Wednesday, November 27, 2024
HomeStatesUttarakhandहर चुनौती का सामना करने के लिए प्रशासन को अलर्ट मोड पर...

हर चुनौती का सामना करने के लिए प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा जाय : मुख्यमंत्री

देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय स्थित आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम से प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि की जानकारी ली। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से फोन पर वार्ता कर निर्देश दिए कि हर चुनौती का सामना करने के लिए प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा जाय। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी आपदा की स्थिति में लोगों को शीघ्र राहत मिले, इसके लिए पूरी तैयारी रखी जाए। जनपदों में खाद्य सामग्री, आवश्यक दवाइयों एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पूरी व्यवस्था रखी जाए। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वर्षा के कारण सड़क, विद्युत, पेयजल व्यवस्थाएं बाधित होने की दशा में, सभी व्यवस्थाएं संबंधित विभागों से तत्काल सुचारू की जाय।

मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन को निर्देश दिए कि लक्सर, खानपुर एवं प्रदेश के अन्य ऐसे स्थानों जहां पर कम बरसात के बावजूद भी जलभराव की समस्याएं आ रही हैं, ऐसे स्थानों के लिए ड्रेनेज की उचित व्यवस्था हो, इसके लिए दीर्घकालिक प्लान बनाया जाय। सभी जिलाधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए रखने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं, ताकि जनपदों में कुछ भी आवश्यकता पड़ने पर शीघ्र उपलब्ध कराई जा सके। मुख्यमंत्री ने सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ द्वारा तैनात की गई फोर्स के बारे में भी जानकारी ली।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा, अपर सचिव श्री सविन बंसल, एसीईओ आपदा प्रबंधन रिद्धिम अग्रवाल एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

 

आपदाकाल में राजनैतिक यात्राएं, कांग्रेस की संवेदनहीनता : भट्ट

देहरादून, भाजपा ने कांग्रेस की स्वाभिमान यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि आपदा मे जरूरतमंदों को सहयोग के बजाय राजनैतिक यात्रा दुर्भाग्यपूर्ण है। वरिष्ठ नेता हरदा बाढ़ की गंभीरता के साथ स्वांग रचते हैं और पार्टी आपदा के बीच गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाती है।

प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश की सवा करोड़ जनता न तो कांग्रेस नेताओं और न ही उनकी राजनैतिक यात्राओं को गंभीरता से ले रही है। उन्होंने कहा कि गलतफहमी में नही रहना चाहिए, क्योंकि राहुल के आने से डरने की जरूरत तो सबसे अधिक कांग्रेस को ही है। कांग्रेस के
युवराज पहले भी कई बार राज्य में आए है । 2017 और 2022 विधानसभा चुनावों एवं 2014 व 2019 लोकसभा चुनावों के परिणाम सबके सामने हैं । उनके साथ अब तक कांग्रेस के अनुभव यही बताते हैं कि वे जब भी आते हैं फायदा भाजपा को ही होता है ।

श्री भट्ट ने कांग्रेस पर गैर जिम्मेदाराना राजनीति करने आरोप लगाते हुए कहा कि एक ओर इनके वरिष्ठ नेता पूर्व सीएम हरीश रावत पानी के ऊपर कुर्सी में बैठकर बाढ़ की समस्या पर स्वांग रचते हैं दूसरी ओर उनकी पार्टी इस आपदा काल में राजनैतिक यात्राओं को निकलने में जुटी है । इनकी यात्राएं इनके वादों और घोषणाओं की तरह सिर्फ चर्चा में बने रहने की कोशिश से अधिक कुछ नहीं है ।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस साल थोक में आधा दर्जन से अधिक अलग अलग राजनैतिक यात्राओं की घोषणा कर चुकी हैं जिनमे कुछ के तो शुरू होने का और अधिकांश के समापन होने का पता ही नही चला। उस पर जिन मुद्दों को लेकर वे यात्रा की घोषणा करते हैं उन सभी को लेकर प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के साथ खड़ी है । उनमे युवाओं को कठोरतम नकल निरोधक कानून की छाया में पारदर्शी और ईमानदार भर्ती प्रक्रिया से नौकरी देने की बात हो, दुखद अंकिता समेत तमाम प्रकरणों में हुई सख्त कानूनी कार्यवाही, सख्त धर्मांतरण कानून से देवभूमि की डेमोग्राफी बदलने की साजिश करने वालों को विफल करने, जनभावना के अनुरूप यूसीसी लाने अथवा अग्निवीर योजना से प्रदेश के युवाओं को मिल रहे रोजगार के चौगुना अवसर की बात हो भाजपा जन सरोकारों के मुद्दों पर आगे बढ़ रही है।

 

महाजनसंपर्क अभियान सफल और उत्साहजनक, 95 प्रतिशत लक्ष्य हासिल : चौहान

देहरादून, भाजपा ने महा जनसंपर्क अभियान को सफल बताते हुए कहा कि तय योजना के तहत 95 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य को हासिल किया गया है जो कि उत्साहजनक रहे।

मीडिया प्रभारी श्री मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि अतिविशिष्ठ लोगों से संपर्क, मिस्ड कॉल, लाभार्थी सम्मेलन समेत सभी प्रमुख कार्यक्रमों के लिए तय लक्ष्य को 95 फीसदी से अधिक पूरा किया गया।

चौहान ने अभियान के क्रियानवयन की विस्तृत जानकारी साझा की करते हुए कहा कि लोकसभा स्तर पर हुए अति विशिष्ठ लोगों से संपर्क कार्यक्रम के लक्ष्य 5000 के मुकाबले 4657 (93 फीसदी) लोगों से संपर्क किया गया । इस कार्यक्रम के तहत सबसे अधिक संपर्क करने वालों में नैनीताल, अल्मोड़ा और हरिद्वार लोकसभा क्रमश पहले तीन स्थानों पर रहे । इसी तरह घर घर संपर्क के तहत मिस्ड कॉल को देखा जाए तो उत्तराखंड ने सामूहिक रूप से कुल 6 लाख से अधिक ( 6,29,764) मिस्ड कॉल करवाई गई। इसके अतिरिक्त विधानसभा स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों मे लाभार्थी सम्मेलनों में 47,401 लाभार्थियों ने शिरकत की, साथ ही 29,565 वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ संवाद बैठक की गई, संयुक्त मोर्चा सम्मेलनों में 20,225 कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग लिया ।

श्री चौहान ने बताया कि अन्य 1,671 कार्यक्रमों एवं बूथ लेबल पर योग दिवस पर 547 और घर घर संपर्क के 7,322 कार्यक्रम संपन्न हुए । इस तरह इन 9743 कार्यक्रमों में कुल 97,191 लोगों ने अपनी सहभागिता दी । लाभार्थी सम्मेलनों में संख्या की दृष्टि से मंगलोर, राजपुर रोड और मसूरी विधानसभा क्रमश पहले तीन स्थानों पर रहे । वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से संवाद मे संख्या की दृष्टि से चकराता और केदारनाथ विधानसभा पहले दूसरे स्थान पर रही । संयुक्त मोर्चा सम्मेलन को लेकर रुड़की और बाजपुर विधानसभा पहले दूसरे स्थान पर रही । इसी प्रकार से संपर्क से समर्थन के कुल 5421 कार्यक्रमों में 15,238 लोगों से संपर्क किया गया जिसमें हरिद्वार, अल्मोड़ा और टिहरी लोकसभा क्रमश पहले तीन स्थानों पर रही । जनसभाओं की चर्चा की जाए तो उनकी संख्या छोटी बड़ी मिलाकर कुल 299 रही । इसी तरह कुल 5 बड़ी पत्रकार वार्ताए, 5 सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर मीट और 161 विकास तीर्थ कार्यक्रम का भी आयोजन सफलतापूर्वक किया गया । इसके अतिरिक्त 5 व्यापारी सम्मेलन में शामिल 2885 संख्या के आधार पर टिहरी लोकसभा प्रथम एवम हरिद्वार दूसरे स्थान पर रही । इसके अतिरिक्त 5 प्रबुद्ध सम्मेलनों में 1844 अपेक्षित लोगों से प्रतिभाग लिया और सफलता की दृष्टि से गढ़वाल, उधम सिंह नगर एवम हरिद्वार सबसे ऊपर रहे ।

श्री चौहान ने बताया आंकड़ेवार अभियान की सफलता दर्शाती है कि भाजपा का प्रदेश संगठन महाजनसंपर्क के माध्यम से जन जन तक मोदी सरकार की 9 वर्ष और धामी सरकार की दो वर्ष की उपलब्धियों को पहुंचाने में सफल रहा है ।

 

 

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments