(देवेंन्द्र चमोली)
अगस्त्यमुनी/रुद्रप्रयाग- केदार घाटी के अगस्त्यमुनी में विश्व मंगल की कामना के लिये महायज्ञ व अष्टादस महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। महायज्ञ के दूसरे दिन भारी संख्या में श्रद्वालुओं ने पहुचंकर कथा श्रवण कर पूण्य अर्जित किया। 11 दिनों तक चलने वाले इस धार्मिक अनुष्ठान में अगस्त्यमुनी क्षेत्र के विभिन्न गांवो से लोग बढ़चढ़कर भागीदारी कर ब्यवस्था जुटाने में लगे हुये है।
19 जून से शुरू हुये इस धार्मिक अनुष्ठान के दूसरे दिन आज भारी संख्या में श्रद्वालु कथा श्रवण को पंहुचे। इस अवसर पर कोटेश्वर के महन्त शिवानन्द जी महराज ने वताया कि हिन्दू धर्म सदैव ही विश्व का कल्याण की बात करता है । इसलिये सनातन धर्म श्रेष्ठ है। उन्होने सभी सनातन धर्मावलम्बियों को ऐसे धार्मिक आयोजनों में बढ़ चढ़कर भागीदारी करने का आवाह्न किया। आयोजन समिति के अध्यक्ष धीर सिंह नेगी ने बताया कि इस महा यज्ञ में केदार घाटी ही नहीं अपितु संम्पूर्ण जनपद वासियों का पूर्ण सहयोग मिल रहा है। प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से व्यास पीठ द्वारा पुराणों व भागवत कथा के श्रवण हेतु भारी संख्या में लोग पहुंच रहे है। समिति के सयोजक हर्षबर्थन बैंजवाल व सह संयोजक विक्रम सिंह नेगी ने बताया कि लम्बे समय के बाद महर्षि अगस्त्य की भूमि में इतना बडा धार्मिक अनुष्ठान हो रहा है। उन्होने बताया कि 28 जून को भब्य जलकलश यात्रा व 29 जून को पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ का समापन होगा। इस अवसर पर रमेश बैंजवाल, ललिता प्रसाद भट्, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कुंवर सजवाण, श्री नन्द जमलोकी सहित सैकडो की संख्या में श्रद्वालु उपस्थित थे।
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