देहरादून, राहुल गांधी के विरुद्ध दमनकारी नीति अपनाने केंद्रीय संस्थाओं का दुरुपयोग को लेकर
गुरुवार को देहरादून समेत पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं ने केंद्र सरकार और केंद्रीय एजेंसियों खिलाफ हल्ला बोला |
दून में घंटाघर के पास बड़ी संख्या में कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की। पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करने और सड़क जाम करने पर 50 से अधिक कांग्रसियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। कांग्रेसी नेताओं राहुल गांधी के विरुद्ध दमनकारी नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया हालांकि सूरत की अदालत से आए निर्णय के बाद हुए इस प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस नेता कुछ नहीं बोले।
प्रदेश मुख्यालय देहरादून में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष चकराता विधायक प्रीतम सिंह, पूर्व काबीना मंत्री नवप्रभात, शूरवीर सिंह सजवाण सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्त्ता सड़क पर उतरे। दिन में करीब 11 बजे बड़ी संख्या में कांग्रेसी राजपुर रोड स्थित स्थित कांग्रेस भवन में एकत्रित हुए। जहां से रैली के रूप में घंटाघर की ओर बढ़े। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को धारा चौकी के पास बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। कांग्रेसियों ने बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने का प्रयास किया।
साथ ही सड़क पर बैठकर कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की। सड़क जाम करने पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। करीब 50 से अधिक कांग्रेसियों ने गिरफ्तारी दी। इन सभी को रिजर्व पुलिस लाइन ले जाकर रिहा कर दिया गया।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भाजपा का कुठाराघात
कार्यकर्त्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार का सबसे बड़ा कुठाराघात है, राहुल गांधी ने जो देश की राजनीति में घटित हो रहा है, उन्हीं बातों पर चर्चा की। हरीश रावत ने कहा कि सूरत में दर्ज मुकदमा पुराना है, लेकिन भारत जोडो यात्रा की अपार सफलता से भयभीत भारतीय जनता पार्टी राजनीतिक बदले की भावना से उत्पीड़न पर उतर आयी है।
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