देहरादून, दून में बढ़ती यातायात समस्या से निदान पाने के लिये पुलिस अब सख्ती के मूड में आ गयी, अगर आपने अब यातायात नियम तोड़ा तो केवल चालान भरकर पीछा नहीं छुट पायेगा। पुलिस की ओर से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों को सही से पाठ पढ़ाया जाएगा। जिससे लोग नियमों की गंभीरता को समझें और लगातार आ बढ़ रही शिकायतों को कम किया जा सके। यातायात नियम तोड़ने पर अब चालान भुगतने के साथ ही दो घंटे की फिल्म भी देखनी होगी। सड़क सुरक्षा जागरूकता पर बनी इस फिल्म में सोनू निगम और उदित नारायण ने गाने गाए हैं। शुक्रवार को फिल्म की स्क्रीनिंग की गई। एसपी ट्रैफिक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने इसके लिए सभी राज्यों को निर्देशित किया है। इसके तहत चालान भरकर व्यक्ति को छोड़ा नहीं जा सकेगा। उसे जागरूक भी करना होगा। पहले दो घंटे तक काउंसिलिंग की जाएगी। इसके बाद डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई जाएगी। इसके लिए देहरादून पुलिस ने एक फिल्म बनवाई है। इसकी कहानी दून फिल्म स्कूल के राइटर एवं डायरेक्टर विमल पांडेय ने लिखी है। आरटीओ में यह फिल्म खासतौर पर रैश ड्राइविंग और स्टंट ड्राइविंग करने वालों को दिखाई जाएगी। शुक्रवार को फिल्म स्कूल में रोड सेफ्टी पर आधारित तैयार इस फिल्म की स्क्रीनिंग की गई। फिल्म में सड़क जागरूकता के लिए कई उदाहरण दिए गए हैं, साथ ही गानों के माध्यम से नियमों के उल्लंघन से उनके और दूसरों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव भी बताए गए हैं।
यातायात पुलिस देहरादून ने आम जनता और वाहन चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरुक करने के लिए एक पहल की है। देहरादून के पुलिस अधीक्षक यातायात अक्षय कोंडे की और से आराघर चौक स्थित दून फिल्म स्कूल के फिल्म राइटर और डायरेक्टर विमल पांडेय के साथ समन्वय स्थापित कर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुकता फिल्म तैयार करवायी गयी। तैयार की गयी फिल्म रोड सेफ्टी पर आधारित है। जिसके म्यूजिक डायरेक्टर व्यापक जोशी और मशहुर गायक कुमार सानू और उदित नारायण ने फिल्म में गानों को अपनी आवाज दी है।
पुलिस ने फिल्म के माध्यम से ये जागरुकता अभियान शुरू किया
यह जागरुकता फिल्म मनोरंजन के साथ- साथ सड़क सुरक्षा तथा यातायात नियमों के प्रति जानकारी प्रदान करती है। दून फिल्म स्कूल उत्तराखण्ड का पहला यूनिवर्सिटी एफिलिएटेड फिल्म स्कूल है, जो फिल्म इन्डस्ट्री के किसी भी क्षेत्र में जैसे फिल्म डायरेक्शन, सिनेमा, फोटोग्राफी, एक्टिंग, फिल्म एडिटिंग, साउण्ड रिकार्डिंग एवं साउण्ड डिजाइन और स्क्रिप्ट राइटिंग आदि की सुविधा प्रदान करता है। इस तरह पुलिस ने फिल्म के माध्यम से ये जागरुकता अभियान शुरू किया है।
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