नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के जरिये देश में पहली बार एक दूरदर्शी एवं भविष्योन्मुखी शिक्षा प्रणाली तैयार की जा रही है। उन्होंने पिछली सरकारों पर “गुलाम मानसिकता” के कारण देश के खोए हुए गौरव को वापस पाने के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया। राजकोट में श्री स्वामीनारायण गुरुकुल के अमृत महोत्सव को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए मोदी ने यह भी कहा कि देश में आईआईटी, आईआईएम और मेडिकल कॉलेजों की संख्या 2014 के बाद काफी बढ़ी है।
साल 2014 में मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की पहली सरकार बनी थी। प्रधानमंत्री ने भारत की प्राचीन गुरुकुल प्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि ज्ञान देश में जीवन का सर्वोच्च उद्देश्य रहा है। मोदी ने कहा कि संतों और आध्यात्मिक नेताओं ने शिक्षा के क्षेत्र में देश की खोई हुई महिमा को पुनर्जीवित करने में मदद की। उन्होंने कहा,“आप अच्छी तरह से जानते हैं कि भारत का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने में हमारी मौजूदा शिक्षा नीति और संस्थानों की बड़ी भूमिका है। इसलिए आजादी के इस अमृतकाल में शिक्षा अवसंरचना हो या शिक्षा नीति… हम हर स्तर पर काम कर रहे हैं।”
मोदी ने कहा, “देश में आज आईआईटी, आईआईआईटी, आईआईएम और एम्स जैसे बड़े शिक्षण संस्थानों की संख्या बढ़ रही है। 2014 के बाद मेडिकल कॉलेजों की संख्या में 65 फीसद से ज्यादा की बढ़ोतरी देखी गई है। नयी शिक्षा नीति के माध्यम से देश पहली बार एक ऐसी शिक्षा प्रणाली तैयार कर रहा है, जो दूरदर्शी और भविष्योन्मुखी है।” उन्होंने कहा, ‘‘जब भारत आजाद हुआ तो देश के प्राचीन गौरव व शिक्षा के क्षेत्र में हमारे महान गौरव को पुनर्जीवित करना हमारी जिम्मेदारी थी।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, “लेकिन गुलाम मानसिकता के दबाव में सरकारें उस दिशा में नहीं चलीं और कुछ मामलों में उल्टी दिशा में चली गईं। ऐसे में एक बार फिर हमारे संतों और आचार्यों ने देश के प्रति इस कर्तव्य को निभाने का बीड़ा उठाया है। स्वामीनारायण गुरुकुल इसका जीता जागता उदाहरण है।”मोदी ने कहा कि भारत ने आत्मतत्व से परमात्मा तक, अध्यात्म से आयुर्वेद तक, सामाजिक विज्ञान से सौर विज्ञान तक, गणित से धातु विज्ञान तक, और शून्य से अनंत तक के क्षेत्रों में अनुसंधान करके दुनिया को रास्ता दिखाया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जब विश्व में लैंगिक समानता जैसे शब्द का जन्म नहीं हुआ था तब हमारे यहां गार्गी और मैत्रेयी जैसी विदुषियां शास्त्रार्थ कर रही थीं।’’
उन्होंने कहा, “भारत ने अंधकार से भरे युगों में मानवता को प्रकाश की वो किरणें दीं, जिनसे आधुनिक विश्व और विज्ञान की यात्रा शुरू हुई।” प्रधानमंत्री ने कहा कि उस काल के गुरुकुलों ने गार्गी और मैत्रेयी जैसी महिला विद्वानों को शास्त्रार्थ की अनुमति देकर उनके लिए दुनिया को समझने का मार्ग प्रशस्त किया। मोदी ने कहा कि ज्ञान भारत में जीवन का सर्वोच्च उद्देश्य रहा है, इसलिए जब अन्य देशों की पहचान राज्यों और शाही कुलों के आधार पर की जाती थी, तब भारत को उसके गुरुकुलों की वजह से जाना जाता था।
चीन के बाद अमेरिका में कोरोना के नए वैरिएंट से दहशत
नई दिल्ली, चीन के बाद अमेरिका में कोरोना के नए वैरिएंट से दहशत है। उत्तर पूर्वी अमेरिका में ओमिक्रॉन सब वैरिएंट के एक्सबीबी का कहर देखने को मिल रहा है। उत्तर पूर्वी अमेरिका में एक्सबीबी वैरिएंट में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। यूएस सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने ये दावा किया है। अमेरिका में 18.3 प्रतिशत एक्सबीबी केस मिलने का अनुमान है। एक हफ्ते में एक्सबीबी केस 11.2 % से बढ़कर 18.3 % हो गए हैं। बता दें कि एक्सबीबी कोरोना के ओमिक्रॉन का म्यूटेशन है। सिंगापुर में भी इसी वैरिएंट के केस मिले हैं।
अमेरिका में भी खतरे की घंटी :
चीन के बाद अब अमेरिका में भी खतरे की घंटी बजी है। यहां कोरोना के मामलों में 18.3 फीसदी मामले ओमिक्रॉन सब वैरिएंट एक्सबीबी के हैं। पिछले हफ्ते केवल 11.2 फीसदी मामले ओमिक्रॉन सब वैरिएंट एक्सबीबी के थे। जॉन हॉपकिग्स विश्वविद्यालय के आंकड़ों के अनुसार इस हफ्ते की शुरुआत में अमेरिका में पुष्टि किए गए मामलों की संख्या 10 करोड़ से अधिक हो गई थी। आंकड़ों से पता चला है कि तीन साल पहले महामारी फैलने के बाद से अमेरिका में कोविड मामलों की संख्या बढ़कर 10 करोड़ 2 हजार 248 हो गई थी। जिसमें कुल 10 लाख 88 हजार 218 मौतें हुई थी।
कोरोना का नया वैरिएंट
पुराने लक्षण में :
गले में दर्द
भयंकर खांसी
बदन दर्द
सांस लेने में दिक्कत
नए लक्षण में :
जीभ में जलन
नसों में झनझनाहट
बाल झड़ना
पैरों की ऊंगलियों में सूजन
कितना खतरनाक है :
चीन समेत दुनिया भर में तेजी से वायरल हो रहा BF.7 ओमिक्रोन वेरिएंट BA.5 का ही एक उप-वंश है जिसकी संक्रामक क्षमता दूसरे वेरिएंट्स से अधिक है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो ये वेरिएंट कोविड का टीकाकरण करा चुके लोगों को भी इंफेक्ट कर रहा है। इस वेरिएंट की संक्रामक क्षमता बहुत अधिक है और यह कम समय में ही लोगों को ज्यादा प्रभावित कर दे रहा है।
तुनिशा शर्मा आत्महत्या मामले में पुलिस ने कोएक्टर शीजान को किया गिरफ्तार, एफआईआर भी दर्ज हुई
मुम्बई, टीवी की चर्चित अभिनेत्री तुनिशा शर्मा की मौत का मामला अब चर्चा में आ गया है। पुलिस ने अभिनेत्री को कोएक्टर शीजान मोहम्मद खान को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में शीजान को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने टीवी सीरियल के कोस्टार शीजान मोहम्मद खान तुनिशा की मां ने कई आरोप लगाए हैं, जिसके बाद मुंबई पुलिस ने जांच को मर्डर और आत्महत्या दोनों तरीके से करने का फैसला किया है। पुलिस को अब तक घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
कोस्टार शीजान गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस ने तुनिशा के दोस्त और कोएक्टर शीजान को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। शीजान को अब वसई कोर्ट में पेश किया जाएगा। अभिनेता के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। जीशान की गिरफ्तारी खुदखुशी के लिए उकसाने को लेकर की गई है। बता दें कि वर्ष 2015 में करियर की शुरुआत करने वाली तुनिशा घटना समय सेट पर दोस्त के मेकअप रूम में थी। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराने के लिए अस्पताल में शिफ्ट किया है।
बता दें कि तुनिशा की मां द्वारा कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं जिसके बाद पुलिस आत्महत्या के अलावा मर्डर के एंगल से भी जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक टीवी सीरियल के अन्य स्टाफ और एक्टर्स से भी पुलिस पूछताछ करेगी।
तुनीशा की मां ने लगाए ये आरोप
इस मामले में तुनिशा की मां ने भी कई गंभीर आरोप शीजान पर लगाए है। तुनिशा की मां के मुताबिक उनकी बेटी ने शीजान से परेशान होकर ही आत्महत्या जैसा कदम उठाया है। बता दें कि दोनों टीवी शो अली बाबा में साथ काम करते थे।
मेकअप रूम में मृत मिली अभिनेत्री
बता दें कि टीवी सीरियल के सेट पर जब शीजान अपना शॉट देकर वापस लौटे तो उनके मेकअप रूम का दरवाजा उन्हें अंदर से बंद मिला। दरवाजा बंद होने के कारण उन्होंने आवाज लगाई मगर कोई जवाब नहीं मिला। काफी देर तक इंतजार करने के बाद दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर तुनिशा फांसी के फंदे पर लटक चुकी थी। अभिनेत्री को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई की जयंती आज, समाधि सदैव अटल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत तमाम नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली,भारतीय राजनीति के पुरोधा और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती आज दुनिया भर में मनाई जा रही है। इस मौके पर उनकी समाधि सदैव अटल पर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदैव अटल पर भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत सरकार के सभी बड़े नेता अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि स्थल पर मौजूद है। उनकी दत्त पुत्री भी इस मौके पर पहुंचे और श्रद्धांजलि दी है।
भारतीय राजनीति में 6 दशकों तक पुरजोर दखल रखने वाले अटल बिहारी वाजपेयी ने अपनी दूरदर्शिता और करिश्माई व्यक्ति के कारण देश ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ी है। अटल बिहारी वाजपेयी ने हमेशा राष्ट्रहित को राजनीति से ऊपर रखा है।
पीएम मोदी ने याद किया योगदान :
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री ‘‘भारत रत्न’’ अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होने कहा कि भारत के लिए उनका योगदान अमिट है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि अटल जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। भारत के लिए उनका योगदान अमिट है। उनका नेतृत्व और दृष्टिकोण लाखों लोगों को प्रेरित करता है।
वर्ष 1924 में हुआ था जन्म :
वर्ष 1924 में आज ही के दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म हुआ था। वह भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में एक थे। वह तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। उनका पहला कार्यकाल 1996 में मात्र 13 दिनों का था। इसके बाद, वह 1998 में फिर प्रधानमंत्री बनें और 13 महीने तक इस पद को संभाला। वर्ष 1999 में वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने। वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया।
पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती को किया याद
प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर उन्हें भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मां भारती की महान संतान महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। देश के शिक्षा जगत की समृद्धि के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया, जिसके लिए वे सदैव स्मरणीय रहेंगे।’’ पंडित मदन मोहन मालवीय का जन्म 25 दिसंबर 1861 को प्रयागराज में हुआ था। वर्ष 1909 में उन्होंने कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन की अध्यक्षता की थी। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना में भी उन्होंने अग्रणी भूमिका निभाई। उन्हें वर्ष 2014 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘‘भारत रत्न’’ से नवाजा गया था।
मोदी की मन की बात से हम सबको मिलती है प्रेरणा : गणेश जोशी
देहरादून, प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण, सैनिक कल्याण एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी रविवार को देहरादून के राजपुर रोड विधानसभा के करनपुर मंडल के टैगोर विला बूथ संख्या 48 में बीजेपी नेता किशन लाल आहूजा के घर पहुँचे और पार्टी कार्यकर्ताओं संग प्रधानमंत्री मोदी की मन की बात का 96वा संस्करण सुना।
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम को प्रत्येक देशवासी को सुनना चाहिए। यह हम सबके लिए एक प्रेरणा देने का काम करता है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हमें ऐसी जानकारियां मिलती हैं, जो हमें पहले ज्ञात नहीं होती। विदित हो कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज देशवासियों को क्रिसमश एवं नव वर्ष की शुभकामनाऐं दी। उन्होंने वोकल फोर लोकल के लिए भी पुनः देशवासियों से अनुरोध किया। मार्शल आर्टस की एक विधा का नाम गिनीज बुक में दर्ज होने पर भी उन्होंने बधाई दी। स्वच्छ भारत मिशन के प्रण को दोहराते हुए मोदी ने कहा कि 2014 में प्रारम्भ हुय जनआंदोलन को आज देश का प्रत्येक नागरिक कर्तव्यता के साथ निभा रहा है।
इस अवसर पर नगर निगम देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा, बीजेपी नेता किशन लाल आहूजा, दीपक आहूजा, सुनील सोनकर, अरविंद सेनी, अमित जैन, सुनील अरोड़ा, अमित अरोड़ा, कुमरा, कुंदन सिंह नेगी, राजकुमार खत्री आदि उपस्थित रहे।
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