‘विजेताओं को तीन लाख रुपये तक के पुरस्कार हुए वितरित,
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने किया टेक-फेस्ट का अवलोकन’
देहरादून, आधुनिक युग में सपनों की उड़ान में अगर बेहतर तकनीक के पंख लगे हों तो कामयाबी मिल ही जाती है| छात्रों के तकनीकी हुनर को उसके लक्ष्य तक पहुंचाने के उद्देश्य से देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में वर्किंग मॉडल्स को प्रदर्शित करते टेक्नो-फेस्ट “नवधारा” का आयोजन किया गया, जिसमें विजेताओं को तीन लाख रुपये तक के पुरस्कार वितरित किये गए| इस मौके पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि चुनौतियां से लड़कर तकनीकी सोच के साथ आगे बढ़ना कामयाबी का मूल मंत्र है|
मंगलवार को मांडूवाला स्थित देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में टेक्नो-फेस्ट “नवधारा” का आयोजन किया गया, जिसमें देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय के अलावा अन्य विश्वविद्यालय और संस्थानों के छात्रों ने हिस्सा लिया| इस दौरान एग्रीकल्चर, फार्मेसी, इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, कंप्यूटर साइंस आदि विभागों से सम्बंधित छात्रों ने विभिन्न वर्किंग मॉडल्स का प्रदर्शन किया| इस दौरान लगभग 50 टीमों ने हिस्सा लिया और अपने हुनर को प्रदर्शित किया| वहीं, इस हुनर को परखने के लिए निर्णायक मंडल में मौजूद थे वैज्ञानिक सुशील कुमार, शोध विशेषज्ञ डॉ. नवनीत कुमार, आईआईटी रुड़की के प्रोफ़ेसर डॉ. इन्द्रदीप सिंह, प्रोडक्शन हेड राकेश कुमार, सीनियर आर्किटेक्ट डॉ. रवि तोमर, जिन्होंने विभिन्न स्टाल्स में जाकर छात्रों के मॉडल्स को जाना और उन्हें परखा| कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि छात्रों के बीच नयी खोज और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए ‘नवधारा’ एक बेहतरीन मंच है, जहां से छात्र चुनौतियों के बीच अपनी तकनीकी सोच को कामयाबी तक पहुंचाने का मूल मंत्र सीखेंगे| वहीं, कार्यक्रम के उदघाटन अवसर पर यूकॉस्ट के महानिदेशक डॉ. दुर्गेश पन्त ने ‘नवधारा’ स्मारिका पुस्तक का विमोचन किया साथ ही छात्रों के तकनीकी हुनर की प्रशंसा की और कहा कि देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी का “नवधारा” मंच छात्रों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा| उन्होंने ‘नवधारा’ में छात्रों के तकनीकी हुनर को जाना और उसकी काफी सराहना की| वहीं, विधायक सहदेव सिंह पुंडीर ने छात्रों द्वारा तैयार वर्किंग मॉडल्स को देखा और उनकी प्रशंसा की साथ ही देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के प्रयास “नवधारा” को छात्रों के लिए काफी उपयोगी बताया|अंत में निर्णायक मंडल की कसौटी पर खरे उतरे छात्रों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्रदान किया गया| विजेताओं सहित सांत्वना पुरस्कार के रूप में तीन लाख रुपये तक के पुरस्कार वितरित किये गए| “नवधारा” का आयोजन कुलाधिपति श्री संजय बंसल और उपकुलाधिपति श्री अमन बंसल की देखरेख में संपन्न हुआ| इस दौरान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ. प्रीति कोठियाल, उपकुलपति डॉ. आरके त्रिपाठी, वरिष्ठ सलाहकार डॉ. एके जायसवाल, रजिस्ट्रार डॉ. पंकज राणा, डीन ऑफ़ एकेडेमिक्स अफेयर्स डॉ. संदीप शर्मा, डीन छात्र कल्याण प्रकोष्ठ प्रोफ़ेसर दिग्विजय सिंह विश्वविद्यालय के शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक अधिकारी सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे|
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