ॠषिकेश, कांवड़ यात्रा के दौरान काफी श्रद्धालु नीलकंठ महादेव के दर्शन को पहुँच रहे है और सावन में दूसरे चरण में कांवड़ियों का जत्था भी भारी संख्या में नीलकंठ पहुँच चुका है। इस दौरान इसी भीड़ में अपने परिजनों संग नीलकंठ आयी एक छः माह की बच्ची अपने परिजनों से बिछुड़ गयी, जिसको कांवड़ ड्यूटी में तैनात पुलिस के जवान द्वारा सकुशल नीलकंठ पुलिस चौकी को सुपुर्द किया गया।
पुलिस मुख्यालय से कांवड़ ड्यूटी पर नीलकंठ में तैनात किए गए कांस्टेबल विकास कुमार आज बुधवार को नीलकंठ में दुकान नंबर 41 के पास कांवड़ व्यवस्था संभाल रहे थे। जिस दौरान उन्हें एक छः माह की बच्ची दिखाई दी, जो बहुत रो रही थी। उक्त जवान विकास कुमार द्वारा तुरंत उस बच्ची को भीड़ के पास से सकुशल उठाया, संभवतः भारी भीड़ के चलते उसके परिजनों से वह बिछुड़ गयी थी। जिसके बाद उनके द्वारा तुरंत उस बच्ची को सकुशल पास ही में स्थित नीलकंठ पुलिस चौकी में सुपुर्द किया बाद में उक्त बच्ची के चाचा उसे लेने चौकी पहुंच गए है।
देश भ्रमण पर निकली साईकल राईडर आशा का जिलाधिकारी सोनिका ने बढ़ाया हौसला
देहरादून, जिलाधिकारी सोनिका ने कलैक्ट्रेट स्थित कार्यालय में देश भ्रमण पर निकली साईकल राईडर आशा मालवीय से मुलाकात की।
जिलाधिकारी ने देश भ्रमण पर आशा मालवीय को जनपद देहरादून की ओर शॉल एवं प्रशस्ति पत्र के साथ स्मृति चिन्ह देकर हौसला बढ़ाया, जिलाधिकारी ने मालवीय एकल महिला साईकिल यात्री की इस महिला सशक्तीकरण की पहल को सरहाते हुए कहा कि उनकी यात्रा महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने का संदेश देती हैं तथा महिलाओं को हार न मानने के लिए जागरूक कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि यदि मन में जज्बा हो तो कुछ भी असंभव नही है इस बात को चरितार्थ कर रही है। उनका यह कार्य बालिकाओं/महिलाओं को अपने-अपने क्षेत्र में आगे बढने के लिए प्रेरित करेगा।
ग्राम नाटाराम जनपद राजगढ मध्यप्रदेश निवासी आशा मालवीय द्वारा सम्पूर्ण भारत की (एकल महिला) साइकिल यात्रा करके महिला सुरक्षा और महिला सशक्तीकरण विषय पर देशवासियों को जागरूक किया जा रहा है।
मालवीय विगत 01 नवम्बर, 2022 को अपने राज्य मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर भोपाल से साइकिल यात्रा प्रारम्भ करते हुए इन्होंने 23 राज्यों से होते हुए 19750 किमी. से ज्यादा दूरी तय करके उत्तराखण्ड मे 24वें राज्य के रूप में साइकिल यात्रा पर हैं।
मालवीय द्वारा देश भ्रमण के दौरान 28 राज्यों की कुल 25,000 किमी की साइकिल यात्रा पूरी करके देश की राजधानी दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त, 2023 को अभियान का समापन करने का लक्ष्य रखा गया है।
आशा मालवीय एक निर्धन परिवार से हैं, जिनके पिता नही है, फिर भी उन्होंने अपने जज्बे को कम नही होने दिया।
मालवीय ने अब तक विभिन्न राज्यों 17 मुख्यमंत्री, 17 राज्यपाल से मुलाकात की तथा अबतक लगभग 1 हजार आईएएस तथा 1 हजार आईपीएस अधिकारियों के साथ ही 15 राज्यों के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक से मुलाकात कर चुकी हैं।
मालवीय ने बताया कि वे अब तक महिला सुरक्षा एवं सशक्तीकरण के 300 से अधिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग कर चुकी है।
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