हरिद्वार (कुलभूषण ) राष्ट्रीय मिर्गी दिवस(एपिलेप्सी) के अवसर पर जिला चिकित्सालय हरिद्वार में गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें एपिलेप्सी के संबंध में इसके लक्षणों एवं उपचार के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। गोष्ठी की अध्यक्षता प्रमुख अधीक्षक डॉ सी पी त्रिपाठी ने की संचालन दिनेश लखेड़ा ने किया।
डॉ संदीप टंडन वरिष्ठ फिजिशियन डॉ रामप्रकाश वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि भारत में प्रतिवर्ष 10 लाख लोग मिर्गी का शिकार होते हैं पूरे विश्व में 50 लाख लोग इस बीमारी का शिकार होते हैं मिर्गी के अनेक प्रकार होते हैं ।
आँखे ऊपर को चढ़ाना,मेंजाइटिस,हेड इंजुरी, हाथ पैर अकड़ना,
कारण मेटाबोलिक,हाइपोग्लेसिमिया,इन्फेक्शन, आदि मिर्गी के दौरे के दौरान मरीज को करवट में लिटाना चाहिए, मुँह खोलने का प्रयास नहीं उसे कुछ भी खिलाना पिलाना नही चाहिए तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।
डॉ हितेन जंगपांगी एवं डॉ शशिकान्त वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ मिर्गी कई प्रकार की होती है नवजात में सुगर की कमी और केल्सियम की कमी और मेंजाइटिस के कारण मिर्गी आना, जन्मजात बीमारी के कारण
जन्म लेने के बाद तुरंत नही रोना भी बच्चो में मिर्गी होता है
6 माह से 5 वर्ष के बच्चों में फेब्राइल सीजर ,हेड इंजुरी भी कारण होते हैं ।
डॉ सी पी त्रिपाठी प्रमुख अधीक्षक एवं डॉ चंदन मिश्रा वरिष्ठ नेत्र चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय मिर्गी दिवस (एपीलिप्सी) पर हम एकत्रित हुए हैं यह बीमारी 100 प्रतिशत मिर्गी के रोगी को ठीक कर देती है यह बीमारी आनुवंशिक नही है इसमें समय से मरीज को इलाज मिलना ही इसका उपाय अपनी और से मिर्गी के दौरे पड़ने के बाद उसको कुछ भी खिलाना नही है और न ही कुछ और करने की जरूरत है उसको एक और लिटा दें और कोशिश करें कि उसे जल्द से जल्द चिकित्सकीय सहायता मिल सके उनके द्वारा इंटर्न नर्सेस, फार्मेशिस्ट को कहा गया कि यह सब वरिष्ठ चिकित्सको ओर वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी से सीखें उन्होंने सभी वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों को एपीलिप्सी के बारे में अच्छी जानकारी साझा करने पर आभार व्यक्त किया।
गोष्ठी में डॉ संदीप टंडन, डॉ रामप्रकाश, डॉ चंदन मिश्रा, डॉ शशिकान्त, डॉ हितेन जंगपांगी,डॉ विकास, डॉ संजय त्यागी,डॉ पंकज,डॉ शिवम,डॉ शिखा, मेट्रन सीता शर्मा, आशा शुक्ला, पूनम, कीर्ति शर्मा, दीपाली, मिथलेश, माधुरी रावत, नेहा, फूलमती, पी सी रतूड़ी,धीरेंद्र सिंह, राहुल यादव, विनोद तिवारी, अमित, नवीन,डी पी बहुगुणा राकेश भंवर, सुखपाल सिंह सैनी, मंजू शर्मा, अजित रतूड़ी, आदर्शमणि, लाल खान, ओम शिव भेदी, रविन्द्र, सुरेश पाल, राजन बडोनी, सन्नी, करण,दिनेश लखेड़ा इत्यादि सम्मलित हुए।
Recent Comments