टोकियो, जापानी अधिकारियों ने उस बंदूकधारी की पहचान कर ली है जिसने पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की शुक्रवार सुबह पश्चिमी नारा शहर में एक भाषण के दौरान हत्या कर दी। पुलिस ने एक पुरुष संदिग्ध को गिरफ्तार किया है, जबकि यह स्पष्ट नहीं है कि अपराध किस कारण से हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आबे की पीठ में बन्दूक से गोली मारी गई थी। आबे लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के चुनाव अभियान का समर्थन कर रहे थे। सुबह करीब 11.30 बजे पश्चिमी जापान के नारा में शुक्रवार को भाषण शुरू करने के कुछ मिनटों बाद ही पीछे से गोली मार दी गयी थी।
कौन है हत्यारा?
हत्यारे की पहचान 41 वर्षीय तेत्सुया यामागामी के रूप में हुई है। हत्या के प्रयास के आरोप में गोली मारने के बाद उसे तुरंत हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने घटनास्थल से एक बंदूक जब्त की है जिसे संदिग्ध रूप से पकड़े हुए था। शूटर ने आबे पर हमला करने के लिए एक हैंडमेड बंदूक का इस्तेमाल किया। फ़ूजी टीवी के मुताबिक, शिंजो आबे का शूटर जापान के मैरीटाइम सेल्फ-डिफेंस फोर्स (जेएमएसडीएफ) का पूर्व कर्मी है। वह 2005 तक सेवा में था। जेएमएसडीएफ को जापानी नौसेना के रूप में भी जाना जाता है। दूसरे विश्व युद्ध के बाद इंपीरियल जापानी नौसेना को हटाकर जेएमएसडीएफ का गठन किया गया था। हालांकि, अधिकारियों ने अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
आबे लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के चुनाव अभियान के लिए भाषण दे रहे थे, जब उन्हें करीब से गोली मार दी गई। जबकि कई अटकलें भी सामने आ रही है, जिसमें कहा जा रहा है कि अधिकारी ये निर्धारित करने में असमर्थ हैं कि इस घटना का कारण क्या है। जबकि कई रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि बंदूकधारी ने जांचकर्ताओं को बताया कि वह पूर्व प्रधानमंत्री से असंतुष्ट था और उसे मारने का इरादा रखता था। उसका कहना है कि वो आबे से असंतुष्ट था।
कैसे दिया घटना को अंजाम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शिंजो आबे को गोली मारने वाला शख्स पत्रकार बनकर कार्यक्रम में पहुंचा था। शूटर ने आबे पर हमला करने के लिए हैंडमेड बंदूक का इस्तेमाल किया। हमले के लिए इत्सेमाल की गई बंदूक को वो काले टेप से लपेटकर छुपाकर लाया था। बता दें कि जापान में शॉर्ट बैरल शॉटगन पाने के लिए लाइसेंस पाने की प्रक्रिया बेहद सख्त है(साभार प्रभासाक्षी)।
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