भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ती ब्याज दरों ने पिछले एक साल में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को आकर्षक बना दिया है। ज्यादातर लोग खासकर सीनियर सिटीजन FD में पैसा निवेश कर रहे हैं।
इसका बड़ा कारण है कि FD पर पहले से ज्यादा रिटर्न मिल रहा है। अब अगर एक्सपर्ट की माने तो ब्याज दरों में बढ़ोतरी का दौर अब खत्म होता दिखा रहा है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या अब एफडी में निवेश करने का अच्छा समय है? या एक महीना और इंतजार करना चाहिए?
बैंकों ने मई से लेकर अभी तक बढ़ाया ब्याज मई 2022 से भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 225 आधार अंकों (bps) यानी 2.25 फीसदी की बढ़ोतरी की है। RBI के रेपो रेट बढ़ाने के बाद ज्यादातर सभी बैंकों ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। बैंकों ने एफडी और लोन दोनों की ब्याज दरें बढ़ाई हैं। एफडी पर ब्याज डिपॉजिटर्स की उम्मीदों से ज्यादा बढ़ा है।
बैंक बाजार के डेटा के मुताबिक मई से लेकर अब तक कई बैकों ने एफडी पर ब्याज 130 से 195 बेसिस प्वाइंट यानी 1.30 फीसदी से 1.95 फीसदी तक बढ़ाया है। ये ब्याज एक साल से 3 साल तक एफडी पर निवेशकों को मिल रहा है। ये बैंक FD पर इतना दे रहे हैं ब्याज
ये बैंक FD पर इतना दे रहे हैं ब्याजक्या आगे भी FD पर बढ़ेगा ब्याज अभी तक निवेशकों को ज्यादा ब्याज का फायदा मिला है लेकिन अब अगर एक्सपर्ट की माने तो ब्याज दरों में बढ़ोतरी का स्कोप कम है। कॉरपोरेट ट्रेनर (डेब्ट) जॉयदीप सेन ने कहा कि आगे आरबीआई सिर्फ एक बार और रेपो रेट में बढ़ोतरी कर सकता है।
तब बैंक एफडी के ब्याज में बढ़ोतरी कर सकते हैं। सरकार ने छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज बीते हफ्ते बढ़ाया है। एक साल की एफडी पर दरें 110 आधार अंकों से बढ़कर 6.60 प्रतिशत हो गईं हैं। पांच साल के राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) की दरों में 20 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर 8 प्रतिशत कर दिया गया।
PPF और सुकन्या समृद्धि योजना की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह मौजूदा ब्याज दरों पर अपने पैसे को लॉक करने का एक अच्छा समय है। निवेशकों को क्या करना चाहिए? एक्सपर्ट के मुताबिक लंबी अवधि में एफडी में निवेश करने का यह अच्छा समय है, लेकिन बहुत ज्यादा एफडी में निवेश न करें। अपने शॉर्ट-टर्म इमरजेंसी फंड को अपने बैंक FD में रखें और कॉरपोरेट एफडी में कुछ पैसा लगाएं। ज्यादा रिटर्न के लिए क्रेडिट रिस्क न लें और अपनी क्षमता के मुताबिक ही जोखिम उठाएं।
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