रुद्रपुर(आरएनएस)। उत्तराखंड के उधमसिंहनगर जिले में रुद्रपुर के पास रोडवेज बस का हादसा हुआ है। यात्रियों से भरी बस के ड्राइवर को बस चलाते हुए अचानक हार्ट अटैक आ गया, जिसके बाद बस बेकाबू होकर खेत में घुस गई। बस में सवार 28 यात्रियों के बीच मदद को चीख पुकार मच गई। इसी के बीच बस में ही सवार एक नर्स ने ड्राइवर को सीपीआर देकर उसकी जान बचाई। हालांकि, राहत की बात रही कि बस हादसे में किसी की भी जान नहीं गई।
बस ड्राइवर को अचानक दिल का दौरा पड़ने से रोडवेज की बस नेशनल हाईवे 74 पर खेत के किनारे खेती में घुस गयी। इससे बस में सवार यात्रियों में चीख-पुकार मच गयी। गनीमत रही कि बस में सवार 28 यात्रियों में कोई हादसे में गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ।
वहीं बस में सवार एक निजी अस्पताल की नर्स ने चालक को कॉडियोपल्मोनरी रिससिटेशन यानी सीपीआर देकर उसकी आपात हालत में जान बचाई। वहीं इसके बाद मौके पर पहुंची 108 एंबुलेंस से उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जानकारी के अनुसार, रुद्रपुर डिपो की बस संख्या यूके 08 पीए 2369 बुधवार सुबह हरिद्वार से रुद्रपुर आ रही थी। बताया जा रहा है कि जैसे ही बस एनएच 74 पर जाफरपुर में कंटोपा के पास पहुंची तो बस चालक गुरुविंदर सिंह को अचानक हार्ट अटैक आ गया और बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खेत की खंती में जा घुसी।
वहीं हादसा होता देख आसपास के लोग एकत्र हुए और बस चालक को बाहर निकाला। जबकि सवारियों को आपातकालीन द्वार खोलकर बाहर निकाला गया। हालांकि, राहत की बात रही कि बस हादसे में किसी भी यात्री की जान नहीं गई।
नर्स ने बचाई बस ड्राइवर की जान
बस में सवार नर्स दिव्या कंबोज तुरंत समझ गयी कि चालक को हार्ट अटैक आया है। इस पर उन्होंने तत्काल चालक को सीपीआर दिया और आपात स्थिति में उसकी जान बचाई। इसके बाद 108 एंबुलेंस को बुलाया गया और चालक को जिला अस्पताल उपचार के लिए ले जाया गया। वहीं बस में सवार यात्री विभिन्न माध्यमों से अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए।
चलती रोडवेज बस में ड्राइवर को आया हार्ट अटैक, यात्रियों में मदद को मची चीख-पुकार
01 मई, 2025 से विभागों में अनिवार्य रूप से बायोमैट्रिक उपस्थिति सुनिश्चित करें अधिकारी: मुख्य सचिव
देहरादून(आरएनएस)। सभी अधिकारीगण 01 मई, 2025 से स्वयं एवं अपने अधीनस्थ विभागों में अनिवार्य रूप से बायोमैट्रिक उपस्थिति दर्ज कराना सुनिश्चित करें। प्रत्येक विभाग अपने विभाग के 05 से 10 महत्वपूर्ण आउटकम निर्धारित करें एवं योजना के अनुरूप कार्य करें। यह निर्देश मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सचिव समिति के दौरान सभी अधिकारियों को दिए।
जनहित एवं राज्यहित में 10-10 प्रस्तावों की सूची की जाए तैयार
मुख्य सचिव ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि जनहित एवं राज्यहित में आवश्यक, महत्त्वपूर्ण
एवं प्राथमिकता वाले लगभग 10-10 प्रस्तावों/योजनाओं/कार्यों की सूची(परियोजनाओं की सूची)
तैयार किए जाएं। उन्होंने कहा कि प्लिंथ क्षेत्र दरें के आधार पर उनकी अनुमानित लागत
का विवरण देते हुए, नियोजन विभाग को तथा उसकी प्रतिलिपि मुख्य सचिव कार्यालय को उपलब्ध करायी जाए।उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव स्तर पर बैठक तभी प्रस्तावित की जाय, जब प्रकरण नीतिगत हों अथवा अन्तर्विभागीय हो अथवा प्रस्ताव व्यवसाय के नियमों के अनुसार हो अथवा कई विभागों से सम्बन्धित हो या इसका प्रभाव कई विभागों पर पड़ने की सम्भावना हो। उन्होंने कहा कि सामान्य प्रकरणों पर विभाग के स्तर से ही निर्णय लिया जाय। मुख्य सचिव स्तर पर पत्रावली प्रेषित करते समय किन-किन बिन्दुओं पर निर्णय होना है तथा इनके विकल्प क्या-क्या हैं, आदि का भी अनिवार्य रूप से उल्लेख किया जाय। उन्होंने सभी विभागों को अपनी-अपनी विभागीय परिसम्पत्तियों की सूची सरकारी परिसंपत्तियों की सूची पोर्टल पर अपलोड किये जाने के भी निर्देश दिए।
सचिव, अपर सचिव, विभागाध्यक्ष अनिवार्य रूप से क्षेत्रीय भ्रमण पर जाएं
मुख्य सचिव ने सभी सचिवों, अपर सचिवों तथा वरिष्ठ अधिकारियों को अनिवार्य रूप से क्षेत्रीय भ्रमण पर जाने एवं अपने भ्रमण कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी भ्रमण के दौरान जनपदों में गतिमान विभिन्न कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी करें। भ्रमण कार्यक्रम पर जाते समय यह ध्यान रखा जाय कि सचिव एवं अपर सचिव में से तथा सचिव एवं विभागाध्यक्ष में से एक बार में केवल एक ही अधिकारी एक समय पर भ्रमण पर जाए तथा अन्य अधिकारी अपने मुख्यालय में उपस्थित रहे, ताकि राजकीय कार्यों के निर्वहन में असुविधा से बचा जा सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने अधीनस्थ विभागों का Annual Work Calendar बनाये जाने के भी निर्देश दिए, ताकि सभी कार्यों को समयबद्ध तरीके से बिना विलम्ब किये संपन्न कराया जाना सम्भव हो सके।
सभी कार्यालयों में ई-ऑफिस किया जाए लागू
मुख्य सचिव ने सभी सचिवों को निर्देश दिए कि जिन विभागों में ई-ऑफिस के माध्यम से अभी तक कार्य आरम्भ नहीं किया गया है, उन सभी विभागों को शीघ्र ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। सभी सचिव एवं विभागाध्यक्ष स्वयं इसकी समीक्षा करते हुए अपने अधीनस्थ कार्यालयों में शीघ्र ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य लागू कराएं। कहा कि ई-ऑफिस के माध्यम से सक्षम स्तर से किसी भी शासनादेश पर अनुमति के उपरान्त सम्बन्धित पोर्टल पर उस शासनादेश को अपलोड किये जाने हेतु व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।
इस अवसर पर सचिव, सूचना प्रौद्योगिकी द्वारा डिजिटल उत्तराखंड पोर्टल के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण किया गया। उन्होंने बताया कि इसके माध्यम से अधिकारियों को विभिन्न पोर्टल/अनुप्रयोग के लिए एकल साइन-इन की सुविधा प्राप्त हो सकेगी तथा नागरिकों को एक ही पोर्टल के माध्यम से विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न नागरिक सेवाओं के लिये लॉग इन की सुविधा प्राप्त हो सकेगी। यह पहल राज्य को डिजिटल रूप से सक्षम बनाकर समावेशी एवं प्रभावी सेवा वितरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
इसके उपरान्त निदेशक, आई0टी0डी0ए0 द्वारा राज्य में डिजिटल परियोजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और निगरानी हेतु विकसित किये गये पी0एम0 गतिशक्ति पोर्टल की प्रस्तुति की गयी है, जिसमें निदेशक, आई0टी0डी0ए0 द्वारा बताया गया कि वर्तमान में पी0एम0 गतिशक्ति पोर्टल के द्वारा राज्य में 01.00 करोड़ रूपये से अधिक की लागत की सभी परियोजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की वास्तविक समय की मॉनिटिरिंग की जा रही है। भविष्य में आई0टी0डी0ए0 द्वारा पी0एम0 गतिशक्ति, भारत सरकार, ई-डी0पी0आर0, यूकेजीएएमएस पोर्टल को आईएफएमएस एवं ई-ऑफिस के साथ एकीकृत करते हुए राज्य के समस्त परियोजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति का अवलोकन किया जा सकता है।
निदेशक, आई0टी0डी0ए0 ने कहा कि इसमें शासकीय कार्यों को मॉनिटिरिंग करने के उद्देश्य से आधिकारिक लॉग-इन की सुविधा प्रदान की गयी है जिसके द्वारा सचिवगण एवं विभागाध्यक्ष अपने विभाग से सम्बन्धित विभिन्न ई-सेवाओं की रियल टाईम मॉनिटिरिंग कर सकते हैं। वर्तमान मेंडिजिटल उत्तराखंड पोर्टल के अन्तर्गत अपणी सरकार पोर्टल, आईएफएमएस, ई-ऑफिस, मुख्यमंत्री घोषणा, ई-मंत्रिमण्डल, सी0एम0 हैल्पलाईन, पी0एम0 गतिशक्ति, कोर्ट केस, ई-डी0पी0आर0, सी0एम0 डैशबोर्ड(दर्पण) आदि को एकीकृत किया गया है। उन्होंने कहा कि डिजिटल उत्तराखंड पोर्टल द्वारा सचिवगण एवं विभागाध्यक्ष अपने विभाग से सम्बन्धित वित्तीय आय-व्यय का वित्तीय वर्षवार मॉनिटिरिंग, स्वयं तथा अधीनस्थ अधिकारियों के स्तर पर लम्बित ई-ऑफिस फाईलों/निस्तारित फाईलों का विवरण, सी0एम0 हैल्पलाईन पोर्टल के स्वयं के स्तर पर लम्बित शिकायतों/निस्तारित शिकायतों एवं अपने अधीनस्थ कार्यरत अधिकारी/कर्मचारियों की लम्बित/निस्तारित शिकायतों का विवरण रियल टाईम पर मॉनिटर कर सकते है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर. के. सुधांश, एल. फैनई, प्रदीप पन्त, विशेष प्रमुख सचिव अमित कुमार सिन्हा, सचिव नितेश कुमार झा, रविनाथ रमन, डॉ0 पंकज कुमार पाण्डेय, डॉ0 रंजीत कुमार सिन्हा, डॉ0 वी0 षणमुगम, डॉ0 आर0 राजेश कुमार, डॉ0 नीरज खैरवाल, दीपेन्द्र कुमार चौधरी, विनोद कुमार सुमन, दीपक कुमार, सी0 रविशंकर, युगल किशोर पंत, रणवीर सिंह चौहान, धीराज सिंह गर्ब्याल, अपर सचिव विजय कुमार जोगदण्डे उपस्थित थे।
नकली पनीर के कारोबार पर पुलिस का एक्शन, नकली पनीर फैक्ट्री को किया सीज
देहरादून, नकली पनीर की सप्लाई होने की गुप्त सूचना पर रायपुर थाने की पुलिस ने बड़ा एक्शन किया है। उक्त सूचना पर एसएसपी देहरादून अजय सिंह द्वारा थाना रायपुर तथा एसओजी की संयुक्त टीम गठित कर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये गये। गठित टीम द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर रायपुर क्षेत्र के अपर ईश्वर विहार में स्थित एक दुकान में दबिश दी गई तो उक्त दुकान के बाहर एक पिकअप वैन के माध्यम से लाई गयी पनीर की खेप उतरती हुई दिखाई दी। मौके पर पुलिस द्वारा उक्त दुकान में बने गोदाम से लगभग 6 क्विंटल नकली पनीर तथा पिकअप वैन से लगभग 01 क्विंटल 20 किलो नकली पनीर बरामद किया गया। मौके पर फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम व उनकी टेस्टिंग वैन को बुलाया गया, जिनके द्वारा उक्त पनीर का परीक्षण करने के उपरान्त उसका नकली होना बताया गया, जिस पर पुलिस टीम द्वारा उक्त दुकान स्वामी अब्दुल मन्नान तथा वाहन चालक आरिफ को हिरासत में लेते हुए नकली पनीर को नष्ट करने की कार्रवाई की गई।
दोनों अभियुक्तों को आवश्यक पूछताछ हेतु थाना रायपुर लाया गया, जिनसे पूछताछ में उनके द्वारा बताया गया कि उक्त नकली पनीर को मनोज, नरेन्द्र चौधरी तथा शाहरूख नाम के व्यक्तियों द्वारा उन्हें देहरादून में सप्लाई करने हेतु दिया गया था, जिन्हें उनके द्वारा सहारनपुर में बसेबाग से आगे कासमपुर में जंगलों के बीच स्थित एक प्लाट में बनी फैक्ट्री/गोदाम से लाया गया था। उक्त फैक्ट्री मनोज, नरेन्द्र चौधरी तथा शाहरूख द्वारा पार्टनरशिप में चलाई जा रही है, जिस पर तत्काल थाना रायपुर पर अभियुक्त मनोज, नरेन्द्र चौधरी, शाहरूख तथा उक्त दोनो व्यक्तियों के विरूद्ध बीएनएस की धारा: 123/125 के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। जांच में पुलिस द्वारा दोनो आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए प्रकाश में आये 3 मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु टीमों को सम्भावित स्थानों पर रवाना किया गया।
सहारनपुर स्थित फैक्ट्री से उक्त नकली पनीर के सप्लाई होने की सूचना पर तत्काल एसएसपी देहरादून द्वारा सहारनपुर में मण्डलायुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग से सम्पर्क कर उक्त नकली पनीर फैक्ट्री के सम्बन्ध में उन्हें जानकारी दी गई। प्राप्त सूचना पर मण्डलायुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग के नेतृत्व में सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग, उप जिलाधिकारी बेहट, खाद्य सुरक्षा अधिकारी सहारनपुर द्वारा मय टीम के उक्त नकली पनीर फैक्ट्री में छापेमारी की कार्रवाई की गई तो मौके से टीम को 16 क्विंटल नकली पनीर तथा नकली पनीर बनाने में प्रयोग किये जा रहे कैमिकल व अन्य उपकरण बरामद हुए। टीम द्वारा नकली पनीर को नष्ट करते हुए नकली पनीर फैक्ट्री को सीज किया गया।
इस मामले में देहरादून के रायपुर रोड के ईश्वर विहार निवासी अब्दुल मन्नान व सहसपुर के बैरागीवाला गांव निवासी आरिफ को गिरफ्तार किया गया है।
इसके अलावा देहरादून के ही विकासनगर के हरबर्टपुर के वार्ड नंबर 5 निवासी मनोज कुमार, कुंजाग्रांट निवासी शाहरूख, और विकासनगर के ही बादामावाला पंचायत के छोटू वाला ग्राम निवासी नरेन्द्र सिंह अभी फरार हैं।
पुलिस टीम में रायपुर के थानाध्यक्ष प्रदीप नेगी,रायपुर के एसएसआई भरत रावत, बालावाला के चौकी प्रभारी संजय रावत, उप निरीक्षक ज्योति प्रसाद उनियाल, हवलदार महावीर,व रमेश के अलावा एसओजी के प्रभारी मुकेश त्यागी,एसआई कुंदन राम, विनोद राणा, कांस्टेबल आशीष शर्मा, पंकज, अमित, राहुल व विपिन राणा शामिल थे।
पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय आईएमए में जोश एवं उल्लास के साथ हुआ जल पखवाड़े का आयोजन
देहरादून, पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय, भारतीय सैन्य अकादमी में दिनांक 16 अप्रैल 2025 से 30 अप्रैल 2025 तक “जल पखवाडे” का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस विशेष पखवाड़े का उद्देश्य विद्यार्थियों एवं स्थानीय समुदाय में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना तथा जल संकट की गंभीरता को समझाना था। पूरे कार्यक्रम के दौरान विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिससे छात्रों में जल के महत्त्व को लेकर गहन समझ और संवेदनशीलता विकसित हुई। पखवाड़े की शुरुआत प्रातःकालीन सभा में ‘जल शपथ’ के साथ हुई, जिसमें सभी छात्रों, शिक्षकों,मुख्याध्यापक,उप-प्राचार्य तथा प्राचार्य जी ने जल संरक्षण हेतु प्रतिज्ञा ली। विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों को जल संकट, जल स्रोतों के संरक्षण और जल जनित बीमारियों से बचाव के उपायों पर जानकारी प्रदान की गई। प्रार्थना सभा में विशेष वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें ‘जल संकट और प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण की आवश्यकता’ के बारे में छात्रों को बताया गया। विद्यालय की दसवीं कक्षा की छात्रा गार्गी द्वारा ‘जलजनित रोग एवं उनसे बचाव के उपायों’ पर एक प्रभावशाली वक्तव्य प्रस्तुत किया गया| दिनांक 22 अप्रैल 2025 को विद्यालय के स्काउट और गाइड के विद्यार्थियों ने स्थानीय समुदाय में जाकर जल संरक्षण के महत्त्व को समझाने हेतु जन-जागरूकता अभियान चलाया।
छात्रों ने विद्यालय के आस-पास के इलाके में जाकर लोगों को जागरूक किया और जल बचत के छोटे-छोटे उपायों की जानकारी दी। दिनांक 23 से 25 अप्रैल 2025 के बीच विद्यालय में क्षेत्रीय खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस अवसर पर प्रतिभागियों को जल संरक्षण संबंधी ऑडियो-वीडियो दिखाकर प्रेरित किया गया। साथ ही जल बचाने के सरल उपायों की जानकारी दी गई। कक्षा बारहवीं ‘द’ के छात्रों द्वारा प्रार्थना सभा के दौरान जल संरक्षण पर आधारित एक प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस गतिविधि के माध्यम से छात्रों की जल संरक्षण संबंधी जानकारी को मज़बूती मिली।
जल पखवाड़े के अंतर्गत विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया जैसे कक्षा छठीं से आठवीं के छात्रों के लिए नारा लेखन प्रतियोगिता करवाई गयी, जिसमें विद्यार्थियों ने “बूँद-बूँद से सागर बनता है, जल बचाना सबका धर्म बनता है” जैसे रचनात्मक और प्रेरणादायक नारों की रचना की| कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के छात्रों के लिए पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने आकर्षक और संदेशपरक चित्रों के माध्यम से जल संरक्षण के महत्त्व को प्रदर्शित किया। प्राथमिक विभाग के नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा “जल है तो कल है” विषय पर एक शिक्षाप्रद लघु नाटिका प्रस्तुत की गई, जिसने उपस्थित सभी दर्शकों को जल बचाने के लिए प्रेरित किया। बच्चों की सराहनीय प्रस्तुति जल संरक्षण का गहन संदेश छोड़ने में सफल रही l
विद्यालय के प्राचार्य श्री माम चंद जी ने भी इस जल पखवाडे के समापन के अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा :“जल प्रकृति का अमूल्य उपहार है, जिसका संरक्षण हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। यदि हम आज जागरूक नहीं हुए, तो आने वाली पीढ़ियों को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। हमें अपनी जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव लाकर जल की हर बूँद को संजोना होगा।
इस जल पखवाड़ा में छात्रों ने जिस जागरूकता और उत्साह के साथ भाग लिया, वह अत्यंत सराहनीय है। मुझे विश्वास है कि हमारे विद्यार्थी न केवल जल संरक्षण के दूत बनेंगे, बल्कि समाज में भी परिवर्तन की अलख जगाएँगे।” इस प्रकार विभिन्न रचनात्मक, शैक्षिक एवं सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से विद्यालय में “जल पखवाड़ा” का आयोजन अत्यंत उत्साह एवं जोश के साथ संपन्न हुआ।
अब सिटी पार्क में लीजिए साइक्लिंग का आनंद, पार्क में साईकल ट्रैक बनकर हुआ तैयार
-उपाध्यक्ष ने सिटी पार्क सहित प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं की अद्यतन स्थिति का लिया जायजा
आलयम आवसीय परियोजना में सीवर व अन्य जरूरी कार्य 30 जून तक पूर्ण करने के निर्देश
सहस्त्रधारा( नागल) हेलीपैड के ठीक सामने बनकर तैयार हुए सिटी पार्क में अब लोग साइक्लिंग का भी भरपूर आनंद ले सकेंगे। दरअसल, सिटी पार्क में साईकल ट्रैक का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। उपाध्यक्ष महोदय ने जल्द से जल्द इसे आमजन के लिए प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं।
बुधवार को एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी द्वारा प्राधिकरण की विभिन्न गतिमान परियोजनाओं की स्थिति का निरीक्षण किया गया। सिटी पार्क में निरीक्षण के दौरान उन्हें अवगत कराया गया कि पार्क में साइक्लिंग ट्रैक का निर्माण पूरा कर लिया गया है और इसे बहुत जल्द इस्तेमाल हेतु खोला जाएगा। उपाध्यक्ष महोदय ने कहा कि सिटी पार्क प्राधिकरण के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है। यहां पर तमाम सुविधाएं जनहित के मद्देनजर विकसित की गई हैं। सैर सपाटे के साथ ही लोग यहां पर जिम, बच्चों के खेलकूद, पार्क के साथ ही कैंटीन व अब साइकिलिंग का भी आनंद ले सकेंगे।
इसके बाद उपाध्यक्ष महोदय द्वारा मियांवाला में चल रहे पार्क निर्माण कार्य की भी जानकारी ली गई। यहां गन्ना सेन्टर की जमीन पर बनाये जा रहे एक अन्य पार्क का कार्य भी उन्होंने तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ख्याल रखा जाए। डिफेंस कॉलोनी में निर्माणाधीन गौरा देवी वॉटर पार्क के निर्माण कार्यों पर उपाध्यक्ष महोदय द्वारा संतोष प्रकट किया गया।
उपाध्यक्ष महोदय द्वारा इस दौरान, सहस्त्रधारा रोड पर निर्माणाधीन आलयम आवासीय परियोजना के निरीक्षण के दौरान उनके द्वारा यहां चल रहे सीवर इत्यादि कार्यों को 30 जून तक पूरा करने के निर्देश दिए गए। उपाध्यक्ष महोदय ने यहां बन रहे स्टूडियो अपार्टमेंट के निर्माण कार्य में भी तेजी लाने के निर्देश दिए गए और निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ख्याल रखने के लिए कहा।
इस अवसर पर सचिव मोहन सिंह बर्निया, चीफ इंजीनियर एचसी राणा, अधिशासी अभियंता सुनील कुमार आदि उपस्थित रहे।
दून शहर में सफाई व्यवस्था जल्द ठीक होगी: मेयर थपलियाल
देहरादून(आरएनएस)। नगर निगम ने हाल ही सैंतालीस और छब्बीस वार्डों में डोर टू डोर कूड़ा उठान का काम कर रही दो कंपनियों वाटरग्रेस और इकॉन को हटाने का निर्णय लिया है। निगम के स्तर से कुछ बदलाव किए जा रहे हैं। कई वार्डों से नियमित रूप से कूड़ा नहीं उठने की शिकायतें मिल रही हैं। जल्द सफाई व्यवस्था पटरी पर लौटेगी। यह बात मंगलवार को मेयर सौरभ थपलियाल ने निगम में पार्षद कार्यालय के उद्घाटन अवसर पर कही। मेयर ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि कुछ वार्डों में निर्धारित रूटों पर नियमित रूप से सफाई वाहनों का संचालन नहीं किया जा रहा। लोगों ने सीएम पोर्टल, निगम की वेबसाइट और टोल फ्री नंबर के माध्यम से सफाई वाहन नहीं आने की शिकायतें भी दर्ज की हैं। उन्होंने कहा कि निगम के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि सफाई और स्ट्रीट लाइटों से जुड़ी शिकायतों का तत्काल प्रभाव से समाधान करवाएं। उन्होंने कहा कि पार्षदों वह पार्षदों से मिलने के लिए एक घंटे का समय अलग से निर्धारित करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्षदों के सुझावों पर वह अमल करेंगे। मेयर ने कहा कि आज उन्हें मेयर बनने का मौका मिला है, कल किसी और को मिलेगा। इसलिए हम सभी को मिलकर निगम और जनहित में कार्य करना है। इस दौरान पार्षद महिपाल धीमान, आलोक कुमार, रवि गोसांई, नंदिनी शर्मा, पूजा नेगी, स्वाति डोभाल, अमीता सिंह, दिनेश प्रसाद सती, सतीश कश्यप, रॉबिन त्यागी, योगेश घाघाट, भूपेंद्र कठैत, मोहन बहुगुणा, मंजू कौशिक, संजय सिंघल, अल्पना राणा, विवेक कोठारी, मीनाक्षी नौटियाल, रवि कुमार, अशोक डोबरियाल, रोहन चंदेल, अनीता गर्ग, विमला गौड़, दर्शन लाल बिंजोला, अंजलि सिंघल, आदि पार्षद मौजूद रहे।
श्रद्धालुओं की सुखद यात्रा और सकुशल वापसी हमारी प्राथमिकता: मुख्य सचिव
देहरादून(आरएनएस)। मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने मंगलवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा की तैयारियों के सम्बन्ध में जायजा लिया। उन्होंने सम्बन्धित जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखण्ड आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा को अपनी शीर्ष प्राथमिकता पर रखा जाए। मुख्य सचिव ने बुधवार से शुरू हो रही गंगोत्री धाम एवं यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए जिलाधिकारी उत्तरकाशी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षित, सुखद यात्रा और सकुशल वापसी हमारी जिम्मेदारी है।
मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा मार्गों में आवश्यक सेवाओं जैसे सब्जी, राशन और गैस आदि की आपूर्ति करने वाले वाहनों को प्राथमिकता दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या के लिए कमिश्नर और आईजी सिंगल कॉन्टैक्ट पॉइन्ट होंगे। उन्होंने चारधाम एवं यात्रा मार्गों पर ओवर रेटिंग पर भी निगरानी रखे जाने के निर्देश दिए। इसके लिए निगरानी तंत्र को बढ़ाया जाए।
मुख्य सचिव ने चारों धामों में स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी के लिए सचिव स्वास्थ्य से अद्यतन जानकारी लेते हुए केदारनाथ में नवनिर्मित अस्पताल को शीघ्र शुरू किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से अधिक से अधिक यात्रियों के स्वास्थ्य परीक्षण पर फोकस किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां पर श्रद्धालु वाहनों से उतरते हैं, वहां पर स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने के लिए रिकॉर्डेड जागरूकता संदेश लगातार चलाया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग स्वास्थ्य परीक्षण कराएं। ऐसे स्थलों में होमगार्ड एवं पीआरडी जवानों की संख्या भी अधिक रखी जाए। मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा मार्ग पर सड़कों की स्थिति की भी जानकारी ली।
जिलाधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं को सर्वाेच्च प्राथमिकता देते यात्रा मार्ग पर शौचालय, पार्किंग और यातायात प्रबंधन को सुदृढ़ किया गया है। चारधाम यात्रा 2025 के सुगम, सुरक्षित और सफलतापूर्वक संचालन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारी की गई है। यात्रियों की बढ़ती संख्या और वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए प्रमुख मार्गों को सुगम और सुरक्षित बनाने का प्रयास किया गया है। जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग डॉ. सौरभ गहरवार एवं जिलाधिकारी चमोली डॉ. संदीप तिवारी ने भी चारधाम यात्रा की तैयारियों की जानकारी दी।
इस अवसर पर एडीजी डॉ. वी. मुरूगेशन, सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, अपर सचिव श्रीमती रीना जोशी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
साफ-सफाई का काम करने वाली युवती की जहर खाने से मौत, आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज
देहरादून, सहस्त्रधारा रोड एकता विहार निवासी अनिल कक्कड़ के घर पर साफ सफाई का काम करने वाली एक युवती की जहर खाने से मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने अनिल कक्कड़ के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार 28 अप्रैल को थाना रायपुर को डेथ मेमो के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि सहस्त्र धारा रोड स्थित झुग्गी झोपड़ी में रहने वाली एक 16 वर्षीय युवती, जो मूल रूप से सीतामढ़ी, बिहार की रहने वाली थी।
पुलिस ने बताया उसने दिनांक 26/04/2025 को विषैला पदार्थ खा लिया था, जिसे उसके भाई द्वारा उपचार हेतु कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां दिनांक 27/04/2025 की रात्रि में उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
पुलिस के मुताबिक उक्त सूचना पर थाना रायपुर से पुलिस बल मौके पर पहुंचा तथा मृतका के पंचायत नामा व पोस्टमार्टम की कार्रवाई करवाई गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट न होने पर डॉक्टर द्वारा मृतका का बिसरा प्रिजर्व किया गया है।
पुलिस के अनुसार उक्त घटना के संबंध में मृतका के परिजनों द्वारा अनिल कक्कड़ निवासी एकता बिहार सहस्त्रधारा रोड, जिसके घर पर मृतका पूर्व में साफ सफाई का कार्य करती थी, के विरुद्ध थाना रायपुर पर प्रार्थना पत्र दिया गया है, जिस पर संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है।
अभियोग में घटना के सभी पहलुओं की गहनता से विवेचना कर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
चारधाम यात्रा में न लगे जाम, इसके लिए प्रभावी यातायात व्यवस्था बनाने हेतु अधीनस्थों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
हरिद्वार (कुलभूषण ) पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड दीपक सेठ द्वारा आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों का जायज़ा लेने हेतु हरिद्वार का दौरा किया गया। उक्त भ्रमण के दौरान डीजीपी महोदय द्वारा सर्वप्रथम सिडकुल क्षेत्रांतर्गत पहुँच कर विधिपूर्वक पूजा पाठ कर प्रस्तावित सिडकुल थाने का शिलान्यास किया गया।
महोदय द्वारा चारधाम यात्रा 2025 को सकुशल संपन्न कराने हेतु की गई तैयारियों का जायज़ा लेने हेतु स्थलीय निरीक्षण करने यात्री रजिस्ट्रेशन केंद्र ऋषिकुल मैदान पर जाकर यात्रियों से बात करते हुए उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली गई साथ ही वहां पर ड्यूटी पर नियुक्त पुलिस कर्मियों को ब्रीफ भी किया गया उनकी ड्यूटियों के बारे में जानकारी भी ली गयी तथा उनसे यात्रियों से शालिनतापूर्वक व्यवहार करने हेतु प्रेरित किया गया। तत्पश्चात चमगादढ़ टापू में बनाये गये यात्री विश्राम गृह एंव पार्किंग का निरीक्षण किया गया उक्त स्थान पर सुरक्षा एंव खानपान की उचित व्यवस्था हेतु अधिकारियों को प्रशासन से आवश्यक समन्वय बनाने हेतु निर्देशित किया गया क्योंकि किसी भी भीड में वर्दी वाला दिखाई देता है और जनता की अपेक्षा भी उससे ही रहती है जिससे की हमें हर विभाग से समन्वय बनाते हुए उक्त स्थानों पर आवश्यकतानुसार सभी व्यवस्थाएं पूर्ण करनी आवश्यक होगी।
तत्पश्चात महोदय द्वारा सीसीआर स्थित सभागार में आइजी गढ़वाल राजीव स्वरूप, एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल एंव जनपद के समस्त राजपत्रित अधिकारियों व सिटी क्षेत्र के समस्त थानाध्यक्ष के साथ आगामी चारधाम यात्रा की सुरक्षा व्यवस्थाओं हेतु तैयार की गई कार्ययोजना को परखने हेतु बैठक आयोजित की गई,
आयोजित बैठक में सर्वप्रथम एसएसपी हरिद्वार द्वारा सरल एवं सुगम चारधाम यात्रा हेतु अब तक की गई तैयारियों के संबंध में ड़ीजीपी महोदय को विस्तृत जानकारी दी गई।
इस दौरान ड़ीजीपी महोदय द्वारा अपने लंबे अनुभव के आधार पर हरिद्वार को चारधाम यात्रा का मुख्य द्वार बताते हुए सुगम यात्रा हेतु हरिद्वार पुलिस के मैनेजमेंट को महत्वपूर्ण बताते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। हरिद्वार से ही हर यात्रि चारधाम के लिये अपनी पूरी तैयारी के साथ प्रस्थान करता है हमारा उद्देश्य यात्रा को सुगम बनाना है जिसके लिए कई स्तर पर कई सारे नंबर उपलब्ध कराए गए हैं जिनकी जानकारी सभी पुलिस कर्मियों को होनी चाहिए। आवश्यकता पड़ने पर यात्रियों को उक्त महत्वपूर्ण नम्बर भी उपलब्ध कराये जाये।
प्रशासन द्वारा यात्रियों के पंजीकरण के लिए अलग-अलग केंद्र बनाए गए हैं जहाँ पर सुरक्षा हेतु पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात रहेगा जो समय- समय पर पंजीकरण केंद्रों की स्थिति से कंट्रोल रूम को अवगत कराएगा।
आकस्मिकता की स्थिति को देखते हुए समय-समय पर प्रभावी यातायात प्लान जारी किया जाएगा जिसकी जानकारी समन्धित जनपदों को होनी भी आवश्यक है जिससे की सम्बन्धित जनपद भी अपनी यहां की व्यवस्था भी बनायेगा। किसी भी अधिकारी या चारधाम कन्ट्रोल रुम में किसी भी प्रकार से यात्रियों की कॉल आती है तो उसका रेस्पॉन एवं उसका जवाब अवश्य उसको दिया जाए जिससे कि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।
जनपद में बनाये गये पर्यटन पुलिस केंद्र पर जो कर्मी नियुक्त है वह लाउड स्पीकर के माध्यम से यात्रियों को जानकारी प्रदान करते रहेंगे केवल बेठकर वहां पर टाइमपास न करें हम व्यवस्था बनाने के लिए है वह दूसरे को दिखनी भी चाहिए। जिन-जिन जनपदों में में चार धाम यात्रा चल रही है वहां के कंट्रोल रूम लगातार आपस में संपर्क करेंगे।
प्रत्येक जानकारी आईजी गढ़वाल कंट्रोल रूम को होना अनावश्यक है।
चार धाम यात्रा के जनपद नोडल अधिकारी आपस में संपर्क में रहेंगे किसी भी प्रकार का यातायात दबाव बढ़ता है तो सभी जनपद एक्टिव हो जाएंगे और उसी के अनुरुप यातायात प्लान जारी कर फोर्स को ड़िप्लोय करेंगे।
चारधाम यात्रा को लेकर सोशल मीडिया पर चलने वाली भ्रामक खबरों का जल्द से जल्द सही जानकारी कर सही खंडन किया जाए जिससे की छोटी से छोटी घटना बड़ा रुप लेने से बच सके जिस हेतु हमारी सोशल मीड़िया मॉनट्रिग सैल एक्टिव होनी चाहिए, एक कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक सभी की ज़िम्मेदारी को महत्वपूर्ण बताते हुए कंधे से कंधा मिलाकर यात्रा को सफल बनाने में सभी का योगदान बहुत जरुरी है हम मिलकर ही सभी चुनौतियों का सामना कर सकते है ।
सभी अधिकारी फोर्स का सही प्रकार से यूटीलाइज करें उसके अनुभव के अनुसार उन्हें सही प्वांइट पर नियुक्त किया जाये हमें गर्मी बरसात में भी काम करना होगा इसलिए हमें अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना है सभी अधिकारी फोर्स का मोटिवेशन करें उनकी समस्याओं का भी समाधान करें वह अपनी जिम्मेदारियों का जोश के साथ अवश्य निर्वहन करेगा।
मीटिंग के उपरान्त डीजीपी महोदय द्वारा कन्ट्रोल रुम का भ्रमण करते हुए सीसीटीवी केमरों के माध्यम से पूरी जनपद का जायजा लिया गया जिन स्थानों पर कुछ कमियां दिख रही थी उक्त के समाधान हेतु अधिनस्थ अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
कलयुग में श्री मदभागवत कथा से बढ़कर कोई अन्य पुराण नही -श्री महंत विष्णु दास महाराज
हरिद्वार ( कुलभूषण )। बीसवें गुरु स्मृति महोत्सव की पावन बेला पर श्रीमद् भागवत ज्ञान सप्ताह ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ मंगलवार को कलश यात्रा के साथ हुआ। श्री गुरु सेवक निवास उछाली आश्रम में आयोजित इस भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ में कथा व्यास आचार्य श्री रविशंकर जी महाराज नैमिषारण्य यू पीश् के द्वारा श्रद्धालुओं को कथा श्रवण कराएंगे।इससे पूर्व मंगलवार को पोथी के साथ कलश यात्रा निकाली गयी, जो आश्रम से प्रारंभ होकर श्रवणनाथ नगर में भ्रमण उपरान्त बिड़ला घाट पहुंची, जहां गंगा जी की पूजा अर्चना के बाद बड़ी संख्या में महिलाओं ने कलश लेकर व्यास पीठ पहुंच कर भी पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर श्री महंत विष्णु दास महाराज ने श्रीमद भागवत कथा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कलयुग में श्री मदभागवत कथा से बढ़कर कोई अन्य पुराण नही है। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा जीवन में शान्ति प्रदान करती हैं। संतो के सानिध्य में भागवत का श्रवण व उसमें दिखाये मार्ग का अनुसरण कर जीवन को सफल बनायें। उन्होंने कहा कि सद्गुरु द्वारा दी गई शिक्षा व बताये गये मार्ग पर चलते हुए सेवा की परम्परा को आगे बढ़ा रहे है।सनातन संस्कृति की नींव को मजबूत करने में योगदान दे। इस मौके पर बाबा हठ योगी ने कहा कि कलयुग में दैविक दैहिक भौतिक ताप के अलावा चौथा विन्दु भी जीवन में होना चाहिए और वो है आध्यात्मिक ज्ञान जो कि सबसे सटीक भागवत कथा से मिलती हैं।उन्होंने सभी से आह्वान किया कि अपने धन का एक हिस्सा धर्म के कार्यों में अवश्य करें। इस मौके पर दुर्गा दास, महन्त चिदविलासानंद जी महाराज,महंत प्रहलाद दास,महंत सूरज दास,महंत प्रमोद दास,महंत गंगानंद ,महत ज्योतिमया नंद, महन्त प्रेम दास ,महंत रंतिदेव शास्त्री सहित बड़ी संख्या में कई वरिष्ठ संत मौजूद रहे। वही भागवत ज्ञान यज्ञ के पहले दिन का कथाव्यास द्वारा श्रद्धालु श्रोताओं को कथा का रस पान कराया। उछाली आश्रम परमाध्यक्ष श्री महंत विष्णु दास जी महाराज के संयोजन में आयोजित कथा ज्ञान सप्ताह यज्ञ में बॉबी खन्ना,गिरीष नागपाल,ब्रजमोहन सेठ,नितिन सैठ,गिरीष खन्ना,बॉबी नागपाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।