चंपावत, प्रदेश के चंपावत जिले एक प्रशासनिक अधिकारी लापता होने की खबर ने सबको सकते में ला दिया, मिली जानकारी के मुताबिक एसडीएम अनिल चन्याल न तो कार्यालय पहुंचे और न ही अपने आवास पर ही पाए गए। उनका सरकारी मोबाइल फोन भी घर पर ही है।उनके लापता होने की खबर से पुलिस व प्रशासन में हडकंप मच गया। उनका सरकारी वाहन भी आवास में ही मिला है।
फिलहाल चंपावत कोतवाली में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई जा रही है। पुलिस ने उनके गायब होने की सूचना मिलते ही उनकी तलाश शुरू कर दी थी। इसी बीच
खबर मिल रही है कि उन्होंने अपने गनर को कल शाम ही छुट्टी पर भेज दिया था। घर में उनके लिए खाना बनाने वाले कुक रमेश राम को उन्होंने शनिवार की शाम ही छुट्टी पर घर भेज दिया। जबकि अपने गनर मोहन भट्ट को भी उन्होंने घर भेज दिया था। माना जा रहा है कि एसडीएम आज सुबह से नहीं बल्कि कल रात को ही कहीं चले गए थे। सीएम धामी के चुनाव क्षेत्र चंपावत के एसडीएम अनिल चन्याल के लापता होने की जानकारी से पूरा प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मचा हुआ, प्रशासन उनकी तलाश में लगा है।
उत्तराखंड परिवहन विभाग के 84 कर्मचारी होंगे जबरन रिटायर
देहरादून, उत्तराखंड परिवहन निगम मुख्यालय ने निगम में काम कर रहे 84 अक्षम कर्मचारियों को जबरन रिटायर करने का आदेश जारी किया है। निगम के निर्णय से कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने इस मामले में जल्द ही यूनियन बैठक बुलाने का निर्णय लिया है।शुक्रवार को परिवहन निगम के महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन की ओर से जारी अनिवार्य सेवानिवृत्ति (सीआरएस) के आदेश के तहत निगम ने देहरादून, नैनीताल, टनकपुर के मंडल प्रबंधन को आदेश दिया है कि वह अक्षम 84 कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देते हुए जानकारी मुख्यालय को भेजे। इसमें स्पष्ट किया गया है कि 1 लिपिक, 69 ड्राईवर, 14 कंडक्टर ऐसे हैं जो कि अक्षम हैं। वह अपने पद के सापेक्ष काम नहीं कर सकते हैं।
उत्तराखंड फोर्सेस नेटवर्क की बैठक : बाल अधिकारों पर हुई चर्चा
हरिद्वार, जनपद के झंगभवन गोकुल विहार कॉलोनी, भूपत वाला में एक दिवसीय उत्तराखंड फोर्सेस नेटवर्क की राज्य स्तरीय बैठक आयोजित की गई ।
प्रोग्राम में प्रतिभाग जीआईसी द्यूनाथल में बच्चों को दी पॉक्सो और बाल अधिकारों की जानकारी जीआईसी द्यूना थल में बच्चों को दी, जिसमें नेशनल फोर्सेस दिल्ली से आई चिरश्री ने बैठक की शुरुआत करते हुए बाल अधिकार उनके हनन और नीतिगत बातों पर विचार रखे।
कार्यशाला में 13 जिलों में विभिन्न बाल अधिकारों और उनकी नीतिगत योजनाओं के साथ कार्य कर रही स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने शिरकत की।
इस कार्यशाला में राज्य सरकार की आईसीडीएस योजनाओं, आगनवाड़ी की स्थिति और शून्य से 6 वर्ष के आयु के बच्चो के सर्वांगीण विकास में कैसे और बेहतर सुधार हो सकता है और इसका एक आदर्श मॉडल तैयार किया जा सकता है साथ ही बच्चो के लिए राज्य में एक मॉडल क्रैश बनाने और नीतिगत रूप से सरकार की योजनाओं में शामिल करने पर परिचर्चा हुई।
इस मौके पर वीपी बलोदी पौड़ी से, मेदिनी नौटियाल हरिद्वार, डॉक्टर किरन पुरोहित चमोली, विभु कृष्णा अल्मोड़ा, इंद्रेश लोहनी चंपावत, सुभाष पंगरिया पिथौरागढ़, हरिद्वार से राज बहादुर सैनी ,अभिषेक जोशी , योगेंद्र प्रसाद, भूपेंद्र, लखबीर सिंह, अनुज सैनी, काम सिंह, लक्ष्मी थपलियाल कोटद्वार, दलीप कुमार सिंह ऋषिकेश, करण सिंह उत्तरकाशी ,कीर्ति वर्मा बिजनौर से शामिल हुए।यइस कार्यक्रम का संचालन उत्तराखंड फोसर्स के कन्वीनर डॉ. डी एस पुंडीर ने किया।
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