासत को स्वीकार करके और अपनाकर लाभान्वित हो रही है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम ट्टएक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिए योग।’ भारत की सनातन सोच ट्टवसुधैव कुटुम्बकम’ की वैश्विक अभिव्यक्ति है जो हमें याद दिलाता है कि हमारा व्यक्तिगत स्वास्थ्य, हमारी प्रकृति, हमारा पर्यावरण और हमारी सामाजिक संरचना सभी परस्पर गहराई से गूंथे हुए हैं।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड जैसी आध्यात्मिक और प्राकृतिक भूमि पर योग का अभ्यास विशेष महत्व रखता है। उन्होंने इस अवसर पर युवाओं से आह्वान किया कि वे योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं और स्वस्थ भारत के निर्माण में योगदान दें।
इस अवसर पर उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रेरणा से उत्तराखंड द्वारा तैयार की गई भारत की पहली योग नीति— 2025 की विशेषताएं और लक्ष्य बताए। कहा कि यह नीति भारत का पहला योग उघमिता और अनुसंधान हब बनाएगी।

पंचायत चुनाव की तिथि हुई जारी, पढ़िए क्या रहेगा शेड्यूल

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देहरादून, राज्य में पंचायत चुनाव की तिथि जारी हो गयी, जिलों में जिला निर्वाचन अधिकारी जारी करेंगे सूचना, नामांकन की कार्यवाही 25 जून से 28 जून तक चलेगी l

प्रतिदिन सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक होगा नामांकन, नामांकन पत्रों की जांच 29 जून से 1 जुलाई तक होगी, नाम वापसी की तिथि 2 जुलाई को होगी, निर्वाचन दो चरण में होगा l

 

 *पहले चरण में सिंबल 3 जुलाई को मिलेंगे :*

 

10 जुलाई को प्रथम चरण का मतदान होगा, सुबह 8 बजे शाम 5 बजे तक होगा, दूसरे चरण में सिंबल 8 जुलाई को होंगे, दूसरे चरण का मतदान 15 जुलाई को होगा, 19 जुलाई को मतगणना होगी l

राजभवन नैनीताल के 125 वर्ष पूर्ण : राष्ट्रपति ने किया विशेष डाक टिकट जारी

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देहरादून, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज राष्ट्रपति निकेतन, देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के ऐतिहासिक राजभवन नैनीताल के 125 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में विशेष डाक टिकट जारी किया।
इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) भी उपस्थित रहे। उन्होंने राष्ट्रपति का इस ऐतिहासिक धरोहर को राष्ट्रीय स्मृति में स्थान दिलाने हेतु आभार प्रकट किया।
राजभवन नैनीताल का यह भवन ब्रिटिश काल की अद्भुत गोथिक स्थापत्य शैली का उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है। राजभवन की भव्य वास्तुकला, भू-संरचना तथा इसके आसपास का प्राकृतिक सौंदर्य इस धरोहर स्थल को विशिष्ट बनाते हैं।
इस अवसर पर राज्यपाल ने राष्ट्रपति को ‘‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’’ काफी टेबल बुक भी भेंट की। यह कॉफी टेबल बुक राजभवन में मनाए जाने वाले प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्य स्थापना दिवस पर आधारित है।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, राज्यपाल के सचिव रविनाथ रामन, चीफ पोस्टमास्टर जनरल, उत्तराखण्ड शशि शालिनी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विदेशी मेहमानों का भराड़ीसैंण, में किया स्वागत

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मुख्यमंत्री ने विदेशों से आए डेलिगेट्स के बीच बताई उत्तराखंड की विशेषताएं

प्रधानमंत्री का आयुष और वेलनेस सेक्टर के प्रति विशेष दृष्टिकोण

उत्तराखण्ड को योग के वैश्विक केंन्द्र के रूप में उभरने का कार्य किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को भराड़ीसैंण, गैरसैंण में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए सभी विदेशी राजनयिकों और सुप्रसिद्ध योगाचार्य का स्वागत किया। उन्होंने इस दौरान सभी को प्रतीक चिन्ह और उत्तराखंडी टोपी देकर सम्मानित भी किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मेक्सिको, फिजी, नेपाल, सूरीनाम, मंगोलिया, लातविया, श्रीलंका और रूस के उपस्थित राजदूत व अन्य उच्चधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि देवभूमि उत्तराखंड योग और आयुष की वैश्विक राजधानी है। प्रधानमंत्री श्री नरेद्र मोदी जी के नेतृत्व और आग्रह पर पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। 2014 में प्रधानमंत्री जी के आग्रह पर संयुक्त राष्ट्र संघ में 177 से ज्यादा देशों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मान्यता दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने बाबा केदारनाथ की धरती से यह दशक उत्तराखंड का दशक बताया था। उन्होंने कहा उनके शब्द हमारे लिए प्रेरणा, दिशा और संकल्प का उदघोष है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री का आयुष और वेलनेस सेक्टर के प्रति विशेष दृष्टिकोण है। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड को योग के वैश्विक केंन्द्र के रूप में उभरने का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा उत्तराखंड का हिमालयी वातावरण, शुद्ध जलवायु, और आध्यात्मिक ध्यान और योग के लिए उपयुक्त है। हमारा राज्य वैश्विक वेलनेस डेस्टिनेशन बनने की संपूर्ण क्षमता रखता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति में सदियों से योग और आयुर्वेद गहराई से समाहित है। यह धरती ऋषियों, योगियों और वैद्यों की साधना स्थली रही है। उत्तराखण्ड से औषधियों कच्चे जडी-बूटियों की आपूर्ति देश के साथ अंतराष्ट्रीय बाजारों में भी की जा रही है। दुनिया के प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि निर्माता भी उत्तराखण्ड में अपने निर्माण कार्य कर रहे हैं। यहाँ की जैव विवधता में कुटकी, जटामांसी और तिमूर जैसी दुर्लभ और विशिष्ट औषधीय वनस्पतियों पाई जाती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा उत्तराखंड में 100 वर्ष से भी अधिक पुराने आयुर्वेदिक संस्थान संचालित है, जैसे ऋषिकुल और गुरूकुल आयुर्वेद महाविद्यालय, जिनके माध्यम से हम पीढियों से आयुर्वेदिक ज्ञान का विस्तार कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुर्वेद, योग और पंचकर्म के क्षेत्र में उत्तराखण्ड के पास अत्यंत प्रशिक्षित मानव संसाधन है। हमारा राज्य गुणवत्ता युक्त हिमालयी जडी-बूटियों की आपूर्ति एवं उनके एक्सट्रैक्ट का उत्पादन, प्रसंस्करण और साझा व्यापार किया जा सकता है। उत्तराखण्ड के पारंपरिक सुपर फूड्स जैसे मंडुवा, झंगोरा, भट्ट, बिच्छुघास, किलमोडा आदि का मूल्य वर्धन, पैकेजिंग कर वैश्विक आदान किया जा सकता है। उन्होंने कहा जीवनशैली जनित विकारों, रोग निवारण और स्वास्थय संरक्षण पर संयुक्त अनुसंधान एवं नवाचार कार्य हम मिलकर कर सकते हैं।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दिखी पूरे उत्तराखंड की झलक

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में संपूर्ण उत्तराखंड की झलक देखने को मिली। कार्यक्रम की शुरुआत नंदा देवी राज जात से हुई, इसके बाद उत्तराखंड की विभिन्न लोकनृत्य प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। इनमें झोड़ा-छपेली लोकनृत्य, नाटी व अन्य लोकप्रिय नृत्य रहे, जिन्होंने गढ़वाली, कुमाऊनी, व जौनसारी संस्कृतियों से सभी को रूबरू कराया।

इस अवसर पर भारत में मैक्सिको के राजदूत श्री फेडेरिको सालास, मेक्सिको दूतावास में आर्थिक मामलों के प्रमुख श्री रिकार्डो डेनियल डेलगाडो, भारत में फिजी उच्चायोग के हाई कमिश्नर श्री जगन्नाथ सामी, भारत में नेपाल के राजदूत डॉ शंकर प्रसाद शर्मा, भारत में सूरिनाम के राजदूत श्री अरुणकोमर हार्डियन, भारत में मंगोलिया के राजदूत श्री डंबाजाविन गैंबोल्ड, भारत में लातविया दूतावास में डिप्टी हेड ऑफ मिशन श्री मार्क्स डीतॉन्स, भारत के श्रीलंका उच्चायोग के मिनिस्टर काउंसलर श्री लक्ष्मेंद्र गेशन डिसनायके, रूसी दूतावास में प्रथम सचिव सुश्री क्रिस्टिना अनानीना एवं तृतीय सचिव सुश्री कैटरीना लज़ारेवा, योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण, विधायक श्री अनिल नौटियाल, सचिव श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी, गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पांडे, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. विनय रुहेला, सूचना महानिदेशक बंसीधर तिवारी, जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

महिला आयोग की अध्यक्ष ने नारी निकेतन में संवासिनियों व बच्चों के साथ किया योग

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योग हमारी आंतरिक शक्तियों को एकत्रित करके हमारे अंदर नवीन ऊर्जा का संचार करता है : कुसुम कण्डवाल

देहरादून, उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने देहरादून के केदारपुरम स्थित महिला कल्याण एवं पुनर्वास केंद्र में महिलाओं एवं बच्चों के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित सात दिवसीय योग शिविर में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल के साथ नारी निकेतन के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी योग किया। इस दौरान कुसुम कण्डवाल ने सभी को योग को नियमित दिनचर्या का हिस्सा बनाने की अपील की। योगाभ्यास सप्ताह शिविर में नारी निकेतन, सम्प्रेक्षण गृह व बालिका निकेतन के सभी बच्चों व महिलाओं ने प्रतिभाग किया।
आपको बता दे कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को पर प्रदेश में अनेक स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं। जिसके लिए विभिन्न विभागों में साप्ताहिक योग शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
इस दौरान अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने कहा कि योग हमारी आंतरिक शक्तियों को एकत्रित कर के हमारे अंदर नवीन ऊर्जा का संचार करता है। योग ही हमारे चंचल मन को एकाग्र कर चेतना की गहराइयों तक पहुँचाने का माध्यम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास से आज सम्पूर्ण विश्व भारतीय संस्कृति और योग परंपरा को अपना रहा है। आज योग विश्व के अनेकों लोगों की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा बन गया है।
वहीं उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा युवाओं में योग की ओर कदम बढ़ाने की दिशा में प्रयास किए गए हैं। योग से रोजगार के अवसर बढ़ाये हैं। साथ ही उनके नेतृत्व में उत्तराखण्ड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी बनाने के लिए नई योग नीति तैयार करना अत्यंत हर्ष और गर्व का विषय है।
इस दौरान नारी निकेतन की सहायक अधीक्षिका पूजा खत्री, शिशु निकेतन की अधीक्षिका मधु नवानी, सुपरवाइजर आर्ची नौटियाल सहित समस्त कर्मचारीगण उपस्थित रहे तथा इस अवसर पर योगाचार्य दीक्षा विधोला ने योग कराया।