Thursday, September 19, 2024
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कोरोना के बाद अब बंगाल में एडिनोवायरस का कहर! दो बच्चों की मौत के बाद राज्य में हाई अलर्ट, जानें लक्षण और इलाज सहित पूरी डिटेल

पश्चिम बंगाल में कोरोना महामारी के बाद अब एडिनोवायरस (Adenovirus) ने नई गंभीर चिंता पैदा कर रहा है। राजधानी कोलकाता सहित बंगाल के कई जिलों में एडिनोवायरस का कहर बरप रहा है।
इस सीजन में बुखार, सर्दी और सांस लेने में तकलीफ के कारण रविवार को दो बच्चों की मौत हो गई। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एडेनोवायरस के कारण रविवार को दो बच्चों (एक 6 महीने के लड़के और ढाई साल की एक लड़की) की मौत हो गई। पश्चिम बंगाल में बच्चों में एडेनोवायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले दो महीने से इस वायरस से संक्रमित होकर 11 शिशुओं की मौत हो चुकी है।

हालांकि राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक इस वायरस से पीड़िता बच्चों या मरने वालों की संख्या पर कोई आधिकारिक डेटा जारी नहीं किया है। अधिकारियों ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि इस वायरस के सैंपल कोलकाता के ICMR-NICED में भेजे गए हैं। एडेनोवायरस संक्रमण के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से बच्चों में फ्लू जैसे लक्षणों के बारे में अतिरिक्त सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। ताकि जल्द से जल्द संभावित एडेनोवायरस मामलों की पहचान की जा सके और उनका इलाज किया जा सके।

राज्य में हाई अलर्ट हिंदुस्तान टाइम्स ने बताया कि राज्य भर के मेडिकल कॉलेजों और सभी जिलों के CMO को तैयारियों की जांच करने सहित मेडिकल उपकरणों और इंफ्रास्ट्रक्चर का जायजा लेने का निर्देश दिया गया है। सांस की बीमारी वाले बच्चों के इलाज के लिए भी गाइडलाइंस जारी किए गए हैं। राज्य सरकार ने एक एडवाइजरी जारी कर भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने और मास्क पहनने की अपील की गई है। माता-पिता से अनुरोध किया गया है कि यदि वे बीमार हैं तो बच्चों को स्कूल न भेजें।

एक्सपर्ट के मुताबिक, दो साल से कम उम्र के बच्चे विशेष रूप से इस वायरस से पीड़ित हैं। एक सरकारी अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा कि भले ही वायरस लगभग सभी को प्रभावित कर रहा है, लेकिन दो साल से कम उम्र के बच्चों को ज्यादा खतरा है। इसका प्रमुख कारण मौसम में भारी उतार-चढ़ाव है। एडेनोवायरस क्या है?US सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC)) के अनुसार एडेनोवायरस आमतौर पर हल्की सर्दी या फ्लू जैसी बीमारी की वजह से होते हैं।

यह वायरस सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन बच्चों के लिए यह खतरा सबसे अधिक है। यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, एडेनोवायरस के सामान्य लक्षणों में सामान्य सर्दी, बुखार, गले में खराश, फ्लू जैसी स्थिति, तीव्र ब्रोंकाइटिस, निमोनिया और गुलाबी आंख होना शामिल हैं।
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यह आम तौर पर निकट व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से फैलता है, जैसे कि छूने या हाथ मिलाने से, खांसने या छींकने से या फिर अपने हाथ धोने से पहले अपने मुंह, नाक या आंखों को छूने से फैलता है। एडेनोवायरस संक्रमणों का इलाज किसी एंटीवायरल दवाओं से नहीं किया जा सकता है। इस वायरस को आप घर में रहकर डॉक्टरों की तरफ से जारी गाइडलाइंस को फॉलो कर मात दे सकते हैं।

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