Monday, November 25, 2024
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अंकिता हत्याकांड को लेकर यूकेडी के नेतृत्व में निकला मशाल जुलूस

देहरादून, उत्तराखंड क्रांति दल के आह्वान पर विभिन्न सामाजिक संगठनों और क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने देहरादून में गांधी पार्क से लेकर घंटाघर तक मशाल जुलूस निकाला और अंकिता के हत्यारों को फांसी देने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की।

उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि हत्यारोपियों को तत्काल फांसी की सजा दी जानी चाहिए और उनके अय्याशी के अड्डे बने रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाया जाना चाहिए।

स्थानीय पटवारी पर हत्यारों को बचाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि संबंधित पटवारी को तत्काल बर्खास्त करके गिरफ्तार किया जाना चाहिए क्योंकि मामले को लटकाने में उसकी मुख्य भूमिका रही है।

विभिन्न सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के सैकड़ों कार्यकर्ता हाथों में मशाल और मोमबत्तियां पकड़कर तथा प्ले कार्ड्स पकड़कर जमकर नारेबाजी कर रहे थे और अंकिता के हत्यारों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग कर रहे थे।

जुलूस में उत्तराखंड क्रांति दल के शिव प्रसाद सेमवाल, उत्तरा बहुगुणा, सुलोचना ईष्टवाल, मधु सेमवाल, विशन सिंह कंडारी, अनुपम खत्री, सुमन बडोनी, राजेन्द्र बिष्ट, के साथ उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच के दीपू सकलानी, सुरेंद्र कुकरेती,समाजसेवी रश्मि, उत्तराखंड विचार मंच के संजय बहुगुणा विपुल धस्माना समीर मुंडेपी, सहित संयुक्त मोर्चा के एसपी थपलियाल सुरेंद्र सिंह पंक्ति सहित सैकड़ों स्थानीय नागरिक शामिल थे।

अंकिता हत्याकांड को फ़ास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाया जाय : जयेन्द्र रमोला

ॠषिकेश, झण्डाचौक स्थित कार्यालय में कांग्रेस जनों की आयोजित बैठक में गंगा भोगपुर के रिसार्ट में कार्यरत अंकिता भण्डारी की हत्या पर शोक व्यक्त किया व उक्त प्रकरण पर दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के लिये मुख्यमंत्रीसे माँग की ।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि अंकिता की हत्या की घटना से देवभूमि शर्मसार हो गई है उन्नीस तारीख़ से लापता अंकिता को राजस्व पुलिस व प्रशासन की लापरवाही के कारण मौत का मुँह देखना पड़ा और प्रशासन ने कहीं ना कहीं सत्ता पक्ष के दवाब में आकर मामले को निपटाने की कोशिश की गई परन्तु मीडिया के जागरूकता से यह मामला खुला व भाजपा के पूर्व में राज्यमंत्री के पुत्र व होटल स्वामी पुलकित को गिरफ़्तार किया गया परन्तु अभी भी हमें अंदेशा है कि कहीं सत्ताधारी नेता पुत्र होने के कारण इस मामले में लीपापोती हो सकती है इसलिये इस मामले की फ़ास्ट ट्रेक अदालत में सुनवाई हो और हत्यारे के पिता पर भी सरकार निगरानी रखें ताकि ने सत्ता का इस्तेमाल करके कहीं इस मामले को दबाने की कोशिश ना कर पाये ।
बैठक में वक्ताओं ने एक सुर में कहा कि पुलिस को त्वरित कार्यवाही कर इसमें शामिल अन्य लोगों की भी गिरफ़्तारी कर सलाख़ों के पीछे भेजने का काम करें ।
बैठक में पार्षद राकेश सिंह, पार्षद भगवान सिंह, जितेंद्र पाल पाठी, गौरव राणा, दिग्विजय कैन्तुरा, संजय नेगी, राजेंद्र कोठारी, शेर सिंह, गौरव कुमार, सन्नी प्रजापति आदि मौजूद थे ।

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