देहरादून, उत्तराखण्ड़ में बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा, रविवार की रातभर चली बारिश ने राज्यभर में आफत का मंजर पैदा कर दिया, वहीं लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से पहाड़ों में भूस्खलन और मलबा आने का सिलसिला अभी भी जारी है। कुमाऊं मंडल में भी बारिश ने अपर कहर बरफाया यहां इस कारण नैनीताल जिले में दो स्टेट, एक जिला सहित 14 ग्रामीण मार्ग बंद हो गए हैं। वहीं भीमताल ब्लॉक के पांच गांवों में बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई है।
प्रदेश के कई जिलों से भूस्खलन की खबरों के बीच रविवार रातभर हुई बारिश के कारण देहरादून में भी नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। बारिश ने उत्तराखंड में जान-माल को काफी नुकसान पहुंचाया है।
सुबह मालदेवता के पास स्थित कुमाल्दा क्षेत्र में दून डिफेन्स एकेडमी का पांच मंजिला भवन गिर गया। भवन खाली होने के कारण जन-मानस को कोई नुक्सान नहीं पहुंचा है। एसओ रायपुर, कुंदनराम ने बताया कि रात में ही इसे खाली करवा लिया गया था। पुलिस लगातार वहां गश्त कर रही है। इस क्षेत्र में रिजॉर्ट में नदी का पानी घुस गया।
वहीं, मूसलाधार बारिश के कारण गरुड़चट्टी में एक परिवार के मलबे की चपेट में आने की सूचना है। सूचना मिलने पर कमानडेंट एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा खुद मौके पर पहुंचे और सर्चिंग कार्य शुरू करवाया। उन्होंने बताया कि यहां करीब छह लोगों के फंसे होने की सूचना है।
देर रात हुई तेज बारिश के चलते माल देवता क्षेत्र में एक रिजॉर्ट में पानी घुस गया। यहां पानी के साथ आए मलबे में एक कार डूब गई। वहीं, मालदेवता में नदी भी उफान पर है। उधर, सौंग नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। एक बार फिर सौडा सरौली गांव में बने पुल की अप्रोच रोड को खतरा पैदा हो गया है। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। पुलिस शहर में तटीय इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने में जुटी है। कैंट, प्रेमनगर, पटेलनगर पुलिस क्षेत्र की नदियों और नालों के तटीय इलाकों में सचेत कर रही है।
ऋषिकेश में सीमा डेंटल विस्थापित क्षेत्र आमबाग में बारिश के बाद मकान जलमग्न हो गए। एसडीआरएफ को मकानों में कुछ लोगों के फंसे होने की सूचना मिली। इस पर टीम ने राफ्ट की सहायता से वहां फंसे 20 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला।
चमोली में नदियां और गाड़-गधेरे उफान पर :
उधर चमोली जनपद में रविवार रात से भारी बारिश हो रही है। क्षेत्र के थराली, नंदानगर और पीपलकोटी में नदियां और गाड़-गधेरे उफान पर हैं। सबसे अधिक नुकसान थराली झेल रहा है। यहां थराली गांव और केरा गांव में कई मकान व गौशालाएं मलबे में दब गईं। कई जगह छोटे पुलों को भी नुकसान हुआ है।
कर्णप्रायग में अलकनंदा और पिंडर नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। पिंडर नदी का जलस्तर बढ़ने से लोगों में दहशत फैल गई है और वो लोग रात घरों के बाहर बीता रहे हैं। चमोली पुलिस ने नदी किनारे रहने वाले थराली, नारायणबगड़, कर्णप्रयाग और उससे नीचे बसे लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा है। नंदानगर में नंदाकिनी नदी भी उफान पर है प्राणमति नदी भी खतरे के निशान को छू रही है पीपलकोटी में नगर पंचायत पीपलकोटी का कार्यालय व समीप के आवासीय मकान मलबे में दब गए हैं। यहां कई वाहन भी मलबे में दबे हैं।
पीपलकोटी के ही गडोरा गांव में एक आवासीय भवन के दोनों ओर से भू-कटाव होने से मकान असुक्षित हो गया है। नगर पंचायत अध्यक्ष रमेश बंडवाल ने बताया कि मकान को खाली कर परिवार को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया है। भारी बारिश के कारण क्षेत्र में बिजली सप्लाई भी ठप पड़ गई है।
जनपद के पीपलकोटी के गडोरा में बदरीनाथ हाईवे पर भी भारी मात्रा में मलबा आ गया है। मलबे में कुछ गाड़ियां दबी हैं। यहां होटल को भी भू-धंसाव से खतरा उत्पन्न हो गया है। चमोली तहसील के कौंज पोथनी गांव में तीन गौशाला मलबे में दब गई हैं। यहां मवेशी भी मलबे में दबे हैं। बदरीनाथ हाईवे कई जगहों पर मलबा और बोल्डर आने से अवरुद्ध हो गया है। गडोरा और जोशीमठ के समीप मारवाड़ी में हाईवे अवरुद्ध है। बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर जा रहे तीर्थयात्री भी जगह-जगह फंसे हैं। छिनका और नंदप्रयाग में भी हाईवे मलबा आने से अवरुद्ध हो गया है।
आपदा क्षेत्रों का कैबिनेट मंत्री सुबोध ने किया पैदल निरीक्षण :
दूसरी और देवप्रयाग से ॠषिकेश के बीच कई स्थानों पर मलवा आने के कारण हाईवे बंद रहा , इस दौरान सिर्फ छोटे वाहन ही चल पाये, वहीं कोटद्वार में भी कुदरत के कहर के बीच मूसलाधार बारिश लगातार जारी रही और स्थानीय लोगों की रात खौफ में गुजरी | टिहरी के मुनिकीरेती-ढालवाला क्षेत्रान्तर्गत आपदा से प्रभावित हुए क्षेत्रों का कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने पैदल निरीक्षण किया। उन्होंने आला अधिकारियों को आपदा प्रभावित क्षेत्रों में शीघ्र ही तटबंध एवं पुश्ता निर्माण के निर्देश दिए। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल विभिन्न विभागों के आला अधिकारियों के संग नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला क्षेत्र में पहुंचे। यहां उन्होंने ढालवाला वार्ड 11 में आपदा से प्रभावित हु ए क्षेत्रों का निरीक्षण किया एवं इसके बाद पैदल ही ढुंगुखाला व भैंसखाला तक निरीक्षण किया। जिसके बाद उन्होंने जिलाधिकारी को फोन माध्यम से शीघ्र ही ढुंगुखाला से पुराना आरटीओ ऑफिस तक तटबंध का निर्माण करने हेतु निर्देशित किया।
इसके बाद कैबिनेट मंत्री ने खाराश्रोत में बीते दिनों जहां से पानी का सैलाब फूट पड़ा था, वहां का भी निरीक्षण किया। उन्होंने उपजिलाधिकारी देवेंद्र सिंह नेगी को शीघ्र ही यहां पर पुश्ते के निर्माण एवं नाले को शिफ्ट करने हेतु निर्देशित किया। ॠषिकेश में गंगा का जलस्तर बढ़ने से हुये जलभराव से जलमग्न हुये इलाकों में डीआईजी/एसएसपी देहरादून दिलीप सिंह कुंवर ने रेस्क्यू अभियान चलाया, सबसे ज्यादा प्रभावित हुये इलाके चंदेश्वर नगर में राफ्ट के माध्यम से 25 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया |
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