‘आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भारत सरकार द्वारा कोविड वैक्सीन अमृत महोत्सव का आयोजन 15 जुलाई से आगामी 75 दिनों तक पूरे प्रदेश भर में चलाया जाएगा’
‘सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश वासियों से प्रीकाॅशन डोज लगवाने की अपील की’
देहरादून, आजादी के अमृत महोत्सव के मद्देनज़र भारत सरकार द्वारा कोविड वैक्सीन अमृत महोत्सव का आयोजन 15 जुलाई से आगामी 75 दिनों तक पूरे प्रदेश भर में चलाया जाएगा। इसमे
18 वर्ष से ऊपर पात्र लाभार्थियों को अब निःशुल्क कोविड प्रीकॉशन डोज़ लगेगी।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के विरूद्ध लड़ाई में वैक्सीनेशन ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है, सभी प्रदेशवासी जो भी 18 वर्ष से ऊपर है वो सभी कोविड प्रीकॉशन डोज अभियान का हिस्सा बनकर कोविड वैक्सीन अवश्य लगवाएं और अन्य लोगों को भी प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में हमने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना महामारी का डटकर मुकाबला किया। उनके नेतृत्व में भारत में कोविड वैक्सीनेशन का महाअभियान चलाया गया, साथ ही मानवता का परिचय देते हुए दुनिया भर में भारत द्वारा वैक्सीन बांटने का कार्य भी किया गया। कोरोना महामारी कम अवश्य हुई है परन्तु अभी खत्म नही हुई है, अभी भी बचाव, जागरूकता, साफ-सफाई एवं वैक्सीनेशन द्वारा ही इससे बचा जा सकता है।
कोविड प्रीकॉशन डोज़ के महाअभियान के विषय में जानकारी देते हुए निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ. सरोज नैथानी ने बताया कि 15 जुलाई से प्रदेश के सभी स्वास्थ्य ईकायों में 18 वर्ष की आयु से ऊपर उन लोगों को जिनको कोविड की दूसरी डोज़ लगे 6 महिने (26 हफ्ते) पूरे हो चुके हों को निःशुल्क बूस्टर/प्रीकॉशन डोज़ लगवाई जाएगी।
डॉ. नैथानी ने बताया की बूस्टर/प्रीकॉशन डोज़ निजी चिकत्सालयों में 386 रुपये प्रति डोज़ की लग रही थी वह अब सभी सरकारी स्वास्थ्य ईकायों में निशुल्क लगाया जाएगा। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है और सभी जनपदों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
जिला योजना संरचना की महत्वपूर्ण बैठक : जिला योजना 2022-23 के लिए 4942 लाख रूपये की धनराशि अनुमोदित
हरिद्वार, जिला योजना संरचना की बैठक में महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुये हैं, जितने सुझाव प्राप्त हुये हैं, उन्हें अमलीजामा पहनाया जायेगा, जिसके लिये आप सभी का अमूल्य सहयोग चाहिये। उक्त बात प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और हरिद्वार जिले के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला योजना संरचना 2022-23 की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
बैठक में अनुमोदन हेतु प्रस्तावित जिला योजना संरचना वर्ष 2022-23 के सम्बन्ध में विस्तृत विचार-विमर्श हुआ, जिसमें सामान्य मद हेतु 3888.00 लाख रूपये, अनुसूचित जाति हेतु 1030.00 लाख रूपये एवं अनुसूचित जनजाति हेतु 24.00 लाख रूपये प्रस्तावित करते हुये कुल 4942.00 लाख रूपये की धनराशि अनुमोदित की गयी।
बैठक में हरिद्वार सांसद डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक, राज्य सभा सदस्य नरेश बंसल, डॉ0 कल्पना सैनी, रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, लक्सर विधायक मोहम्मद शहजाद, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, हरिद्वार ग्रामीण विधायक सुश्री अनुपमा रावत, मंगलौर विधायक शरबत करीम अंसारी, ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर, भगवानपुर विधायक सुश्री ममता राकेश, झबरेड़ा विधायक वीरेन्द्र जाती, पिरान कलियर विधायक फुरकान अहमद, खानपुर विधायक उमेश कुमार ने अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों/विधान सभा क्षेत्रों में विभिन्न विभागों द्वारा कराये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में चर्चा करते हुये विस्तृत विचार-विमर्श किया।
अधिकांश सभी विधायकों ने पेयजल की समस्या की ओर जनपद प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज का ध्यान आकृष्ट करते हुये बताया कि जब से जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर नल से जल पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है, तब से हैण्डपम्पों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस पर जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने बताया कि हैण्डपम्पों के लिये 70 लाख रूपये की धनराशि की व्यवस्था बजट में की गयी है, जिस पर टिप्पणी करते विधायकों ने कहा कि यह धनराशि काफी कम है। जनपद प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने सभी पक्षों को सुनने के पश्चात बताया कि हैण्डपम्पों के लिये धनराशि को बढ़ाया जायेगा।
विधायकों ने अपने अपने क्षेत्रों में मुख्य सड़कों पर प्रकाश की व्यवस्था करने, शौचालयों का निर्माण, घरों की छतों के ऊपर से बिजली के तारों को हटाये जाने, पानी के ओवर हैड टैंक ठीक कराया जाने, नहर की मरम्मत, सोलर लाइट लगाये जाने, बाल वाटिका में पंखे लगाये जाने, नियमित बिजली उपलब्ध कराने तथा रसायनयुक्त पानी आने का मामला बैठक में रखा। प्रभारी मंत्री ने रसानयुक्त पानी की जांच कराने तथा आवश्यकतानुसार बिजली उपलब्ध कराने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।
विधायकों ने गंगा नदी व सोनाली नदी के तटबन्ध एवं चिकित्सा केन्द्र के उच्चीकरण का मामला जिला योजना की बैठक में रखा। तटबन्ध पर कराये गये कार्यों की जांच कराने को भी कहा गया। इस पर जनपद प्रभारी मंत्री ने परीक्षण कराने की बात कही।
जिला योजना संरचना की बैठक में सदस्यगणों ने भी अपने-अपने पक्ष रखे। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि सभी सदस्यों द्वारा उपलब्ध कराये गये प्रस्तावों को संसाधनों के अनुसार स्वीकृत किया गया है। जनपद प्रभारी मंत्री महाराज ने कहा कि वित्तीय संसाधन सीमित हैं, उसी के अनुसार हमें कार्य करना है।
कैबिनेट मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने जिला योजना संरचना की बैठक को सम्बोधित करते हुये कहा कि इसमें महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुये हैं, जितने सुझाव प्राप्त हुये हैं, उन्हें अमलीजामा पहनाया जायेगा, जिसके लिये आप सभी का अमूल्य सहयोग चाहिये। बिजली की रोस्टिंग का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि बिजली की कटौती कम से कम हो इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री से आग्रह किया जायेगा।
कांवड मेले का उल्लेख करते हुये प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि इस बार चार करोड़ से अधिक श्रद्धालु कांवड़ियों के आने की संभावनायें हैं, जिसके सकुशल सम्पादन के लिये भी आप सभी का सहयोग बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा प्रयास होना चाहिये कि कांवड़ मेला पूरी तरह से नशामुक्त हो तथा चारों तरफ प्रेम व सद्भाव का वातावरण हो। हरिद्वार के चहुंमुखी विकास के विषय में उन्होंने कहा कि इसके हम कटिबद्ध हैं तथा मुख्यमंत्री द्वारा हरिद्वार के लिये जो भी घोषणायें की गयी हैं, उनकी जल्दी ही समीक्षा करके, उन्हें शीघ्र ही धरातल पर उतारा जायेगा।
बैठक में जिलाध्यक्ष भाजपा डॉ0 जयपाल सिंह चौहान, निवर्तमान मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 सौरभ गहरवार, परियोजना निदेशक विक्रम सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 कुमार खगेन्द्र, डीएसटीओ सुश्री नलिनी ध्यानी, अपर जिला संख्याधिकारी श्री लख्मीचन्द, जिला पंचायतराज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह, मुख्य उद्यान अधिकारी नरेन्द्र यादव, मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराड़ी, मुख्य पशुपालन अधिकारी डॉ0 योगेश भारद्वाज, ए0आर0 कोआपरेटिव राजीव, सहायक परियोजना निदेशक सुश्री नवनीत घिल्डियाल, भाजपा जिला अध्यक्ष जयपाल, मीडिया प्रभारी लव शर्मा, जिला पर्यटन अधिकारी, जिला क्रीड़ाधिकारी, श्री अभिषेक सिंह चौहान सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
ब्रैकिंग : उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति ने
दून और हरिद्वार ऋषिकुल कैंपस के निदेशक को हटाया
देहरादून, प्रदेश सरकार द्वारा उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति सुनील कुमार जोशी के वित्तीय अधिकार छीन लेने के बाद कुलपति सुनील कुमार जोशी ने देहरादून और हरिद्वार के ऋषिकुल कैंपस के निदेशक को हटा दिया है। इस संबंध में कुलपति सुनील कुमार जोशी ने आदेश जारी किया हैं। कुलपति द्वारा जारी आदेश के अनुसार ऋषिकुल परिसर के निदेशक प्रो. अनूप कुमार गक्खड़ को हटाकर उनकी जगह द्रव्यगुण विभाग के प्रो. दिनेश चंद्र सिंह को निदेशक का प्रभार सौंपा है।
वहीं आयुर्वेद विश्वविद्यालय परिसर देहरादून के निदेशक राधाबल्लभ सती को हटा कर रस शास्त्र विभाग के प्रोफेसर डॉ.डी०पी० पैन्यूली को निदेशक की जिम्मेदारी सौंपी है।
बताते चलें कि 12 जुलाई को सचिव आयुष डॉ.पंकज कुमार पांडेय ने विश्वविद्यालय के कुलपति के वित्तीय अधिकार सीज करने के आदेश जारी किए थे। इसके 24 घंटे के भीतर ही कुलपति ने देहरादून व हरिद्वार कैंपस के निदेशक को हटाकर नए निदेशकों को जिम्मेदारी दे दी गई है।
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