पंचकेदारों में विख्यात भगवान तुंगनाथ के कपाट 7 अक्टूबर, मद्महेश्वर के कपाट 18 अक्टूबर, व बाबा केदारनाथ के कपाट 27, अक्टूबर को विधिविधान के साथ शीतकाल के लिये बंद होगें।
(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- भगवान आशुतोष के 11वें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम के कपाट आगामी 27 अक्टूबर को प्रातः शीतकाल के लिये बन्द कर दिये जायेगें। इसी के साथ बाबा की डोली को शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान किया जायेगा।
आज विजयादशमी पर्व के अवसर पर ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में पंचाग गणना के पश्चात बाबा केदार सहित मद्महेश्वर व के कपाट बंद होने की तिथि की घोषणा की गई।
इस बार भगवान केदारनाथ के कपाट आगामी 27 अक्टूबर को भैयादूज पर्व पर तुला लगन में प्रातः आठ बजे शीतकाल के लिए बन्द कर दिये जायेगें।
कपाट बन्द होने के बाद भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली धाम से शीत कालीन गद्दी स्थल लाया जायेगा तथा 29 अक्टूबर को शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में विराजमान किया जायेगा। इसी तरह द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर के कपाट 18 अक्टूबर को प्रातः बृश्चिक लग्न में शीतकाल के लिये बन्द किये जायेंगे। इस बार मदमहेश्वर धाम के कपाट आगामी 18 नवम्बर को प्राप्त आठ बजे वृश्चिक लगन में शीतकाल के लिए बन्द किये जायेंगे तथा भगवान मद्महेश्वर की डोली 21 नवम्बर को शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में विराजमान होगी। वहीँ तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट 7 अक्टूबर को शीतकाल के लिये बंद होगें । भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ में आज कपाट बंद होने की तिथि की घोषणा की गई।
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