हरिद्वार, यूपी के नोएडा की एक सोसायटी में अवैध कब्जा और महिला के साथ अभद्रता करने वाले भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी के सोमवार को हरिद्वार स्थित न्यायालय में आत्मसमर्पण करने के लिए पहुंचने की अफवाह ने हलचल पैदा कर दी । बताया जा रहा कि श्रीकांत त्यागी की कार बहादराबाद टोल प्लाजा के सीसीटीवी में कैद होने का दावा किया जा रहा है। श्रीकांत त्यागी की अंतिम लोकेशन ऋषिकेश में मिलने के खबर पर कोतवाली प्रभारी रवि सैनी ने बताया कि शाम को नोएडा पुलिस का फोन आया था। नोएडा पुलिस ने ऋषिकेश पुलिस से श्रीकांत त्यागी की तलाश के लिए मदद मांगी थी, लेकिन 10 मिनट बाद नोएडा पुलिस का फोन आया कि वह नहीं आ रहे हैं | हालांकि, हरिद्वार पुलिस श्रीकांत त्यागी के हरिद्वार में छिपने की जानकारी होने से इनकार कर रही है। मालूम हो कि नोएडा में महिला से अभद्रता करने के आरोप में भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी के खिलाफ वहां की पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही वह फरार चल रहा है। नोएडा पुलिस की ओर से उसकी मोबाइल लोकेशन हरिद्वार और ऋषिकेश में मिलने का दावा किया जा रहा है। पुलिस की टीम छानबीन में जुट गयी |
112वां श्री मुल्तान जोत महोत्सव : श्रद्धालुओं ने गंगा संग दूध की होली खेली, निकाली शोभायात्रा
हरिद्वार, देवनगरी हरिद्वार के हरकी पैड़ी पर 112वां श्री मुल्तान जोत महोत्सव धूमधाम से मनाया गया, इस दौरान श्रद्धालुओं ने गंगाजी संग दूध की होली खेली और शोभायात्रा निकाल एक सप्ताह से प्रज्ज्वलित जोत को गंगा में विसर्जित किया। महोत्सव में विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आए मुल्तानी समाज के लोगों ने हिस्सा लिया।
शोभायात्रा में आतिशबाजी कर जोत महोत्सव दीवाली की तरह मनाया गया। अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन के अध्यक्ष महेंद्र नागपाल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाल्टियों में दूध लेकर हरकी पैड़ी पहुंचे और सभी ने पिचकारियों में दूध भर गंगा संग होली खेली। मुल्तान जोत महोत्सव के लिए हरिद्वार को सजाया गया।
रात के समय आयोजित की गई शोभा यात्रा में प्रकाश व्यवस्था, आतिशबाजी और पुष्प वर्षा की गई। इस वर्ष बिजली की नई तकनीक अपनाते हुए जोत बनायी गयी थी। विशेष जोत गंगा को अर्पित की गई। संगठन के अध्यक्ष महेंद्र नागपाल ने बताया कि हरिद्वार में सबसे पहली मुलतान जोत (Multan Jot Festival) वर्ष 1911 में भक्त रूपचंद पाकिस्तान के मुल्तान शहर से पैदल लेकर आए थे।
समाज में भाईचारा और शांति के लिए जोत गंगा को अर्पित की गयी थी। तब से परंपरानुसार हर वर्ष जोत महोत्सव बड़े पैमाने पर और भव्य रूप में मनाया जाता है। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले दो वर्ष जोत महोत्सव का आयोजन हरिद्वार में नहीं हो पाया था। इस वर्ष बड़ी धूमधाम से गंगा के साथ दूध की होली खेली गयी और शोभायात्रा निकाली गयी।
एक सप्ताह से हरिद्वार में धार्मिक आयोजन, विशाल यज्ञ, जागरण, रासलीला, 100 कुंडों का सुंदर कांड यज्ञ, श्री रामायण का पाठ और प्रवचन आदि विश्व शांति और कल्याण के लिए आयोजित किए जा रहे थे। इस जोत यात्रा के साथ तिरंगा यात्रा का भी आयोजन किया गया। मनोकामना की पूर्ति के लिए गंगा में छोटी-छोटी जोत अर्पित की गई। जोत महोत्सव के दौरान नरेंद्र चावला, विश्वंभर नागपाल, जेआर अरोड़ा, सुमित नागपाल, सुरेंद्र आहूजा, एमएस ढींगरा, रमेश बजाज, सतपाल अरोड़ा, दीपक गांधी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
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