देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना के नए वैरियंट ने दस्तक दे दी है। राज्य में नए वैरियंट का पहला मरीज मिला है। उक्त मरीज 27 दिसंबर को यूएस से लौटा था। एयरपोर्ट पर उसका सैंपल लिया गया था। जिसके बाद उसके नए वैरियंट से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। छात्र को आइसोलेशन में रखा गया है। वह यूएस में पढ़ाई करता है। मंगलवार को छात्र के माता-पिता के सैंपल लिए जाएंगे। हालांकि छात्र और उसके माता-पिता में किसी तरह के कोई लक्षण नहीं है। छात्र ने कोरोना टीके की दोनों डोज ली हैं। उसकी कोविड रिपोर्ट 30 दिसंबर को पॉजिटिव आई थी। सोमवार को जीनोम सिक्वेंसिंग में नए वैरियंट की पुष्टि हुई है।
दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में विशेषज्ञ सुविधाओं में लगातार वृद्धि की जा रही है। इसी क्रम में अब यहां पीडियाट्रिक सर्जन की भी तैनाती कर दी गई है। प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने बताया कि डा. श्रेया तोमर ने पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में ज्वाइन किया गया है। अब यहां पर नवजात शिशु से लेकर बच्चों की सभी तरह की सर्जरी हो पाएगी। डा. श्रेया तोमर एमसीएच पीडियाट्रिक सर्जरी हैं। वह एम्स नई दिल्ली से प्रशिक्षित और काफी अनुभवी हैं। उन्होंने बताया कि वह प्रत्येक मंगलवार और बुधवार को न्यू ओपीडी भवन के प्रथम तल पर सर्जरी विभाग में बैठेंगी।
हाईटेंशन की चपेट में आया हाथी, पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया शव
मोटाहल्दू, सूपी भगवानपुर गांव के गन्ने के खेत में हाईटेंशन जलाइन की चपेट में आकर मरे हाथी के शव को वन विभाग टांडा के जंगल में ले गया है। जहां वन विभाग के पशु चिकित्सक उसका पोस्टमार्टम करेंगे। दूसरी ओर विद्याुत विभाग में खेतों में झेल रही हाईटेंशन लाइन को दुरुस्त करने के लिए एक अन्य पोल लगाकर तारों को उंचा करने का काम शुरू कर दिया है। इस वजह से पूरे इलाके की बिजली काट दी गई है।
विदित रहे कि मंगलवार की सुबह पदमपुर देवलिया पंचायत के अंतरगत आने वाले सूपी भगवानपुर गांव के एक खेत में आज सुुबह ग्रामीणों ने एक हाथी को मरा हुआ देख वन विभाग को मामले की जानकारी दी। हाथी गन्ने के खेत में पड़ा मिला। उसकी सूंड बुरी तरह से झुलसी हुई थी। उसके ठीक उपर लगभग दस फीट की उंचाई पर विद्युत विभाग की हाई टेंशन लाइन झूल रही थी।
सूचना मिलते ही पदमपुर देवलिया के प्रधान रमेश जोशी के साथ दर्जनों ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। वन विभाग की एसडीओ शशि देवी भी मौके पर पहुंची। उनके साथ वन विभाग की टीम है। कुछ देर बाद विद्युत विभाग के जेई पुष्कर सिंह मेहरा भी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने दोनों ही विभाग को को लापरवाही पर घेरा।
ग्रामीणों का कहना था कि यदि वन विभाग सोलर फेंसिंग कर देता तो आज टस्कर की इस तरह मौत न होती। उधर विद्युत विभाग पर हाई टैंशन लाइनों को लापरवाही के साथ खींचने का आरोप लगा। जेई मेहरा का कहना था। कि इस स्थान पर एक पोल लगाकर विद्याुत लाइनों को उंचा किया जाना था लेकिन खेत मालिक के विरोध के कारण पोल नहीं लगाया जा सका। लेकिन अब हादसे के बाद इस तरह का कोई विरोध नहीं दिखा।
जोशीमठ को आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित कर युद्ध स्तर पर हों राहत एवं बचाव कार्य : नेगी
टिहरी, प्रतापनगर विधायक विक्रम सिंह नेगी ने कहा कि जोशीमठ में भू धंसाव से हालात खतरनाक हो गए हैं उन्होंने जोशीमठ में भू धंसाव की वजह से शहर पर मंडरा रहे खतरे पर चिंता व्यक्त की है उन्होंने कहा कि जोशीमठ में घरों पर दरारें पड़ गई है पूरा शहर खतरे की जद में आ गया है ऐसे में शहर वासियों के राहत विस्थापन की कार्यवाही शीघ्र की जानी चाहिए जिससे जान माल की हानी न हो । उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र अति संवेदनशील है जिसे आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित कर सहायता दे दी जानी चाहिए, सरकार को एक अनुभवी लोगों जिसमें पर्यावरण भू गर्भीय वैज्ञानिकों की टीम बनानी चाहिए और इसकी तह में जाना चाहिए और भू धसाव के कारणों का बारीकी से निरीक्षण कर विस्थापन करना चाहिए । साथ ही सर्वदलीय विधायकों की एक कमेटी का गठन कर जोशीमठ भेजा जाए जो जोशीमठ जाकर अपनी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को अवगत कराए जिससे समस्या का समाधान हो सके उन्होंने कहा कि शहर के लोग डरे सहमे हैं ऐसे में सरकार को भरोसा दिलाना होगा और राहत विस्थापन की कार्यवाही करनी होगी।
जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव के चलते अगले महीने औली में होने वाले विंटर गेम्स पर लग सकती है रोक
चमोली, जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव से अगले महीने औली में प्रस्तावित विंटर गेम्स टल सकते हैं। पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे का कहना है विभाग की एक टीम को जोशीमठ भेजा गया है। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद शीतकालीन खेलों पर निर्णय लिया जाएगा। माना जाता है कि हालात देखते हुए इस साल औली में विंटर गेम्स नहीं हो पाएंगे। औली में अगले महीने से प्रस्तावित खेलों के लिए पर्यटन और स्कीइंग फेडरेशन की ओर से तैयारी की जा रही है। दो सेे सात फरवरी तक नेशनल स्कीइंग गेम प्रस्तावित हैं। जबकि सात से नौ फरवरी तक इंटरनेशनल स्कीइंग गेम होने हैं।
जोशीमठ में भू-धंसाव और भूस्खलन को देखते हुए खेलों के आयोजन को लेकर संशय बना है। औली के लिए रोपवे भी बंद हो चुका है। हालांकि विभागीय सचिव सचिन कुर्वे का कहना है कि अभी खेलों के आयोजन की तैयारी जारी है। जोशीमठ आपदा को देखते हुए विभाग की एक टीम जोशीमठ गई है। जो विभाग को अपनी रिपोर्ट देगी, उसी के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।जोशीमठ शहर और आसपास के गांवों में भू-धंसाव की वजह से बिजली आपूर्ति भी खतरे में आ गई है। एक ओर जहां यूपीसीएल के खंभे और लाइनें कभी भी धराशायी हो सकती हैं, वहीं पिटकुल का 66 केवी सब स्टेशन भी शिफ्ट करने की तैयारी शुरू हो गई है।
जोशीमठ नगर पालिका क्षेत्र के चार वार्डों को पूरी तरह से असुरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया है। भू-धंसाव वाले इन इलाकों को जानमाल की सुरक्षा की दृष्टि से पूरी तरह से खाली कराने के आदेश जारी किए गए हैं। यूएसडीएमए के अधिशासी अधिकारी डॉ. पीयूष रौतेला ने बताया कि गांधीनगर वार्ड एक में मंगलू लाल के मकान से रेलवे भवन तक समस्त क्षेत्र और हरीश लाल के घर से गोपाल लाल के घर तक पूरा क्षेत्र शामिल है। इसके अलावा सिंहधार वार्ड चार में माउंट व्यू एवं मलारी इन के नीचे का सिंहधार रोड का समस्त क्षेत्र असुरक्षित घोषित किया गया है।
मनोहर बाग वार्ड पांच में कपरवाड के घर से होते हुए बदरीनाथ हाईवे तक और उतरा पांडे के घर से गोल्डी पंवार के घर तक का समस्त क्षेत्र, सुनील वार्ड सात में सकलानी के घर से नीचे और विश्वेश्वरी पंवार, परेश पंवार के घर के आसपास के पूरे क्षेत्र को असुरक्षित घोषित किया गया है। इन इलाकों को पूरी तरह से खाली कराने के आदेश दिए गए हैं।
इन नंबरों पर करें शिकायत
किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत के लिए जिला प्रशासन की ओर से कंट्रोल रूम जोशीमठ तहसील का नंबर 8171748602 जारी किया गया है। इसके अलावा आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, चमोली के दूरभाष नंबर 01372- 251437,1077 (टोल फ्री) 9068187120 और 7055753124 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
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