अल्मोड़ा, पुलिस ने भोलेभाले लोगों व बुजुर्गों को एटीएम से पैसे निकालने में मदद करने के नाम पर उनके एटीएम की जानकारी हासिल करके उसका क्लोन एटीएम तैयार करने के लाखों रुपये की जालसाजी करने के मुख्य आरोपी शरद मिश्रा को लंबी मशक्कत के बाद दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। वह अपना भेष व नाम बदल कर दिल्ली में ज्वैलरी की दुकान खोले बैठा था। एसएसपी प्रदीप कुमार राय इस समय इस मामले का मीडिया के सामने खुलासा कर रहे हैं।
उन्होंने अब तक हो चुकी पत्रकारवार्ता में बताया कि 2017 में इस गिरोह के खिलाफ कोतवाली अल्मोड़ा में दो मुकदमें दर्ज कराए गए थे। 2018 में पुलिस ने उन पर गैंगस्टर लगा दिया। इस मामले में पुलिस ने नवनीत शुक्ला व राहुल त्रिपाठी नामक दो ठगों को तो घटना के कुछ समय बाद गिरफ्तार कर लिया था लेकिन इस गिरोह का तीसरा शातिर ठग लगातार पुलिस की आखों में धूल झोंक रहा था। स्थायी वारंट जारी होने के बाद पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का ईनाम भी घोषित किया था। इस मामले में गिरोह का दूसरा सदस्य बीस हजार का ईनामी नवनीत शुक्ला व राहुल त्रिपाठी पुलिस के हाथ पहले ही चढ़ चुके थे, काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि शरद इस समय शरद सोनी नाम रखकर ज्वैलरी की दुकान खोल कर बैठा था। पुलिस अब उसे अदालत में पेश करेगी।
ठगी का तरीका
आरोपियों ने अल्मोड़ा में वर्ष 2017 में एटीएम में भोले-भाले लोगों व बुजुर्गो की मदद करने के बहाने उनका एटीएम कार्ड अपने हाथ में लेकर एक छोटी स्क्रीनिंग डिवाइस स्वाईप मशीनों से एटीएम कार्ड चुपके से स्वाईप कर लेते थे, जिससे एटीएम कार्ड का डाटा स्वाईप मशीन में आ जाता था फिर अभियुक्तगण शरद मिश्रा, नवनीत शुक्ला व राहुल त्रिपाठी दिल्ली जाकर एटीएम कार्ड बना कर अलग- अलग एटीएम के क्लोन से करीब 05 लाख रुपये निकाल लिए। वे संगठित होकर समाज में गिरोह बनाकर धोखाधडी कर आर्थिक लाभ अर्जित कर रहे थे।
शरद मूलत: यूपी के गौंडा जिले के कन्नूपुरराजा पास्ट दत्तौली अंधियारी, थाना मनकापुर का रहने वाला है और वर्तमान में सी 239 करावलनगर गली नं0-03 थाना खजूरी खास नई दिल्ली में रह रहा था। पुलिस टीम में प्रभारी डीसीआरबी, अल्मोड़ा इंस्पैक्टर अरुण कुमार,हवलदार कपिल देव कोतवाली अल्मोड़ा, भतरौंजखान थाने के कांस्टेबल संदीप सिंह व एसओंजी के कांस्टेबल यामीन खान शामिल थे।
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