Monday, November 25, 2024
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टीबी उन्मूलन के लिए जन भागीदारी के इस अभियान में शामिल होकर टीबी रोगियों की सहायता का संकल्प लेना होगा : राज्यपाल

देहरादून, शनिवार को राजभवन से राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की। इस अभियान के शुरुआत होने के अवसर पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने टीबी रोगियों की सहायता हेतु निःक्षय मित्र बनते हुए 21 टीबी रोगियों को गोद लिया और उन्हें मासिक पोषण किट वितरित की।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल ने कहा कि टीबी उन्मूलन के लिए जन भागीदारी के इस अभियान में शामिल होकर टीबी रोगियों की सहायता का संकल्प लेना होगा। उन्होंने प्रदेश के आम लोगों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों, गैर सरकारी संगठनों, सामाजिक संस्थानों आदि से आह्वान किया कि वे टीबी रोगियों की सहायता करने के लिए निःक्षय मित्र बनें।

राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश में टीबी के मामले एक चुनौती है। इसको देखते हुए राष्ट्रपति जी द्वारा 09 सितम्बर, 2022 को टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई। इसके अन्तर्गत 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता से 2024 तक प्रदेश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य लिया गया है जो प्रशंसनीय है। इसके लिए सभी लोगों को सहयोग करने की जरूरत है।

राज्यपाल ने कहा कि हमें इस चुनौती को स्वीकार करते हुए प्रत्येक टीबी रोगी का मित्र बनकर उसके ईलाज, पोषण में सहयोग करना होगा ताकि हमारा प्रदेश टीबी मुक्त हो सके। उन्होंने कहा कि स्वस्थ भारत, समृद्ध भारत के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के साथ ही इसे जड़ से समाप्त करने का संकल्प लेना होगा।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड को 2024 तक टीबी से मुक्त करने का हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार सब के सहयोग से प्रदेश को 2025 तक देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए संकल्पबद्ध है, इसके लिए सभी विभाग नीति निर्धारण एवं रोड मैप के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे किसानों की आय दोगुनी करने का मामला हो या नई शिक्षा नीति लागू करने का, इस दिशा में राज्य स्तर पर प्रभावी पहल की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के टीबी रोगियों में 80 प्रतिशत द्वारा गोद लिए जाने की सहमति दी है। अब यह हम सबका दायित्व है कि हम उन्हें रोग मुक्त करने के अभियान से जुड़े इसके लिए सामाजिक संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले टीबी रोग को खतरनाक माना जाता रहा है किंतु आज जांच एवं अनुसंधान प्रक्रिया की उपलब्धता से इस रोग को दूर करने के साधन उपलब्ध हो गए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री मोदी के दीर्घ जीवन की कामना करते हुए कहा कि उनके कुशल नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बन कर दुनिया को राह दिखाने का कार्य करेगा तथा एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को साकार करने में उत्तराखंड समर्पण भाव से कार्य करेगा।

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सांसद माला राजलक्ष्मी शाह, मेयर देहरादून सुनील उनियाल ‘गामा’, विधायक राजपुर खजान दास, विधायक कैंट देहरादून श्रीमती सविता कपूर, विधायक डोईवाला बृजभूषण गैरोला, सचिव (प्रभारी)स्वास्थ्य डॉ.आर.राजेश कुमार, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ.शैलजा भट्ट, निदेशक डॉ. सरोज नैथानी, कार्यक्रम अधिकारी डॉ.पंकज सिंह सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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