देहरादून, जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार के निर्देशों के क्रम में भिक्षावृत्ति उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत तहसील चौक ,प्रिंस चौक, व सर्वेचौक ,डी ए वी कॉलेज रोड से दो बालिकाओं को भीख मांगते हुए व चार बालिकाओं को कूड़ा बीनते हुये रेस्क्यू किया गया व एक महिला व एक पुरुष को भीख मांगते हुए रेस्क्यू किया गया।जिनमें से 5 बालिकाओं को बाल कल्याण समिति के आदेश से बालिका निकेतन /शिशु सदन में प्रवेश दिया गया ।
इस अभियान में जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट ,संपूर्णा भट्ट ,रश्मि बिष्ट , प्रवीन,समर्पण संस्था से मानसी मिश्रा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से शमीना, मैक संस्था से जहांगीर आलम, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट से रायना रावत, सहदेव त्यागी, चाइल्ड लाइन से जसवीर रावत, रेलवे चाइल्डलाइन से वर्षा एंपावरिंग पीपल से ज्ञानेंद्र कुमार,बचपन बचाओ आंदोलन से सुरेश उनियाल,आसरा ट्रस्ट से अमर बहादुर आदि मौजूद रहे।
एनईपीई कार्यक्रम : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय दशाईथल ने लोकनृत्य प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त किया
देहरादून, एनसीईआरटी द्वारा संचालित एनईपीई कार्यक्रम के अन्तर्गत लोकनृत्य एवं रोलप्ले की प्रतियोगिता में के०जी०बी०वी० दशाईंथल, जनपद- पिथौरागढ़ ने लोकनृत्य की श्रेणी में राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। के०जी०बी०वी० दशाईथल की छात्राओं द्वारा इस प्रतियोगिता में पर्यावरण सुरक्षा पर कुमाऊंनी लोकनृत्य प्रस्तुत किया गया था। राष्ट्रीय स्तर पर एन0सी0ई0आर0टी0 द्वारा यह प्रतियोगिता ऑनलाइन आयोजित की गयी, जिसमें अण्डमान निकोबार प्रथम उत्तराखण्ड द्वितीय एवं पुडुचेरी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। वर्ष 2018-19 में के०जी०बी०वी० दशाईथल की छात्राओं द्वारा छोलिया नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसमें उनको द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। विभाग द्वारा बताया गया कि विद्यालय शिक्षा से वंचित उच्च प्राथमिक तथा माध्यमिक स्तर पर अपवंचित वर्ग एस०सी०, एस0टी0 एंव बी०पी०एल० श्रेणी की बालिकाओं को शिक्षा की मुख्य धारा में सम्मिलित किये जाने हेतु कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका छात्रावास संचालित किये जा रहे हैं। राज्य में संचालित के०जी०बी०वी० में 75 प्रतिशत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग एवं 25 प्रतिशत सामान्य वर्ग की बी०पी०एल० परिवारों की बालिकाओं को प्रवेश दिया जाता है। वर्तमान में 12 जनपदों में चिन्हित शैक्षिक रूप से पिछड़े हुए विकासखण्डों में 48 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका छात्रावास संचालित हैं।
पत्रकारों को सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ पत्रकारिता करनी चाहिए : ऋतु भूषण खंडूरी
हरिद्वार, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूरी ने कहा पत्रकारों को सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ पत्रकारिता करनी चाहिए। क्योंकि पत्रकारों द्वारा लिखी गयी खबर का असर देश और दुनियां तक होता है। समस्याओं का निराकरण करना पत्रकारों का कर्तव्य होता है लेकिन नकारात्मक दृष्टिकोण के स्थान पर सकारात्मक सोच का होना नितांत आवश्यक है। इसके अभाव में स्थिति बिगड़ सकती है। उन्होंने कहा पत्रकारों को स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने का भी प्रयास करना चाहिए।
देश में पत्रकारों की सबसे बड़ी संस्था नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट इंडिया जनपद इकाई हरिद्वार का शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन स्थानीय होटल में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि ने अध्यक्ष राहुल वर्मा, महासचिव संदीप रावत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ शिवा अग्रवाल, उपाध्यक्ष राव रियासत पुंडीर, उपाध्यक्ष निशा शर्मा, कोषाध्यक्ष मयूर सैनी, संगठन सचिव रजत चौहान, सचिव सचिव दीपक मौर्य, शमशेर बहादुर बम सचिव, सुनील कुमार प्रचार सचिव, अश्वनी विश्नोई समारोह सचिव और विधि सलाहकार सुरेंद्र शर्मा एडवोकेट को शपथ दिलाई। इनके साथ जिला कार्यकारिणी सदस्य के तौर पर एहसान अंसारी, डॉक्टर धूम सिंह सैनी, कुमकुम शर्मा, प्रतिभा वर्मा, स्वरूप पूरी, आनंद गोस्वामी, सतीश गुजराल, अमरीश कुमार, मंजू नेगी, गणेश वैद्य, सुमित यशकल्याण, पुलकित शुक्ला, सचिन कुमार ने शपथ ली।
कार्यक्रम गढ़वाल मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र चौधरी ने सभी अतिथियों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पत्रकारों का प्रभाव पूरी दुनिया में कायम है। छोटी बात को बड़ी और बड़ी बात को छोटी करना पत्रकारों के बाएं हाथ का काम है। उन्होंने कहा कि विषमताओं में मार्ग दिखाने का कार्य पत्रकार ही करता है। पत्रकारों को समाज की समस्याओं के समाधान चुनौतियों के निराकरण के साथ समाज की उपलब्धि उपलब्धियों को भी प्रमुखता से प्रकाशित करने की ओर ध्यान देना चाहिए। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि उत्तराखंड में पलायन रोकने के लिए होमस्टे के साथ पहाड़ी कृषि को जोड़ना होगा। भारत गौरव दिलाने का श्रेय उत्तराखंड को ही है क्योंकि उत्तराखंड में ही राजा भरत का जन्म हुआ जिनके नाम पर भारत का नाम पड़ा है। उत्तराखंड के पत्रकारों को उत्तराखंड की महत्ता दिव्यता पवित्रता को दुनिया में पहुंचाने का कार्य करना चाहिए।
यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रासबिहारी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार समान नागरिक संहिता कानून के पत्रकार सुरक्षा कानून अधिनियम पारित कर देश के सामने एक मिसाल कायम करें। ताकि बाकी राज्यों में भी पत्रकार सुरक्षा कानून अधिनियम पारित हो सके। उन्होंने कहा नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स इंडिया देश में पत्रकारों का पहला संगठन है। जिसने 1982 में पत्रकारों की आचार संहिता बनाई। लेकिन अभी तक केंद्र और राज्य सरकार की ओर से पत्रकारों के लिए कोई आचार संहिता नहीं बनाई गई। इसके चलते पत्रकारों की पहचान करना मुश्किल कार्य हो गया है। उन्होंने कहा एनयूजे आई सदैव पत्रकारों के हित में संघर्ष करता चला आ रहा है। करोना काल में भी पत्रकारों पर दर्ज फर्जी मुकदमे को लेकर एनयूजे, आई ने संघर्ष किया जिसके चलते तमाम पत्रकारों को न्याय मिल सका है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत राम रतन गिरी ने अपना आशीर्वचन दिया।
मंचासीन अतिथियों में संस्था के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामचंद्र कनौजिया, प्रदेश संरक्षक सुनील दत्त पांडे, संरक्षक ब्रह्म दत्त शर्मा, प्रदेश महासचिव सुशील कुमार त्यागी, मेयर अनीता, शर्मा प्रेस क्लब महासचिव अश्विनी अरोड़ा, मुख्य संयोजक पीएस चौहान सहित अन्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार राजेश शर्मा ने किया।
इस मौके पर यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र भारद्वाज, प्रदेश कोषाध्यक्ष विकास कुमार झा, दैनिक पब्लिक एशिया के संपादक मुकेश वत्स, पूर्व अध्यक्ष जयपाल सिंह, समाजसेवी डा. विशाल गर्ग, विभास मिश्रा, संजय चोपड़ा, राव आफाक अली, भूपेंद्र कुमार, संतोष चौहान, अनिल गोयल, प्रदीप चौधरी, पंडित अधीर कौशिक, सपना श्री, विमला पांडेय, जगदीश लाल पाहवा, संजय आर्य, रजनी कांत शुक्ला, दिनेश भारद्वाज, सुनील मिश्र, राजकुमार, संदीप शर्मा, रूपेश वालिया, अमित कुमार शर्मा, संतोष कुमार, आदेश त्यागी, नरेश गुप्ता,अविक्षित रमन, अरूण कश्यप, ललितेंद्र नाथ,रामेश्वर गौड़, मुदित अग्रवाल, योगेंद्र चौहान, प्रमोद गिरी, दया शंकर वर्मा, शिव कुमार शर्मा, रत्नमणि डोभाल, अनूप सिंह,प्रवीण झा, दीपक नौटियाल, सुनील पाल, अमित गुप्ता सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
Recent Comments